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गला दबाकर हत्या की; बॉडी बोरे में भरी, लोकल मार्केट के पीछे कूड़े में फेंकी
Kerala Minor Girl Rape Case - केरल के एर्नाकुलम जिले में 5 साल की बच्ची से रेप के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई। आरोपी ने बच्ची का शव बोरे में डालकर डंपिंग ग्राउंड में फेंक दिया
केरल के एर्नाकुलम जिले में 5 साल की बच्ची से रेप के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई। आरोपी ने बच्ची का शव बोरे में डालकर डंपिंग ग्राउंड में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। घटना शुक्रवार शाम की है। पुलिस ने शनिवार को मीडिया को इसकी जानकारी दी। CCTV फुटेज में बच्ची के साथ नजर आया आरोपी एर्नाकुलम SP विवेक कुमार ने बताया- बच्ची शुक्रवार शाम को किडनैप हुई थी। हमारी टीम ने CCTV फुटेज चेक किए जिसमें बच्ची को आरोपी के साथ देखा गया। उसी दिन रात 9.30 बजे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उस समय वह नशे की हालत में था और बच्ची उसके साथ नहीं थी। स्थानीय लोगों ने बच्ची को मार्केट के पास आरोपी के साथ देखा था। उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने पूरे एरिया में सर्चिंग की तो मार्केट के पीछे बच्ची की लाश मिली। इस इलाके में लोग कूड़ा फेंकते थे और कई असामाजिक लोग यहां नशा करने आते थे। बच्ची की बिल्डिंग में ही रहता था आरोपी पुलिस ने बताया- आरोपी शख्स बिहार का रहने वाला है और केरल में मजदूरी करता है। बच्ची के माता-पिता भी बिहार के हैं और मजदूरी करते हैं। जिस इमारत में बच्ची रहती थी, उसी बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर आरोपी रहता था। आरोपी ने पूछताछ में पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि, शनिवार सुबह अपना जुर्म कबूल कर लिया। कांग्रेस ने की पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग घटना को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने लेफ्ट की सरकार पर हमला बोला है। विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि पुलिस बच्ची को समय रहते नहीं ढूंढ पाई। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के सुधाकरण ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की अपील की है।
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तेलंगाना में 18 की जान गई; जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से गांव में तबाही
इस साल मानसून सीजन में कई राज्यों में भारी तबाही मची है। हिमाचल प्रदेश में अब तक 187 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं तेलंगाना में एक हफ्ते में 18 लोगों की मौत हो गई। तेलंगाना में करीब 12,000 लोगों को राहत शिविरों में Bihar UP Monsoon Rainfall Update; Rajasthan Indore Bhopal | Chhattisgarh, West Bengal Weather Forecast
मानसून सीजन में हुई भारी बारिश ने कई राज्यों में भारी तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश में पिछले 40 दिनों में 187 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 34 लोग लापता हैं। तेलंगाना में एक हफ्ते में 18 लोगों की मौत हो गई। करीब 12,000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। उधर, शनिवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के एक गांव में बादल फट गया। जिससे सात घर, एक मस्जिद और दो स्कूल क्षतिग्रस्त हो गए। उत्तराखंड के चमोली में रविवार सुबह पहाड़ों से पत्थर गिरने के बाद बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा। हालांकि, 2 घंटे बाद हाईवे ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया। अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे… इन राज्यों में तेज बारिश होगी: हिमाचल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, गोवा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश। बारिश की संभावना नहीं: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु में बारिश की संभावना नहीं है। अलग-अलग राज्यों से मानसून की तस्वीरें... अन्य राज्यों में मौसम का हाल...
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राजस्थान सरकार बनाएगी कर्ज राहत आयोग, कोर्ट के बराबर होंगी शक्तियां
चुनावी साल में राजस्थान सरकार किसानों को लुभाने के लिए बिल लेकर आ रही है। किसान कर्ज राहत आयोग बिल को दो अगस्त को विधानसभा में पेश करके पारित करवाने की तैयारी है। यह बिल पारित होने के बाद किसान कर्जमाफी आयोग बनाने का रास्ता Gehlot government will form farmers loan waiver commission
चुनावी साल में राजस्थान सरकार किसानों को लुभाने के लिए बिल लेकर आ रही है। किसान कर्ज राहत आयोग बिल को दो अगस्त को विधानसभा में पेश करके पारित करवाने की तैयारी है। यह बिल पारित होने के बाद किसान कर्ज राहत आयोग बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा। आयोग बनने के बाद बैंक और कोई भी फाइनेंशियल संस्था किसी भी कारण से फसल खराब होने की हालत में कर्ज वसूली का प्रेशर नहीं बना सकेंगे। किसान फसल खराब होने पर कर्ज माफी की मांग करते हुए इस आयोग में आवेदन कर सकेंगे। आयोग से सरकार को किसानों के कर्ज माफ करने या सहायता करने के आदेश कभी भी जारी हो सकते हैं। ​हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज होंगे अध्यक्ष राज्य किसान कर्ज राहत आयोग में अध्यक्ष सहित 5 मेंबर होंगे। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अध्यक्ष होंगे। आयोग में एसीएस या प्रमुख सचिव रैंक पर रहे रिटायर्ड आईएएस, जिला और सेशन कोर्ट से रिटायर्ड जज, बैंकिंग सेक्टर में काम कर चुके अफसर और एक एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट को मेंबर बनाया जाएगा। सहकारी समितियों के एडिशनल रजिस्ट्रार स्तर के अफसर को इसका सदस्य सचिव बनाया जाएगा। किसान कर्ज राहत आयोग का कार्यकाल 3 साल का होगा। आयोग के अध्यक्ष और मेंबर का कार्यकाल भी 3 साल का होगा। सरकार अपने स्तर पर आयोग की अवधि को बढ़ा भी सकेगी और किसी भी मेंबर को हटा सकेगी। पूरे जिले को भी घोषित कर सकता है संकटग्रस्त किसान कर्ज राहत आयोग को कोर्ट जैसे पावर होंगे। अगर किसी इलाके में फसल खराब होती है और इसकी वजह से किसान बैंकों से लिया हुआ कृषि कर्ज चुका नहीं पाता है तो ऐसी स्थिति में आयोग को उस किसान और क्षेत्र को संकटग्रस्त घोषित करके उसे राहत देने का आदेश देने का अधिकार होगा। कर्ज नहीं चुका पाने को लेकर अगर किसान आवेदन करता है या आयोग खुद अपने स्तर पर समझता है कि हालत वाकई खराब है तो वह उसे संकटग्रस्त किसान घोषित कर सकता है। संकटग्रस्त किसान का मतलब है कि उसकी फसल खराबे की वजह से वह कर्ज चुका पाने में सक्षम नहीं है। संकटग्रस्त किसान घोषित होने के बाद बैंक उस किसान से जबरदस्ती कर्ज की वसूली नहीं कर सकेगा। आयोग बैंकों से भी बातचीत करेगा संकटग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के बाद आयोग के पास यह भी पावर होगा कि वह बैंकों से लिए गए कर्ज को सेटलमेंट के आधार पर चुकाने की प्रक्रिया भी तय करेगा। आयोग किसानों के पक्ष में कोई भी फैसला करने से पहले बैंकों के प्रतिनिधियों को भी सुनवाई का मौका देगा। लोन को री-शेड्यूल करने और ब्याज कम करने जैसे फैसले भी आयोग कर सकेगा। किसानों को दिए जाने वाले कर्ज को लेकर प्रक्रिया तय करने और सरलीकरण के लिए भी आयोग सुझाव दे सकेगा। आयोग संकटग्रस्त क्षेत्रों में किसानों की हालात को देखते हुए सरकार को अपनी रिपोर्ट में किसानों का कर्ज माफ करने की सिफारिश भी कर सकेगा। आयोग के फैसले को सिविल कोर्ट में चुनौती नहीं दी जा सकेगी किसान कर्ज राहत आयोग को सिविल कोर्ट के बराबर शक्तियां दी गई है। कर्ज राहत आयोग के किसी भी फैसले को सिविल कोर्ट में चुनौती नहीं दी जा सकेगी। आयोग किसी भी अफसर या व्यक्ति को समन करके बुला सकेगा। किसान को कर्ज माफी के लिए आवेदन इस कानून के तहत किसी भी कर्ज से राहत के लिए दावा करने वाला किसान आयोग के सामने आवेदन फाइल करेगा और उसके बाद आयोग अपना फैसला करेगा। आयोग जिलों में बैठकें और सुनवाई करेगा किसान कर्ज राहत आयोग समय-समय पर फील्ड में जाकर बैठकें भी करेगा। आयोग ऐसी जगहों पर अपनी बैठकें करेगा, जहां पर उसे आवश्यकता महसूस होगी। जो इलाके संकटग्रस्त है और जहां फसलें खराब हुई हैं वहां पर खास तौर से किसानों का पक्ष जानने और हालात का जायजा लेने के लिए आयोग के प्रतिनिधि जाएंगे। कर्ज माफी आयोग की बैठक के लिए 5 में से 3 मेंबर्स का रहना जरूरी होगा। आयोग जिलों में होने वाली बैठकों के लिए 2 या उससे ज्यादा मेंबर्स वाली न्याय पीठ का गठन करके बैठक करेंगे। यह आयोग सेंट्रलाइज्ड बैंकों और कॉमर्शियल बैंकों से लिए गए किसानों के कर्ज को री-शेड्यूल करने और कर्ज माफी को लेकर भी आदेश जारी कर सकेगा। इसमें शॉर्ट टर्म लोन को मिड टर्म या लॉन्ग टर्म में बदलने के लिए भी री-शेड्यूल करने का आदेश जारी कर सकेगा। ऐसे हालात में आयोग ब्याज माफी के लिए भी बैंकों को सिफारिश कर सकेगा। प्रॉपर्टी नीलाम नहीं कर सकेंगे बैंक किसान कर्ज माफी आयोग अगर किसी क्षेत्र को संकट ग्रस्त क्षेत्र घोषित करता है तो ऐसे इलाके में कोई भी बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीटयूशन किसानों से कर्ज वसूली के लिए किसी भी तरह की बिक्री या उसकी प्रॉपर्टी जब्त करने या नीलामी करने की कोई कार्रवाई नहीं कर सकेगा। जब तक कि आयोग के पास में केस पेंडिंग रहता है तो किसान के विरुद्ध किसी भी तरह की कोई भी वाद आवेदन अपील और याचिकाओं पर रोक रहेगी।
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3 से 7 अगस्त तक कर सकेंगे अप्लाय, प्राइस बैंड ₹54 से ₹57 प्रति शेयर
Non-banking lender SBFC Finance's initial public offering (IPO) Finance IPO Details | Everything You Need to Know नॉन बैंकिग फाइनेंस कंपनी 'SBFC फाइनेंस लिमिटेड' का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते ओपन हो रहा है।
नॉन बैंकिग फाइनेंस कंपनी 'SBFC फाइनेंस लिमिटेड' का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते ओपन होगा। इस इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO के जरिए कंपनी 1025 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। रिटेल निवेशक इस IPO के लिए 3 से 7 अगस्त तक बोली लगा सकेंगे। 14 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे। अगर आप भी इस IPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? रिटेल निवेशक को मिनिमम एक लॉट यानी 260 शेयरों के लिए अप्लाय करना होगा। कंपनी ने IPO का प्राइज बैंड 54-57 रुपए प्रति शेयर रखा है। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड 57 रुपए के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं तो आपको 14,820 रुपए लगाने होंगे। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसके लिए 1,92,660 रुपए इन्वेस्ट करने होंगे। ₹600 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी करेगी कंपनी इस इश्यू के लिए कंपनी ₹600 करोड़ के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी। जबकि 425 करोड़ रुपए के शेयर्स कंपनी के प्रमोटर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचेंगे। फ्रेश इश्यू से होने वाली इनकम का यूज कंपनी कैपिटल बेस बढ़ाने और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी के इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। एंटरप्रेन्योर, स्मॉल बिजनेस ओनर सहित अन्य लोगों को लोन देती है कंपनी SBFC फाइनेंस सिस्टमैटिकली इंपोर्टेंट, नॉन-डिपॉजिट-टेकिंग नॉन बैंकिग फाइनेंस कंपनी (NBFC-ND-SI) है। कंपनी के प्राइमरी कस्टमर बेस में एंटरप्रेन्योर, स्मॉल बिजनेस ओनर, सैलरीड और वर्किंग क्लास इंडिविजुअल शामिल हैं। SBFC सिक्योर्ड MSME लोन और लोन अगेंस्ट गोल्ड के रूप में अपनी सर्विस देती है। 31 दिसंबर 2022 तक SBFC फाइनेंस 16 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 105 से अधिक शहरों में मौजूद है। वर्तमान में बैंक के 137 ब्रांच हैं।
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डाइनिंग टेबल पर कुकर-कड़ाही न सजाएं, चीन के खानपान का सलीका माना जाता बेस्ट
स्वाद खाने की बुनियाद है। लेकिन अगर खाना सुंदर तरीके से परोसा गया है तो, उसका जायका और बढ़ जाता है। खाना बनाने-खिलाने के शौकीन लोग इस खूबसूरती का खाना पकाने से लेकर उसे प्लेट में परोसे जाने तक हर स्टेज पर ध्यान रखते हैं।
स्वाद खाने की बुनियाद है। लेकिन अगर खाना सुंदर तरीके से परोसा गया है तो, उसका जायका और बढ़ जाता है। खाना बनाने-खिलाने के शौकीन लोग इस खूबसूरती का खाना पकाने से लेकर उसे प्लेट में परोसे जाने तक हर स्टेज पर ध्यान रखते हैं। आज ‘फुरसत का रविवार’ है। आप या तो किसी मेहमान की मेजबानी में व्यस्त होंगे या किसी के घर दावत पर जाने की तैयारी में लगे होंगे। मेहमान खाने की टेबल पर जब पहुंचे तो खाना इतने सलीके से सजा दिखे, जिसे देखते ही भूख खुल जाए। बहरहाल, इंसान ने जब से भोजन पकाना शुरू किया तब से इसे करीने से परोसने का सिलसिला भी शुरू हुआ। लेकिन भोजन परोसने की कला का दस्तावेजीकरण 1600 में फ्रांस से शुरू हुआ। फ्रांस के सम्राट लुई-14 ने अपने रसोइयों को डाइनिंग टेबल पर भोजन को खूबसूरत तरीके से पेश करने के आदेश दिए थे। यूरोप में तब से फूड डेकोरेशन पर जोर दिया जाने लगा। 19वीं शताब्दी में फ्रांसीसी शेफ ऑगस्टे एस्कॉफ़ियर ने खाने को सलीके से परोसने की कला को नया आयाम दिया। मसलन दम आलू बनाने के लिए मीडियम साइज आलू लिए जाते हैं। उबालने के बाद आलू को एक समान आंच पर डीप फ्राई किया जाता है। आलू दम तैयार होने के बाद उसे कटोरी में हरी धनिया और हरी मिर्च से गार्निश कर फिर थाली में दाहिने तरफ रखकर परोसा जाता है। खाना परोसना बना दौलत की नुमाइश और ताकत का प्रदर्शन यूरोप में एक समय दौलत और ताकत का प्रदर्शन करने के लिए रईस लोग शाही दावत देते थे। बताया जाता है कि रोमन मेजबान थाली की खूबसूरत अपील बढ़ाने के लिए खाने में कीमती धातुएं मिलाकर परोसते थे। 800 साल पहले मध्य काल के रईस परिवार डाइनिंग टेबल पर जानवरों की खूबसूरत मूर्तियां लगाते थे। इन मूर्तियों में उस समाज की संस्कृति झलकती और उनकी हैसियत का पता चलता। पूरी दुनिया में डाइनिंग टेबल की खूबसूरती को मेजबान की हैसियत से जोड़कर अब भी देखा जाता है। लेकिन भारतीय परिवारों में परोसी जाने वाली थाली मेहमान के प्रति मेजबान के प्यार, सम्मान और आत्मीयता की प्रतीक मानी जाती है। थाली में खाना परोसने का तौर-तरीका परिवार की सोच को भी जाहिर करता है। रोम का सम्राट वाइन में मोती डालकर पीता था रोम में दावत देना सामाजिक कार्यक्रम होता था, जो आमतौर पर लोग अपने दोस्तों और बिजनेस क्लाइंट के लिए अपने घर पर आयोजित करते। रोम के लोग अपने डाइनिंग रूम (Triclinium) को भी खासतौर पर सजाते। भोज देने का मुख्य उद्देश्य मनोरंजन होता था। साथ ही लोगों को खिलाना-पिलाना इसका अहम हिस्सा होता। सामान्य तौर पर फूड के तीन कोर्स होते। एपिटाइजर, मेन कोर्स और डेजर्ट। भव्य कार्यक्रमों में मुख्य व्यंजन तुरही की तान पर परोसा जाता। तीतर, मछली और पोर्क के व्यंजन उनके मुख्य भोजन का हिस्सा होते। रोम का सम्राट क्लॉडियस तो वाइन को बेशकीमती बनाने के लिए उसमें मोती और सोने का टुकड़ा डालकर पीता और मेहमानों को भी पिलाता। यूरोपियन देशों में मेजबानी थी अपनी हैसियत दिखाने का जरिया यूरोप में मध्यकाल में रईस लोग किसी को खुश करने के लिए दावत देते थे। दावतों में जायकेदार व्यंजन होते। हालांकि इन कार्यक्रमों में सिर्फ रईस और रसूखदार लोगों को ही शामिल होने की इजाजत होती। ऐसी दावतों से न केवल मेहमानों का मनोरंजन होता, बल्कि इससे मेजबान की हैसियत का भी पता चलता। डाइनिंग टेबल पर खाने की प्लेटों और कटोरियों में खाने को करीने से सजाकर परोसा जाता था। खाना परोसने के तौर-तरीके पर फोकस बढ़ा अब भी दावत मेजबान की निजी और सामाजिक हैसियत बताती है। पहले के जमाने में खाने से दौलत और सामाजिक हैसियत की नुमाइश होती थी जबकि आज यह व्यक्ति के क्लास को बताती है। अब हर कोई कहीं भी, कुछ भी खा-पी सकता है। फाइव स्टार रेस्तरां में मिलने वाला हैमबर्गर अब स्ट्रीट फूड का भी हिस्सा है। इसलिए आज के जमाने में खाने को परोसते समय उसकी खूबसूरती पर ज्यादा फोकस किया जाने लगा है। प्लेटिंगः प्लेट में हर चीज परफेक्ट तरीके से सर्व करें कुकिंग में स्वादिष्ट खाना बनाने पर जितना जोर होता है उतना ही फूड सर्व करने के सलीके पर भी जोर दिया जाने लगा है। फ्रेंच नौवेल्ले कुजिन और जापानी बेंटो बॉक्सेस में यह देखा जा रहा है। व्यंजनों को सजाने में अक्सर सिम्पल और कॉम्पलेक्स दोनों डिज़ाइन इस्तेमाल होते हैं। जैसे फ़्रेंच नौवेल्ले कुजिन प्लेट को सजाने का साधारण तरीका अपनाते हैं। कुल मिलाकर खाना परोसने की कला सोशल ट्रेंड और सामाजिक परंपराओं को दर्शाती है। डाइनिंग टेबल पर एक तरह के बर्तन इस्तेमाल करें शेफ विनय कुमार कहते हैं कि खूबसूरत तरीके से परोसी गई थाली भूख बढ़ाती है और मेहमान को खुशी पहुंचाती है। डाइनिंग टेबल पर मिक्स क्रॉकरी इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए। अगर स्टील की थाली ले रहे हैं तो पूरा सेट ही स्टील का इस्तेमाल करें। या फिर बोन चाइना या सिरेमिक के बर्तन हैं तो पूरा सेट बोन चाइना या सिरेमिक का ही होना चाहिए। डाइनिंग टेबल पर कुकर-कड़ाही न रखें शेफ विनय कुमार कहते हैं कि कई बार घरों में होता है कि डाइनिंग टेबल पर पका हुआ चावल कुकर या सब्जी वाली कड़ाही रख दी जाती है। ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर लंच में चावल, दाल, सब्जी और रोटी बनी है तो इन सभी आइटम को अलग-अलग बोल में लेकर डाइनिंग टेबल पर रखना चाहिए। जबकि रोटी हॉट केस में रखें। हालांकि बेहतर यह रहेगा कि खाते समय ही रोटी बनाकर गर्म-गर्म छोटे प्लेट में तुरंत परोसी जाए। इससे गर्म-गर्म रोटी मिलेगी और दूसरा रोटी अधिक नहीं बनेगी तो नुकसान होने का डर नहीं होगा। परोसने वाली कलछी और बड़ा चम्मच अलग होना चाहिए खाना बनाने और सर्व करने वाले बर्तन अलग होने चाहिए। जिस कलछी से दाल में तड़का लगाते हैं, उसे डाइनिंग टेबल पर नहीं लाना चाहिए। क्योंकि तड़का लगाने के लिए गर्म करते हुए कलछी का रंग काला पड़ चुका होता है। दाल परोसने के लिए अलग कलछी का इस्तेमाल करें। इसी तरह दाल, चावल और सब्जी परोसने के लिए अलग-अलग सर्विंग स्पून का इस्तेमाल करना चाहिए। खाना बनाते हुए भी दाल और सब्जी को चलाने के लिए अलग अलग कलछी और चम्मच का इस्तेमाल करना चाहिए। चीन कहलाता है ‘स्टेट ऑफ एटिकेट्स’ ‘चाइनीज फूड्स’ किताब की लेखक लीयू कहती हैं कि चीन फूड एटिकेट्स के मामले में ‘स्टेट ऑफ एटिकेट्स’ कहलाता है। 2600 साल पुराने ऐतिहासिक दस्तावेज बताते हैं कि चीन ने खाने-पीने का खास सलीका अपनाया। खाने-पीने के दौरान शिष्टाचार चीनी खानपान को स्पेशल बनाता है। 19वीं शताब्दी के मशहूर रूसी लेखक एंटोन चेखव ने लिखा है, ‘चीनी शख्स ने उन्हें एक बार में वाइन पीने के लिए बुलाया। उस शख्स ने पहले दोनों हाथों से गिलास पकड़ी और विनम्रता से मुझे पेश किया। और बोला प्लीज…यह चीनी खानपान के शिष्टाचार का एक उदाहरण है।’ चेखव ने लिखा, ‘जब हम बार से निकलने लगे तो उस शख्स ने कुछ सिक्के हाथ में थमाकर आभार व्यक्त किया और कहा कि मैंने उसे आतिथ्य का मौका दिया। शुक्रिया।’ ग्रैफिक्स: सत्यम परिडा नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सिलेक्ट करें।
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पीरियड्स में इम्यूनिटी कम, खून की कमी और इसी समय एग का बनना भी जिम्मेदार
पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) कहा जाता है। इससे उनका मूड लगातार बदलता रहता है। यह हाॅर्मोंस के उतार चढ़ाव के कारण होता है।
लोग अक्सर कहते हैं कि लड़कियों का मूड बेमौसम बरसात की तरह होता है, कभी भी बदल जाता है। वह हंसते-हंसते रो पड़ती हैं, प्यार से कुछ पूछने पर चिड़चिड़ा जाती हैं और बिना किसी बात पर गुस्सा हो जाती हैं। लड़कियों के मूड स्विंग को लड़के समझ नहीं पाते और जाने-अनजाने में उनके रिश्ते में दरार पड़ जाती है। दरअसल महिलाओं या लड़कियों के मूड स्विंग की वजह है उनके पीरियड्स। हर महीने लड़कियों को 3 से 5 दिन पीरियड्स का दर्द सहन करने के साथ-साथ मूड स्विंग का भी शिकार होना पड़ता है। प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से महिलाओं का बिगड़ता मूड महिला की मेंस्ट्रुअल साइकिल एस्ट्रोजन, प्रोजेस्ट्रॉन, ल्यूटिनाइजिंग हाॅर्मोन (LH) और फॉलिकल स्टिमुलेटिंग हाॅर्मोन (FSH) नाम के हाॅर्मोंस से रेगुलेट होती है। गुरुग्राम के क्लाउडनाइन हॉस्पिटल में गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. रितु सेठी कहती हैं कि पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) कहा जाता है। इससे उनका मूड लगातार बदलता रहता है। यह हाॅर्मोंस के उतार चढ़ाव के कारण होता है। इस सिंड्रोम में महिला को टेंशन, एंग्जाइटी, डिप्रेशन, गुस्सा, अनिद्रा, खाने की क्रेविंग, सिरदर्द, थकान, जोड़ों में दर्द, ब्रेस्ट टाइट होना, वजन बढ़ना, कब्ज जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। यह लक्षण पीरियड्स शुरू होने से कुछ दिन पहले और पीरियड्स शुरू होने के 2 से 3 बाद तक रहते जाते हैं। लेकिन ऐसा हर महिला के साथ हो, जरूरी नहीं है। हाॅर्मोन के उतार-चढ़ाव से मूड स्विंग पीरियड्स के दौरान शरीर में हॉर्मोन में उतार-चढ़ाव होता रहता है। इसी वजह से मूड स्विंग होता है। जब महिला के शरीर में एग बनता है तो उसे ओव्यूलेशन कहा जाता है। इसके बाद से महिलाओं के शरीर में मौजूद एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन कम होने लगते हैं। हाॅर्मोन के उतार-चढ़ाव से हमारे दिमाग में मौजूद सेरोटोनिन नाम का न्यूरोट्रांसमीटर प्रभावित होता है जो मूड को बदलता है। सेरोटोनिन हैप्पी हाॅर्मोन होता है। अगर महिला प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम की शिकार हो तो सेरोटोनिन कम रिलीज होता है जिससे वह मूड स्विंग या डिप्रेशन की शिकार होने लगती है। पीरियड्स इम्यूनिटी पर डालते असर? क्लू नाम की पीरियड्स ट्रैकिंग ऐप ने एक रिसर्च की और पाया कि कुछ महिलाओं की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता पीरियड्स शुरू होने से पहले या पीरियड्स के दौरान कम हो जाती हैं और वह बीमार पड़ जाती हैं। कुछ को बॉडी में दर्द तो कुछ को बुखार हो जाता है। इसे शोधकर्ता पीरियड फ्लू कहते हैं। शोध में इसके पीछे की वजह ल्यूटिनाइजिंग हाॅर्मोन (LH) बताई गई। इसका लेवल ओव्यूलेशन यानी एग बनने के दौरान बढ़ता है और पीरियड्स शुरू होने पर अचानक कम हो जाता है जिसका असर महिला की इम्यूनिटी पर पड़ता है और वह पीरियड फ्लू की शिकार हो सकती है। वहीं, एक रिसर्च में पाया गया कि अस्थमा की 40% महिला मरीजों ने पीरियड्स से पहले या उसके दौरान लगातार अस्थमा के अटैक की शिकायत की। इलाज न हो तो पीरियड्स के बाद भी रहते लक्षण प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) को अगर समय रहते ठीक ना किया जाए तो महिला प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) से जूझ सकती हैं। इसके लक्षण भी प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम की तरह होते हैं। अमेरिका के चाइल्ड माइंड इंस्टीट्यूट के शोध में पाया गया कि इस बीमारी के लक्षण पीरियड्स खत्म होने के बाद भी रहते हैं। डॉ.रितु सेठी कहती हैं कि जो महिलाएं प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर का शिकार हों, उनमें आत्महत्या के ख्याल हावी होने लगते हैं और ऐसे में वह खुद को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर हो तो ऐसी महिला का मनोचिकित्सक से इलाज करवाया जाता है। पहले से मेंटल डिसऑर्डर तब भी दिक्कत डॉ.रितु सेठी के अनुसार अगर किसी महिला की मेंटल हेल्थ पहले से ठीक ना हो, तब भी उन्हें मूड स्विंग होते हैं। इस कंडीशन को प्रीमेंस्ट्रुअल एक्सासरबेशन (PME) कहा जाता है। इंटरनेशनल असोसिएशन फॉर प्रीमेंस्ट्रुअल डिसऑर्डर के अनुसार एंग्जाइटी, डिप्रेशन और बायपोलर डिसऑर्डर की शिकार महिलाओं में पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग की समस्या काफी हद तक बढ़ जाती है। प्रीमेंस्ट्रुअल एक्सासरबेशन और प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर के लक्षण इतने मिलते-जुलते हैं कि बीमारी का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इसकी सही तरह से पहचान जरूरी है और जल्द से जल्द इलाज करवाना भी जरूरी है। मूड स्विंग की वजह जानें कई महिलाओं को खुद नहीं पता होता कि वह मूड स्विंग का शिकार हैं। ऐसे में हर मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान एक डायरी बनाएं। जब भी मूड स्विंग हो, उसे रिकॉर्ड कर लें। इससे महिला को पता चल सकेगा कि वह केवल पीरियड्स के दौरान प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम की शिकार तो नहीं। दरअसल मूड स्विंग की दिक्कत एनीमिया (खून की कमी), एंड्रियोमेट्रियोसिस, थाॅयराइड डिसऑर्डर, इरिटेबल बॉउल सिंड्रोम (IBS) और क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम में भी देखने को मिलती है। डाइट में कम से कम लें नमक खाने में नमक कम कर लें। नमक से प्यास बढ़ती है जिससे मूड स्विंग होने लगते हैं। चाय और काॅफी भी कम या बंद कर दें। जो महिलाएं प्रोसेस्ड फूड और फास्ट फूड ज्यादा खाती हैं, उनमें मूड स्विंग बहुत होते हैं इसलिए इन्हें खाना बिल्कुल छोड़ दें। डाइट में कैल्शियम लें। इससे एंग्जाइटी, डिप्रेशन और मूड स्विंग कम होंगे। बॉडी में बढ़ाएं हैप्पी हाॅर्मोन, नहीं होंगे मूड स्विंग इस दौरान महिला को ऐसे काम करने चाहिए जिससे उन्हें खुशी मिले। अपनी पसंदीदा हॉबी शुरू करें। अगर किसी को पेंटिंग पसंद है या गार्डनिंग, तो वह करें। नींद पूरी लें। रोज एक्सरसाइज या योग करें। पूरा दिन खुद को बिजी रखें। यह सब एक्टिविटी शरीर में सेरोटोनिन का लेवल बढ़ाती हैं। सेरोटोनिन हैप्पी हार्मोन होता है जो बिल्कुल डोपामाइन की तरह काम करता है। इंसान खुश रहता है तो मूड स्विंग की दिक्कत नहीं होती।
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CA की मदद क्यों लेना, आप खुद भर सकते हैं ITR; जानें तरीका
Income Tax Returns Filing Last date - फाइनेंशियल ईयर 2022-23 (असेसमेंट ईयर 2023-24) के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने की डेडलाइन 31 जुलाई 2023 को खत्म हो जाएगी
फाइनेंशियल ईयर 2022-23 (असेसमेंट ईयर 2023-24) के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने की डेडलाइन 31 जुलाई 2023 को खत्म हो जाएगी। यानी बिना किसी पेनाल्टी के ITR फाइल करने के लिए आपके पास सिर्फ दो दिन बचे हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इसके लिए कई बार रिमाइंडर भी जारी कर चुका है। अगर आप यह डेडलाइन मिस कर देते हैं, तो आपको बाद में रिटर्न फाइल करने के लिए फाइन देना पड़ सकता है। अगर आप बिजनेसमैन हैं और अपने बिजनेस की अकाउंट बुक को ऑडिटिंग की जरूरत है तो आप ITR किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) से भी फाइल करवा सकते हैं। लेकिन, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट खुद से भी ITR दाखिल करने की परमिशन देता है। यदि आपने अभी तक ITR फाइल नहीं किया है तो हम यहां आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप गलती किए बिना खुद ही अपना ITR रिटर्न समय से फाइल कर सकते हैं। इससे पहले जानते हैं ITR फाइल करना क्यों जरूरी है... ITR हर साल फाइल करना होता है। आप रिटर्न फाइल कर उस फाइनेंशियल ईयर के दौरान आपने जो ज्यादा टैक्स पेमेंट किया है, उसका रिफंड क्लेम कर सकते हैं। ITR डॉक्यूमेंट को इनकम और एड्रेस प्रूफ के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। 31 जुलाई के बाद लेट फीस देनी होगी 31 जुलाई के बाद ITR फाइल करने वाले टैक्सपेयर्स को लेट फीस देनी होगी। अगर किसी इंडिविजुअल टैक्सपेयर की सालाना आय 5 लाख रुपए से ज्यादा है, तब उसे 5000 रुपए की लेट फीस देनी होगी। अगर टैक्सपेयर की एनुअल इनकम 5 लाख रुपए से कम है, तब उसे लेट फीस के रूप में 1,000 रुपए भरने होंगे। फाइल करते समय पुरानी और नई टैक्स व्यवस्था में से अपने लिए सही ऑप्शन चुनें करदाताओं को इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के दो ऑप्शन मिलते हैं। 1 अप्रैल, 2023 से नए स्लैब का ऑप्शन दिया गया था। नए टैक्स स्लैब में 5 लाख रुपए से ज्यादा आय पर टैक्स की दरें तो कम रखी गईं, लेकिन डिडक्शन छीन लिए गए हैं। वहीं अगर आप पुराना टैक्स स्लैब चुनते हैं तो आप कई तरह के टैक्स डिडक्शन का फायदा ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें कैसे फाइल कर सकते हैं इनकम टैक्स रिटर्न? 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भरा इनकम टैक्स रिटर्न वित्त वर्ष 2022-23 (असेसमेंट ईयर 2023-24) के लिए 5 करोड़ से ज्यादा लोग अपना इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल कर चुके हैं। शुक्रवार 28 जुलाई को इनकम टैक्स इंडिया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। आयकर विभाग ने ट्वीट में कहा, '27 जुलाई तक 5.03 करोड़ लोग ITR फाइल करा चुके हैं। इनमें से 4.46 करोड़ ITR को ई-वेरिफाई किया गया है, यानी दाखिल किए गए 88% से अधिक ITR को इलेक्ट्रॉनिक रूप से वेरिफाई किया गया है। ई-वेरिफाइड ITR में से 2.69 करोड़ से अधिक ITR पहले ही प्रोसेस हो चुके हैं। 24 घंटे काम कर रहा विभाग का हेल्प डेस्क आयकर विभाग ने कहा, 'टैक्सपेयर्स की मदद के लिए हमारा हेल्पडेस्क 24x7 काम कर रहा है। हेल्प डेस्क ITR दाखिल करने, टैक्स पैमेंट और अन्य संबंधित सेवाओं के लिए लोगों की मदद कर रहा है। हम कॉल, लाइव चैट, वेबेक्स सेशन और सोशल मीडिया के माध्यम से मदद कर रहे हैं। रविवार को भी ITR फाइल कर सकेंगे हम शनिवार और रविवार को भी काम करेंगे। यानी 31 जुलाई 2023 तक किसी भी तरह की मदद करना जारी रखेंगे। हम उन सभी से अपील करते हैं जिन्होंने AY2023-24 के लिए ITR दाखिल नहीं किया है, वे अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए जल्द से जल्द अपना ITR दाखिल करें। ITR वेरिफिकेशन करना जरूरी इनकम टैक्स रिटर्न जमा करने के बाद इसे वेरीफाई करना जरूरी है। यदि इसे वेरीफाई नहीं किया गया है, तो फाइल किए गए ITR को लीगल नहीं माना जा सकता और डिपार्टमेंट उसे प्रोसेस नहीं करेगा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ITR को वेरीफाई करने के लिए 5 ऑप्शन ऑफर करता है। नेट बैंकिंग, बैंक ATM, आधार OTP, बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट। गलतियां करने से बचें ITR फाइल करते समय ध्यान रखें कि आप जो असेसमेंट ईयर प्रोवाइड कर रहे हैं वो सही हो। फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए सही असेसमेंट ईयर 2023-24 है। इसके अलावा आपको रिटर्न फाइल करने से पहले फॉर्म 26AS के साथ TDS और टैक्स पेमेंट को वेरीफाई करना चाहिए। ITR फॉर्म में कई लाइनें और कॉलम होते हैं, जिनमें सभी डिटेल्स को एक पर्टिकुलर फॉर्मेट में एंटर करना होगा, जो अगर ठीक से नहीं किया गया तो गलतियां हो सकती हैं।
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हॉन्टेड है यह हवेली, कास्ट और क्रू को अकेले घूमने की परमिशन नहीं
Stree 2 Movie Shooting Locations Details (Madhya Pradesh Chanderi) राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर ‘स्त्री2 ’ को भी 150 साल पुरानी हवेली में फिल्माने की तैयारी
राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर हॉरर कॉमेडी ‘स्त्री’ का दूसरा पार्ट इन दिनों मध्य प्रदेश में शूट किया जा रहा है। इस फिल्म का बड़ा पोर्शन चंदेरी आर भोपाल में शूट होना है। सुनने में आया है कि मेकर्स इस पार्ट को 150 साल पुरानी हवेली में शूट करने की प्लानिंग कर रहे हैं। भोपाल स्थित इस हवेली को लोग ताजमहल हवेली के नाम से पुकारते हैं। फिल्म के फर्स्ट पार्ट की भी शूटिंग इसी हवेली में हुई थी। लोकल लोगों की मानें तो यह एक भूतिया हवेली है। हालांकि, अभी इस मामले पर ऑफिशियल कन्फर्मेशन आना बाकी है। पहले पार्ट की शूटिंग के दौरान खुले बाल रखने की थी मनाही फिल्म से जुड़े सूत्रों ने बताया, ‘इस हवेली को लेकर कई तरह के किस्से मशहूर हैं। कुछ मान्यताएं भी हैं। ऐसे में पहले पार्ट की शूटिंग के दौरान यहां क्रू मेंबर्स को स्थानीय लोगों से कई तरह की हिदायतें दी थीं। हवेली में शूटिंग के दौरान एक्ट्रेस और फीमेल जूनियर आर्टिस्ट्स को बाल खुले रखने की मनाही थी। इसके अलावा किसी को भी हवेली में अकेले घूमने की इजाजत नहीं थी।’ अन्य हाॅन्टेड हवेलियां भी तलाश रहे मेकर्स सूत्रों ने आगे बताया, ‘यह हवेली पिछले 30 से 40 साल से खाली पड़ी हुई है। इसे टूरिज्म डिपार्टमेंट ने किसी को रख रखाव के लिए दिया है और हवेली को होटल के तौर पर रेनोवेट करने की भी प्लानिंग चल रही है पर अभी तक ऐसा हो नहीं पाया है। ऐसे में फिलहाल इस हवेली में कभी-कभार फिल्मों की शूटिंग होती रहती है। हालांकि, पार्ट टू के लिए मेकर्स इसके अलावा कुछ और हॉन्टेड हवेलियों की भी तलाश कर रहें हैं। देखना दिलचस्प होगा कि फाइनली शूटिंग कहां होगी।’ एमपी में जारी है कई और प्रोजेक्ट्स की शूटिंग इस फिल्म के अलावा भी एमपी में कई बॉलीवुड फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग चल रही है। ‘एम एस धोनी’ फेम डायरेक्टर नीरज पांडे ने हाल ही में यहां एक प्रोजेक्ट शूट किया है जिसका नाम 'सीक्रेट्स एंड रेलिक्स ऑफ गौतम बुद्ध’ है। इसके अलावा बंगाली फिल्म 'ब्योमकेश:दुर्गो रहस्य’ की भी शूटिंग हुई है। इसके अलावा भी एमपी में कई और प्रोजेक्ट्स शूट हो रहे हैं। इनके बारे में यहां जानिए…
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गोद में लेकर थाने पहुंची महिला बोली- उसका पूरा शरीर जख्मी था; चोटें देखकर मैं सहम गई
मध्यप्रदेश के मैहर में दिल्ली की निर्भया जैसा गैंगरेप कांड हुआ है। 12 साल की मासूम को आरोपी चॉकलेट देने के बहाने जंगल में ले गया। यहां साथी के गैंगरेप किया। इस दौरान उसे रोंगटे खड़े कर देने वाली यातनाएं दीं। विरोध करने पर उसे
मध्यप्रदेश के मैहर में 12 साल की मासूम के साथ दिल दहला देने वाली वारदात हुई। मासूम को दो आरोपी चॉकलेट देने के बहाने जंगल में ले गए। यहां गैंगरेप किया। विरोध करने पर उसे पीटा। शरीर पर जगह-जगह काटा। जंगल में घसीटा। उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी। बच्ची बेसुध हुई तो मरा समझकर जंगल में फेंककर भाग गए। मासूम अभी रीवा अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत क्रिटिकल है। डॉक्टरों की टीम ने उसकी सर्जरी की है। एक महिला उसे गोद में उठाकर जंगल से पुलिस थाने लाई थी। दैनिक भास्कर ने इस महिला से बात की। उसने जो कहानी बताई, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है.. बच्ची को सबसे पहले खोज निकालने वाली अंजना वर्मा ने बताया कि बच्ची के लापता होने की जानकारी गुरुवार शाम को मुझे लगी। परिवार के साथ ही मोहल्ले वाले बच्ची को खोजने में जुट गए। हम रात 12 बजे तक उसे तलाशते रहे, लेकिन वह नहीं मिली। सुबह फिर से हमने तलाश शुरू की। बच्ची की मां, दादी एक ओर उसे तलाश रही थीं। मैंने सोचा दूसरी ओर जाकर देखूं। इसलिए मैं लिफ्ट के किनारे वाली गली से निकलकर जंगल की ओर खोजने लगी। थोड़ा ऊपर गई तो बच्ची टंकी की ओर से मुझे आते हुए दिखाई दी। वह गिरती-उठती और आगे बढ़ती। यह देखकर मैं दौड़कर बच्ची के पास पहुंची और उसे गोद में उठा लिया। उसके ऊपरी कपड़े नहीं थे। लोअर पहन रखा था, जो कटा-फटा खून से लथपथ था। मैंने उससे पूछा- बेटी क्या हुआ तो उसने कुछ नहीं कहा। बस दर्द से कराहती रही। शरीर पर चोट देखकर मैं सहम गई। गाल, होंठ, हाथ और शरीर में कई जगह काटने के निशान थे। पीटने के साथ ही पीठ वाले हिस्से में घसीटने के निशान थे। पूरा शरीर जख्मी था। मैं उसे तत्काल नीचे लेकर आई और लोअर खून से लथपथ होने पर उसे उतारा तो प्राइवेट पार्ट में करीब एक फीट लंबी लकड़ी फंसी थी। मैंने बच्ची की मां और एक महिला को लकड़ी दिखाई। इसके बाद हम सभी बच्ची को लेकर थाने पहुंचे। थाने वालों ने बच्ची की हालत देखकर तत्काल उसे मैहर सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां इलाज शुरू हुआ। उसकी हालत बहुत गंभीर थी। उसके बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। मेरे सामने ही डॉक्टर मैडम ने उसके प्राइवेट पार्ट ने लकड़ी निकाली। पुलिस चौकी में पूछने पर लड़की ने बताया कि उसे अतुल और रवि लेकर गए थे। इसके बाद दर्द से कहराते हुए वह बेसुध हो गई। दोनों आरोपी कभी बस्ती में तो नहीं आते थे, लेकिन बच्चे यदि ऊपर की ओर जाते थे तो वे वहां से उन्हें भगा दिया करते थे। उसने तीसरे किसी व्यक्ति का नाम थाने में नहीं लिया था। अंजना का कहना है कि बच्ची जिस पानी की टंकी की ओर से आते हुए नजर आई थी। वहां तक तो पानी लेने हम भी जाते हैं। कई बार माता जी के यहां कोई बड़ा व्यक्ति दर्शन करने आता है तो हम भी खड़े होकर देखने लगते हैं। बच्चे भी कई बार टंकी की ओर खेलते हुए चले जाया करते थे। हो सकता है, बच्ची खेलते हुए उस ओर चली गई हो। बच्ची को जब मैंने गोद में उठाया तो बस यही सोच रही थी कि यह किसी तरह से ठीक हो जाए। इस कारण उससे मैं कुछ और पूछ नहीं पाई। पीड़िता के दादा ने बयां की आरोपियों की दरिंदगी पीड़िता के दादा बोले- मैं 62 साल का हूं और पिछड़ी जाति से आता हूं। मैहर माता मंदिर के पास में ही एक मोहल्ले में रहता हूं। हम मिट्टी की खुदाई कर जीवन-यापन करते हैं। यह हमारा पुश्तैनी काम है। परिवार में 82 साल की बूढ़ी मां समेत मेरे चार बच्चे रहते हैं। बड़े बेटे की पांच संतानें, दूसरे की दो तीन संतानें हैं, जिस बच्ची के साथ यह सब हुआ, वह मेरे तीसरे नंबर के बेटे की बड़ी बेटी है। बेटा टीवी की बीमारी से पीड़ित था। दो साल पहले उसकी मौत हो गई थी। तब से बहू और दोनों पोतियां हमारे पास ही रहती हैं। चौथे नंबर के बेटे का परिवार नहीं है। हमारा पूरा परिवार मजदूरी पर आश्रित है। 27 जुलाई को दोपहर के समय बहू नगर परिषद काम से गई थी। वहीं, घर के अन्य सदस्य काम पर चले गए। घर पर बूढ़ी मां और दोनों पोतियां थीं। धार्मिक नगरी होने के कारण कई बार बच्चियां मंदिर के पास भीख मांगने चली जाती थीं। उन्हें यहां दर्शन करने आने वाले 10-20 रुपया दे दिया करते थे। आरोपी अतुल बढोलिया मैहर प्रबंध समित का कर्मचारी है, इसलिए बच्ची उसे पहचानती थी। उस दिन वह गोशाला से घर की तरफ आया और बच्ची को देखकर पास बुलाया। उसने उसे 10 रुपए दिखाते हुए कहा- चलो चॉकलेट खिलाता हूं। लालच में बच्ची उसके साथ चली गई। शाम करीब 4 बजे वह उसे जंगल की ओर लेकर चला गया। यहां उसका दोस्त अरकंडी निवासी रवि चौधरी भी पहुंच गया। यहां दोनों ने बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वे बच्ची को मरा समझकर जंगल में फेंक आए। रात 8 बजे मैं घर पहुंचा। बड़ी पोती को घर पर नहीं देखकर पूछा। पता चला वह दोपहर से नजर नहीं आई है। हमने खोज-बीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। एक-दो लोगों ने बताया कि शाम करीब 4 बजे बच्ची रोड की ओर जाते नजर आई थी। इसके बाद रात 12 बजे तक जंगल-पहाड़ खोजते रहे। रात 1 बजे वापस घर लौट आए। शुक्रवार सुबह एक बार फिर से तलाश शुरू की। सुबह करीब 9 बजे अंजना वर्मा को बच्ची जंगल में मिली। वह बच्ची को गोद में लेकर थाने तक आई। हम भी उसके पीछे-पीछे थाने पहुंचे। यहां बच्ची को कुछ देर के लिए होश आया। पुलिस ने गलत करने वालों का नाम पूछा तो उसने तीन उंगलियां दिखाईं। साथ ही अतुल और रवि का नाम लिया। इसके बाद वह बेहोश हो गई। पुलिस वाले उसे लेकर तत्काल अस्पताल पहुंचे। बच्ची के साथ गलत होने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में मोहल्ले वाले भी थाने पहुंचे गए। सुबह 10 बजे रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। हमें इसके बारे में नहीं बताया गया। एक एंबुलेंस बच्ची को लेकर रीवा के लिए रवाना हुई। हमने एंबुलेंस को रोक लिया और पूछा आखिर बच्ची को हुआ क्या है। उन्होंने समझाइश दी, लेकिन हम बच्ची की सेहत को लेकर चिंतित थे। अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू हुआ। इस दौरान पता चला कि बच्ची ने जिन दोनों आरोपियों के नाम लिए हैं, वे पास में ही हैं। पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और हमें एंबुलेंस से लेकर रीवा के लिए रवाना हो गई। दोपहर करीब 12 बजे हम रीवा मेडिकल कॉलेज पहुंचे और इलाज शुरू किया। रात में बच्ची की सर्जरी हुई। मैहर तहसीलदार ने हमें 50 हजार रुपए दिए। हमने पूछा-ये रुपए किस लिए दिए जा रहे हैं, पोती हमारी अब नहीं रही क्या। हमें रुपए नहीं न्याय चाहिए। आरोपी को अगर फांसी नहीं मिली तो हम उनकी गर्दन काट देंगे। तहसीलदार ने कहा- नहीं, यह बच्ची के इलाज के लिए दिए जा रहे हैं। हालांकि इलाज के नाम पर आपको अस्पताल वालों को एक रुपए भी नहीं देने हैं। पूरा प्रशासन बेटी के इलाज में लगा हुआ है। मैं तो यह कहूंगा कि बच्ची ने तीन अंगुली दिखाई थी, हो सकता है दो नहीं तीन आरोपी हों। डॉक्टर कह रहे हैं कि 48 घंटे बाद बच्ची थोड़ी अच्छी हो जाएगी, तब उससे बात करेंगे। आरोपी का परिवार बोला- वो निर्दोष, डीएनए टेस्ट करवा लें दैनिक भास्कर की टीम आरोपी अतुल के घर भी पहुंची। यहां पर उसकी पत्नी करिश्मा, छोटा भाई राहुल, मां शशि और बड़ी मां सुमन मिलीं। प्रशासन की टीम ने शनिवार सुबह ही अतुल और रवि के मकान को ढहाया है। बड़ी मां सुमन का कहना है कि बेटा रात में घर पर ही था। वह ड्यूटी पर नहीं था। सुबह भी घर पर ही था। सुबह 10 बजे उसे बुलाने पर वह गया था। हम डीएनए टेस्ट, मोबाइल लोकेशन, ड्यूटी रजिस्टर में एंट्री, साथी कर्मचारियों से पूछताछ हो। छोटे भाई राहुल ने बताया कि सुबह फूल लेकर आया था। इसके बाद समोसा लेने भी गया था। मैं सुबह 9 बजे उठा और बिस्किट लेने दुकान तक गया। मां ने भाई को समोसा खाने को दिया। इसी समय गोशाला से कॉल आया कि कुछ हुआ है, तुम आ जाओ। उसने मां से कहा- मैं आता हूं, इसके बाद वह दो साथी कर्मचारियों के साथ चला गया। बाद में पता चला कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। गुरुवार को वह 3 साथियों के साथ गौशाला से ही निकला था। रात साढ़े 8 बजे घर आया और पत्नी से चाय बनाने को कहा। चाय पीने के बाद कूलर बनवाने वाले को लेकर आया। रात साढ़े 10 बजे मैं घर आया तो इलेक्ट्रीशियन के साथ मिलकर वह कूलर बना रहा था। रात साढ़े 11 बजे तक दोनों इसी काम में लगे रहे। उसका छह महीने का बच्चा है। छह महीने पहले उसकी ड्यूटी गोशाला में लगी थी। 27 तारीख को भी उसकी रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज है। घर गिर गया है अब रहने के लिए कोई छत नहीं है। सारा सामान मलबे में दब गया। खाने-बनाने तक को कुछ नहीं बचा है। अभी तो चाचा-बुआ के घर आसरा लिया है। पत्नी बोली- वो तो रातभर मेरे साथ थे पत्नी करिश्मा का कहना है कि पति रात में घर मेरे साथ ही थे। उन्हें झूठा फंसाया गया है। उन्हें कुछ पता नहीं था क्यों बुलाया गया है। उन्हें उस दिन भी लगा कि किसी काम से बुलाया गया है। मेरे पति निर्दोष हैं। मां ने कहा- बेटा घर ही था। बेटा कुछ करता तो डरा हुआ होता। 27 को सुबह यह कहकर निकला था कि आज जल्दी आ जाऊंगा, कूलर बनवाना है। सुबह 7 बजे देवी जी से फूल लेकर आया। पिता से कहा- भूख लगी है, समोसा लेकर आता हूं। नाश्ता करके निकला तो मैंने पूछा कहां जा रहे हो। बोला-साहब बुला रहे हैं। बाद में पता चला कि पुलिस ने पकड़ लिया है। घर गिराने वालों ने हमारी कोई सुनवाई नहीं की। आए और घर गिराने लगे। यह घर पुश्तैनी है। आरोपी रवि दो बच्चों का पिता आरोपी रवि भी शादीशुदा है। अभी उसके बच्चे नहीं हैं। रवि के अलावा उसके चार और भाई भी है। चाचा कृषि उपज मंडी में उपाध्यक्ष रह चुके हैं। रवि मंदिर प्रबंध समिति में लेबर था। इनकी ड्यूटी कभी सीढ़ियों पर तो कभी किसी और काम में लगा दी जाती थी। घटना वाले दिन गुरुवार को उसे कुछ दुकानदारों ने घटना स्थल की तरफ जाते देखा था। पड़ोसियों का कहना है कि उसे देखकर ऐसा नहीं लगता था कि इस प्रकार का काम कर सकता है। अब तक उसके बारे में ऐसी कोई जानकारी तो सामने नहीं आई थी। आंतरिक अंगों में चोट थी, ऑपरेशन करना पड़ा संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को सतना से रेफर होकर पीड़िता हमारे यहां लाई गई थी। उसे भर्ती करने के बाद शाम तक जांचें की गई। आंतरिक अंगों में चोटें थीं, इसलिए शाम को डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। सर्जरी के बाद रात करीब 11 बजे उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। यहां एनेस्थीसिया एक्सपर्ट और सर्जन की टीम लगातार नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल स्थिति स्थिर है। बच्ची अभी होश में है और उसकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। टीआई बोले- मैहर अस्पताल में लकड़ी निकाली गई मैहर टीआई अनिमेष द्विवेदी ने बताया कि बच्ची की हालत ठीक नहीं थी। उसके शरीर पर काफी चोटें थीं। उसे सिविल अस्पताल मैहर ले जाया गया, जहां लेडी डॉक्टर ने उसका इलाज शुरू किया। उसके प्राइवेट पार्ट से लकड़ी भी निकाली गई। हालत को देखते हुए उसे रीवा रेफर कर दिया गया। मैहर की देवी जी चौकी में ही पीड़िता ने आरोपियों के नाम बताए थे, लिहाजा बिना देर किए आरोपियों को घर के पास से ही पकड़ लिया गया। पीड़िता को उनकी तस्वीरें दिखाकर आरोपियों की पहचान भी कराई गई। शनिवार को प्रशासन की संयुक्त टीम ने दोनों आरोपियों के घर ढहा दिए। अतुल गोशाला का कर्मचारी, रवि मंदिर में लेबर था निर्भया जैसे कांड की पुनरावृत्ति करने वाले दोनों आरोपियों रवि (30) और अतुल (29) को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 अगस्त तक न्यायिक अभिरक्षा में मैहर उप जेल भेज दिया गया है। इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी मैहर मंदिर प्रबंध समिति के कर्मचारी थे। दोनों आरोपियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। अतुल बढोलिया पिता सुरेश बढोलिया उसी गोशाला के काम करता था, जिसके पास जंगल में उसने रवि कुमार रवि पिता बिहारीलाल के साथ मिलकर नाबालिग के साथ दरिंदगी दिखाई, जबकि रवि समिति में लेबर था। अतुल के पिता नगर रक्षा समिति के अध्यक्ष रहे हैं। उसका घर घटनास्थल से लगभग 3 किमी दूर किला रोड पर है, जबकि आरोपी रवि अरकंडी का रहने वाला है। दोनों के पक्के मकानों को शनिवार सुबह ध्वस्त कर दिया गया। अगर हालत बिगड़ी तो एयरलिफ्ट की है तैयारी मैहर गैंगरेप में शिकार पीड़िता के पल-पल की जानकारी राज्य सरकार ले रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चीफ सेक्रेटरी को पीड़िता के इलाज में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में रीवा कमिश्नर अनिल सुचारी के निर्देश में श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मनोज इंदुलकर, संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा और एचओडी एवं गायनोलॉजिस्ट डॉ. कल्पना यादव हर घंटे में मरीज से मिलकर अपडेट ले रही हैं। ऐसी जानकारी भी समाने आई है कि कंडीशन बिगड़ने पर बच्ची को एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाया जाएगा। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि एयरलिफ्ट जैसी स्थिति नहीं है। बच्ची तेजी से रिकवर कर रही है।
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पहले शो में कोई नहीं हंसा, साल भर घर बैठी; सफेद बाल-साड़ी में शो किया बनी ‘वायरल मम्मी’
के ‘ये मैं हूं’ में बात स्टैंडअप कॉमेडियन, पेंटर, मॉडल और ‘वायरल मम्मी’ हर प्रिया बैंस की।
कुछ दिन पहले सफेद बाल, साड़ी पहने हाथ में माइक लिए एक महिला वायरल हुई। वह हाउस वाइफ का मजाक उड़ाने वालों का मजाक बना रही थी। स्टैंडअप कॉमेडी की दुनिया में साफ-सथुरे जोक्स से ऑडियंस को हंसाने वाली वह महिला अपने उम्र के चौथे दशक में है। उनके लिए उम्र बस एक नंबर है क्योंकि उनके हौसले युवाओं से भी बुलंद हैं। आज के ‘ये मैं हूं’ में बात स्टैंडअप कॉमेडियन, पेंटर, मॉडल और ‘वायरल मम्मी’ हर प्रिया बैंस की… घर की तीन पीढ़ियों को फौज का हिस्सा बनते देखा मैं एक आर्मी ऑफिसर की बेटी और पोती हूं। मेरे घर में बहुत सारे लोग फौज में रहे हैं। घर में तीन पीढ़ियां फौज का हिस्सा रही हैं। मैं कह सकती हूं कि मैं हार्डकोर फौजी बच्ची रही हूं। मेरा पूरा बचपन फौजी कैंटोनमेंट (छावनी) में घूम-घूमकर बीता है। सच में, वे दिन बहुत सुंदर रहे। मैं पापा के साथ अलग-अलग जगह घूमती। अच्छी परवरिश, नई जगह, नए लोग सब शानदार रहा। फौजी की बेटी होना मेरे लिए गर्व, खुशी और बेहतरीन अनुभव रहा। मेरे परदादा वॉर प्रिजनर रहे हैं और वर्ल्ड वॉर-2 में हिस्सा ले चुके हैं। वैसे, मेरा परिवार सिर्फ फौज से ही नहीं बल्कि स्पोर्ट्स से भी जुड़ा था। पापा से सीखा है कि उम्र तो बस एक नंबर है मेरे पापा इंटरनेशनल पोलो प्लेयर रह चुके हैं। उन्होंने अपनी आर्मी टीम के लिए 30 साल पोलो खेला, जिसके लिए उन्हें विशेष सेवा मेडल भी मिला। मेरे पिता ने अपनी लाइफ में बहुत हासिल किया। मैंने अपने पापा से सीखा कि उम्र तो बस एक नंबर है। किसी भी उम्र में कुछ करने की ललक के अलावा पापा से मैंने अनुशासन भी सीखा। अभी मेरे पिता 80 साल के हैं और इस उम्र में भी वह काफी एक्टिव हैं। 2016 रियो ओलंपिक में मेरे पापा ने वालंटियरी एक्स ऑफिसर के तौर पर अप्लाई किया और उन्हें वहां बुलाया भी गया। मेरे अंदर कुछ नया करने का जुनून मां से आया है मेरी मां एक होममेकर रहीं। कुछ समय के लिए वो टीचिंग प्रोफेशन से जुड़ीं। अंदर से वह एक आर्टिस्ट रही हैं। हालांकि वह किसी प्रोफेशन से बंधी नहीं। वह पेंटिंग का भी शौक रखती थीं। मेरे और मेरे भाई में क्रिएटिविटी मेरी मां की देन है। मम्मी को किताब पढ़ना और म्यूजिक सुनना पसंद था। घर में उनका रेडियो हमेशा ऑन रहता था। पढ़ना, अच्छा संगीत ये गुण हमारे अंदर मां की वजह से हैं। वह कई कल्चरल इवेंट से भी जुड़ी रहतीं। मां हमेशा हमें नए शो, फिल्में, किताबें या एक्टर्स के बारे में बताती थी। वो हमें सिखाती थीं कि क्या देखना चाहिए और क्या नहीं। आज भी मैं और मेरी मां इन सारी चीजों पर बात करती हैं। कॉरपोरेट कल्चर में काम करके जाना जिंदगी कितनी टफ मेरी पढ़ाई जयपुर की महारानी गायत्री देवी गर्ल्स स्कूल से हुई। मैं पांच साल बोर्डिंग स्कूल में भी रही हूं। फिर मैंने अपने होमटाउन जालंधर के एपीजे कॉलेज बैचलर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया। मेरी दिलचस्पी एडवर्टाइजमेंट फील्ड में काम करने की रही तो मैंने दिल्ली से इसका पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कोर्स किया। उसके बाद मैंने तीन साल तक मैंने एक एड एजेंसी के लिए काम भी किया। एड एजेंसी में काम करने के दौरान समझ आया कि लाइफ कितनी कठिन है। लेकिन मेरा ओवरऑल एक्सपीरियंस अच्छा रहा। कॉरपोरेट कल्चर कैसे काम करता है यह भी समझ आया। क्रिएटिव लोगों के साथ काम करने का मौका मिला। हाई प्रेशर जॉब था। लेट नाइट, कभी-कभी तो सारी रात भी काम करना पड़ता। इतना बिजी शेड्यूल था कि एक तरह से मैंने मन ही मन डिसाइड कर लिया कि मुझे कॉरपोरेट के लिए काम नहीं करना। फौजी से शादी नहीं करनी थी, लेकिन हो गई जॉब के दौरान मेरी शादी की भी बात चल रही थी। पहले कुछ वजह से मैं फौजी से शादी नहीं करना चाहती थी। मुझे लगता था कॉरपोरेट नौकरी वाले से ही शादी करूंगी। लेकिन वहां काम करके समझ आया कि यहां कोई लाइफ नहीं है। मेरी एक टिपिकल अरेंज्ड मैरिज हुई। न्यूजपेपर एड से होने वाली शादी। मेरे पति आर्मी में कैप्टन थे। शादी के बाद मैंने जॉब छोड़ पति के साथ जाने का फैसला किया। उस वक्त उनकी पोस्टिंग महू में थी। वहां एक बहुत ही छोटा आर्मी कैंटोनमेंट है। वहां मेरी लाइफ बहुत अच्छी थी। जीवन में बहुत शांति थी। आर्मी वाइफ के लिए करने को बहुत कुछ होता है। वहां बहुत सारे कोर्स होते हैं, वालंटियर एक्टिविटी होती है। बहुत सारे ऐसे जवान होते हैं, जो ग्रामीण परिवेश से आते हैं। उनकी पत्नियां भी उसी परिवेश से आती हैं। ऐसे में वालंटियर एक्टिविटी के जरिए हम उन्हें एकजुट करते हैं। आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े कई काम किए शादी के बाद मैंने देखा कि कैसे सारे फौजी एक परिवार की तरह रहते हैं। हमारी जिम्मेदारी होती है कि सबको साथ लेकर चलें। ऐसे में जब ऑफिसर्स और जवान बिजी होते हैं तो ऑफिसर की वाइउ जवानों के परिवार की देखरेख करने और आगे बढ़ने में उनकी मदद करतीं। आर्मी ऑफिसर्स की पत्नियां ऑटोमैटिक आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन ( AWWA) का हिस्सा बन जाती हैं। इसके जरिए हम जवानों की बीवियों के लिए वोकेशनल लर्निंग कोर्स, सिलाई-कढ़ाई, इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स, कंप्यूटर लर्निंग के अलावा बहुत सारे कोर्स कंडक्ट कराते थे। हम जवानों की पत्नियों को पर्सनल हाईजीन से लेकर महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कई विषयों की जानकारी देते थे। आर्मी अफसरों की बीवियों से मिलकर कई तरह का खाना बनाना सीखा मेरे अंदर हमेशा से सीखने की ललक रही है। अगर मेरे पास समय होता है तो मैं नई चीजें सीखती हूं। मैंने आर्मी लाइफ को बहुत एंजॉय किया है। आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़ने के बाद मैंने तरह-तरह का खाना बनाना सीखा। शादी के तीन साल बाद मेरी पहली बेटी हुई। उसके बाद मेरे अंदर और बदलाव आया। मदरहुड ने मुझे काफी कुछ सिखाया। उस दौरान न मैंने कोई कोर्स किए और न जॉब। उस दौरान मैं खूब पढ़ती और अपनी बच्ची को संभालती थी। बेटी के जन्म के बाद मैंने पेंटिग जारी रखी। महू आर्मी क्लब में मैंने अपनी पहली पेंटिंग प्रदर्शनी भी की थी। 20 पेंटिंग का एग्जीबिशन था, जिसमें पहले दिन ही 12 बिक गईं। उसके बाद मुझे काफी ऑर्डर आते रहे हैं। मैंने एम्ब्रायडरी का काम भी सीखा। पति ने यूएन गए तो मैं वापस जॉब पर लौटी जब मेरी बेटी 3 साल की थी, तब मेरे पति को यूएन मिशन के लिए बुलाया गया। जिसके लिए उन्हें विदेश जाना पड़ा। यूनाइटेड नेशंस कमीशन के जरिए फौजी को एक साल के लिए अफ्रीकी या किसी और देश में अपनी सेवा देनी होती है। मेरे पति को आइवरी कोस्ट में पोस्टिंग मिली। आइवरी कोस्ट के बाद फिर उन्हें सीधे नॉर्थ ईस्ट भेज दिया गया। ऐसे में मैं पठानकोट के बाद दिल्ली सास-ससुर के पास आ गई। चार साल मैं दिल्ली में रही। उस दौरान मेरी बेटी स्कूल जाने लगी तो मैंने २००८ में ऑनलाइन जॉब करना शुरू किया। मैं उन दिनों वर्क फ्रॉम होम कर रही थी। मैंने सेल्स से शुरू किया था और जब छोड़ते वक्त मैं ब्रांड मैनेजर थी। जॉब के साथ मैं पति के साथ अलग-अलग जगहों पर जाती रही, जैसे हैदराबाद, फिर जम्मू। जम्मू मेरे पति की पोस्टिंग कर्नल पोस्ट पर हुई, तब जाकर मैंने अपनी जॉब छोड़ दी। क्योंकि जैसे मैंने पहले बताया कि ऑफिसर की पत्नी पर भी कई जिम्मेदारियां आ जाती हैं। कमांडिंग ऑफिसर की पत्नी होने के नाते तो मुझ पर कई जिम्मेदारियां थीं। जवानों की पत्नियों को इंग्लिश सिखाना मेरे लिए खुशी का पल जब मैं वहां काम करती तो मैं जवानों की पत्नियों से पूछती कि वो क्या सीखना चाहती हैं तो अधिकांश महिलाओं ने कहा- मैम, हमें इंग्लिश सिखा दीजिए। जब हम अपने बच्चों के स्कूल में जाते हैं तो बहुत दिक्कत होती है। इंग्लिश मेरे लिए छोटी बात थी, ये किसी के लिए प्रॉब्लम हो सकती है, ये मैं सोच भी नहीं सकती। मैंने उनके लिए स्पीकिंग इंग्लिश कोर्स डिजाइन किया। बाद में उनमें से कई महिलाओं ने आकर बताया कि अब वो पेरेंट्स-टीचर मीट में जाती हैं तो उन्हें दिक्कत नहीं होती। सामने वाला क्या कह रहा है, वो समझ भी पाती हैं और इंग्लिश में जवाब देती हैं। मेरे लिए वो पल सबसे ज्यादा खुशी का था। गोवा में पति की पोस्टिंग हुई तो स्टैंडअप कॉमेडी का पता चला सौभाग्य से मेरे पति की पोस्टिंग बहुत-बहुत अच्छी जगहों पर होती रही। कुछ सालों के लिए हम शिमला और गोवा भी रहे। मेरी स्टैंडअप कॉमेडी की यात्रा की शुरूआत गोवा से हुई। उस वक्त देश में स्टैंडअप कॉमेडी देश के लिए नई चीज थी। और जो लोग कर रहे तो वो काफी पॉपुलर हो रहे थे। गोवा में जब ऐसा कोई शो होता था, मैं जाकर देखती थी। मेरे अंदर तभी से इसका कीड़ा कुलबुलाने लगा था। मुझे लगने लगा कि यही तो मुझे भी करना है। वैसे तो मैं हमेशा से रेडियो जॉकी बनना चाहती थी, लेकिन कई बार ऑडिशन में रिजेक्ट हो चुकी थी। स्टेज फियर मेरे अंदर कभी नहीं था। स्कूल में भी मैं ऐसी ही थी कि स्टेज पर जाने के लिए हमेशा तैयार रहती। इसलिए मैं इस फील्ड में आ गई। मेल कॉमेडियन हाउस वाइफ की बात पुरूषों के नजरिए से कर रहे थे मैं हमेशा से मिलनसार रही हूं। बहुत बातूनी, दोस्तों को हंसाने वाली। स्टैंडअप में रूचि आने के बाद मैंने खूब रिसर्च की। मैंने देखा कि देश में वुमन कॉमेडियन क्या कर रही हैं। मैरिज और बच्चों पर मेल कॉमेडियन ही थोड़ी बहुत कॉमेडी कर रहे थे, वो भी पिता और पति के नजरिए से। मां, पत्नी क्या सोचती हैं, इस एंगल से कोई कुछ नहीं कर रहा था। मैंने इसी नजरिए से लिखना शुरू किया। मैंने अपनी स्क्रिप्ट में अपने और बाकी महिलाओं के अनुभवों को लिखा। पहले शो में कोई भी नहीं हंसा तो एक साल घर बैठ गई साल 2018 में हैदराबाद में अपना पहला ओपन माइक किया। वह शो बहुत बढ़िया रहा। लेकिन अगले दिन जो शो किया, उसमें कोई भी नहीं हंसा। फिर एक साल मैंने कुछ नहीं किया। साल २०१९ में जब मेरे पति की पोस्टिंग दिल्ली हुई तो मैंने दोबारा स्टैंडअप कॉमेडी शुरू की। यहां मौके भी बहुत थे। मैं पांच साल से स्टैंडअप कॉमेडी लगातार कर रही हूं। दिल्ली के हर कॉमेडी क्लब के दरवाजे खटखटाए। पांच मिनट के स्लॉट से प्राइवेट शो तक पहुंची हूं। इसी साल मई में मेरा पहला वीडियो ‘कैरी ऑन मॉम’ रिलीज हुआ। शो करना अलग बात है। वीडियो पोस्ट करने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए। आपको डर रहता है कि लोग आपको कैसे जज करेंगे। आपके जानने वाले भी देखेंगे। मैं H&M की सीईओ नहीं बल्कि हाउसवाइफ और मदर हूं मैंने पांच साल पहले जब स्क्रिप्ट लिखी, तब मैंने अपने लिए सीईओ ऑफ H&M टैग लिखा और अपने वायरल वीडियो में उसका इस्तेमाल किया। उस टैग को पहले भी इस्तेमाल करती रही हूं लेकिन लोगों को समझ ही नहीं आता था। कई बार तो लोग सच में मुझे क्लोदिंग ब्रॉड H&M की सीईओ समझ लेते हैं। तीसरे दिन मेरा इंस्टाग्राम का इनबॉक्स फुल हो गया मेरे वीडियो में H&M का मतलब हाउसवाइफ और मदर है। मुझे इंस्टाग्राम पर स्टोर की कंप्लेन करने लगते हैं। खैर, जब मैंने 15 मिनट के लंबे वीडियो से बस मम्मियों वाला पार्ट इंस्टा रील पर डाला तो पहले दिन अच्छा रिस्पांस मिला। लेकिन तीसरे दिन तो मेरा इनबॉक्स, और फीड कमेंट और लोगों के मैसेज से भर गया। अधिकांश महिलाओं ने लिखा कि आपने तो हमारी दिल की बात कह दी। उस वीडियो ने मुझे वायरल मम्मी का खिताब दिलाया।
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इसमें 360 किलो वजन वाला DS-SAR, जो हर मौसम में दिन-रात हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें लेगा
ISRO Launch Of Singapores's Earth Observation Satellite भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से सिंगापुर की सात सैटेलाइट को आज सुबह 6.30 बजे लॉन्च किया गया
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से सिंगापुर की सात सैटेलाइट को आज सुबह 6.30 बजे लॉन्च किया गया। यह लॉन्चिंग 44.4 मीटर लंबे PSLV-C56 रॉकेट से की गई है। PSLV की यह 58वीं उड़ान है। भेजे गए सात सैटेलाइटों में सबसे अहम 360 किलो का DS-SAR सैटेलाइट है। DS-SAR सैटेलाइट का क्या है काम DS-SAR सैटेलाइट को सिंगापुर की रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एजेंसी (DSTA) और सिंगापुर के ही ST इंजीनियरिंग के बीच साझेदारी के तहत डेवलप किया गया है। सिंगापुर सरकार की विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह से प्राप्त होने वाली तस्वीरों संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस उपग्रह का उपयोग किया जाएगा। DS-SAR में ‘इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज’ (IAI) के डेवलप किए गए ‘सिंथेटिक अपर्चर रडार’ (SAR) पेलोड हैं। ये छह सैटेलाइट भी लॉन्च हुईं... इसरो से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... चंद्रयान-3 ने 5वीं बार बदली ऑर्बिट:अब 1 अगस्त को चांद की तरफ निकलेगा, 23 अगस्त को सतह पर उतरेगा लैंडर इसरो के वैज्ञानिकों ने मंगलवार को चंद्रयान-3 की पांचवी और आखिरी अर्थ बाउंड ऑर्बिट रेजिंग प्रोसेस सक्सेसफुली पूरी की। चंद्रयान अब 127609 km x 236 km की ऑर्बिट में है। इसका मतलब है कि चंद्रयान ऐसी अंडाकार कक्षा में घूम रहा है, जिसकी पृथ्वी से सबसे कम दूरी 236 km और सबसे ज्यादा दूरी 127609 km है। अब स्पेसक्राफ्ट 31 जुलाई और 1 अगस्त की मध्यरात्रि स्लिंग शॉट के जरिए पृथ्वी की कक्षा छोड़कर चंद्रमा की ओर बढ़ेगा। 5 अगस्त को चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंचेगा। 23 अगस्त को ये चंद्रमा पर लैंड करेगा। पूरी खबर पढ़ें...
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रेल मंत्रालय में 111 वैकेंसी, AIIMS में आवेदन की आज आखिरी डेट
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। राजस्थान हाईकोर्ट में स्टेनोग्राफर के 277 पदों पर वैकेंसी है। Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (30 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। राजस्थान हाईकोर्ट में स्टेनोग्राफर के 277 पदों पर वैकेंसी है। आवेदन की शुरुआत एक अगस्त 2023 से होगी। रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (RITES) ने भारत के रेल मंत्रालय के तहत ड्राफ्ट्समैन सिविल इंजीनियर, पर्यावरण सामाजिक निगरानी विशेषज्ञ, जूनियर डिजाइन इंजीनियर के 111 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिया है। 7 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भुवनेश्वर AIIMS में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, स्टोर कीपर, कैशियर, कनिष्ठ प्रशासनिक सहायक, मेडिकल रिकॉर्ड तकनीशियन (रिकॉर्ड क्लर्क), वायरमैन, फार्मासिस्ट के 775 पदों के लिए वैकेंसी थी। अगर आप अभी तक अप्लाई नहीं कर सके हैं तो आज यानी 30 जुलाई लास्ट डेट है। BHU यानी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के 307 पदों पर भर्ती निकाली है। अप्लाई करने की लास्ट डेट कल यानी 31 जुलाई 2023 है। नेत्र परीक्षण अधिकारी के 157 पदों पर भर्ती निकली है। आवेदन की आखिरी डेट 7 अगस्त 2023 है। सिलेक्शन होने पर 25,500 रुपए से 81,100 रुपए हर महीना सैलरी मिलेगी। आइए, 5 नौकरियों की डिटेल्ड जानकारी आगे 5 ग्राफिक्स में जानते हैं। छठे ग्राफिक में करेंट अफेयर्स के 10 सवाल और उनके जवाब होंगे। आपने यहां 5 नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है, अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह खबर जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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तापमान बढ़ने से जमीन फैल या सिकुड़ रही, इससे बिल्डिंग की नींव कमजोर होती है
How Underground Climate Change is Affecting Multi-Storey Buildings साइंटिस्ट्स का कहना है कि धरती का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से अंडरग्राउंड क्लाइमेट चेंज हो रहा है। इसके लिए हमारे सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं हैं
साइंटिस्ट्स का कहना है कि धरती का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से अंडरग्राउंड क्लाइमेट चेंज हो रहा है। इसके लिए हमारे सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं हैं। आसान शब्दों में कहें तो शहरों में बन रहीं बहुमंजिला इमारतें अंडरग्राउंड क्लाइमेट चेंज के हिसाब से डिजाइन नहीं की गई हैं। इमारतों और अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन (भूमिगत परिवहन) से निकलने वाली गर्मी से धरती का तापमान हर 10 साल में 0.1 से 2.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ रहा है। जमीन के गर्म होने से उसका डिफॉर्मेशन (विरूपण) होता है। यानी जमीन या तो फैलने या सिकुड़ने लगती है। इस कारण इमारतों की नींव कमजोर पड़ने लगती है और इमारतों में दरार आ सकती है। इससे इनके तबाह होने का खतरा बढ़ जाता है। जमीन के ऊपर और नीचे के तापमान को स्टडी किया गया रिसर्चर और नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में सिविल एंड एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर एलेसेंड्रो रोटा लोरिया ने कहा- वर्तमान समय में तापमान के बढ़ने से जमीन का विरूपण हो रहा है। हमारा एक भी सिविल स्ट्रक्चर या इंफ्रास्ट्रक्चर इस बदलाव के लिए तैयार नहीं है। रिसर्चर लोरिया और उनकी टीम ने जमीन के ऊपर और नीचे के तापमान की स्टडी की। इसके लिए उन्होंने शिकागो शहर को लैब की तरह इस्तेमाल किया। शिकागो के उन इलाकों में सेंसर इंस्टॉल किए, जहां बहुमंजिला इमारतें और अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन हैं। इसी तरह वहां भी सेंसर लगाए गए, जहां ये अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन नहीं था। स्टडी में सामने आया कि जिन इलाकों में बहुमंजिला इमारतें और अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन हैं, वो हीट के लिहाज से कमजोर हैं। शिकागो में इमारतों के नीचे वाली जमीन 8mm तक सिकुड़ी स्टडी में ये भी पाया गया कि गर्मी के कारण शहर की जमीन 12 मिलीमीटर तक फैल गई। वहीं, बहुमंजिला इमारतों के नीचे वाली जमीन 8 मिलीमीटर तक सिकुड़ गई। रिसर्चर्स के मुताबिक, ये बदलाव काफी खतरनाक है। साइंटिस्ट्स के मुताबिक, गावों की तुलना में शहर आमतौर पर ज्यादा गर्म होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शहरों की इमारतों को बनाने में लगा रॉ मटेरियल सौर उर्जा और हीट को एबजॉर्ब कर लेता है। बाद में इसे वातावरण में रिलीज कर देता है। इस प्रोसेस को सालों तक स्टडी किया गया है। ग्लोबल टेम्परेचर बढ़ा, वजह- अल नीनो और CO2 अमेरिका के नेशनल सेंटर्स फॉर एनवायर्नमेंटल प्रेडिक्शन के मुताबिक, एवरेज ग्लोबल टेम्परेचर बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों ने इसकी वजह अल-नीनो और एटमॉसफियर में बढ़ती कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) बताई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ह्यूमन एक्टीविटीज भी तापमान बढ़ने की एक बड़ी वजह है। फॉसिल फ्यूल्स के जलने से हर साल 40 अरब टन CO2 पैदा होती है। इससे एयर पॉल्यूशन, ग्लोबल वॉर्मिंग यानी वैश्विक तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वैश्विक स्तर पर एनर्जी के लिए कोयला, क्रू़ड ऑयल और नेचुरल गैस का सबसे ज्यादा उपयोग होता है। दुनिया के कुल कार्बन उत्सर्जन में जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। क्या होता है अल नीनो अल नीनो एक वेदर ट्रेंड है, जो हर कुछ साल में एक बार होता है। इसमें ईस्ट पैसिफिक ओशन में पानी की ऊपरी परत गर्म हो जाती है। WMO ने बताया कि इस क्षेत्र में फरवरी में औसत तापमान 0.44 डिग्री से बढ़कर जून के मध्य तक 0.9 डिग्री पर आ गया था। ब्रिटानिका के मुताबिक अल-नीनो की पहली रिकॉर्डेड घटना साल 1525 में घटी थी। इसके अलावा 1600 ईस्वी के आसपास पेरू के मछुआरों ने महसूस किया कि समुद्री तट पर असामान्य रूप से पानी गर्म हो रहा है। बाद में रिसर्चर्स ने बताया था कि ऐसा अल-नीनो की वजह से हुआ था। पिछले 65 सालों में 14 बार अल-नीनो प्रशांत महासागर में सक्रिय हुआ है। इनमें 9 बार भारत में बड़े स्तर पर सूखा पड़ा। वहीं, 5 बार सूखा तो पड़ा लेकिन इसका असर हल्का रहा। कार्बन एमिशन से बढ़ रहा वैश्विक तापमान हर साल दुनिया भर से 4000 करोड़ टन कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन (कार्बन एमिशन) होता है। इससे एयर पॉल्यूशन, ग्लोबल वॉर्मिंग यानी वैश्विक तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वैश्विक स्तर पर एनर्जी के लिए कोयला, क्रू़ड ऑयल और नेचुरल गैस का सबसे ज्यादा उपयोग होता है। दुनिया के कुल कार्बन उत्सर्जन में जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। एमिशन को कम करने के लिए हमें कोयले पर निर्भरता कम करनी होगी। ये खबरें भी पढ़ें... 20 साल में आसमान से गायब हो सकते हैं तारे:साइंटिस्ट बोले- आकाश का रंग धुंधला हो रहा, हर साल नाइट स्काई ब्राइटनेस 10% बढ़ रही साइंटिस्ट्स का कहना है कि आने वाले 20 सालों में लोग तारे नहीं देख सकेंगे। उन्होंने इसकी वजह लाइट पॉल्यूशन को बताया है। 'द गार्डियन' के मुताबिक, ब्रिटिन में रहने वाले खगोलशास्त्री (एस्ट्रोनॉमर) मार्टिन रीस ने कहा- लाइट पॉल्यूशन के कारण आकाश का रंग धुंधला हो रहा। आसान शब्दों में कहें तो अब आकाश का रंग काला नहीं हल्का ग्रे दिखाता है। कुछ ही तारे दिखाई देते हैं। पढ़ें पूरी खबर... अफ्रीका में सूखा पड़ने की आशंका 100% बढ़ी:ग्लोबल वॉर्मिंग से तापमान तेजी से बढ़ रहा, फसलें जल रहीं; जानवरों की भी मौत क्लाइमेट चेंज की वजह से ईस्ट अफ्रीका में सूखा पड़ने की आशंका 100% बढ़ गई है। इसका खुलासा वर्ल्ड वेदर एट्रिब्यूशन (WWA) की रिपोर्ट में हुआ है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, WWA की रिपोर्ट में कहा गया है कि ढाई साल से अफ्रीका में एवरेज से कम बारिश हुई और ज्यादातर वक्त मौसम गर्म रहा। इस वजह से फसलें मुरझा गईं और जल गईं। कई जानवरों की मौत भी हो गई। पढ़ें पूरी खबर... 2030 तक खत्म हो सकते हैं आर्कटिक के ग्लेशियर:दुनिया से 2.72 लाख टन बर्फ गायब, 20% आबादी को पानी इन्हीं से मिलता है एक रिसर्च में सामने आया है कि 2030 तक आर्कटिक महासागर के ग्लेशियर पूरी तरह गायब हो सकते हैं, यानी सात साल बाद गर्मियों में यहां बर्फ नजर नहीं आएगी। आर्कटिक दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में चार गुना तेजी से गर्म हो रहा है। पिछले 40 साल में गर्मी के बाद रहने वाली मल्टी लेयर बर्फ 70 लाख वर्ग किमी से घटकर 40 लाख वर्ग किमी ही रह गई है। पढ़ें पूरी खबर...
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बचपन में रॉड से पीटते थे पिता, अंतिम संस्कार में नहीं गए, अफेयर के कारण टूट गई शादी
मिस्टर World Most Famous Bodybuilder And Actor Arnold Schwarzenegger Birthday Special Story; करियर में उन्होंने संघर्ष कर सफलता हासिल कर ली, लेकिन अफेयर की वजह से उनका पूरा परिवार बिखर गया और 25 साल की शादी भी खत्म हो गई।
दुनिया के सबसे फेमस बॉडी बिल्डर और एक्टर अर्नोल्ड श्वार्जनेगर का आज 76वां बर्थडे है। आज हम पूरी दुनिया में जो बॉडी बिल्डिंग का क्रेज देखते हैं, उसके पीछे इसी लीजेंड का योगदान रहा है। बाॅडी बिल्डिंग में 5 बार मिस्टर यूनिवर्स और 7 बार मिस्टर ओलंपिया का खिताब इन्हीं के पास है। कॉनन द बारबैरियन और द टर्मिनेटर जैसी फिल्मों में अपने रोल के कारण अर्नोल्ड ने हॉलीवुड में एक एक्शन हीरो के रूप में अपनी पहचान बनाई। बचपन से लेकर उनका यहां तक सफर कई तरह के संघर्षों से भरा रहा। पिता को शक था कि अर्नोल्ड उनकी संतान नहीं हैं। छोटी सी गलती करने पर उन्हें खूब मार पड़ती। बॉक्सर के पोस्टर लगाने पर पिता गे समझकर उन्हें मारते भी थे। करियर में उन्होंने संघर्ष कर सफलता हासिल कर ली, लेकिन अफेयर की वजह से उनका पूरा परिवार बिखर गया और 25 साल की शादी भी खत्म हो गई। पढ़िए अर्नाल्ड श्वार्जनेगर के बर्थडे पर उनकी लाइफ के दिलचस्प फैक्ट्स… पिता अर्नोल्ड को बायोलॉजिकल बेटा नहीं मानते थे अर्नोल्ड श्वार्जनेगर का जन्म 30 जुलाई 1947 को ऑस्ट्रिया में हुआ था। पिता गुस्ताव पुलिस ऑफिसर थे। अर्नोल्ड ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके पेरेंट्स बहुत सख्त थे। अगर वो और उनके बड़े भाई कोई गलती कर देते थे, तो दोनों की रॉड से पिटाई होती थी। अर्नोल्ड और उनके पिता के रिश्ते में हमेशा खटास रही। पिता बड़े बेटे मीनहार्ड को अर्नोल्ड की तुलना में ज्यादा प्यार करते थे। उन्हें शक था कि अर्नोल्ड उनके सगे बेटे नहीं हैं। पिता को शराब की लत थी। इसी वजह से अर्नोल्ड अगर छोटी सी भी गलती कर देते तो, पिता उन्हें बहुत पीटते थे। 14 साल की उम्र में शुरू की बॉडी बिल्डिंग पिता से ही इंस्पायर होकर उन्होंने कम उम्र से ही स्पोर्ट्स में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। पढ़ाई में उनका मन बिल्कुल नहीं लगता था। 14 साल की उम्र से ही उन्होंने बॉडी बिल्डिंग शुरू कर दी थी। उनके पिता चाहते थे कि वो उन्हीं की तरह पुलिस ऑफिसर बनें। स्पोर्ट्स और बॉडी बिल्डिंग के प्रति बेटे के जुनून को देख पेरेंट्स परेशान रहने लगे। उनका मानना था कि इस वजह से अर्नोल्ड का फ्यूचर बर्बाद हो जाएगा। हालांकि, पिता ने उन्हें बॉडी बिल्डिंग से कभी रोका भी नहीं। मेल बाॅडी बिल्डर्स की तस्वीर लगाने पर पेरेंट्स गे समझते थे अर्नोल्ड ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्होंने बॉडी बिल्डिंग शुरू की, उस वक्त लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। वो मोटिवेशन के लिए कमरे में मेल बॉडी बिल्डर्स की तस्वीरें लगाते थे। इस वजह से पेरेंट्स को उनकी सेक्सुएलिटी पर शक होने लगा। उन्हें लगता था कि अर्नोल्ड गे हैं और उन्हें लड़कियों में कोई दिलचस्पी नहीं है। इस वजह से भी कई बार पिता ने उनकी पिटाई कर दी थी। वहीं मां इतनी परेशान हो गई थीं कि उन्होंने अर्नोल्ड को दिखाने के लिए डॉक्टर को बुला लिया। उन्होंने डॉक्टर से कहा- मेरे बेटे को कुछ हो गया है। कमरे की दीवार पर उसने सिर्फ आदमियों की तस्वीरें लगा रखी हैं। सेना की ड्यूटी सही से ढंग से ना पूरा करने पर एक साल जेल में रहे जब अर्नोल्ड 18 साल के हुए तो वह देश की सेवा के लिए ऑस्ट्रियन आर्मी में भर्ती हो गए। ऑस्ट्रिया में देश की सेवा के लिए युवाओं को कुछ साल सेना में बिताना जरूरी होता था। अर्नोल्ड सेना में शामिल तो हो गए, लेकिन उनका ध्यान बॉडी बिल्डिंग में ही लगा रहता था। सेना में काम के दौरान ही वो जूनियर मिस्टर यूरोप में पार्टिसिपेट करने चले गए और विनर भी बने। इस वजह से उन्हें सेना का काम ढंग से पूरा ना करने पर एक साल की सजा सुनाई गई। कम उम्र में मिस्टर यूनिवर्स और मिस्टर ओलंपिया का खिताब जीता बॉडी बिल्डिंग में अर्नोल्ड के आइडियल रेग पार्क थे, जिनसे वो हमेशा से मिलता चाहते थे। रेग पार्क तीन बार बाॅडी बिल्डिंग में मिस्टर यूनिवर्स कॉम्पिटिशन जीत चुके थे। कुछ मुलाकातों के बाद दोनों अच्छे दोस्त बन गए। रेग पार्क अर्नाल्ड के मेंटर बने और उन्हें ट्रेन भी किया। 20 साल की उम्र में अर्नोल्ड सबसे कम उम्र के बाॅडी बिल्डिंग में मिस्टर यूनिवर्स का खिताब जीतने वाले बने। ये टाइटल उन्होंने पांच बार और जीता। इसके साथ ही उन्होंने मात्र 23 साल की उम्र में 1970 में बाॅडी बिल्डिंग में मिस्टर ओलंपिया का खिताब भी जीता, जिससे वो अब तक के सबसे कम उम्र के मिस्टर ओलंपिया भी बन गए। ये खिताब अर्नोल्ड ने 7 बार जीता था। भाई-पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए साल 1971 और 1972 अर्नोल्ड के परिवार के लिए अच्छा नहीं रहा। उनके बड़े भाई मीनहार्ड की एक एक्सीडेंट में मौत हो गई। पिता के साथ अच्छे रिश्ते नहीं होने की वजह से वो भाई के अंतिम संस्कार में नहीं गए थे। कई रिपोर्ट्स ने दावा किया था उनका भाई नशे में धुत्त होकर कार चला रहा था जिससे एक्सीडेंट हुआ और मौत हो गई। भाई की मौत के ठीक एक साल बाद दिसंबर 1972 में उनके पिता का ब्रेन स्ट्रोक से निधन हो गया। पिता के अंतिम संस्कार में भी वो नहीं गए थे। परफॉर्मेंस सुधारने के लिए नशीली दवाओं का सेवन करते थे अर्नोल्ड ने खुलासा किया था कि बॉडी बिल्डिंग के दौरान उन्होंने स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया था। NBC न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें अतीत में ड्रग्स का इस्तेमाल करने का कोई पछतावा नहीं था। अर्नोल्ड ने कहा था- मुझे इस बात का कोई पछतावा नहीं था, क्योंकि उस समय ये बाजार में नया आया था। हालांकि, इसका उपयोग मैंने डॉक्टरों की देखरेख में किया था। डिप्रेशन में भी रहे ‌‌BBC की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में एक फैन ने अर्नोल्ड को खत लिखा था। उस खत के जरिए फैन ने बताया था कि वो लंबे से डिप्रेशन में है, जिस वजह से वो जिम नहीं जा सकता। फैन ने अर्नोल्ड से गुजारिश की थी कि वो उसे मोटिवेट करने की कोई ट्रिक बताएं। फैन के जवाब में उन्होंने खत लिखा और बताया- हम सभी चुनौतियों से गुजरते हैं, हम सभी असफलताओं से गुजरते हैं, लेकिन हमें हार नहीं माननी चाहिए। जब हम परेशान चल रहे हों तो बिना किसी संकोच में अपनी करीबियों से मदद मांगनी चाहिए। खराब वक्त हर किसी की लाइफ में एक बार तो जरूर आता है। 1970 में सक्सेस मिलने के बाद भी अर्नोल्ड डिप्रेशन में रहे। जिस वजह से उन्होंने मेडिटेशन का सहारा लिया था। उन्होंने लगभग एक साल तक रोज मेडिटेशन किया और इस बुरे दौर से बाहर निकले। फिल्मों में आने का मजाक बनाते थे अर्नोल्ड को फिल्मों में काम आसानी से नहीं मिला था। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था,, फिल्म इंडस्ट्री में जो लोग कास्टिंग करते थे, वो मेरी बॉडी का मजाक उड़ाते थे। कहते थे कि ऐसी बॉडी की वजह से मैं एक्टर बनने के लायक नहीं। मेरे एक्सेंट का भी लोग मजाते उड़ाते थे। साथ ये भी कहते थे कि मेरा नाम इतना लंबा क्यों है। नौकरानी के साथ रही सीक्रेट रिलेशनशिप, बेटे का जन्म भी हुआ 26 अप्रैल 1986 को अर्नोल्ड ने मारिया श्राइवर से शादी की थी। मारिया अमेरिका राइटर और पत्रकार हैं। शादी के बाद मारिया और अर्नोल्ड चार बच्चों के पैरेंट बने। हालांकि, 25 साल बाद 9 मई 2011 को दोनों का तलाक हो गया। तलाक की वजह बनी अर्नोल्ड और उनकी नौकरानी की सीक्रेट रिलेशनशिप। 7 जून 2023 को रिलीज हुई डॉक्यूमेंट्री 'अर्नोल्ड’ में अर्नोल्ड ने इस बात का खुलासा किया कि 1996 में अर्नोल्ड का हाउस कीपर मिल्ड्रेड बेना के साथ अफेयर था। बेना और अर्नोल्ड की पत्नी लगभग एक साथ प्रेग्नेंट हुई थीं। मारिया और अर्नोल्ड के चौथे बेटे क्रिस्टोफर के जन्म के ठीक 5 दिन बाद बेना ने बेटे यूसुफ को जन्म दिया। इस वक्त तक ये बात मारिया को नहीं पता था कि बेना का बेटा अर्नोल्ड का ही है, लेकिन जैसे-जैसे मिल्ड्रेड का बेटा बड़ा होने लगा कि उसकी शक्ल काफी हद तक अर्नोल्ड से मिलती थी। जब यूसुफ 13 साल का हुआ तब उसे पता चला कि उसके बायोलॉजिकल फादर अर्नोल्ड हैं। इस बात की जानकारी उसे एक मीडिया रिपोर्ट से हुई थी। जब मारिया ने एक काउंसलिंग सेशन के दौरान अर्नोल्ड से पूछा कि क्या वो सच में यूसुफ के पिता हैं, तो वो घबरा गए। शुरुआत में वो शांत रहे, लेकिन उन्होंने ये बात कबूल ली कि हां युसुफ उनके ही बेटे हैं। उन्होंने मिल्ड्रेड के साथ अफेयर को अपनी लाइफ की सबसे बड़ी गलती बताया था। इस वजह से उनके परिवार में काफी हंगामा हुआ। उनकी गलती की सजा पूरे परिवार को भुगतनी पड़ी थी। अर्नोल्ड ने यह भी कहा था कि उन्हें बाकी जिंदगी इसी दर्द के साथ गुजारनी पड़ेगी। राजनीति में भी कदम रखा 2003 में अर्नोल्ड ने राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 7 अक्टूबर, 2003 को अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के 38वें गवर्नर के पद पर शपथ ली। इसके बाद 7 नवंबर, 2006 को वो फिर से चुने गए और दूसरी बार कैलिफोर्निया के गवर्नर बने। वो इस पद पर साल 2011 तक रहे। उनका राजनीतिक करियर विवादित रहा। शुरुआत में तो वो जनता के बीच बहुत पॉपुलर थे। कुछ लोग मानना था कि वो राष्ट्रपति बनने के काबिल थे, लेकिन समय के साथ उनकी पॉपुलैरिटी में कमी आ गई। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अर्नोल्ड सैलरी में ज्यादा कटौती करते थे जिस वजह से राज्य के कर्मचारी उन्हें पसंद नहीं करते थे। हालांकि, ऐसा वो पार्टी के दबाव पर करते थे। पार्टी चाहती थी कि वो सख्त बनें और कुछ लोगों चाहते थे कि वो उदार बनें। 6 महिलाओं ने लगाए थे गलत तरीके से छूने के आरोप जब अर्नोल्ड ने राजनीति में कदम रखा था, तब लॉस एंजिल्स टाइम्स ने एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। उस रिपोर्ट में लिखा था कि 6 महिलाओं ने आरोप लगाया था कि अर्नोल्ड ने उन्हें जबरदस्ती छुआ था। हाल में रिलीज हुई डॉक्यूमेंट्री 'अर्नोल्ड’ में इस आरोप पर भी अर्नोल्ड ने बात की। उन्होंने कहा, बस इतना कहूंगा कि ये चीज तब भी गलत थी और आज भी गलत हैं। मैं माफी मांगता हूं और स्वीकारता हूं कि उस वक्त मैंने गलत किया था। एक सफल बिजनेसमैन भी हैं अर्नोल्ड अर्नोल्ड ने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया। द लेजेंड ऑफ कॉनन, कनेक्टिकट में क्रिसमस जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया था। उन्होंने साथी बॉडी बिल्डर फ्रेंको कोलंबो के साथ एक ईंट बनाने का कारोबार शुरू किया था जिससे उन्हें काफी प्रॉफिट हुआ था। उन्होंने अपनी बॉडी बिल्डिंग की कमाई को कैलिफोर्निया रियल एस्टेट मार्केट में भी इन्वेस्ट किया था।
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इस बदलती दुनिया में हमें कैसा बनकर रहना चाहिए?
दुनिया में हर पल हर चीज बदल रही है। हमें हर समय एक समान नहीं रह सकते। समय के साथ हमें अपने विचार और व्यवहार दोनों में परिवर्तन लाना होगा। हम परिवर्तन को स्वीकार करके ही आगे बढ़ सकते हैं। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी
दुनिया में हर पल हर चीज बदल रही है। हमें हर समय एक समान नहीं रह सकते। समय के साथ हमें अपने विचार और व्यवहार दोनों में परिवर्तन लाना होगा। हम परिवर्तन को स्वीकार करके ही आगे बढ़ सकते हैं। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए इस बदलती दुनिया में हमें कैसा बनकर रहना चाहिए? आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
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एकाग्रता और संयम बनाए रखेंगे तो दुखों को जल्दी से जल्दी दूर किया जा सकता है, जल्दबाजी से दिक्कतें बढ़ जाती हैं
सुख हो या दुख, हमें हर परिस्थिति में धैर्य बनाए रखना चाहिए। दुख के दिनों में धैर्य खो देंगे तो मुश्किलें और ज्यादा बढ़ जाएंगी। सुख के दिनों में धैर्य नहीं रखेंगे तो उत्साह में गलतियां ज्यादा होंगी और बने-बनाए काम बिगड़ सकते हैं। quotes on success and happiness, prerak vichar, inspirational thoughts, we should focus on target to get success
सुख हो या दुख, हमें हर परिस्थिति में धैर्य बनाए रखना चाहिए। दुख के दिनों में धैर्य खो देंगे तो मुश्किलें और ज्यादा बढ़ जाएंगी। सुख के दिनों में धैर्य नहीं रखेंगे तो उत्साह में गलतियां ज्यादा होंगी और बने-बनाए काम बिगड़ सकते हैं। जीवन में सुख-शांति और सफलता चाहते हैं तो लक्ष्य बनाकर काम करें और असफल होने के बाद भी धैर्य के साथ फिर से प्रयास शुरू करें, तभी सफलता मिल सकती है। यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स...
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ऑफिस में अपनी जीवनशैली का मूल्यांकन करते हुए पता लगाएं कि वह कितनी स्वस्थ है
यूके में, जुलाई के मध्य में प्रकाशित एक सरकारी रिपोर्ट में नियोक्ताओं से आग्रह किया गया कि वे अपने कर्मचारियों की सेहत का खयाल रखें ताकि वे लम्बी अवधि के लिए बीमार न पड़ें। वहीं भारत में 2016 से शुरू करके छह वर्षों के अंतरालN. Raghuraman's column - Evaluating your lifestyle at office to find out how healthy it is
यूके में, जुलाई के मध्य में प्रकाशित एक सरकारी रिपोर्ट में नियोक्ताओं से आग्रह किया गया कि वे अपने कर्मचारियों की सेहत का खयाल रखें ताकि वे लम्बी अवधि के लिए बीमार न पड़ें। वहीं भारत में 2016 से शुरू करके छह वर्षों के अंतराल में पूर्ण किए गए एक अप्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि वर्कप्लेस-वेलनेस प्रोग्राम कर्मचारियों में बेहतर स्वास्थ्य को प्रचारित करने का किफायती तरीका हो सकते हैं, ताकि जीवनशैली के कारण होने वाली बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सके। संक्षेप में, पश्चिम हो या पूर्व, काम करने की जगह पर स्वास्थ्य के महत्व के प्रति जागरूकता पूरी दुनिया में ही बढ़ रही है। इंडियन सर्वे के मुताबिक वैज्ञानिकों ने एअर इंडिया, अशोक लीलैंड, भिलाई स्टील प्लांट, बोकारो स्टील प्लांट, एचएलएल लाइफकेयर, हुंडई, टीवीएस लुकास जैसे 11 कार्यस्थलों के 6,265 कर्मचारियों से बात की। यह अध्ययन जिन पांच राज्यों में किया गया था, वे हैं- केरल, तमिलनाडु, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा। इनमें 10 में से 9 कर्मचारी मोटापे या अधिक वजन से ग्रस्त थे और उनमें से आधे ऐसे थे, जो डायबिटीज के शिकार होने की कगार पर थे, जबकि उनमें से एक-तिहाई को हाइपरटेंशन था। कर्मचारियों से शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक करने को कहा गया। उनसे कहा गया कि वे मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्टिविटी या ब्रिस्क वॉकिंग करें। उनके कैंटीन-मेनु में भी बदलाव किया गया और भोजन की मात्रा घटा दी गई। उनके टहलने के लिए वॉकिंग-पाथ बनाए गए। साथ ही ब्रेक-टाइम इंटरवेंशन प्रोग्राम और ग्रुप एक्सरसाइज़ सत्रों का भी आयोजन किया गया। दो साल बाद किए गए परीक्षण के नतीजों से पता चला कि प्रतिभागिता करने वाले कर्मचारियों का स्वास्थ्य उन लोगों की तुलना में सुधरा है, जिन्होंने सत्रों में सहभागिता नहीं की थी। वैज्ञानिक इस अध्ययन से शोध पत्र लिख रहे हैं, जो भारतीय कम्पनियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा। अगर आपकी सेहत भी गिर रही है तो इससे पहले कि आप कार्यस्थल पर स्वस्थ रहने के महत्व को सीखें, अपने स्तर पर यह तो कर ही सकते हैं : 1. सम्भव हो तो मेट्रो स्टेशन से अपने मुकाम तक पैदल ही जाएं। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो कम से कम कुछ सीढ़ियां ही चढ़ें। 2. अगर आप यात्रा के दौरान बैठे रहे हैं तो काम शुरू करने से पहले स्ट्रेच करें। सीट से उठें और जब भी मौका मिले, स्ट्रेच करें। 3. डेस्क पर एक घंटा काम करने के बाद डेस्क पर ही आधारित कुछ मूव आपकी रीढ़ को गतिशील रखेंगे और कमर के निचले हिस्से और कंधों में बने रहने वाले तनाव से भी छुटकारा दिलाएंगे। 4. अगर आप लम्बे समय से बैठे हैं तो जूते निकाल दें और पिंडलियों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करें, पंजों को घुमाएं और पैरों के तलुओं पर धीमे-धीमे मसाज करें। चूंकि ऑफिस में इस्तेमाल की जाने वाली कुर्सियां सभी के लिए परफेक्ट नहीं होतीं, इसलिए बैठने की पोजिशंस भी समय-समय पर बदलते रहें। अगर पैरों में दर्द है तो उनके नीचे गोल्फ की गेंद रखकर उसे आहिस्ता से घुमाना भी राहत देता है। 5. डेस्क पर कोई हरा पौधा रखें। यह उत्पादकता बढ़ाता है और तनावमुक्त होने में मदद करता है। पेशेवर चिकित्सकों के साथ ही ऐसे व्यक्तियों से भी सलाह लें, जो शारीरिक गतिविधियों के विशेषज्ञ होते हैं, जैसे कि कोई योग-गुरु। और स्वयं को सेहतमंद बनाए रखें, क्योंकि आपके शरीर पर आपके बटुए से ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। फंडा यह है कि ऑफिस में अपनी जीवनशैली का मूल्यांकन करते हुए पता लगाएं कि वह कितनी स्वस्थ है।
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देवराज इंद्र ने किया था दुर्वासा के उपहार का अपमान, मुनि के शाप से देवराज इंद्र से छिन गया था स्वर्ग
शिव जी के 19 अवतारों में से एक था दुर्वासा अवतार। पुराने समय में महर्षि अत्रि और अनसूया (अनुसुइया) के यहां चंद्र देव, दत्तात्रेय और दुर्वासा मुनि का जन्म हुआ था। दुर्वासा मुनि को शिव जी का अवतार माना जाता है। devraj indra and durvasa muni story, Lord shiv story, life management tips, Devraj Indra had insulted Durvasa's gift,
शिव जी के 19 अवतारों में से एक था दुर्वासा अवतार। पुराने समय में महर्षि अत्रि और अनसूया (अनुसुइया) के यहां चंद्र देव, दत्तात्रेय और दुर्वासा मुनि का जन्म हुआ था। दुर्वासा मुनि को शिव जी का अवतार माना जाता है। वे बहुत ही क्रोधी स्वभाव के थे। अपने गुस्से की वजह से दुर्वासा मुनि ने देवराज इंद्र को भी शाप दिया था। जानिए पूरी कथा... एक दिन दुर्वासा मुनि विष्णु जी के पास पहुंचे। उस समय विष्णु जी ने दुर्वासा मुनि को अपनी दिव्य माला उपहार में दी। विष्णु जी से मिलकर दुर्वासा मुनि लौट रहे थे। तभी उन्हें रास्ते में देवराज इंद्र दिखाई दिए। इंद्र अपने ऐरावत हाथी पर सवार थे और दुर्वासा मुनि पैदल थे। इन दोनों ने एक-दूसरे को देख लिया। उस समय दुर्वासा जी ने सोचा कि विष्णु जी ने जो माला दी है, वह मेरे किसी काम की नहीं है। ये माला इंद्र को दे देता हूं। इंद्र स्वर्ग के राजा हैं तो इन गले में ये माला शोभा देगी। ऐसा सोचकर दुर्वासा मुनि ने विष्णु जी की माला इंद्र को उपहार में दे दी। देवराज इंद्र ने दुर्वासा जी से वह माला ले ली। उस समय देवराज इंद्र का अहंकार जाग गया। वह अपने ऐरावत हाथी पर बैठे हुए थे, स्वर्ग के राज-पाठ का घमंड था। इसी घमंड की वजह से इंद्र ने सोचा कि ये सामान्य सी माला मेरे काम नहीं आएगी। ये सोचकर इंद्र ने वह माला अपने ऐरावत हाथी के ऊपर डाल दी। ऐरावत ने अपनी सूंड से वह माला पकड़ी और पैरों से कुचल दी। ये सब दुर्वासा मुनि ने देख लिया, अपने उपहार का ऐसा अपमान देखकर वे क्रोधित हो गए। गुस्से में उन्होंने इंद्र से कहा कि आज तूने अपने राज-पाठ और पद के घमंड में मेरे उपहार का अनादर किया है, मैं तूझे शाप देता हूं, तेरा सारा वैभव चला जाएगा और तू स्वर्गहीन हो जाएगा। दुर्वासा मुनि के शाप से डरकर देवराज इंद्र ब्रह्मा जी के पास पहुंचे, उस ब्रह्मा जी ने इंद्र को समझाया कि ये सब आपके अहंकार की वजह से हुआ है। दुर्वासा मुनि का शाप सत्य होकर रहेगा। इसके बाद असुरों ने देवताओं पर आक्रमण कर दिया और देवता पराजित हो गए। इंद्र को स्वर्ग से जाना पड़ा था। लाइफ मैनेजमेंट इस कथा का संदेश यही है कि हमें कभी भी अपने पद, धन, घर-परिवार का अहंकार नहीं करना चाहिए। कभी किसी को छोटा न समझें। किसी के उपहार का अनादर न करें। अहंकार की वजह से रावण, कंस जैसे महाशक्तिशाली लोग भी नष्ट हो गए। इसलिए इस बुराई को जल्दी से जल्दी छोड़ दें।
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'U' सर्टिफिकेट देने में हिचक रहा बोर्ड; मेकर्स चाहते हैं बच्चे भी फिल्म देखें
Akshay Kumar Movie OMG Oh My God 2 CBFC Certificate  सोर्सेज ने कहा फिल्म को लेकर एक अहम डेवलपमेंट सोमवार को आ जाएगी। सेंसर बोर्ड और मेकर्स दोनों अपने रुख में लचीलापन ला रहे हैं
अक्षय कुमार की फिल्म OMG-2 अभी भी सेंसर बोर्ड में लटकी है। सोर्सेज की माने तो फिल्म को लेकर एक अहम डेवलपमेंट सोमवार को आ जाएगा। सेंसर बोर्ड और मेकर्स दोनों अपने रुख में लचीलापन ला रहे हैं। सेंसर बोर्ड फिल्म में कट लगाने की संख्या में भी कमी कर रहा है। हालांकि बोर्ड अभी भी फिल्म को U सर्टिफिकेट देने में हिचक रहा है। फिल्म के मुद्दे को देखते हुए मेकर्स भी डिस्क्लेमर रखने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि मेकर्स नहीं चाहते कि फिल्म को A सर्टिफिकेट मिले। फिल्म सेक्स एजुकेशन जैसे अहम मुद्दे पर बनी है। A सर्टिफिकेट मिलने से बच्चे फिल्म नहीं देख पाएंगे। मेकर्स का मानना है कि फिल्म में जो जानकारी दी गई, उसकी सबसे ज्यादा जरूरत बच्चों को ही है। फिल्म को मिल सकता है UA 13+ सर्टिफिकेट चूंकि मेकर्स इस बात पर अड़े हैं कि उन्हें UA सर्टिफिकेट ही चाहिए। इसे देखते हुए सेंसर बोर्ड अपनी नई पॉलिसी इस फिल्म के साथ लागू कर सकता है। इस हिसाब से फिल्म को UA 13+ सर्टिफिकेट मिल सकता है। इसके तहत 13 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे फिल्म देख सकेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि सर्टिफिकेशन पर सेंसर बोर्ड क्या फैसला लेता है। U सर्टिफिकेट देने से हिचक रहा सेंसर बोर्ड सोर्सेज के मुताबिक ,सेंसर बोर्ड काफी असमंजस की स्थिति में है। फिल्म इस बात की वकालत करता है कि स्कूलों में टीनएज के लिए सेक्स एजुकेशन होना चाहिए। हालांकि इस मसले में स्कूलों में अभी तक कोई नीति नहीं बन पाई है। इसी वजह से सेंसर बोर्ड फिल्म को U सर्टिफिकेट देने में हिचक रहा है। लिहाजा सेंसर बोर्ड और मेकर्स के बीच लगातार बातचीत जारी है। अब इसका क्या नतीजा निकलता है कि यह सोमवार तक पता चल जाएगा। फिल्मों को कैसे सर्टिफिकेट मिलता है, पूरा समझिए पहले तीन तरह से फिल्मों को सर्टिफाई किया जाता था। पहला था U जिसे यूनिवर्सल कहा जाता है। अगर किसी फिल्म को U सर्टिफिकेट मिलता है, तो इसका मतलब उसे किसी भी ऐज ग्रुप का व्यक्ति बिना किसी रिस्ट्रिक्शन के देख सकता है। दूसरे नंबर पर आती हैं UA सर्टिफाइड फिल्म। अगर कोई बच्चा 18 साल से कम है तो वो पेरेंट के मार्गदर्शन में UA सर्टिफाइड फिल्म देख सकता है। तीसरे नंबर पर आती हैं A सर्टिफाइड वाली फिल्में। इन फिल्मों को सिर्फ वही लोग देख सकते हैं, जिनकी उम्र 18 साल से ज्यादा हो चुकी है। अब संसद में सिनेमैटोग्राफ एक्ट 1952 संशोधित विधेयक पारित हो गया है। इस बिल में कुछ नई कैटेगरी जैसे UA 7+, UA 13+ और UA 16+ को शामिल किया गया है। अब फिल्मों को UA सर्टिफिकेशन के तहत सात साल, 13 साल और 16 साल के दर्शक वर्ग के लिए अलग-अलग सर्टिफाइड किया जाएगा। फिल्म में महाकाल मंदिर को बड़े पैमाने पर दिखाया जाएगा सोर्सेज का दावा है कि यह पहली हिंदी फिल्म होगी, जिसमें उज्जैन के महाकाल मंदिर को बहुत बड़े पैमाने पर दिखाया जाएगा। इस फिल्म में बाप-बेटे के भावनात्मक रिश्ते को दिखाया गया है। हालांकि इसे लेकर विवाद भी हुआ है। इसे लेकर महाकाल मंदिर के पुजारियों ने आपत्ति जताई है। पुजारियों का कहना है कि इस फिल्म से महाकाल मंदिर में शूट किए गए सभी दृश्य को तत्काल हटा लेना चाहिए। फिल्म को अगर A सर्टिफिकेट दिया गया और अश्लीलता परोसने के साथ महाकाल मंदिर के शॉट दिखे तो देशभर में फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और एक्टर अक्षय कुमार के खिलाफ प्रदर्शन होगा। FIR भी दर्ज कराई जाएगी।
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5 साल से पुलिस भर्ती का इंतजार, इलेक्शन आने पर वैकेंसी निकालेंगे....पर हम ओवर ऐज हो जाएंगे
5 साल से पुलिस भर्ती का इंतजार है, इलेक्शन आएगा तब वैकेंसी निकालेंगे पर तबतक हम ओवर ऐज हो जाएंगेPolice recruitment is awaited for 5 years, when the election will come, we will remove the vacancy, but by then we will be over age.
सबसे पहले नीचे लगी फोटो देखिए। ये वो अभ्यर्थी हैं, जिन्हें इस वक्त यूपी के थानों में होना था। कानून व्यवस्था संभालना था। इसके लिए 5 साल से मेहनत कर रहे हैं। हजारों रुपए खर्च किए। सुबह-शाम दौड़ लगाई। दौड़ते-दौड़ते इनके पैरों में छाले तक पड़ गए, लेकिन नौकरी नहीं मिली। वजह ये कि पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं का कहना है कि 5 साल से कोई वैकेंसी नहीं आई है। हालांकि यूपी पुलिस और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने कोई नौकरी नहीं निकाले जाने का खंडन किया है। सरकार ने इसे भ्रामक बताया है। उनका कहना है कि नौकरियां निकाली गईं हैं। पुलिस भर्ती से जुड़ा पूरा मामला जानने से पहले हम पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के सामने मौजूद चुनौतियों को जानते हैं… बेटा कब तक तैयारी करेगा, अब तो तेरी उम्र भी निकली जा रही अंशुमान बताते हैं कि मेरे घर में कमाने वाले सिर्फ मेरे पिता ही हैं। मैं सालों से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा हूं। मेरी बहन टीचर बनना चाहती है, वो सुपर TET की तैयारी कर रही। ना उसकी नौकरी की वैकेंसी आ रही ना मेरी। मुझे तैयारी करते-करते 4 साल हो गए। सरकार हर बार बस वैकेंसी निकालने के वादे करती है। इस बार भी कहा था कि जुलाई में वैकेंसी आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब घरवालों भी हमें दूसरा ऑप्शन ढूंढने के लिए कहने लगे हैं। उनका कहना है कि अब तो उम्र निकली जा रही, कब तक तैयारी ही करते रहोगे। उनका कहना है कि हमारा पैसा तो खर्च हो ही रहा है। साथ ही जो इतने साल बर्बाद हो गए, उसकी भरपाई कौन करेगा? हम अगर इतने साल किसी और चीज के लिए मेहनत करते तो आज नौकरी कर रहे होते। वैकेंसी नहीं आई तो हम भी कहीं नौकरी ढूंढेंगे अंशिका का कहना है कि अगर इस साल वैकेंसी आ जाती है, तो ठीक नहीं। नहीं तो हम ओवर ऐज हो जाएंगे। इतने साल तैयारी करने के बाद भी हमारे पास बेरोजगार घूमने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा है। अब भी वैकेंसी नहीं आई, तो हम सब भी कहीं से ग्रेजुएशन कर के 15-20 हजार की नौकरी करेंगे। लेकिन हमारा पुलिस में जाने का सपना हमेशा के लिए अधूरा रह जाएगा। इलेक्शन आएगा तब वैकेंसी निकालेंगे, तब तक हम ओवर ऐज हो जाएंगे दीपक बताते हैं कि मैं पहले प्रयागराज में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। अब प्रतापगढ़ में करता हूं। अब तक मेरे 1 लाख से ज्यादा रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन सरकार अब तक बस वादे ही कर रही है। वो कहते हैं कि ये मेरा आखिरी साल है। अगर सरकार अपना काम दिखाने के लिए इलेक्शन के वक्त भर्तियां निकालने वाली है, तो तब तक हमारी उम्र ही निकल जाएगी। सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए। दौड़ते-दौड़ते हमारे घुटनों का कैल्शियम खत्म होने लगा अनुज का कहना है कि सितंबर में मेरी उम्र पूरी हो जाएगी। अब तक भर्ती का कुछ पता नहीं है। मैंने पूरी मेहनत से सिलेक्शन के लिए तैयारी की है। दौड़ते-दौड़ते हमारे घुटनों का कैल्शियम तक खत्म होने लगा, पैरों में छाले निकल गए, लेकिन सरकार हम पर एकदम ध्यान नहीं दे रही। वो कहते हैं कि मेरे साथ मेरे जैसे ही 8-10 लड़के और हैं जिनकी उम्र पूरी होने वाली है। उनमें से तीन की तो उम्र निकल भी गई। हमारा बस यही कहना है कि सरकार भर्ती निकाले साथ ही ऐज लिमिट भी बढ़ा दे, ताकि सबको एक मौका मिल सके। भर्ती नहीं हुई तो पुलिस में जाने का सपना टूट जाएगा पवन बताते हैं कि मैं 5 साल से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा हूं। सरकार के हर वादे के बाद नौकरी की उम्मीद होती है, लेकिन अब तक हर बार हमें निराश ही लौटना पड़ा है। सरकार ने अब तक हमें झूठे सपने दिखाए। अगर इस बार भी भर्ती नहीं हुई, तो पुलिस में जाने का सपना टूट जाएगा। मेरी सालों की मेहनत बेकार हो जाएगी। ये तो थी पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं से बातचीत। अब बात पुलिस भर्ती की। इस महीने नोटिफिकेशन आना था, लेकिन नहीं आया जून महीने में यूपी पुलिस विभाग ने 62,424 पदों पर भर्ती का ऐलान किया। इसमें 52,699 पद कॉन्स्टेबल के हैं। सब-इंस्पेक्टर के 2469 पद हैं। इसके अलावा रेडियो संवर्ग के 2430 पद, लिपिक संवर्ग के 545 पद, कंप्यूटर ऑपरेटर के 927 पदों पर भर्ती होनी है। विभाग ने कहा कि इसका नोटिफिकेशन 15 जुलाई को जारी किया जाएगा। हालांकि 15 जुलाई बीत जाने के बाद भी कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया। 5 साल से कोई भर्ती ही नहीं हुई पुलिस भर्ती से जुड़े अभ्यर्थी हर दिन सोशल मीडिया पर यूपी सरकार और पुलिस विभाग को टैग करके पूछ रहे कि भर्तियां कब होगी? ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले करीब 5 साल से सिविल पुलिस की कोई भी भर्ती नहीं हुई। पिछली भर्ती दिसंबर 2018 में सिपाही और समकक्ष पदों पर 49,568 पदों के लिए हुई थी। इसके पहले जनवरी 2018 में 41,520 पदों पर भर्ती हुई थी। 2019 और 2020 में सरकार ने भर्ती निकालने की बात तो कही लेकिन सिविल पुलिस भर्ती का कोई भी नोटिफिकेशन नहीं जारी किया। जो भर्तियां प्रस्तावित उन्हें भी अपने आंकड़ों में दिखाया पिछले साल अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर भर्ती को लेकर मोर्चा खोला तो यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने दावा किया कि 1 अप्रैल 2017 से 11 फरवरी 2022 तक कुल 12 पदों पर 1 लाख 44 हजार 194 अभ्यर्थियों को नौकरी दी गई है। अजब यह कि विभाग ने जो आंकड़े जारी किए उसमें उन संख्या को भी जोड़ लिया गया जो सिर्फ प्रस्तावित था। उनका कोई नोटिफिकेशन भी जारी नहीं हुआ था। सपा सरकार की भर्तियां योगी सरकार में पूरी हुई 2015 में सिविल पुलिस और PAC के 34,716 पदों पर भर्ती निकाली गई। इसके अलावा 2013 में सिविल पुलिस/पीएसी और फायरमैन की 5,498 भर्ती। 2016 की उपनिरीक्षक, प्लॉटून कमांडर और FFSO के 2486 पदों की भर्ती भी योगी सरकार के कार्यकाल में पूरी हुई। सरकार ने माना कि पद खाली हैं मार्च 2022 में नई सरकार के गठन के बाद मई में विधानसभा का सत्र शुरू हुआ। सरकार ने विधानसभा में बताया कि यूपी पुलिस में सिविल पुलिस कॉन्स्टेबल के 26,744 और पीएसी कॉन्स्टेबल में 8714 पद खाली हैं। अब तक इन पदों को भरने के लिए कोई पहल नहीं की गई। इस दौरान सरकार ने पुलिस विभाग में स्पोर्ट्स कोटे के 534 पदों को भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। फिलहाल… पिछले पांच सालों से भर्ती नहीं आने पर जो अभ्यर्थी 2018 में 18 साल के हुए थे वह अब 23 साल के होने वाले हैं। अगले 2-3 महीने में भर्ती नहीं होती तो वह ओवर एज हो जाएंगे। उनके पास अब भर्ती में शामिल होने के मौके खत्म हो गए। छात्रों की यह भी मांग है कि उन्हें उम्र में तीन से पांच साल का रिलेक्सेशन दिया जाए और जल्दी से भर्ती निकाली जाए, ताकि कम से कम एक बार पुलिस भर्ती में शामिल हो सकें। भाजपा विधायक ने ऐज लिमिट बढ़ाने के लिए सीएम योगी से अनुरोध किया पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों ने सीएम योगी को लेटर लिखकर ऐज लिमिट में छूट की मांग की है। उन्होंने लेटर में कहा कि साल 2018 के बाद से कॉन्स्टेबल भर्ती नहीं हुई है, जिसके चलते लाखों उम्मीदवारों की एज ज्यादा हो चुकी है। इसलिए कैंडिडेट्स के भविष्य को देखते हुए आयु सीमा की गणना 2018 से किया जाए या फिर 5 साल की छूट दी जाए। इसके पहले बीजेपी विधायक वीर विक्रम सिंह ने भी इस मुद्दे को सीएम के सामने रखा था। उन्होंने कहा था कि कॉन्स्टेबल रिक्रूटमेंट के लिए जनलर कैटेगरी की उम्र 18 साल से 23 साल होती है, लेकिन लंबे समय से भर्ती नहीं आई है, जिसके चलते कैंडिडेट्स ओवर एज हो गए हैं। इसलिए सीएम से अनुरोध है कि वो इन उम्मीदवारों के फेवर में कोई फैसला लें। ये भी पढ़ें... कारगिल में 15 गोलियां लगीं, सबको लगा मैं मर गया:शादी के 15 दिन बाद आदेश आया-छुट्टी रद्द, ड्यूटी जॉइन करिए; परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेंद्र की कहानी ​​​​​​ कारगिल में 17 हजार फीट की ऊंचाई… दुश्मन डेरा जमाए बैठे थे। इंडियन आर्मी नीचे खड़ी थी। हमारी फौज को वहां तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। दोनों ओर गहरी खाई और एकदम सीधी चढ़ान। माइनस में तापमान और हाड़ कंपा देने वाली ठंड। अब तक सब दुश्मन के फेवर में हो रहा था। लेकिन फिर भी भारतीय जवान ठंड और भूख-प्यास की परवाह किए बिना आगे बढ़ते रहे। करीब दो महीने तक चली इस जंग में भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस के बलबूते जीत हासिल की। यहां पढ़ें पूरी खबर
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लोग कहते- नकल करके क्या मिलेगा, बॉलीवुड में अमिताभ के 32, शाहरुख के 30 डुप्लीकेट
The Real-Life Dopplegangers of Bollywood Stars; Bollywood Celebrity Look Alikes And Duplicates बाॅलीवुड सेलेब्स की तरह हर कोई दिखना चाहता है, लेकिन कुछ लोग हूबहू उनकी तरह ही दिखते ही हैं। इन्हीं को सेलेब्स का डुप्लीकेट या लुक अलाइक कहा जाता है।
हर कोई बाॅलीवुड सेलेब्स की तरह दिखना चाहता है, लेकिन कुछ लोग हूबहू उनकी तरह दिखते ही हैं। इन्हीं को सेलेब्स का डुप्लीकेट या लुक अलाइक कहा जाता है। इनकी जिंदगी भी संघर्ष से भरी रहती है जिसके बारे में जानने के लिए हमने लुक अलाइक एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान से बात की। आरिफ फिल्म इंडस्ट्री में अनिल कपूर के लुक अलाइक के रूप में फेमस हैं। उन्होंने बताया कि स्टार्स का डुप्लीकेट बनने के लिए खुद की लाइफ स्टाइल सेलेब्स के जैसे ही ढालनी पड़ती है। लोगों के ताने भी सुनने पड़ते हैं। बॉलीवुड में सबसे ज्यादा अमिताभ बच्चन के लुक अलाइक हैं। आरिफ के अलावा चार्ली चैपलिन, गोविंदा, ऋतिक रोशन, बॉबी देओल, शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन के डुप्लीकेट ने भी हमसे अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। आज रील टू रियल में हम इन्हीं से जानेंगे कि फिल्मों में लुक अलाइक कैसे काम करते हैं… कौन हैं लुक अलाइक और डुप्लीकेट? आरिफ बताते हैं, डुप्लीकेट वो होते हैं जो स्टंट करते हैं। वहीं लुक अलाइक को फिल्मों में लॉन्ग शार्ट में दिखाया जाता है। कई बार सीनियर एक्टर का पैच वर्क लुक अलाइक करते हैं। लुक अलाइक के एसोसिएशन की मेंबरशिप कैसे मिलती है? इंडस्ट्री में काम पाने के लिए शख्स के पास लुक अलाइक का कार्ड होना बहुत जरूरी है। कार्ड की वजह से आर्टिस्ट या प्रोडक्शन टीम को कोई परेशानी नहीं होती है। हिंदुस्तान के जितने भी लुक अलाइक हैं, उनको इंडस्ट्री में आने से पहले एसोसिएशन के जरिए लुक अलाइक का कार्ड लेकर मेंबर बनना पड़ता है। एसोसिएशन की मेंबरशिप की फीस 2 हजार रुपए होती है। जरुरी नहीं है कि कार्ड लेने के लिए वो मुंबई बेस्ड एसोसिएशन के ऑफिस आएं। लुक अलाइक मोबाइल के जरिए भी कार्ड से जुड़ी सभी जानकारियां भेज सकते हैं। फिर हम उन्हें स्मार्ट कार्ड मुहैया कराते हैं। हमारे एसोसिएशन के 3 अलग-अलग ग्रुप हैं। एसोसिएशन में जोड़ने से पहले हम देखते हैं कि वो शख्स मेंबरशिप के सभी मानदंडों के हिसाब से सही है या नहीं। बिना जांच के कोई भी इस एसोसिएशन का हिस्सा नहीं बन सकता। फिल्मों में काम कैसे मिलता है? फिल्म इंडस्ट्री के लगभग हर प्रोडक्शन हाउस के पास हमारे नंबर हैं। जब उन्हें फिल्म के लिए किसी तरह के लुक अलाइक की जरूरत पड़ती है तो उनके काॅर्डिनेटर हमारे एसोसिएशन से कॉन्टेक्ट करते हैं। वो हमें जरूरत के हिसाब से चीजों को ब्रीफ देते हैं। उनकी जरूरत के हिसाब से हम उन्हें लुक अलाइक का रेफरेंस देते हैं। रेफरेंस मिलने के बाद फिल्म मेकर्स सिलेक्शन करते हैं। मान लो कोई सीनियर एक्टर काम कर रहे हैं और यदि उनका कोई पैच वर्क बाकी है तो ऐसे में लुक अलाइक को साइन किया जाता है। हाथ का शॉट, लॉन्ग शॉट, साइड शॉट के लिए उनका इस्तेमाल किया जाता है। कभी-कभी कोई फिल्म में कॉमेडी सीन के लिए भी उन्हें लिया जाता है। फिल्म इंडस्ट्री के अलावा अवाॅर्ड्स शो या इंवेंट वाले भी इसी प्रोसेस के तहत कॉन्टेक्ट करते हैं। सबसे ज्यादा लुक अलाइक किस स्टार के हैं? सबसे ज्यादा लुक अलाइक अमिताभ बच्चन के हैं। कोई उनकी जवानी का लुक करता है तो कोई उनके मौजूदा लुक को कॉपी करता है। इसके अलावा शाहरुख खान और सलमान के भी ज्यादा लुक अलाइक हैं। मेरे हिसाब से अमिताभ बच्चन के 30-32 लुक अलाइक, शाहरुख खान के 24-30 और सलमान खान के 20-24 लुक अलाइक हैं। खुद को मेंटेन करना लुक अलाइक के लिए कितना मुश्किल होता है? लुक अलाइक को अपनी लाइफ स्टाइल मेंटेन करने के लिए कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सेलेब्स के जैसे ही उनको अपनी लाइफ स्टाइल रखनी पड़ती है। अपने बालों पर, ड्रेसिंग स्टाइल पर बहुत ध्यान देना होता है। लोगों के बीच जाने के लिए स्टार जैसा स्टेटस बरकरार रखना बहुत जरूरी होता है। सब इसे मेंटेन नहीं कर पाते हैं, सभी के पास इतने पैसे नहीं होते हैं। कुछ नुक्कड़ पर खड़े होकर भी खाना खा लेते हैं। कुछ बिना गेटअप के ही सेलेब्स के लुक अलाइक दिखते हैं, कुछ को गेटअप की जरुरत होती है। जैसे अगर आप राजेश खन्ना बने हैं तो उनकी तरह चश्मा जरूरी है। कई लुक अलाइक ऐसे भी होते हैं जिनकी बिना गेटअप कोई पहचान नहीं होती। सेलेब्स और लुक अलाइक का रिश्ता कुछ लुक अलाइक उन स्टार्स से मिल तक नहीं पाते जिनकी तरह वो एक्टिंग करते हैं। मुश्किल से शूटिंग पर कभी-कभी मौका मिल जाता है। मैं बस यही कहूंगा कि कोई सीनियर अपने जूनियर को देखकर ज्यादा खुश नहीं होता। चाहे अनिल कपूर क्यों ना हो। वो चाहते हैं कि उनके जैसा कोई दूसरा कोई ना हो। हालांकि कहते हैं कि दुनिया में एक जैसी 7 शक्ल होती हैं। ये सीनियर एक्टर्स कैमरे के सामने हमसे अच्छा बर्ताव करते हैं लेकिन कैमरा बंद होते ही उनके साथ फोटो खिंचवाना भी आसान नहीं। अब एक नजर फेमस सेलेब्स के लुक अलाइक के एक्सपीरियंस पर.. मेरी तस्वीर को अपनी समझ बैठे थे अमिताभ बच्चन- शशिकांत पेडेवाल अमिताभ बच्चन से लुक अलाइक शशिकांत पेडेवाल पिछले 15 सालों से अमिताभ बच्चन के हमशक्ल के तौर पर पहचाने जाते हैं। उन्होंने कहा- दसवीं क्लास में मुझे पता चला कि मैं बिग बी के जैसा दिखता हूं। एक दो और लोगों के कहने पर मैं बिग बी की तरह खुद को ढालने लगा। आज कहीं भी जाता हूं तो लोग मुझे ही बिग बी समझ लेते हैं। एक बार दोस्त के जरिए मैं बिग बी से मिला था। मुलाकात के दौरान मैंने उन्हें एक एलबम गिफ्ट किया। उन्हें लगा कि एलबम में उनकी फोटो हैं लेकिन वो तस्वीरें मेरी थीं। इस पर उन्होंने कहा था- आप ये तस्वीर लेकर मेरे घर ना चले जाइएगा, वरना घरवाले पहचान ही नहीं पाएंगे कि असली अमिताभ बच्चन कौन है। SRK जैसा दिखने के लिए 10 किलो वजन घटाया सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर इब्राहिम कादरी को शाहरुख खान का डुप्लीकेट कहा जाता है। उन्होंने बताया- शाहरुख के जैसे दिखने के लिए मैंने अपना वेट 10-12 किलो कम किया। फिर उनके जैसी हेयरस्टाइल बनाई और कपड़े खरीदे। उनकी स्टाइल को कॉपी करने के लिए मैंने उनकी लगभग सारी फिल्में देखीं। इनसाइड- मैंने ना किसी फिल्म में काम किया है और ना ही किसी टीवी शो में। हां, सिर्फ सोशल मीडिया के जो ऐड होते हैं, मैंने उनमें काम किया है, जिससे मेरी कमाई भी हो जाती है। एक इवेंट के बदले मुझे 1 से 2 लाख रुपए मिल जाते हैं। शाहरुख के विवादों के कारण प्रशांत को कर दिया गया बायकॉट शाहरुख खान के दूसरे डुप्लीकेट का नाम प्रशांत वाल्दे। प्रशांत 16 साल से शाहरुख खान के डुप्लीकेट हैं। खुद शाहरुख ने इन्हें अपनी टीम का हिस्सा बनाया हुआ है। प्रशांत SRK के साथ 20 फिल्में और करीब 300 ऐड कर चुके हैं। अपने इस सफर के बारे में उन्होंने बताया, साथ काम करते-करते शाहरुख खान ने खुद ही अपनी टीम में मेरा नाम डालना शुरू कर दिया। फिर मेरे पास डायरेक्ट प्रोडक्शन से कॉल आने लगा। कभी मुझे 50 हजार और 30 हजार रुपए मिल जाते हैं। विदेश में शूटिंग के लिए मुझे 3 लाख रुपए तक मिले हैं। जिंदगी तब बदली जब शाहरुख भाई की फिल्में चलना बंद हो गईं। उनके कुछ विवादित बयानों के चलते लोगों ने उनका बहिष्कार किया तो मेरा भी बायकॉट कर दिया गया। मुझे काम मिलना ही बंद हो गया। जैकी श्रॉफ और जाॅनी लीवर के बच्चों की बर्थ डे पार्टी पर चार्ली बन लोगों को हंसाया प्रवीण कामटे चार्ली चैपलिन के लुक अलाइक हैं। उन्होंने अपनी जर्नी के बारे में बताया, मेरी उम्र अभी 60 साल की है, 1984 में पहली बार चार्ली चैपलिन का रोल किया था। मैं करीब 40 साल से इस किरदार में परफॉर्म करता आ रहा हूं। मैंने छोटे बच्चे से लेकर बूढ़ों तक को हंसाया है। बड़े लोगों के घर की पार्टीज में परफॉर्म किया है। इंडस्ट्री के बड़े-बड़े एक्टर्स के बच्चों की बर्थडे पार्टी में भी परफॉर्म किया है। जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर के 5वें बर्थडे की पार्टी में मैं चार्ली बनकर गया था। जॉनी लीवर के बच्चे की बर्थडे पार्टी में भी मैंने शोज किए हैं। 2005 में ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली एक महिला ने बूटकेक नाम की फिल्म बनाई थी जो कि चार्ली चैप्लिन पर बेस्ड थी, उसमें मैंने चार्ली का किरदार निभाया था। उसके बाद, उन्होंने एक और डॉक्यूमेंट्री में मुझे काम दिया था। कुछ लोग बोलते हैं कि तुझे नकल करके क्या मिलेगा? तू डुप्लीकेट है लेकिन मुझे इतने बड़े आदमी की नकल करना अच्छा लगता है। मेरे पास अकल भी है और शक्ल भी। फिल्म राम सिंह चार्ली पहले मुझे ऑफर हुई फिर फिल्म से निकाल दिया गया OTT प्लेटफाॅर्म पर रिलीज हुई फिल्म राम सिंह चार्ली के डायरेक्टर ने फिल्म बनाने से पहले मुझे इसकी स्टोरी सुनाई थी। डायरेक्टर ने मुझसे वादा किया था कि यह फिल्म वह मुझे लेकर बनाएंगे। लेकिन फिर उन्होंने कुमुद मिश्रा को वह रोल दिया। उन्होंने मुझे कुमुद मिश्रा को चार्ली की ट्रेनिंग देने के लिए साइन किया। फिल्म के टाइटल में सिर्फ मेरा नाम दिया गया था। बाॅबी के घर पर लोग मुझे ही बाॅबी समझ कर फोटो क्लिक कराने लगे बाॅबी देओल के लुक अलाइक विनोद खुमन ने कहा, मेरा सफर 1995 में हुआ था जब बॉबी देओल की पहली फिल्म 'बरसात' आई थी। मुझे उस वक्त फिल्म देखने में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन मेरे कुछ दोस्तों ने वह फिल्म देखी और उन्होंने मुझसे कहा- तू धरम पाजी के बेटे जैसा दिखता है। पहले मुझे लगा कि वो लोग मजाक कर रहे हैं लेकिन उसके बाद कई लोगों ने मुझसे वो फिल्म देखने को कहा। मैंने वो फिल्म थिएटर में देखी, तब मैंने खुद को उसमे विजुअलाइज किया। इसके बाद मैंने लुक अलाइक के रूप में खुद को ढाल लिया। मुझे बॉबी के 50वें बर्थडे सेलिब्रेशन पर उनके घर जाने का मौका मिला था। यूं तो वहां उस दिन दोपहर में जाना था लेकिन मैं सुबह 6 बजे से तैयार होकर बैठा था। वहां एक मजेदार किस्सा हुआ जहां लोग मुझे रियल बॉबी समझने लगे और मेरे साथ फोटो क्लिक करने लगे। उस दिन मैं बॉबी से मिला, उनके पैर छुए। मैं उनके लिए केक लेकर गया था। वो मेरे लिए सबसे यादगार पल था। ऋतिक के अधिकतर एडवर्टाइजमेंट में बाॅडी डबल के तौर पर काम किया ऋतिक रोशन के लुक अलाइक रुपेश मिरहर ने बताया, एक अखबार में आर्टिकल आया था कि उन्हें एक शो के लिए आर्टिस्ट की जरूरत थी, तो मैंने उन्हें सामने से कॉल करके बताया कि मैं थोड़ा बहुत ऋतिक रोशन की तरह दिखता हूं और डांस भी कर लेता हूं। उन्होंने मुझे आने की परमिशन दी। इस काम के बदले मुझे 200 रुपए मिले थे। मैंने ऋतिक के ज्यादातर एडवर्टाइजमेंट में उनके बॉडी डबल का काम किया। एक शो में भी मैंने ऋतिक के साथ काम किया था। गोविंदा जैसे दिखने पर कमाई में मुनाफा हुआ विक्की सपकाले ने कहा, कई दोस्त कहते थे कि मैं गोविंदा की तरह दिखता हूं, उन्होंने मुझे उनके हिट गानों पर डांस करने के लिए कहा। मैंने उनकी बात मानी और लोगों को वाकई में मेरा काम पसंद आया। जहां मुझे पहले डांस करने के 35 रुपए मिलते थे, बाद में 50 रुपए मिलने लगे। टीवी पर मेरी शुरुआत 'विलायती बाबू' से हुई जिसमें शेखर सुमन लीड रोल में थे। कई बार हमें लोगों के बुरे कमेंट सुनने पड़ते हैं, लेकिन इसका असर हम अपने काम पर नहीं पड़ने देते।
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16 हजार एकड़ जमीन, 34 एयरक्राफ्ट; मेंटेनेंस पर सालाना 524 करोड़ खर्च
Thailand King Rama X Luxury Lifestyle; थाईलैंड के किंग रामा X दुनिया के अमीर राजाओं में से एक हैं। असली नाम है किंग महा वजिरालोंगकोर्न। किंग रामा की संपत्ति करीब 3.2 लाख करोड़ रुपए है।
थाईलैंड के किंग रामा X दुनिया के अमीर राजाओं में से एक हैं। असली नाम है किंग महा वजिरालोंगकोर्न। किंग रामा की संपत्ति करीब 3.2 लाख करोड़ रुपए है। उनके पास 38 जेट और हेलिकॉप्टर, सैकड़ों लग्जरी कारें हैं। आज लग्जरी लाइफ में बात किंग रामा X की... 16 हजार एकड़ के मालिक, 40 हजार किराएदार थाईलैंड के राजा 16,210 एकड़ जमीन के मालिक हैं। इन जमीनों के पूरे देश भर में 40,000 से अधिक रेंटल एग्रीमेंट हैं। यानी राजा की जमीन और प्रॉपर्टी को 40,000 से ज्यादा लोगों या कंपनियों ने किराए पर ले रखा है। राजा के सबसे ज्यादा जमीन ( करीब 3,281 एकड़) बैंकॉक में है। यहां उनके 17 हजार किराएदार हैं। यहां की ज्यादातर जमीनें बड़े रियल एस्टेट और बिजनेस टाइकून के पास हैं। इस जमीन पर बैंकॉक के कई सरकारी बिल्डिंग, शॉपिंग मॉल और पांच सितारा होटल हैं। राजा की अपनी एक हवेली भी है, जिसकी कीमत करीब 98 करोड़ रुपए है। 1782 में बना शाही महल, जिसमें कोर्ट भी है और म्यूजियम भी थाईलैंड के राजा का शाही महल 1782 में बना था। इसे ग्रैंड पैलेस कहा जाता है। 23,51,000 स्क्वायर फीट में फैले इस महल में कई सरकारी ऑफिस और म्यूजियम हैं। दरअसल किंग रामा X शाही महल में नहीं रहते हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल पर्यटन के लिए किया जाता है। इस महल के चारों तरफ 1900 मीटर लंबी दीवार है। महल कई हिस्सों में बंटा है। इसमें एमराल्ड बुद्ध का मंदिर, कोर्ट, ओपन लॉन और कई सरकारी बिल्डिंग मौजूद हैं। राजा के पास दुनिया का सबसे महंगा हीरा, कीमत 1 अरब रुपए थाई संस्कृति में गहने रखने की परंपरा रही है। यहां के राजा के पास दुनिया का इकलौता हीरा है। इसे गोल्डन जुबली डायमंड कहा जाता है। दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा हीरा है, जो 546 कैरेट का है। भूरे रंग के इस हीरे की कीमत 98 करोड़ बताई जाती है। फिलहाल इसे रॉयल थाई पैलेस में रखा गया है। इसके साथ ही राजा का राजमुकुट 7.3 किलो का है। जिसे 2019 में उन्होंने राज्याभिषेक के दौरान पहना था। 21 हेलिकॉप्टर सहित 38 जेट विमान, रख-रखाव में 524 करोड़ का सालाना खर्च थाईलैंड के राजा के पास 21 हेलिकॉप्टर सहित 38 जेट विमान हैं। इसमें चार बोइंग विमान, तीन एयरबस, तीन सुखोई सुपरजेट शामिल हैं। फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार इन विमानों के तेल और रखरखाव में कुल खर्च 524 करोड़ रुपए है। बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार राज परिवार के पास एस्कॉर्ट में यूज होने वाली लग्जरी कारों का एक काफिला है, जिसमें 300 से अधिक लग्जरी कारें हैं। सोने की नाव और रॉयल बोट शाही नाव (रॉयल बोट) राजपरिवार की सबसे पुरानी निशानी है। वर्तमान राजा के पिता जब सिंहासन पर बैठे, तो इसी नाव पर सवार होकर राज्याभिषेक के लिए दो मील की यात्रा पूरी की। इन नावों को सुफानाहॉन्ग कहा जाता है। रॉयल बोट के साथ 52 नावों का बेड़ा चलता है। इन सभी नावों पर सोने की नक्काशी की गई है। इनमें से कुछ पर हंस तो कुछ पर बाघ के खाल के रंग की पेंटिंग भी बनी है। इस पर सवार होकर राज्याभिषेक के लिए जाना, राज परिवार की परंपरा है। पार्टी और शादी के शौकीन, कुत्ते के बर्थडे पर करोड़ों खर्च किंग रामा X को पालतू जानवरों के साथ समय बिताना पसंद है। उन्होंने अपने पसंदीदा कुत्ते फूफू को एयर चीफ मार्शल का पद दिया था। 2007 में उसके जन्मदिन पर शाही समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें1.5 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुआ था। 2015 में फूफू की मृत्यु के बाद बौद्ध रीति रिवाजों से उसका अंतिम संस्कार किया गया। साथ ही अंतिम संस्कार की तस्वीरें या वीडियो सार्वजनिक करने पर गंभीर सजा का भी प्रावधान किया गया। जर्मन वेबसाइट बिल्ड की रिपोर्ट के अनुसार बीते साल जब किंग रामा X यूरोपीय दौरे पर निकले, तो उनके साथ प्राइवेट जेट में 250 स्टाफ थे। साथ ही किंग के साथ पूडल नस्ल के 30 कुत्ते भी थे अब तक किंग रामा X ने चार शादियां की है। उनकी पहली शादी 1977 में चचेरी बहन राजकुमारी सोमसावली कितियाकारा से हुई। 16 साल बाद किंग ने थाई फिल्मों की एक्ट्रेस सुजारिन विवाचरावोंसे से शादी की, लेकिन दो साल में ही उनका तलाक हो गया। इसके बाद उन्होंने दो शादियां और की। जिसमें आखिरी शादी साल 2019 में राज्याभिषेक से कुछ दिनों पहले की थी। वेकेशन के शौकीन हैं किंग, जर्मनी फेवरेट जगह किंग रामा X की पढ़ाई-लिखाई जर्मनी और बैंकॉक में हुई है। जर्मनी उनकी फेवरेट जगह है। कोविड के फर्स्ट वेव के दौरान किंग ने खुद को जर्मनी के एक फाइव स्टार होटल में क्वारैंटाइन कर लिया था।
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पेट्स पालने के नियम जान लें, काटने पर तुरंत दें फर्स्ट एड
Jharkhand Ranchi Dog Attack Case Explained; Where to Get a Nagar Nigam License वॉक करते समय अगर ईयरफोन लगाएं हैं तो उसकी आवाज धीमी ही रखें। जिससे कुत्तों का भौंकना सुनाई दे।
झारखंड की राजधानी रांची में कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि रोजाना करीब 130 लोगों को काट रहे हैं। यह रिकॉर्ड रांची सदर हॉस्पिटल के एंटी रेबीज डिपार्टमेंट में दर्ज आंकड़ों से सामने आया है। 30 दिनों में 4050 लोग कुत्तों के शिकार बने हैं। जबकि करीबन 60% लोग पालतू कुत्ते के काटने का शिकार हुए हैं। इस तरह की कई घटनाएं देशभर में आए दिन हो रही हैं। आज जरूरत की खबर में जानेंगे कि पालतू जानवरों को पालने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और सड़क के कुत्तों से बचने के लिए क्या करना चाहिए। सवाल: एकदम से इस मौसम में कुत्तों के काटने के केसेसे बढ़ने के पीछे क्या वजह है? जवाब: दरअसल मौसम बदलने से कुत्ते खूंखार हो जाते हैं। पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शिवानंद कांशी ने बताया कि जून से अगस्त के बीच कुत्तों के प्रजनन का भी समय होता है। बरसात में उनमें हार्मोनल चेंजेज होते हैं। इससे वे आक्रामक हो जाते हैं। उनकी भावनात्मक स्थिति न समझने पर कई बार वे हिंसक भी हो जाते हैं। सवाल: घर, बिल्डिंग या किसी भी जगह पालतू कुत्ता दिखे तो उसे कैसे डील करें? जवाब: पॉइंट्स से समझते हैं- दूसरों को पालतू कुत्ता न काटे, इसका ख्याल कुत्ते के मालिक को रखना होगा। सवाल: पालतू कुत्ते को पालने से पहले और पालते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब: दोनों बातों को अलग-अलग समझते हैं- ऊपर ग्राफिक में लिखे पॉइंट को दिल्ली के उदाहरण से समझते हैं- 1957 के DMC एक्ट यानी Delhi Municipal Corporation Act के अनुसार, DMC एक्ट के अनुसार, कुत्ते का रजिस्ट्रेशन एक साल के लिए मान्य होता है। एक साल बाद मालिक को अपने कुत्ते का रजिस्ट्रेशन रिन्यू कराना पड़ता है। इसी तरह से नोएडा ऑथोरिटी ने कुत्ते के काटने के मामले बढ़ने पर पालतू कुत्ता पालने वालों के लिए सख्त नियम बनाए हैं। नोएडा प्राधिकरण की नई नीति के तहत, कुत्ता पालते समय इन 4 बातों का रखें ख्याल अब सड़क के कुत्ते की बात करते हैं... सवाल: अब अगर सड़क के कुत्ते या स्ट्रीट डॉग दौड़ाए या काटने की कोशिश करे, तो उससे कैसे बचें? जवाब: चार सिचुएशन में स्ट्रीट डॉग दौड़ाने और काटने की कोशिश करते हैं। नीचे लगे क्रिएटिव से एक-एक कर समझते हैं- सिचुएशन-1 पैदल जाते समय स्ट्रीट डॉग के सामने दौड़ने या भागने की गलती न करें। कॉन्फिडेंस से वहां से निकलें। अगर कुत्ते अटैक करने की कोशिश करते हैं, तो उन पर जोर चिल्लाएं, लाठी या पत्थर दिखाकर डराएं। ज्यादातर कुत्ते इससे दूर चले जाते हैं। अगर तब भी नहीं जाते हैं, तो दूसरे रास्ते से निकल जाएं या वापस लौट जाएं। यही सुरक्षित तरीका है। थोड़ी देर बाद किसी की मदद लेकर वहां से निकलें। सिचुएशन-2 बाइक-स्कूटी के पीछे कई बार स्ट्रीट डॉग्स ऐसे दौड़ते मानों उनकी आपसे पुरानी दुश्मनी है। ऐसे में आप डरकर गाड़ी की स्पीड तेज न करें। ज्यादा स्पीड से एक्सीडेंट हो सकता है। आप गाड़ी को धीमी करते हुए कुत्ते को तेज आवाज में हट-हट बोलकर भगा सकते हैं। ऐसा करने पर नॉर्मली कुत्ता शांत हो जाता है और रास्ते से हट जाता है। गाड़ी के हॉर्न से सड़क के कुत्तों को भगाने की कोशिश करें। सिचुएशन-3 सुबह की सैर पर निकलने पर आवारा कुत्ते कई बार झपटने लगते हैं। ऐसे में जब भी मॉर्निंग वॉक पर जाएं तो अपने पास एक छोटी छड़ी और सीटी जरूर रखें। छड़ी और सीटी की आवाज से कुत्ते पास नहीं आते। वॉक करते समय अगर ईयरफोन लगाएं हैं तो उसकी आवाज धीमी ही रखें। जिससे कुत्तों का भौंकना सुनाई दे। आवारा कुत्ते अगर रास्ते से न हटे तो उन्हें आंखें बिल्कुल न दिखाएं। इशारा करते हुए हट, भाग जैसे शब्दों को बोलते हुए उसे दूर कर सकते हैं। पानी की बोतल साथ में है तो उसके ऊपर पानी डालकर भगा दें। सिचुएशन-4 घर के बाहर खेलने वाले बच्चों आवारा कुत्तों से खिलवाड़ करते हैं, उन्हें ऐसा करने से मना करें। बच्चों को समझाएं कि कुत्तों को पत्थर, बैट, बॉल बाकी चीजों से मारे नहीं। क्योंकि कई बार खुद का बचाव करने के लिए कुत्ते उन पर अटैक कर सकते हैं। बच्चों को बताएं कि स्ट्रीट डॉग्स और छोटे पिल्लों को छुएं नहीं। उनमें जर्म्स होने की वजह से बच्चों की हेल्थ को नुकसान हो सकता है। सवाल: स्ट्रीट डॉग्स सड़क पर आने-जाने वाले लोगों को अपना दुश्मन क्यों समझते हैं। क्या इनके हिंसक होने की वजह इंसान ही है? जवाब: हां, काफी हद तक हम इंसानों की वजह से वे हिंसक हुए है। सड़कों पर आवारा घूमने वाले कुत्तों को सही तरह से खाना नहीं मिलता। आजकल लोग घरों का वेस्ट मैनजमेंट कूड़ा वाली गाड़ियों में सूखा और गीला कचरा के तौर पर डालते हैं। जिसकी वजह से उन्हें खाना भी नहीं मिल पाता है। पहले लोग सड़क के किनारे, घर के बाहर खाना डाल देते थे, जिससे उन्हें खाना मिल जाता था। हालांकि वो भी तरीका सही नहीं है। इसी तरह पहले के दिनों में धर्म में विश्वास रखने वाले लोग खाना बनाते समय गाय, कुत्ता और कौए के लिए रोटी निकालते थे। जिससे धर्म की आड़ में ही सही, पर इलाके के कुत्तों को रोज रोटी मिल जाती थी। लेकिन अब धीरे-धीरे व्यस्तता और बदलती जीवनशैली की वजह से ये भी डेली मुमकिन नहीं हो पाता है। कुत्ते का स्वभाव बदलने पर पढ़ें रिसर्च इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलकाता ने कुत्तों का स्वभाव बदलने पर रिसर्च की है। रिसर्चर अनिंदिता भद्रा कहती हैं- कुत्तों का स्वभाव स्थान, समय और परिस्थिति के हिसाब से बदल जाता है। रिसर्च में आवारा और पालतू कुत्ते दोनों को शामिल किया गया। इसमें कई पहलू निकलकर सामने आए हैं। आवारा कुत्तों की तुलना में पालतू कुत्तों की परवरिश अलग तरह से होती है, जिसका असर उनके स्वभाव पर भी दिखाई देता है। अनिंदिता के मुताबिक सड़क के कुत्तों का सामना हर दिन कई इंसानों और जानवरों से होता है। आमतौर पर कुत्ते अपने इलाकों में रहते हैं। वे अपने आसपास रहने वाले इंसानों से पहचान बना लेते हैं। जिन कुत्तों को आप खाना देते हों, प्यार भरा व्यवहार करते हों, वे आपको देखकर पूंछ हिलाने लगते हैं। कुछ दिनों बाद भी आप उससे मिलेंगे तो वह आपको पहचान जाएंगे। वहीं जिन कुत्तों को प्रॉपर खाना नहीं मिलता, वो घूरते हैं। जिन इलाकों में कुत्ते ज्यादा होते हैं और खाना कम मिलता है तो वे आक्रामक ज्यादा हो जाते हैं। कुछ लोग घर के बाहर कुत्ते दिखते ही पत्थर मारने लगते हैं तो इससे आवारा कुत्ते हिंसक हो जाते हैं। सवाल: आवारा कुत्तों के साथ कोई भी मारे-पीटे, इस पर कोई कानून नहीं बना है? जवाब: आवारा कुत्तों को 1960 के पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा-38 के तहत प्रोटेक्ट किया जाता है। इसके अलावा पशु जन्म नियंत्रण (डॉग्‍स) नियम, 2001 के अनुसार, कुत्तों को उनके एरिया से हटाया भी नहीं जा सकता है। भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा-428 और 429 के तहत, कुत्तों समेत किसी भी आवारा जानवर को छेड़ना या उसके साथ बुरा व्यवहार करना जुर्म है। इसका मतलब है कि किसी कुत्ते को परेशान करना, मारना कानून की नजर में गलत है। ऐसा करने वाले व्‍यक्ति के खिलाफ सख्य कार्रवाई की सकती है। इसके अलावा अजय सिंह वर्सेज यूनियन ऑफ इंडिया के केस में यह तय किया गया था कि अगर सड़क के कुत्ते काट ले तब उस व्यक्ति को 1 लाख रुपए म्युनिसिपल कॉरपोरेशन और 1 लाख रुपए राज्य सरकार की तरफ से दिया जाएगा। लेकिन आमतौर पर इसे लागू नहीं किया जाता। सवाल: कुत्ते के काटने पर क्या फर्स्ट एड लेना चाहिए? जवाब: बिना देरी किए फर्स्ट एड लेना चाहिए। उसके बाद डॉक्टर के पास जाना चाहिए। कुत्ते के काटने पर फर्स्ट एड का तरीका नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं- सवाल: कुत्ते के काटने के बाद इंजेक्शन कब लगवाना चाहिए? जवाब: सबसे पहली कोशिश ये करें कि कुत्ते के काटने के बाद ही डॉक्टर के पास जाएं। वैसे कुत्ते के काटने के 24 घंटे के अंदर एंटी रैबीज का इजेक्शन हर हाल में लगवा लेना चाहिए। कभी-कभी इंजेक्शन लगने के बाद लोगों को बुखार आ जाता है। ऐसे में इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं। सवाल: स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत करने के लिए क्या ऑप्शन है? जवाब: स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत करने के लिए आप अपने शहर की नगर निगम समेत कुछ एनजीओ में कर सकते हैं। एनजीओ रेस्क्यू कर कुत्ते को वैक्सीनेट करते हैं। सवाल: अगर पालतू कुत्ता काट ले तब सजा का क्या प्रावधान है? जवाब: पालतू कुत्ते के काटने पर कुत्ते को सजा नहीं होगी। IPC की धारा 289 के मुताबिक, कुत्ते के मालिक या मालकिन को सजा होगी। ज्यादा से ज्यादा 6 महीने की जेल या 1 हजार रुपए का जुर्माना या दोनों हो सकती है। एक्सपर्ट- ब्रिडर और डॉग बिहेवियर एक्सपर्ट फैज मोहम्मद खान डॉग ट्रेनर, बिहेवियर स्पेशलिस्ट वीरेश शर्मा
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खरीदी-बेची,अपमानित भी होती हैं; इसे मर्दाें की आपसी एकता ही कहेंगे
Rajasthan Minister Rajendra Gudha Controversy; Why did the Minister compare Hema Malini and Katrina Kaif's cheeks to the road? आज मणिपुर में जो हो रहा है, वो उसी आदिम मर्दानी प्रवृत्ति का रूप है। दुश्‍मन समूह की औरत को सरेआम नंगा घुमाकर, अपमानित कर
कुछ कहानियों का पहला वाक्‍य लिखना ही सबसे कठिन होता है। जैसे कि ये कहानी जो सदियों से मर्द अपने हित और अहंकार के लिए लिखते आ रहे हैं, लेकिन हमेशा औरतों की कब्र पर। इस संसार में जितनी भी जमीनें हैं, जिस पर महान राज्‍यों के महान महल और अट्ट‍ालिकाएं खड़ी हैं, वो जमीन कोई मर्द अपनी मां के पेट से लेकर नहीं आया था। न उसने अपनी मेहनत से बनाई थी। फिर सभ्‍यता के विकासक्रम में ऐसा हुआ कि एक दिन कोर्ट-कचहरियों के कागज पर वो सारी जमीनें मर्दों के नाम दर्ज हो गईं। हजारों-लाखों पन्‍नों में लिखे इन प‍ट्टों पर शायद ही कभी किसी औरत का नाम दर्ज हुआ हो। हालांकि उन जमीनों पर मेहनत औरत भी करती थी, घर में रोटी पकाती थी, उन्‍हीं जमीनों पर भविष्‍य में अन्‍न उगाने के लिए अपनी देह से नई संतानों को जन्‍म देती थी, लेकिन जमीन के किसी भी टुकड़े पर मालिकाना हक उसका नहीं था। इन मर्दों की भूख और लालच इतनी बड़ी थी कि बस अपने नाम पर दर्ज जमीन से उसे कभी संतोष नहीं हुआ। उसे पड़ोसी की जमीन पर भी कब्‍जा चाहिए था। पड़ोसी शहर की, राज्‍य की जमीनें भी उसे अपने नाम करनी थीं। इसके लिए एक ताकतवर मर्द अपने से थोड़े कमजोर मर्द की जमीन पर हमला करता और उसे अपने कब्‍जे में ले लेता। लेकिन विडंबना देखिए कि वो सिर्फ पड़ोसी की जमीन पर कब्‍जा नहीं करता था, वो उसकी औरतों पर भी कब्‍जा करता था। संसार के सारे युद्ध, जो हमेशा मर्दों ने लड़े, लेकिन उसमें खरीदी, बेची, कब्‍जा की और अपमानित की जाती रहीं औरतें। आज मणिपुर में जो हो रहा है, वो उसी आदिम मर्दानी प्रवृत्ति का रूप है। दुश्‍मन समूह की औरत को सरेआम नंगा घुमाकर, अपमानित कर, उसका सामूहिक बलात्‍कार कर इन मर्दों की मर्दानगी को मोक्ष प्राप्‍त हो रहा है। मर्द आपस में लड़ रहे हैं, लेकिन मार रहे हैं औरतों को, जला रहे हैं औरतों को, बलात्‍कार कर रहे हैं औरतों का। आपने कभी दो मर्दों को आपस में लड़ते हुए देखा है। सड़क पर, ट्रेन में, बस में, मोहल्‍ले में जब दो मर्दों को एक-दूसरे को अपमानित करना होता है तो वो एक दूसरे को गालियां नहीं देते। वो एक-दूसरे की मां-बहनों को गाली देते हैं। मर्दों में इतनी एकता है कि उनकी गालियां भी एक-दूसरे के लिए नहीं निकलतीं। वो उन गालियों में बताते हैं कि दूसरे की मां कैसी है और उसकी बहन कैसी है। किसी ताकतवर समूह के बीच एकता का ये ऐसा उदाहरण है कि जिसकी मिसाल जीवन के किसी और इलाके में नहीं मिलती। जिस औरत का उस लड़ाई से कोई लेना-देना नहीं है, गाली वो खा रही है। अपमानित वो हो रही है। हर दुख, संताप, पीड़ा और अत्‍याचार उसके हिस्‍से में आया है, जबकि राज मर्दों का है। राजस्‍थान के एक कैबिनेट से बर्खास्‍त मंत्री हैं राजेंद्र गुढ़ा। कुछ साल पहले वो झुंझनू में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने बताना था कि वो उस शहर में कितनी सुंदर सड़क बनाने वाले हैं। इसके लिए उन्‍हें उपमा चाहिए थी। लेकिन इस उपमा के लिए वो कहीं और नहीं, औरत की देह में घुस पड़े। उन्‍होंने कहा कि हेमा मालिनी तो बूढ़ी हो चुकी हैं, इसलिए मैं कटरीना कैफ के गालों की तरह चिकनी सड़क बनवाने का वादा करता हूं। भीड़ में मौजूद मर्द दनादन तालियां बजा रहे थे। औरतें वहां थीं नहीं क्‍योंकि औरतें तो घरों के अंदर रहती हैं। उस भीड़ में मौजूद तालियां बजाते और ठहाके लगाते किसी भी मर्द को ये उपमा अपमानजनक नहीं लगी। हर चीज के लिए औरत की देह की उपमा दिए जाने से उन्‍हें बुरा नहीं लगता, बल्कि गुदगुदी ही होती है। ऐसे देश और समाज के हिस्‍से हैं हम। मर्द तो हैं ही, हम औरतें भी इस क्रूर दुनिया का हिस्‍सा हैं। जहां हमारे नाम पर सारी गालियां हैं, सारी अपमानजनक उपमाएं हैं। हम ऐसे देश का हिस्‍सा हैं, जहां औरतों के साथ हो रहे अत्‍याचारों पर आसानी से हमारा खून भी नहीं खौलता।मणिपुर का वीडियो सामने आने के बाद थोड़ा रोष जरूर दिखा है, लेकिन वो इसलिए कि हमने उस वीडियो में जो देखा, वो सचमुच दिल दहला देने वाला है। वो इतनी वीभत्‍स है कि देखते हुए महसूस होता है कि पेट की अंतड़ियां बाहर आ जाएंगी। इतने वीभत्‍स वीडियो के बाद हमें थोड़ा सा गुस्‍सा आया है। वर्ना बलात्‍कार तो इस देश में रोज होते हैं, लेकिन शायद ही उसे पढ़-सुनकर किसी की आत्‍मा में ऐसी मरोड़ उठती हो। औरतें रोज सड़कों पर छेड़ी जाती हैं, घर के अंदर पिटती हैं, गालियों और अश्‍लील उपमाओं से नवाजी जाती हैं, लेकिन किसी का दिल नहीं दुखता। जब तक निर्भया जैसा कांड न हो जाए कि कोई लोहे की रॉड शरीर के अंदर डालकर लड़की की सारी अंतड़ियां जमीन पर बिखेर दे, हम लोगों का खून नहीं खौलता। पता नहीं, ये बात आपको कितनी नागवार गुजरेगी, लेकिन सच तो ये है कि औरत का दुख देखकर, औरत को दुख देकर इस देश के नब्‍बे फीसदी मर्दों का दिल नहीं दुखता। महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के पाप में सब भागीदार हैं। हर किसी का हिस्‍सा है। किसी का कम तो किसी का ज्‍यादा लेकिन इस पाप से बरी कोई भी नहीं है। जरूरी नहीं कि आप इसमें हिस्‍सेदार हों। अगर ये सब देखकर आपका दिल नहीं दहलता, आपका खून नहीं उबलता, आपको गुस्‍सा नहीं आता और आप इसे ठीक करने की कोशिश का हिस्‍सा नहीं हैं तो आप भी पाप के हिस्‍सेदार है। औरतों के साथ हो रहे ये सारे अत्‍याचार किसी कानून से नहीं रुकने वाले। कानून तो निर्भया के बाद भी बदलकर सख्‍त कर दिया गया। लेकिन हुआ क्‍या। औरतों के साथ होने वाली हिंसा और बलात्‍कार पर उसका एक रत्‍ती असर नहीं हुआ। चीजें अगर बदल सकती हैं तो सिर्फ समाज के बदलने से। लोगों के बदलने से और खासतौर पर मर्दों के बदलने से। जब तब आपकी मनुष्‍यता आपको नहीं कचोटेगी, आपकी आंखों से खून के आंसू नहीं टपकेंगे, तब तक कोई बदलाव मुमकिन नहीं हैं। अब आपको सोचना ये है कि आप इस कहानी के साथ हैं या इसके खिलाफ।आपको अपनी भूमिका तय करनी है।
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सड़क पर लोग कहते-यह पिछले जन्म का पाप है; सर्कस में क्यों नहीं जाते
Madhya Pradesh Bhopal M.COM Youtuber Story; What challenges does Shashi Chaudhary face regarding her height? लेकिन मैंने खूब पढ़ाई की। घर में दिक्कत थी, पैसे नहीं थे लेकिन मम्मी ने मेहनत करके पढ़ाया। वो घर-घर घूम कर बर्तन मांजती थीं। सोचिए, खुद छोटे-छोटे हाथ हैं
मेरा नाम शशि चौधरी है। 23 साल उम्र है मेरी। हमेशा से लोगों के बीच चर्चा का विषय रही हूं। बौनी जो हूं, लोगों की नजर में। लोग हंसते हैं मुझे देखकर। कुछ साल पहले तक बुरा भी लगता था। अब सोचती हूं कि बौनापन बीमारी नहीं, मेरी खासियत है। अगर लोग मुझे देखकर हंस भी रहे हैं तो इसमें बुरा क्या है। कम से कम मैं इस लायक तो हूं कि लोगों के होंठों पर मुस्कान ला सकूं। वर्ना आज के जमाने में लोग मुस्कुराहट भी पैसे देकर खरीद रहे हैं। वैसे तो मेरे घर में सभी की हाइट कम है, लेकिन मैं उन सबसे कम हाइट की हूं। पापा सबसे लंबे हैं। उनकी लंबाई चार फुट हैं। मम्मी और भइया 3.9 फुट के और मैं 3.6 फुट की हूं। सच बोलूं तो एक समय था कि अपनी हाइट को लेकर बहुत ज्यादा बुरा लगता था। मैंने खुद को घर के अंदर कैद कर लिया था। बाहर जाने से भी डर लगता था। स्कूल में जब एडमिशन हुआ तो पहले सब नॉर्मल ही लगता था। लंबाई कम है, यह बात सातवीं क्लास तक तो मुझे समझ ही नहीं आई। जब आठवीं में गई तब दूसरे बच्चों को देखकर लगने लगा कि कुछ तो गड़बड़ है। एक समय यह भी आया जब क्लास में घुसते ही सारे बच्चे मुझे अजीब नजरों से देखने लगे। लंच के टाइम में मेरा मजाक बनने लगा। बच्चे एक-दूसरे को मेरी तरफ दिखाते और जाेर से हंसने लगते। अगर एक दिन ऐसा होता तो कोई बात नहीं थी। स्कूल के बच्चों के लिए मैं सर्कस की जोकर बन गई थी, जिसे देखकर हंसना जरूरी था। मेरी क्लास के बच्चे भी मेरे साथ अच्छे नहीं थे। वो लोग जानबूझकर मुझे क्लास में पीछे बैठने को बोलते थे। फिर ऐसी घटना घटी जिसका असर जिंदगी में गहरा पड़ा। दरअसल, एक दिन स्कूल का एक लड़का मेरे पास आया। उसकी हाइट अच्छी थी। उसने मुझे खड़े होने को कहा। मैं खड़ी हो गई। उसने अपनी हाइट मेरे साथ नापी और कहा कि तुम तीसरी क्लास में एडमिशन ले लो। उसके इतने कहते ही सारे बच्चे हंसने लगे। सभी को हंसता देखकर, मुझे वहीं रोना आ गया। मैं रो रही थी, बच्चे हंस रहे थे। किसी ने भी आगे बढ़कर मेरा साथ नहीं दिया। उस दिन मैं रोते-रोते ही घर पहुंची। मम्मी-पापा ने सच जानने के बाद प्यार से समझाया। पर मैं कुछ भी भूल नहीं पा रही थी। रह-रहकर वो घटना याद आती और मैं सिसकियों से रोने लगती। यह सिलसिला एक हफ्ते तक चला। और हां, मैं बताना भूल गई कि उस दिन के बाद से मैं कई दिन तक स्कूल नहीं गई। फिर एक दिन मुझे खुद ही लगा कि जो मैं कर रही हूं, वो सही नहीं। मैं लोगों के डर से खुद को घर के अंदर बंद नहीं कर सकती। इस तरह मैं दब्बू हो जाऊंगी। मैं समझ चुकी थी कि आपकी लंबाई कितनी होगी, आपका रंग क्या होगा, यह सब तो ऊपर वाले की नेमत है। एक इंसान की इसमें क्या भूमिका। लेकिन हम किस तरह के इंसान हैं, हमारा मन कैसे यह सब हमारे हाथ में है। यही बात मुझे दूसरे बच्चों को समझानी थी। मैं अगले ही दिन स्कूल गई। तय कर लिया था कि जो मेरा मजाक बनाएगा उसे पक्का जवाब दूंगी। मैं इन लोगों की वजह से अपनी पढ़ाई तो नहीं छोड़ सकती। मुझे लगा कि पढ़ाई ही एक चीज है जिसके सहारे सबकी जुबान पर ताला लगाया जा सकता है। उस दिन के बाद से जो भी मेरा मजाक बनाता, उसे सामने से जवाब देती थी। छोटे-मोटे मजाक को तो मैंने पॉजिटिव लेना शुरू कर दिया था। स्कूल में जूनियर क्लास के बच्चे मेरे दोस्त हो गए थे। वो अक्सर मेरे पास आते और अपनी हथेली से मेरी हथेली नापते थे। कई बार पूछ भी लेते थे कि तुम इतनी छोटी क्यों हो। मैंने सीख लिया था सबको यही बोलना है कि भगवान ने मुझे ऐसा ही बनाया है। इस ट्रिक से जिंदगी थोड़ी आसन हाे गई, दिल से बात कम लगाने लगी। खुद को साबित करने के लिए मैंने खूब पढ़ाई की। घर में दिक्कत थी। पैसे नहीं थे लेकिन मम्मी की मेहनत की वजह से मैं पढ़ी। वो घर-घर जाकर दूसरों के जूठे बर्तन मांजती थीं। सोचिए, उनके छोटे-छोटे हाथ-पैर हैं, काम करने और जाने-आने में उन्हें दिक्कत होती थी। इसके बावजूद हमेशा ही कम से कम पांच घरों में बर्तन-पोंछा करती थीं। मुझे आठवीं क्लास के बाद समझ में आ गया था कि मैं दूसरों के बर्तन नहीं मांज सकती हूं। कुछ करने के लिए सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई ही ऑप्शन है। मैं पढ़ी और 12th में मेरे 77% नंबर आए। अब मैं कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही हूं। मेरे पापा-मम्मी ने भी अपनी लंबाई की वजह से बहुत कुछ सहा और सुना है। पहले वो लोग दमोह में रहते थे। हमारा गांव वहीं है। हमारा अपना घर है। इसके बावजूद पापा-मम्मी को भोपाल शिफ्ट होना पड़ा। वहां के लोग, उनके खुद के घर वाले भी उन दोनों का मजाक बनाते थे। मुझे और भइया को यह बात पापा ने कभी नहीं बताई थी। जब मैं बीकॉम में थी तब पापा ने यह बात मुझे बताई। सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। मेरे नानी घर के लोगों की हाइट लंबी है। मामी लोग भी मम्मी-पापा को ताना मार देती थी। यह सब सुनकर जाहिर सी बात है मम्मी को बुरा लगता था। वो परेशान हो जाती थी, इसके बाद पापा ने भोपाल बसने का तय किया। अब आप ही बताएं कि जब अपने ही घर के लोग ऐसा करेंगे तो घर तो छोड़ना ही पड़ेगा। फिर बाहर के लोगों से क्या उम्मीद की जाए। यह सब सोचकर मैंने तय किया कि भले खुद मेहनत करेंगे, कमाएंगे लेकिन किसी की दो बात बिना वजह नहीं सुनेंगे। मैं दिन में अपने जनरल स्टोर पर बैठती हूं, शाम को पढ़ाई करती हूं। मैं सोशल मीडिया के लिए रील्स भी बनाती हूं। मैं और मेरे भाई दोनों अलग- अलग वीडियो चैनल चलाते हैं। कुछ पैसे उससे भी आ जाते हैं। जिससे हम अपने मम्मी-पापा की मदद करते हैं। रील्स बनाने का आइडिया लॉकडाउन से आया। हम लोगों ने लॉकडाउन में कुछ नया करने की सोची। एक दिन भइया ने कहा कि चलो वीडियो बनाया जाए। फिर हम लोगों ने रील बनाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे रोज रील बनाने लगे। हमारे रील वायरल नहीं हो रहे थे। बस आसपास, दोस्त और घर-परिवार तक ही सीमित थे। हमने कोविड गाइडलाइन्स पर एक वीडियो बनाया। यह वीडियो बहुत वायरल हुआ। लोगों को ये पसंद आया और फिर हम अपने पूरे परिवार के साथ वीडियो बनाने लगे। धीरे-धीरे लोग हमें पहचानने लगे। आज हम दोनों भाई बहन के यूट्यूब पर 4.50 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। इंस्टाग्राम पर हमारे 1 लाख 86 हजार फॉलोवर्स हैं। हमारी रोजमर्रा जिंदगी में चुनौतियों की कमी नहीं। लोग हम बौनों की तकलीफ नहीं समझते। जैसे- मैं कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स की तैयारी भी कर रही हूं। कुछ एग्जाम भी दिए हैं लेकिन सेंटर पर होने वाली दिक्कतों की वजह से कई बार मनोबल टूट जाता है। हम जैसे लोगों के लिए वहां कोई व्यवस्था नहीं होती। टेबल-कुर्सी की हाइट हमारे लिए ऊंची है। हमारी कोई मदद भी नहीं करता। हम जैसे लोगों को तो सड़क पर डिवाइडर पार करने में दिक्कत होती है। घर सड़क के उस पार है और दुकान इस तरफ। दुकान से घर जाने के लिए हमने डिवाइडर के दोनों तरफ ईंट रखी है। कभी कोई ईंट उठाकर ले जाए तब हमारी परेशानी बढ़ जाती है। समस्या की कमी नहीं। हमारे घर में पानी नहीं आता। ऐसे में दिन में कई बार छोटी-छोटी बाल्टियों में पानी भरकर घर में स्टोर करना पड़ता है। इसमें बहुत दिक्कत होती है। लोगों का क्या है, बस सड़क पर चलते हुए लोग कमेंट अजीब-अजीब कर देते हैं कि बौना होना पिछले जन्म का पाप है। कभी लोग कह देते हैं कि सर्कस में चले जाओ। अरे भाई! हम क्यों सर्कस में चले जाएं? हर बौना सिर्फ सर्कस में काम नहीं करता। वैसे वहां काम करने में कोई बुराई नहीं, लेकिन आप स्टीरियोटाइप नहीं हो सकते किसी को लेकर। कभी कभी सोचती हूं कि लोगों की सोच का क्या करें। फिर मुझे लगता है कि कोई अगर किसी की हाइट का मजाक उड़ा सकता है तो उसे समझाना भी बेकार है। शशि चौधरी ने अपने जज्बात शाश्वत से सांझा किए।
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बारिश में आपको और कार को सुरक्षित रखेंगी ये 5 टिप्स
बारिश के मौसम में ड्राइविंग करना आसान कतई नहीं होता है। इस मौसम में एक तो सड़कें खतरनाक हालत में होती हैं और मौसम भी दृश्यता कम कर देता है। ऐसे में कार में छोटी-सी कमी समस्याओं को न्यौता दे सकती है। वक्त पर इनThese 5 tips will keep you and your car safe in the rain
बारिश के मौसम में ड्राइविंग करना आसान कतई नहीं होता है। इस मौसम में एक तो सड़कें खतरनाक हालत में होती हैं और मौसम भी दृश्यता कम कर देता है। ऐसे में कार में छोटी-सी कमी समस्याओं को न्यौता दे सकती है। वक्त पर इन कमियों को दूर करके कार को सुरक्षित रखना इसकी सवारियों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। बारिश के मौसम में इन पांच चीजों की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए: 1. हेडलैम्प पर गंदगी की परत दूर करें बारिश में खासकर रात के समय सबसे जरूरी है कि आपको सड़क पर काफी कुछ साफ-साफ नजर आए। यानी आपकी कार के हेडलैम्प बिल्कुल दुरुस्त रहने चाहिए। अक्सर हेडलैम्प के ऊपर गंदगी की ऐसी बारीक-सी परत जम जाती है जो रोशनी को बाधित करती है। इसे साफ करने के लिए एक बहुत आसान तरीका यह है कि सफेद टूथपेस्ट पूरे हेडलैम्प पर घिस लें और कुछ मिनट बाद गीले कपड़े से पोंछ लें। ये बिल्कुल नए जैसे हो जाएंगे और रोशनी भी भरपूर देंगे। अगर वे अंदर से गंदे नजर आ रहे हैं तो किसी सर्विस सेंटर पर जाना ठीक रहेगा। 2. बारिश में नए लगवाएं वाइपर ब्लैड्स किसी भी कार में वाइपर की ब्लैड्स सबसे सस्ती चीज होती है। यह कार के मॉडल्स के हिसाब से 300 से 800 रुपए तक में आसानी मिल जाती हैं। अगर भर बारिश में ये खराब हो जाएं, तब तो दिक्कत होगी ही। लेकिन पुराने ब्लैड्स से अक्सर विंडस्क्रीन भी घिस जाती है जिससे रात का सफर बिना बारिश भी बेहद मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि वाइपर से लगे स्क्रेच रोशनी को फैला देते हैं। बेहतर तो यही रहता है कि हर मानसून की शुरुआत में ही इन्हें बदल दिया जाना चाहिए, भले ही वे खराब हुए हों या नहीं। लेकिन अगर आपने ये नहीं बदले, तो अब भी देर नहीं हुई है। 3. एसी की सर्विसिंग करवाएं आमतौर पर अधिकांश लोग अपने एयर कंडिशनर यानी की सर्विसिंग गर्मी के दिनों मंे ही करवाते हैं। गर्मी के दिनों में तो एसी केवल आपको गर्मी से निजात दिलाने में मददगार होगा, लेकिन बारिश में दिनों में तो यह आपकी सुरक्षा के लिए भी बेहद जरूरी है। आपकी कार के शीशों पर जमी धुंध को दूर करने में एसी सबसे ज्यादा मददगार होता है। इसलिए बारिश में कार के एसी को दुरुस्त रखें। अगर आप बारिश के मौसम में किसी लंबे सफर पर जा रहे हैं तो एयर कंडिशनर की सर्विसिंग या एसी गैस को टॉपअप करवाना बिल्कुल नहीं भूलें। 4. घिसे हुए टायर तुरंत बदलें सब कुछ टायर को ही झेलना होता है, खासकर बारिश के दौरान गीली सड़क पर पकड़ बनाए रखने के लिए टायरों के ट्रेड का गहरा होना जरूरी है। हर टायर में इंडिकेटर भी होते हैं। अगर ट्रेड उस इंडिकेटर तक घिस गए हैं तो इन्हें तुरंत बदलिए, अन्यथा यह घातक हो सकता है, क्यांेकि ऐसी स्थिति में कार स्किड होकर सड़क से बाहर जा सकती है। अगर इंडिकेटर की आपको समझ नहीं है तो किसी भी मैकेनिक या टायर सर्विसिंग वाले से पूछ सकते हैं। 5. सिरेमिक प्रोटेक्शन करवाएं इन दिनों नई गाड़ियों में तो सिरेमिक प्रोटेक्शन अब पैकेज के तहत दिया ही जाता है। लेकिन अगर आपकी गाड़ी पर यह नहीं है तो इसे करवा लेना खराब आइडिया नहीं है। हालांकि इसका संबंध सवारियों की सुरक्षा से कतई नहीं है, लेकिन यह बारिश और यहां तक कि धूप में भी आपकी गाड़ी के पेंट को खराब होने से बचाएगा।
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हिंदुओं में दक्षिणा या भिक्षा से श्रेष्ठ क्यों माना गया है दान?
हिंदू समाज में किसी को देने के तीन प्रकार हैं: दक्षिणा, दान और भिक्षा। दक्षिणा कुछ चुकाने के लिए दी जाती है। जब हम परोपकारी बनकर किसी को कुछ देते हैं, तब उसे दान कहते हैं। और तीसरा प्रकार भिक्षा का है। लेकिन लोग इनWhy is charity considered better than dakshina or alms among Hindus?
हिंदू समाज में किसी को देने के तीन प्रकार हैं: दक्षिणा, दान और भिक्षा। दक्षिणा कुछ चुकाने के लिए दी जाती है। जब हम परोपकारी बनकर किसी को कुछ देते हैं, तब उसे दान कहते हैं। और तीसरा प्रकार भिक्षा का है। लेकिन लोग इन धारणाओं में गड़बड़ा जाते हैं और अलग-अलग संदर्भों में एक ही शब्द के अलग-अलग प्रयोग करते हैं। आइए इन शब्दों के सही अर्थ समझें। वैदिक काल में कवियों को दान दिया जाता था और बदले में वे दाता के आदर में ‘दान-स्तुति’ रचते थे। इसलिए हम इसे दान नहीं, बल्कि दक्षिणा कह सकते हैं। प्राचीन काल में राजा अपने राजत्व को वैध बनाने के लिए गो-दान करते थे। किसी मृत व्यक्ति के जीवित संबंधी अपने दिवंगत परिजनों के लिए अच्छा भविष्य सुनिश्चित करने के लिए भी गो-दान करते थे। दोनों उदाहरणों का यह गो-दान वास्तव में भिक्षा था, जो आध्यात्मिक पुण्य प्राप्त करने के लिए दी जाती थी। प्राचीन काल के सामंतवादी समाजों में ब्राह्मण लोगों के लिए अनुष्ठान करने, मंदिर बनाकर उन्हें चलाने, यहां तक की गांव स्थापित करने और कर इकठ्ठा करने में राजाओं की मदद करने जैसी अपनी तरह-तरह की सेवाओं के लिए भुगतान मांगते थे। एक बार राजा हरिश्चंद्र ने विश्वामित्र ऋषि के यज्ञ में बाधा डाली। इसका प्रायश्चित करने के लिए राजा ने ऋषि को अपना राज्य प्रदान कर दिया। लेकिन विश्वामित्र नहीं चाहते थे कि लोग इसे दान समझें। इसलिए उन्होंने हरिश्चंद्र से कहा कि यज्ञ में बाधा डालने के पाप से मुक्त होने की सेवा के लिए उन्हें अतिरिक्त ‘दक्षिणा’ देनी होगी। भिक्षा प्राप्त करने वाला भिक्षा देने वाले का ऋणी बन जाता है, इसलिए वह यह ऋण आशीर्वाद देने जैसे अमूर्त तरीक़ों से चुकाता है। बौद्ध और जैन धर्मों जैसे मठवासी धर्मों में भिक्षा को बहुत महत्व दिया गया। आज भी बौद्ध देशों में लोग भिक्षुओं को उनके कटोरों में भोजन देने के लिए सड़कों पर प्रतीक्षा करते हैं। वे इसे दान देना मानते हैं, लेकिन बदले में पुण्य की अपेक्षा भी रखते हैं। इसलिए वह दान नहीं, भिक्षा बन जाता है। दान देने वाला ऋण को माफ़ करता है। दान प्राप्त करने वाले को ऋण नहीं चुकाना पड़ता है। इसलिए दान देना दक्षिणा या भिक्षा देने से श्रेष्ठ माना जाता है। पुराणों में दानवीर कर्ण की कई कहानियां हैं। उन्हें सुनकर यह विचार करना स्वाभाविक है कि परोपकारी होने के बावजूद कर्ण का जीवन इतना दुःखद क्यों था। यह इसलिए कि हम दान को ‘भिक्षा’ समझ रहे हैं। दान में बदले में कुछ भी अपेक्षित नहीं है। इसलिए, परोपकारी होने के बावजूद कर्ण को कोई लाभ नहीं हुआ। दान करने में निहितार्थ यह है कि आप बदले में कुछ भी अपेक्षित न करें। एक बार तीनों लोकों के स्वामी बलि ने घोषणा की कि वे उनके पास आने वाले सभी लोगों की सभी आवश्यकताएं पूरी करेंगे। बलि की इस घोषणा में अहंकार निहित था। इसलिए विष्णु ने वामन का रूप लेकर उनसे तीन कदम भूमि मांगी। जैसे ही बलि ने हां कहा, विष्णु विशालकाय बन गए। दो कदमों में तीनों लोकों को पार कर उन्होंने बलि से पूछा कि तीसरा कदम कहां रखूं? तब बलि ने तीसरे कदम के लिए अपना सिर प्रदान कर विष्णु को अपना गुरु मान लिया। विष्णु ने उन्हें देने के बारे में यह महत्वपूर्ण सीख दी थी- विश्व में संसाधन या खाद्य पदार्थ सीमित हैं, लेकिन भूख असीम है। इसलिए सभी जीव खाद्य पदार्थों के लिए संघर्ष करते हैं। खाद्य पदार्थों की मात्रा बस उतनी ही होती है, जितनी कि उससे जीवों की भूख मिट सके। यह मानना कि कोई सभी जीवों की भूख मिटा सकता है, मूर्खता के बराबर है। क्योंकि जैसे बलि विष्णु के ‘कदम’ का अनुमान नहीं लगा पाए, हम किसी मनुष्य की भूख का अनुमान नहीं लगा सकते। एक बार कुबेर को यह गलतफहमी हो गई कि शिव अपने पुत्र गणेश को पेटभर खिला नहीं सकते, इसलिए कुबेर ने गणेश को अपने घर भोजन पर आमंत्रित कर लिया और उन्हें जी भरके खाने के लिए कहा। गणेश ने इतना खाया कि कुबेर का सारा खाना ख़त्म हो गया, फिर भी वे कहते रहें कि उनका जी नहीं भरा। गणेश कुबेर को ये सीख दे रहे थे कि जीवन में भूख को मिटाने के बजाय उसके पार जाना आवश्यक है, क्योंकि जब खाने की मात्रा बढ़ती है, तब भूख भी बढ़ती है। इसलिए हम शिव से प्रार्थना करते हैं। उनके निवास स्थल कैलाश पर्वत पर कोई भूखा नहीं होता है- शिव का नाग गणेश के मूषक को नहीं खाता है और कार्तिकेय का मोर शिव के नाग को नहीं खाता है।
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बड़ी कंपनियों ने तकनीक को काबू में रखने का वादा किया, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है
अमेरिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रही सात प्रमुख कंपनियां टेक्नोलॉजी को सुरक्षित बनाने के लिए तैयार हो गई हैं। कंपनियों ने एआई के नए टूल्स के खतरों को नियंत्रित करने का वादा किया है। शुक्रवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से
अमेरिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रही सात प्रमुख कंपनियां टेक्नोलॉजी को सुरक्षित बनाने के लिए तैयार हो गई हैं। कंपनियों ने एआई के नए टूल्स के खतरों को नियंत्रित करने का वादा किया है। शुक्रवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से चर्चा के दौरान सुरक्षा और भरोसा बनाए रखने का वचन दिया गया। ये सात कंपनियां हैं, अमेजन, एंथ्रोपिक, गूगल, इनफ्लेक्शन,मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और ओपन एआई। कंपनियों के बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में बाइडेन ने कहा, हमें उभरती टेक्नोलॉजी के खतरों के प्रति सचेत रहना पड़ेगा। वैसे, टेक कंपनियों की सहमति के बावजूद टेक्नोलॉजी के विकास में रोक लगने की संभावना नहीं है। पिछले कुछ समय से एआई ने गंभीर आशंकाएं पैदा की हैं। उससे मनुष्य का अस्तित्व खत्म होने तक की चेतावनी दी गई है। कंपनियों ने जोखिमों के संबंध में कुछ उपायों पर सहमति जताई है। लेकिन टेक्नोलॉजी में बदलाव की रफ्तार के हिसाब से अमेरिकी संसद सोशल मीडिया और अन्य टेक्नोलॉजी का नियमन नहीं कर पा रही है। सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नए प्रोग्राम की चीन और अन्य प्रतिद्वंद्वियों तक पहुंच रोकने के लिए राष्ट्रपति के भावी आदेश का कोई ब्योरा नहीं दिया है। सरकार आधुनिक सेमीकंडक्टर और बड़े लेंग्वेज मॉडल के एक्सपोर्ट पर रोक लगा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है, टेक्नोलॉजी कंपनियों ने शुक्रवार को जिन बिंदुओं पर खुद सहमति जताई है, वे कंपनियों ने पहले से लागू कर रखे हैं। नए वायदों से एआई कंपनियों की योजनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। चूंकि वचनबद्धता स्वैच्छिक है इसलिए सरकार की रेगुलेशन एजेंसी इनका पालन नहीं करा सकती है। कंपनियों ने स्वतंत्र विशेषज्ञों से सिक्योरिटी टेस्टिंग, भेदभाव और प्राइवेसी पर रिसर्च, खतरों के संबंध में सरकारों और अन्य संगठनों से सूचना की शेयरिंग, जलवायु परिवर्तन जैसी सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए टूल्स बनाने और एआई जनरेटिड कंटेंट में पारदर्शिता बरतने जैसे सुरक्षा उपाय करने पर सहमति जाहिर की है। कंपनियों ने दो उद्देश्यों से अपने लिए स्टैंडर्ड तय किए हैं- खुद पहल करके संसद के कानून या सरकार के नियामक उपायों को रोकना और संकेत देना कि वे सोच-समझकर और सक्रियता से नई टेक्नोलॉजी से निपट रही हैं। एआई टेक्नोलॉजी कंपनियों ने जिन नियमों पर सहमति व्यक्त की है, वे सामान्य हैं और हर कंपनी उनकी अपने तरीके से व्याख्या कर सकती है। न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में स्टर्न सेंटर के डिप्टी डायरेक्टर पॉल बैरेट का कहना है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से समाज को होने वाले खतरों से बचाव के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। स्वैच्छिक सहमति लागू नहीं कराई जा सकती है। अमेरिकी सरकार ने एआई के संबंध में अब तक कारगर कदम नहीं उठाए हैं एआई को नियमों के दायरे में लाने के लिए अमेरिका ने जरूरी कदम नहीं उठाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है. अमेरिका ने तो लंबे और कठिन रास्ते पर केवल शुरुआत की है। कंज्यूमरों की सुरक्षा और टेक्नोलॉजी से जॉब जाने, झूठी जानकारियों के प्रसार और सिक्योरिटी को खतरों के कानूनों का खाका तक सामने नहीं आया है। कंज्यूमर ग्रुप पब्लिक नॉलेज के प्रेसीडेंट क्रिस लुइस का कहना है, कोई नहीं जानता कि कानून कैसा होगा। इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेसी इंफॉरमेशन सेंटर की केट्रिओना फिट्जगेराल्ड कहती हैं, बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के मामले में स्वेच्छा से किए गए वायदे काफी नहीं हैं। कानूनी पहल के मामले में अमेरिका यूरोप से पीछे है। यूरोपीय संसद इस साल एआई के खतरनाक उपयोग पर रोक लगाने के लिए कानून बना रही है। माइकेल शीयर, सेसिला कांग, डेविड सेंगर © The New York Times
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23 करोड़ लोग रेगुलर लिसनर्स, 100 करोड़ लोगों ने एक बार जरूर सुना
पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी 30 जुलाई को अपने मन की बात प्रोग्राम के जरिए देश वासियों से बात करेंगे। पीएम मोदी के मन की बात का यह 103वां एपिसोड होगा। इस कार्यक्रम को सुबह 11 बजे टेलिकॉस्ट किया जाएगा। एक स्टडी के मुताबिक, 23PM Modi Mann Ki Baat programme 103rd episode telecast today July 30
पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी 30 जुलाई को अपने मन की बात प्रोग्राम के जरिए देश वासियों से बात करेंगे। पीएम मोदी के मन की बात का यह 103वां एपिसोड होगा। इस कार्यक्रम को सुबह 11 बजे टेलिकॉस्ट किया जाएगा। एक स्टडी के मुताबिक, 23 करोड़ लोग मन की बात के रेगुलर लिसनर्स हैं। वहीं कम से कम 100 करोड़ लोगों ने इस कार्यक्रम को एक बार जरूर सुना है। 102वां एपिसोड एक हफ्ते पहले टेलिकास्ट हुआ था पीएम मोदी के मन की बात का 102वां एपिसोड 18 जून को आया था। इस एपिसोड में उन्होंने योग दिवस, इमरजेंसी, स्पोर्ट्स, 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के अभियान और प्रकृति संरक्षण को लेकर बात की थी। यह शो महीने के आखिरी रविवार को टेलीकास्ट होता है, लेकिन पीएम मोदी 21 जून से 24 जून तक अमेरिका दौरे पर थे। ऐसे में प्रोग्राम एक हफ्ते पहले प्रसारित किया गया था। पढ़ें पूरी खबर... अप्रैल में पूरे हुए थे 100 एपिसोड PM का मन की बात 3 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ था और हर महीने के अंतिम रविवार को सुबह 11 बजे ब्रॉडकॉस्ट/ टेलिकॉस्ट किया जाता है। 30 मिनट के कार्यक्रम ने 30 अप्रैल 2023 को 100 एपिसोड पूरे किए हैं। 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा मन की बात 11 विदेशी भाषाओं में ब्रॉडकॉस्ट किया जाता है। IIM रोहतक की स्टडी-23 करोड़ लोग मन की बात के रेगुलर लिसनर्स ‘मन की बात’ को देश के 100 करोड़ लोग कम से कम एक बार सुन चुके हैं। 23 करोड़ लोग नियमित रूप से ‘मन की बात’ को सुनते हैं। IIM रोहतक ने ‘मन की बात’ को लेकर एक स्टडी की थी, जिसे प्रसार भारती ने करवाया था। IIM के डायरेक्टर धीरज शर्मा और प्रसार भारती के CEO गौरव द्विवेदी ने बताया कि स्टडी के लिए डेटा कलेक्शन हिंदी के साथ-साथ कई रीजनल भाषाओं में किया गया था। इसमें करीब 10 हजार लोगों को शामिल किया गया था। पढ़ें पूरी खबर... अब पढ़िए 100वें और 101वें एपिसोड से जुड़ी खबरें... मन की बात का 101वां एपिसोड ​​​​​​​​​​​​​​मन की बात के 101वें एपिसोड में युवासंगम, देश के म्यूजियम, जल संरक्षण और सावरकर की जयंति पर आधे घंटे बात की।​​​​​​​ PM ने सावरकर की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा- वीर सावरकर का का निडर, स्वाभिमानी स्वभाव कभी गुलामी की मानसिकता को बर्दाश्त नहीं कर सका। बड़ी बातें पढ़ने के क्लिक करें... मन की बात का 100वां एपिसोड ​​​​​प्रधानमंत्री ने कहा- 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी से शुरू हुआ यह त्योहार हम हर महीने मनाते हैं। मन की बात कार्यक्रम नहीं, यह मेरे लिए आस्था,पूजा और व्रत है। जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते हैं तो प्रसाद की थाल लाते हैं। मन की बात ईश्वर रूपी जनता जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल जैसे है। बड़ी बातें पढ़ने क्लिक करें...
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CTI ने वित्तमंत्री को लेटर लिखकर कहा- एक्स्ट्रा चार्ज बिल में जुड़ना ही नहीं चाहिए
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से एक सर्विस पर दो शुल्क लगाए जाने को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से एक सर्विस पर दो शुल्क लगाए जाने को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन जारी करने की मांग की है। इस संबंध में CTI ने शनिवार (29 जुलाई) को वित्त मंत्री को एक लेटर लिखा है। इस मुद्दे पर CTI चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा, 'गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) आने के बाद सर्विस चार्ज के नाम पर कस्टमर्स से एक्स्ट्रा चार्ज वसूलना ठीक नहीं है। वैट के समय अलग बात थी, तब कई टैक्स थे। GST को 'वन नैशन, वन टैक्स' कॉन्सेप्ट पर लाया गया है।' बृजेश गोयल ने बताया कि कई रेस्टोरेंट मालिक सर्विस चार्ज का भुगतान करने या नहीं करने का ऑप्शन ग्राहक की मर्जी पर छोड़ देते हैं। CTI की मांग है कि ये बिल में जुड़ना ही नहीं चाहिए। इस पर वित्त मंत्री को स्पष्ट गाइडलाइन जारी करनी चाहिए।' दिल्ली हाईकोर्ट ने NRAI-FHRAI पर ₹1-1 लाख का जुर्माना लगाया दिल्ली हाईकोर्ट ने सर्विस चार्ज से जुड़े नियमों का पालन न करने को लेकर नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) और फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FHRAI) पर 1-1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। 24 जुलाई को दिए आदेश में कोर्ट ने कहा था कि इस जुर्माने का पेमेंट भारत सरकार के उपभोक्ता मामले के विभाग को किया जाए। इस मामले की अब अगली सुनवाई 5 सितंबर को होगी। कहां करें शिकायत अगर ग्राहक सर्विस चार्ज नहीं देना चाहते हैं और होटल मालिक जबरदस्ती कर रहा है तो ग्राहक बिल की कॉपी के साथ उपभोक्ता आयोग में ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 1915 पर भी कॉल कर सकते हैं। इसके बाद होटल के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। सर्विस चार्ज को लेकर कंज्यूमर हेल्पलाइन में 4 हजार से अधिक शिकायतें सरकार ने पिछले साल सर्विस चार्ज नहीं वसूलने को लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे। इसके बाद से नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन पर जबरन सर्विस चार्ज वसूलने को लेकर 4 हजार से ज्यादा शिकायते दर्ज कराई गई हैं। रेस्टोरेंट जबर्दस्ती सर्विस चार्ज मांगे तो क्या कर सकते हैं? कस्टमर इस बात का विरोध कर सकते हैं और कंज्यूमर फोरम में जाकर इसके बारे में शिकायत कर सकते हैं। इसके साथ ही consumerhelpline.gov.in या टोल फ्री नंबर 1800-11-4000 पर भी कॉल करके शिकायत कर सकते हैं।
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अवैध नागरिकों की पहचान होगी, केंद्र का आदेश- सितंबर तक पूरा करना होगा काम
Manipur Violence Opposition Visit News Updates: Follow Manipur Kuki Vs Meitei Violence Latest News, Reports and Analysis On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवपलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के 20 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल 29 जुलाई यानी शनिवार सुबह मणिपुर के इंफाल रवाना हो गया
मणिपुर सरकार ने शनिवार को राज्य में म्यांमार से आए लोगों का बायोमीट्रिक डेटा लेना फिर शुरू कर दिया है। यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर हो रही है। इसका मकसद मणिपुर में अवैध रूप से रह रहे म्यांमार के नागरिकों की पहचान करना है। यह काम सितंबर 2023 से पूरा करने को कहा गया है। बयोमीट्रिक पहचान का काम पहले भी चल रहा था, लेकिन राज्य में हिंसा के चलते बंद कर दिया गया था। गृह मंत्रालय ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के अधिकारियों की टीम मणिपुर भेजी है जो वहां के अफसरों को डेटा कलेक्ट करने की ट्रेनिंग देगी। इससे पहले हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में इंडियन नेशनल डेवपलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के सांसदों ने दौरा और हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की। यह दौरा दो दिन का है। I.N.D.I.A के सांसद मणिपुर पहुंचे विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवपलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार (29 जुलाई) को मणिपुर पहुंचा। इसके बाद सांसदों का एक दल चूराचांदपुर पहुंचा। यहां उन्होंने रिलीफ कैंप में हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की। ये सांसद 30 जुलाई तक यहां रहेंगे और जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे। राज्य में तीन महीनों से जारी हिंसा और यहां के लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर सरकार और संसद को अपनी राय भी देंगे। इस बीच, मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में CBI ने शनिवार (29 जुलाई) को FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी। केंद्र सरकार ने 27 जुलाई को मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की बात सुप्रीम कोर्ट को बताई थी। साथ ही हलफनामा दायर कर मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर कराने की अपील भी की थी। उधर, मणिपुर की राजधानी इंफाल में मैतेई समुदाय की महिलाओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने शांति की अपील की और कहा कि कुकी समुदाय के लिए प्रशासन अलग से कोई नियम ना बनाए। इस बीच राज्यपाल अनुसूइया उइके रिलीफ कैंप में जाकर हिंसा पीड़ितों से मिलीं। यहां उन्होंने एक महिला को गले लगाकर ढांढस बंधाया। I.N.D.I.A. के सांसदों के दल को चिट्ठी मणिपुर दौरे पर गए विपक्षी संगठन इंडियन नेशनल डेवपलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के दल को इंडीजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने चिट्ठी लिखी है। इसमें बताया है कि तीन महीने से राज्य में जातीय हिंसा भड़की है। राज्य के सैन्यागार से हजारों हथियार लूटे गए हैं। राज्य के इकलौते हाईवे को बंद कर दिया गया है, जिसके चलते सबसे बड़े जिले चूराचांदपुर में रोजमर्रा की चीजों की कमी हो गई है। ट्राइबल्स और मैतेई शारीरिक रूप से अलग हैं। जबकि काफी हिंसा हो चुकी है, इस बात की संभावना नहीं दिखती कि दोनों फिर से साथ रह पाएंगे। हमारी केंद्र सरकार से अपील है कि संविधान के तहत हमें खुद का शासन करने का अधिकार दें। मोदी आएं, हम उन्हें कंपनी देंगे- गौरव गोगोई I.N.D.I.A. के सांसदों की एक अन्य टीम चूराचांदपुर के डॉन बॉस्को स्कूल में बने रिलीफ कैंप पहुंची। यहां कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि यहां लोग कभी भी उन लोगों को माफ नहीं करना चाहते, जिन्होंने उनको इस हालात में पहुंचाया। उनकी जिंदगी को सामान्य करने के लिए अभी कई कदम उठाने होंगे। केंद्र पर निशाना साधते हुए गोगोई ने कहा कि सरकार कह रही है कि मणिपुर में हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन लोग फिर कैंपों में क्यों रह रहे हैं। आखिर लोग क्यों अपने घर नहीं लौटना चाहते? मतलब साफ है कि लोगों का सरकार पर भरोसा नहीं है। गोगोई ने ये भी कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर आएं तो हम (I.N.D.I.A. का प्रतिनिधिमंडल) उन्हें कंपनी (साथ) देंगे। I.N.D.I.A. के सांसदों के दौरे पर सरकार ने साधा निशाना केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्षी सांसदों के मणिपुर दौरे पर कहा कि जब पहले की सरकारों के कार्यकाल में मणिपुर जलता था तो ये सांसद पार्लियामेंट में एक शब्द नहीं बोलते थे। मणिपुर में शनिवार को जारी चारों बड़े इवेंट को सिलसिलेवार तरीके से समझ लेते हैं... 1. विपक्षी गठबंधन में शामिल 16 दलों के 21 सांसद मणिपुर पहुंचे विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल 16 पार्टियों के 21 सांसद शनिवार को मणिपुर पहुंचे। यहां कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'हम राजनीतिक मुद्दे उठाने के लिए नहीं, बल्कि मणिपुर के लोगों के दर्द और जमीनी स्थिति को समझने के आए हैं। सरकार ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई है।' इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को कोलकाता में कहा, 'गठबंधन के सांसदों को बंगाल और राजस्थान भी जाना चाहिए। अधीर रंजन को सांसदों के साथ बंगाल की स्थिति भी देखनी चाहिए।' मणिपुर जाने वाले डेलिगेशन में शामिल 21 सांसदों के नाम - 2. महिलाओं के कपड़े उतरवाकर घुमाने के मामले में CBI ने FIR दर्ज की मणिपुर में 19 जुलाई को दो महिलाओं को कपड़े उतारकर घुमाने के वायरल वीडियो के मामले में CBI ने FIR दर्ज कर ली है। इससे पहले मणिपुर पुलिस शुक्रवार (28 जुलाई) को दोनों पीड़ित महिलाओं के पास पहुंची। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने उनके बयान दर्ज किए हैं। मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है। हालात तब और बिगड़ गए जब 19 जुलाई को दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो वायरल हुआ। ये घटना 4 मई की थी। वीडियो देख लोगों में आक्रोश और बढ़ गया। पुलिस ने इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नाबालिग है। 3. इंफाल में मैतेई महिलाओं का प्रदर्शन, कहा- कुकी के लिए अलग नियम न बनें मणिपुर की राजधानी इंफाल में शनिवार को मैतेई समुदाय की महिलाओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने शांति की अपील तो की, लेकिन कहा कि कुकी समुदाय के लिए प्रशासन अलग से कोई नियम ना बनाए। महिलाओं के संगठन ऑल कोंगबा रोड यूनाइटेड क्लब्स ऑर्गनाइजेशन ​​​​​​की तरफ से बुलाए गए इस प्रोटेस्ट में बड़ी संख्या में मैतेई समुदाय के पुरुष भी शामिल थे। 4. राज्यपाल रिलीफ कैंप पहुंचीं तो आपबीती सुनाते हुए रो पड़ी महिला मणिपुर की राज्यपाल अनुसूइया उइके शनिवार को चुराचांदपुर में बनाए गए रिलीफ कैंप में पहुंचकर हिंसा पीड़ितों से मिलीं। इस दौरान एक महिला आपबीती सुनाते हुए रो पड़ी। इसके बाद गवर्नर ने उठकर उसे ढांढस बंधाया। मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा के बाद सैकड़ों लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। ये सभी लोग सरकार की तरफ से बनाए गए रिलीफ कैंप्स में रह रहे हैं। हथियारबंद हमलावर भीड़ अब जवानों को निशाना बना रही राज्य में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जारी हिंसा अब सुरक्षाबलों की ओर मुड़ गई है। बीते 24 घटों में बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों में सुरक्षाबलों और हमलावरों के बीच कई जगह मुठभेड़ हुई। हमलावरों ने लगभग 200 देशी बम गिराए। बिष्णुपुर के फोउगक्चाओ थाने के चार अलग-अलग स्थानों पर हुई भिड़ंत में तीन लोगों की जान चली गई है। वहीं, गुरुवार को भी दो की मौत हो गई थी। सेना और मणिपुर पुलिस के एक-एक कमांडो सहित 5 लोग घायल हैं। ऐसा पहली बार देखने मिला है कि हथियारबंद हमलावर भीड़ BSF और अर्द्धसैनिक बलों को सीधा निशाना बना रही है। पुलिस को आशंका है कि हमले में उग्रवादी कैडर शामिल हो सकता है, क्योंकि इतने बड़े हमलों को भीड़ अंजाम नहीं दे सकती। अर्द्धसैनिक बलों की मदद के लिए सेना की कुमाऊं रेजिमेंट के जवान भी मौके पर भेजे गए हैं। इस बीच, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के नेताओं से अपील की है कि वे मणिपुर के मामले में दखल न दें। मणिपुर में 16 जिले, सबसे ज्यादा हिंसा इंफाल, चुराचांदपुर और कांगपोकपी में... मणिपुर हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा मौतें मणिपुर हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 3-5 मई के बीच 59 लोग, 27 से 29 मई के बीच 28 लोग और 13 जून को 9 लोगों की हत्या हुई थी। 16 जुलाई से लेकर 27 जुलाई तक हिंसा नहीं हुई थी लेकिन पिछले दो दिनों से हिंसक झड़प की घटनाएं बढ़ गई हैं। 4 पॉइंट्स में जानिए क्या है मणिपुर हिंसा की वजह... मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतेई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इंफाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं। कैसे शुरू हुआ विवाद: मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें भी जनजाति का दर्जा दिया जाए। समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई। समुदाय की दलील थी कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था। उससे पहले उन्हें जनजाति का ही दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से सिफारिश की कि मैतेई को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए। मैतेई का तर्क क्या है: मैतेई जनजाति वाले मानते हैं कि सालों पहले उनके राजाओं ने म्यांमार से कुकी काे युद्ध लड़ने के लिए बुलाया था। उसके बाद ये स्थायी निवासी हो गए। इन लोगों ने रोजगार के लिए जंगल काटे और अफीम की खेती करने लगे। इससे मणिपुर ड्रग तस्करी का ट्राएंगल बन गया है। यह सब खुलेआम हो रहा है। इन्होंने नगा लोगों से लड़ने के लिए आर्म्स ग्रुप बनाया। नगा-कुकी विरोध में क्यों हैं: बाकी दोनों जनजाति मैतेई समुदाय को आरक्षण देने के विरोध में हैं। इनका कहना है कि राज्य की 60 में से 40 विधानसभा सीट पहले से मैतेई बहुल इंफाल घाटी में हैं। ऐसे में ST वर्ग में मैतेई को आरक्षण मिलने से उनके अधिकारों का बंटवारा होगा। सियासी समीकरण क्या हैं: मणिपुर के 60 विधायकों में से 40 विधायक मैतेई और 20 विधायक नगा-कुकी जनजाति से हैं। अब तक 12 CM में से दो ही जनजाति से रहे हैं। मणिपुर हिंसा से जुड़ी भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट्स और अन्य खबरें भी पढ़ें... मणिपुर की 9 कहानियां: निर्वस्त्र घुमाया, गैंगरेप किया: पीड़िता की मां बोलीं- CM का फोन तक नहीं आया ‘मेरे पति को मार दिया। बेटे को मार दिया। बेटी के कपड़े उतारकर घुमाया, उसे पीटा और गैंगरेप किया। आज तक न तो CM, न ही किसी मंत्री का फोन आया।’ ये कहते हुए मणिपुर में निर्वस्त्र घुमाई गई पीड़िता की मां जोर-जोर से रोने लगती हैं। करीब आधे घंटे तक लगातार रोती जाती हैं। पूरी खबर पढ़ें... मणिपुर के थोरबुंग में कुकी-मैतेई भिड़े, रातभर चलीं गोलियां:फायरिंग में फंसा भास्कर रिपोर्टर 22 जुलाई को भास्कर रिपोर्टर मणिपुर हिंसा के एपिसेंटर चुराचादंपुर में कुकी महिलाओं से मिलकर लौट रहे थे। इंफाल की तरफ 10 Km चले थे कि दूर एक इमारत में आग लगी नजर आई। वहां पहुंचे तो एक गोली करीब से सनसनाती हुई निकल गई। हमारी तरफ फायरिंग होने लगी। हमने छिपने के लिए दीवार की तरफ भागे। पूरी खबर पढ़ें... ‘वो हमारे कपड़े उतरवा रहे थे, पुलिस चुपचाप खड़ी थी’:वायरल वीडियो की FIR लिखने वाले SHO बोले- हां, गैंगरेप हुआ ‘हम पुलिस की गाड़ी में थे। लगा था, वो हमें बचा लेंगे। मैतेई लड़कों की भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया। हमें उतारकर इधर-उधर छूने लगे। उन्होंने कहा- जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, उन्होंने मुंह फेर लिया। फिर हमने कपड़े उतार दिए….’। ये कहना है मणिपुर में निर्वस्त्र की गई 21 साल की पीड़ित का। पूरी खबर पढ़ें... मणिपुर में स्कूल और खेत खाली, टूरिज्म ठप: किसानों की सुरक्षा में जवान; बंकर, हथियार, हिंसा के बीच बच्चे पढ़ने कैसे जाएं मणिपुर में हिंसा शुरू हुए ढाई महीने से ज्यादा हो चुके हैं। जल चुके 120 से ज्यादा गांव, 3,500 घर, 220 चर्च और 15 मंदिर हिंसा की निशानी के तौर पर खड़े हैं। इस तबाही में खाली स्कूल और खेत भी जुड़ चुके हैं। अब स्कूलों के खुलने का वक्त है और खेतों में बुआई का। पूरी खबर पढ़ें...
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विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ​​​​​​​की तीसरी बैठक सितंबर तक टाली जा सकती है, मुंबई में 25-26 अगस्त को होनी थी
Breaking News Headlines Update; Dainik Bhaskar Breaking News Headlines Today, India and World Latest Pictures Videos, Pictures, and More From Dainik Bhaskar. श्रद्धा हत्याकांड में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने शुक्रवार को एक दुकानदार का बयान दर्ज किया, जिसने कथित तौर पर अपराध में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा
विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की 25-26 अगस्त को मुंबई में होने वाली तीसरी बैठक सितंबर के पहले सप्ताह तक के लिए टाली जा सकती है। सूत्रों ने शनिवार को बताया विपक्ष के कुछ नेताओं ने बताया है कि वे अपनी व्यस्तताओं के कारण इन दिनों में उपलब्ध नहीं हैं। NCP चीफ शरद पवार अगस्त के मध्य से महाराष्ट्र के दौरे पर निकलेंगे और वे ​​​​​​​उपलब्ध नहीं रहेंगे। आज की अन्य बड़ी खबरें... श्रीनगर में आतंकवादी गिरफ्तार, पिस्टल, गोलियां और मैगजीन भी बरामद पुलिस ने शनिवार को बटमालू से आतंकी संगठन अल बद्र के एक हाइब्रिड आतंकवादी को गिरफ्तार किया। वह आतंकवादी गतिविधियों की योजना बना रहा था। हाइब्रिड आतंकवादी वे होते हैं जो हमले करते हैं और फिर अपने नियमित जीवन में वापस आ जाते हैं। श्रीनगर पुलिस ने ट्विटर पर कहा, पकड़े गए आतंकी का नाम अरफात यूसुफ पिता मोहम्मद यूसुफ है जो राजपोरा पुलवामा का रहने वाला है। उसके पास से एक पिस्तौल, 20 लाइव राउंड गोलियां और 2 मैगजीन बरामद की गई हैं। रिश्वत लेने के मामले में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में तैनात दो ज्वाइंट डायरेक्टर समेत चार गिरफ्तार ​​​​​​​​​​​​​​ ​​​​​​​CBI ने 3 लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में तैनात दो ज्वाइंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारियों और आलोक इंडस्ट्रीज के एक सहयोगी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में ज्वाइंट डायरेक्टर मंजीत सिंह और पुनीत दुग्गल, वरिष्ठ तकनीकी सहायक रूही अरोड़ा, आलोक इंडस्ट्रीज के एक सहयोगी रेशम रायजादा शामिल हैं, जिसे 2019 में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अधिग्रहित किया गया था।​​​​​​​ थाईलैंड में पटाखा गोदाम में धमाका, 9 लोगों की मौत कई घायल थाईलैंड में शनिवार को एक पटाखा गोदाम में हुए धमाके में नौ लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। नाराथिवास स्टेट के गवर्नर सनान पोंगाक्सोर्न ने पब्लिक ब्रॉडकास्टर PBS को बताया कि कम से कम 115 लोग घायल हुए हैं और कई की हालत गंभीर है। MP लगातार दूसरी बार टाइगर स्टेट; यहां 785 बाघ, 4 साल में 259 बढ़े मध्य प्रदेश को फिर टाइगर स्टेट का तमगा मिला है। MP लगातार दूसरी बार जबकि कुल तीसरी बार टाइगर स्टेट बना है। सबसे पहले 2006 में हुई पहली गणना में प्रदेश पहले पायदान पर था। इसके बाद 2018 और अब 2022 में MP नंबर वन रहा है। साल 2022 की गणना में MP में टाइगर्स की संख्या बढ़कर 785 हो गई है। यह देश में सर्वाधिक है। 2018 जब गिनती हुई थी, तब MP में 526 टाइगर थे। यानी 4 साल में यहां 259 टाइगर बढ़ गए हैं। साल 2022 की गणना में 563 टाइगर्स के साथ कर्नाटक दूसरे, 560 टाइगर्स के साथ उत्तराखंड तीसरे, जबकि 444 टाइगर्स के साथ महाराष्ट्र चौथे नंबर पर है। पढ़ें पूरी खबर... सिंगापुर के सैटेलाइट्स की लॉन्चिंग के लिए उलटी गिनती शुरू भारत 30 जुलाई को श्रीहरिकोटा से सिंगापुर के सात सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में लॉन्च करेगा। इसरो ने बताया कि यह लॉन्चिंग PSCL-C56 रॉकेट से की जाएगी। इसके लिए उल्टी गिनती शनिवार को सुबह 6.20 बजे शुरू हो गई। मालूम हो कि इसरो ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग की है। पश्चिम बंगाल के पूर्व CM बुद्धदेव भट्टाचार्य को सांस लेने में तकलीफ, अस्पताल में भर्ती कराया गया पश्चिम बंगाल के पूर्व CM बुद्धदेव भट्टाचार्य को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद शनिवार को कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया। भट्टाचार्य (79) को अस्पताल की क्रिटिकल केयर यूनिट में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। केरल के राज्यपाल के काफिले में घुसी अज्ञात कार, सिक्योरिटी गार्ड की गाड़ी को मारी टक्कर; 2 आरोपी गिरफ्तार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। एक प्राइवेट कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शनिवार सुबह नोएडा सेक्टर-77 पहुंचे केरल के राज्यपाल के काफिले में एक अज्ञात कार घुस गई। काफिले में शामिल गाड़ी को इस कार ने टक्कर मारी। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन चीनी मांझा बिक्री के इंटर स्टेट रैकेट का किया खुलासा, तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार क्राइम ब्रांच की एक टीम ने प्रतिबंधित चीनी मांझे की ऑनलाइन बिक्री के एक इंटर स्टेट रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने पंजाब और दिल्ली से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से मांझे के 201 रोल बरामद किए गए हैं। छत्तीसगढ़ के सुकमा में पुलिस और नक्सली के बीच मुठभेड़, सर्चिंग पर निकले जवानों पर नक्सलियों ने की फायरिंग छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। बताया जा रहा है कि, सर्चिंग पर निकले जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया है। हालांकि, जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों की गोलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। गोलीबारी में अभी किसी के घायल होने की जानकारी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में पटाखा बनाने की यूनिट में धमाका, 8 लोगों की मौत तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में शनिवार को पटाखा बनाने की यूनिट में धमाका हो गया। इसमें तीन महिलाओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई। पूरी खबर पढ़ें... ऑस्ट्रेलिया का मिलिट्री हेलिकॉप्टर समुद्र में क्रैश हुआ, 4 क्रू मेंबर लापता ऑस्ट्रेलिया का मिलिट्री हेलिकॉप्टर क्वींसलैंड के पास समुद्र में क्रैश हो गया। हादसा भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर शाम अमेरिका के साथ हो रहे जॉइंट मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान हुआ। ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस मिनिस्टर ने बताया कि MRH90 हेलिकॉप्टर, जिसे ताइपान भी कहते हैं, रात करीब 8 बजे दूसरे मिलिट्री हेलिकॉप्टर के साथ ट्रेनिंग कर रहा था। तभी वो क्रैश हो गया। इसके तुरंत बाद दूसरे हेलिकॉप्टर ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, जो अब तक जारी है। हादसे के चलते जॉइंट मिलिट्री ऑपरेशन को रोक दिया गया है। इंडियन नेवी ने बंगाल की खाड़ी में फंसे 36 भारतीय मछुआरों को बचाया; 2 दिन से फंसे थे इंडियन नेवी ने समुद्र में फंसे 36 भारतीय मछुआरों का रेस्क्यू किया। ये मछुआरे तमिलनाडु तट से 130 समुद्री मील की दूरी पर बंगाल की खाड़ी में फंसे थे। खराब मौसम, फ्यूल खत्म होने और इंजन खराब होने से इनके जहाज 2 दिन से समुद्र में मदद की आस लगा रहे थे। नेवी के शिप खंजर ने इन्हें बचाकर शुक्रवार को चेन्नई पहुंचाया। अंडमान-निकोबार आईलैंड पर 5.8 तीव्रता का भूकंप अंडमान-निकोबार आईलैंड में रात 12 बजकर 53 मिनट पर 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटके पोर्ट ब्लेयर के दक्षिण-पूर्व में 126 किमी की दूरी पर महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र 69 किमी की गहराई में था। विपक्षी गठबंधन को ‘इंडिया’ की जगह ‘विपक्ष’ कहेगी भाजपा INDIA बनाम NDA के चक्रव्यूह में फंसी भाजपा ने इसका तोड़ निकाल लिया है। यह तय हुआ है कि भाजपा विपक्षी गठबंधन के लिए ‘इंडिया’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करेगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, लोकसभा चुनाव हो या पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव, इसमें विपक्ष का इंडिया नैरेटिव नहीं चलेगा। दरअसल, विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया रखने से भाजपा असहज थी। इंडिया कहकर आलोचना करने में दिक्कत हो रही थी। पार्टी में मंथन जारी रहा। कुछ ने सुझाव दिए कि ‘इन डिए’ या ‘ईस्ट इंडिया’ का इस्तेमाल हो, पर बात नहीं बनी। मंथन के बाद तय हुआ कि विपक्षी गठबंधन को इंडिया कहने की जरूरत नहीं। गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने कहा कि सिर्फ विपक्षी दल या विपक्षी गठबंधन कहा जाए। जहां गठबंधन हो वहां ‘विपक्षी गठबंधन’ और जहां गठबंधन न हो जैसे- तेलंगाना, ओडिशा, आंध्र प्रदेश वहां ‘विपक्ष’ का इस्तेमाल किया जाए। 4 से 30 जून तक खेला जाएगा अगला टी-20 वर्ल्ड कप, ICC ने शार्टलिस्ट वेन्यू का निरीक्षण किया अगला टी-20 वर्ल्ड कप 4 से 30 जून के बीच वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट के मुकाबले 10 अलग-अलग वेल्यू पर खेले जाएंगे। इस हफ्ते ICC ने शार्टलिस्ट किए गए वेन्यू का निरीक्षण किया है। इनमें अमेरिका के वे वेन्यू भी शामिल थे, जहां वर्ल्ड कप मैच होने हैं। अमेरिका पहली बार वर्ल्ड कप की मेजबानी करने जा रहा है। श्रद्धा हत्याकांड: कोर्ट ने आफताब को हथौड़ा बेचने वाले दुकानदार का बयान दर्ज किया श्रद्धा हत्याकांड में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने शुक्रवार को एक दुकानदार का बयान दर्ज किया, जिसने कथित तौर पर अपराध में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा आफताब अमीन पूनावाला को बेचा था। अदालत ने उस दुकानदार का भी बयान दर्ज किया जिसने उसे सूटकेस बेचा था। श्रद्धा की 18 मई, 2022 को हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोपी लिव इन पार्टनर आफताब है।
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सिरसा में घग्गर नदी में बहा किसान; सोनीपत में सबसे ज्यादा 97.5MM पानी गिरा
हरियाणा में मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। शनिवार को पूरे प्रदेश में बारिश होने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। अंबाला, रेवाड़ी सहित विभिन्न जिलों में सुबह से ही बारिश हो रही है। कुछ जगह तेज तो कहीं धीमी बारिश होने के आसार हैं।
हरियाणा में मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। शनिवार को 10 जिलों में बारिश हुई। सोनीपत में सबसे ज्यादा 97.5 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा नारनौल, गुरुग्राम, रेवाड़ी, सिरसा, कुरुक्षेत्र और करनाल में भी अच्छी बारिश देखने को मिली। वहीं तापमान में भी 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज हुई है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक कल भी बारिश होने के आसार है। उधर शनिवार को सिरसा में घग्गर नदी में एक किसान बह गया। किसान घग्गर नदी में अपने डूबे ट्यूबवेल को संभालने के लिए 3-4 साथियों के साथ उतरा था। पैर फिसलने से वह पानी में बह गया। किसान की पहचान सोहनलाल ​​​​​के रूप में हुई है। इस बार अभी तक 54 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। ज्यादा बारिश होने के कारण पिछले दिनों प्रदेश में हालात भी बिगड़ गए थे। नदियां उफान पर आने की वजह से कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए थे। 54 फीसदी ज्यादा हो चुकी बारिश मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में 1 जून से 27 जुलाई के बीच 287.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। यह सामान्य बारिश 186.7 से 54 फीसदी ज्यादा है। पिछले एक सप्ताह की बात करें तो 21 से 27 जुलाई के बीच 43.3 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य 37.8 से 15 फीसदी ज्यादा है। शनिवार सुबह प्रदेश के GT बेल्ट के अलावा दक्षिणी हरियाणा के भी विभिन्न जिलों में अच्छी बारिश देखने को मिली। रेवाड़ी में सुबह साढ़े 3 घंटे झमाझम बारिश हुई। गरज-चमक के साथ होगी बारिश मौसम विभाग के मुताबिक, 1 अगस्त तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। विभाग ने यलो अलर्ट जारी करते हुए कहा कि कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है। हरियाणा में कहां-कहां यलो अलर्ट 30 जुलाई को सिरसा, फतेहाबाद, जींद, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, गुरुग्राम, मेवात, फरीदाबाद और पलवल को छोड़कर अन्य भी जिलों में यलो अलर्ट है। 31 जुलाई को अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, जींद, कैथल करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा और हिसार में यलो अलर्ट है। 1 अगस्त को पंचकूला, यमुनानगर और अंबाला समेत 12 जिलों में और 2 अगस्त को समूचे हरियाणा में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
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हिमाचल में लैंडस्लाइड, NH-5 बंद; जयपुर में 10 घंटों में 6 इंच बारिश, कई ट्रेनें रद्द
Monsoon Rainfall Tracker State Wise Update; Heavy rain alert in UP, Bihar, Jharkhand, Chhattisgarh, West Bengal and Madhya Pradesh UP, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में 29, 30 और 31 जुलाई को तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे (NH-7) का 50 मीटर का हिस्सा बह गया। शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बाद लांबगढ़ नाले में जलस्तर बढ़ गया था, जिसके चलते हाईवे का हिस्सा बहा। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में चौरा के पास लैंडस्लाइड होने के चलते नेशनल हाईवे-5 ब्लॉक हो गया। इसके अलावा भी हाईवे पर कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुई हैं। इधर, राजस्थान की जयपुर में 10 घंटों में 6 इंच बारिश हो चुकी है। कई इलाकों में एक-एक फीट तक पानी भर गया है। जयपुर से चलने वाली कई ट्रेनों को भी रद्द किया गया है। वहीं, चित्तौड़गढ़ स्थित रावतभाटा के पाड़ाझर झरने में नहाने गए दो इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स डूब गए। वे अपने 18 अन्य साथियों के साथ कोटा से घूमने आए थे। मौके पर गोताखारों की टीम दोनों की तलाश कर रही है। उधर, जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में अचानक बाढ़ आने से नाले पर बना एक फुटब्रिज टूट गया। यह पुल रामनगर तहसील के तीन ब्लॉक को आपस में जोड़ता था। पुल के टूटने से लोगों को अपनी जान खतरे में डालकर नाला पार करना पड़ रहा है। केंद्रीय टीम असम में बाढ़ के नुकसान का आकलन करेगी केंद्र की टीम ने असम में बाढ़ से हुए नुकसान का पता लगाने के लिए असम सरकार से जियो-टैग्ड रियल टाइम फोटोग्राफ उपलब्ध कराने को कहा है। टीम ने असम सरकार से ये भी बताने को कहा कि बाढ़ से कितने घरों और कितनी फसल का नुकसान हुआ। केंद्र की 7 सदस्यीय टीम 3 दिन के दौरे पर 27 जुलाई को असम पहुंची थी। टीम ने बाढ़ प्रभावित लखीमपुर, धेमाजी, बिस्वनाथ, बक्सा, बारपेटा, चिरांग, बजाली और नलबाड़ी जिलों का दौरा किया था। अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे… इन राज्यों में तेज बारिश होगी: हिमाचल, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश। इन राज्यों में हल्की बारिश होगी: झारखंड और मेघालय में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। बारिश की संभावना नहीं: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु में बारिश की संभावना नहीं है। 5 दिनों तक 6 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट उत्तर भारत के राज्यों दिल्ली, पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ के बाद पूर्वी राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। अगले पांच दिनों के लिए 6 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। UP, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में 29, 30 और 31 जुलाई को तेज बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं अगस्त के पहले हफ्ते में भी पूर्वी राज्यों में सूखे से निजात मिलेगी। अलग-अलग राज्यों से मानसून की तस्वीरें... अन्य राज्यों में मौसम का हाल... मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, सागर संभाग में तेज बारिश का अलर्ट; भोपाल-इंदौर भी भीगेंगे मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में मानसूनी एक्टिविटी होने से अगले दो दिन तेज बारिश होगी। रीवा, शहडोल और सागर संभाग के 15 जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश का अलर्ट है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें... जयपुर में भारी बरसात, कॉलोनियां डूबीं, ट्रेनें रद्द; चार दिन तेज बारिश का अलर्ट राजस्थान में फिर एक्टिव हुए मानसून का असर अब दिखने लगा है। जयपुर से लेकर कोटा-झालावाड़ तक हो रही लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसके अलावा सीकर के फतेहपुर, श्रीमाधोपुर और लोसल में भी बारिश जारी है। जोधपुर में भी शुक्रवार को बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। यहां देर रात नागौरी गेट क्षेत्र में नया तालाब के समीप पहाड़ों से शुक्रवार देर रात लैंड स्लाइडिंग हुई। दो मकानों की छत पर पहाड़ों से आकर पत्थर गिरे। हालांकि, जनहानि की कोई जानकारी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें... सौराष्ट्र में जोरदार बारिश से मधुबन डैम ओवरफ्लो, डैम के 10 दरवाजे खोलने से दमणगंगा नदी में बाढ़ आई, जामनगर में पांच की मौत गुजरात के सौराष्ट्र में पिछले 5-6 दिनों से जारी बारिश से स्थानीय नदियां उफान पर हैं। इससे वलसाड का सबसे बड़ा मधुबन डैम ओवरफ्लो हो गया है। अभी भी डैम में पानी की आवक जारी है, जिससे डैम के 10 गेट 4.8 मीटर तक खोल दिए गए हैं। इससे 37 गांवों में अलर्ट जारी किया है। पूरी खबर पढ़ें... यूपी के 37 जिलों में बारिश का अलर्ट: लखनऊ में बादल छाए, मथुरा में एक घंटे की बरसात में सड़कें तालाब भरीं ​​​​​पश्चिमी यूपी में जहां बारिश का दौर जारी है। वहीं पूर्वी यूपी में कई दिनों बाद मौसम विभाग ने 7 जिलों के लिए शनिवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे पहले शुक्रवार को मथुरा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, लखनऊ और अलीगढ़ में तेज बारिश हुई। मथुरा में 1 घंटे की तेज बरसात में सड़कों पर कमर तक पानी भर गया। पूरी खबर पढ़ें... हिमाचल में आज बारिश की चेतावनी: यलो अलर्ट जारी, शिमला किन्नौर हाईवे जगह-जगह ब्लॉक हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी तेज बारिश होने की संभावना है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने आज के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में पूरे पहाड़ और चट्टानें खिसक रही हैं। इससे सड़कें अवरुद्ध हो रही हैं और लोगों के घरों को खतरा पैदा हो गया है। रामपुर के ही ज्यूरी में भी पूरी पहाड़ी किन्नौर को शिमला से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-5 पर गिरी। पूरी खबर पढ़ें... पंजाब के 11 जिलों में बारिश का अलर्ट: भाखड़ा में बढ़ रहा जलस्तर, खतरे से 21 फीट नीचे पानी पंजाब के 11 जिलों में बारिश होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। कुछ जगहों पर बारिश होने के साथ तेज हवाएं चलने और गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। भाखड़ा बांध में पानी का स्तर बढ़ना लगातार जारी है। भाखड़ा डैम का आज का जलस्तर बीते दिन से 1.5 फीट ज्यादा है। पूरी खबर पढ़ें...
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9 अगस्त को इंटरव्यू के लिए रजिस्ट्रेशन, सिलेक्ट होने पर एक लाख से ज्यादा मिलेगी सैलरी
कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने एक भर्ती नोटिफिकेशन जारी कर संस्थान में भर्ती का फैसला किया है। इसके लिए उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट esic.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। उम्मीदवारों को 09 अगस्त, 2023 की सुबह 09 बजे से 10:30 बजे तक वॉक-इन-इंटरव्यू के लिए
कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने एक भर्ती नोटिफिकेशन जारी कर संस्थान में भर्ती निकाली है। इसके लिए उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट esic.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। उम्मीदवारों को 09 अगस्त, 2023 की सुबह 09 बजे से 10:30 बजे तक वॉक-इन-इंटरव्यू के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। उम्मीदवारों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर एक साल की अवधि के लिए होगी। पदों की संख्या : 45 एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित विषयों में पीजी डिग्री (एमडी/एमएस/ डीएनबी) होना चाहिए। एज लिमिट आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की अधिकतम उम्र 44 वर्ष तय की गई है। सिलेक्शन प्रोसेस सिलेक्शन के लिए शॉर्टलिस्टिंग प्रोसेस / इंटरव्यू का आयोजन किया जाएगा। मेडिकल टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन टेस्ट के बाद फाइनल सिलेक्शन होगा। सैलरी 1,21,048 रुपये प्रतिमाह। एप्लीकेशन फीस 300 रुपये प्रतिमाह।
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3 से 7 अगस्त तक कर सकेंगे अप्लाय, प्राइस बैंड ₹54 से ₹57 प्रति शेयर
Non-banking lender SBFC Finance's initial public offering (IPO) Finance IPO Details | Everything You Need to Know नॉन बैंकिग फाइनेंस कंपनी 'SBFC फाइनेंस लिमिटेड' का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते ओपन हो रहा है।
नॉन बैंकिग फाइनेंस कंपनी 'SBFC फाइनेंस लिमिटेड' का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते ओपन होगा। इस इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO के जरिए कंपनी 1025 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। रिटेल निवेशक इस IPO के लिए 3 से 7 अगस्त तक बोली लगा सकेंगे। 14 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे। अगर आप भी इस IPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? रिटेल निवेशक को मिनिमम एक लॉट यानी 260 शेयरों के लिए अप्लाय करना होगा। कंपनी ने IPO का प्राइज बैंड 54-57 रुपए प्रति शेयर रखा है। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड 57 रुपए के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं तो आपको 14,820 रुपए लगाने होंगे। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसके लिए 1,92,660 रुपए इन्वेस्ट करने होंगे। ₹600 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी करेगी कंपनी इस इश्यू के लिए कंपनी ₹600 करोड़ के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी। जबकि 425 करोड़ रुपए के शेयर्स कंपनी के प्रमोटर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचेंगे। फ्रेश इश्यू से होने वाली इनकम का यूज कंपनी कैपिटल बेस बढ़ाने और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी के इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। एंटरप्रेन्योर, स्मॉल बिजनेस ओनर सहित अन्य लोगों को लोन देती है कंपनी SBFC फाइनेंस सिस्टमैटिकली इंपोर्टेंट, नॉन-डिपॉजिट-टेकिंग नॉन बैंकिग फाइनेंस कंपनी (NBFC-ND-SI) है। कंपनी के प्राइमरी कस्टमर बेस में एंटरप्रेन्योर, स्मॉल बिजनेस ओनर, सैलरीड और वर्किंग क्लास इंडिविजुअल शामिल हैं। SBFC सिक्योर्ड MSME लोन और लोन अगेंस्ट गोल्ड के रूप में अपनी सर्विस देती है। 31 दिसंबर 2022 तक SBFC फाइनेंस 16 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 105 से अधिक शहरों में मौजूद है। वर्तमान में बैंक के 137 ब्रांच हैं।
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सिक्योरिटी, इवेंट्स और ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट्स शामिल, वानखेड़े की तैयारियों से संतुष्ट
वनडे वर्ल्ड कप इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में खेला जाना है। वर्ल्ड कप 2023 के मुकाबले 10 शहरों में खेले जाएंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की सिक्योरिटी, इवेंट्स, और ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट्स वाली एक टीम वर्तमान में मैचों की मेजबानी करने वाले स्टेडियमों का दौरा
वनडे वर्ल्ड कप इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में खेला जाना है। वर्ल्ड कप 2023 के मुकाबले 10 शहरों में खेले जाएंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की सिक्योरिटी, इवेंट्स, और ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट्स वाली एक टीम वर्तमान में मैचों की मेजबानी करने वाले स्टेडियमों का दौरा कर रही है। ICC की यह टीम 25 जुलाई को मुंबई पहुंची थी और उसने वानखेड़े स्टेडियम की तैयारियों पर संतुष्टि जताई है। ICC की टीम मेजबानी करने वाले सभी 10 वेन्यू सहित वार्म-अप मैच वाले 2 वेन्यू का भी दौरा करेगी। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के प्रेसिडेंट अमोल काले ने बताया कि टीम 25 जुलाई को मुंबई में थी। उसने वानखेड़े की तैयारियों पर संतुष्टि जताई है। चेन्नई, त्रिवेंद्रम और बेंगलुरु के भी दौरे पूरे ICC टीम ने मुंबई के बाद साउथ में 3 वेन्यू का दौरा किया। टीम 26 जुलाई को चेन्नई में चेपॉक, 27 जुलाई को त्रिवेंद्रम स्टेडियम (वार्म-अप) और शुक्रवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंची। चेपॉक के बारे में तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TCA) के एक अधिकारी ने कहा, 'वे हमारी सुविधाओं से संतुष्ट लग रहे थे। अगर उनके मन में कुछ है, तो हम उनसे जानने के लिए उत्सुक हैं। हालांकि, केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) के एक सदस्य ने कहा, टीम ने तिरुवनंतपुरम मैदान पर कॉर्पोरेट बॉक्स और प्लेयर्स एरिया के लिए कुछ संशोधनों का सुझाव दिया है। ICC के टूर्नामेंट डायरेक्टर/होस्ट संपर्क अधिकारी धीरज मल्होत्रा के साथ टीम शुक्रवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पहुंची थी। नरेंद्र मोदी स्टेडियम वर्ल्ड कप का मुख्य वेन्यू है, यहां उद्घाटन मैच और फाइनल खेला जाना है। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला भी इसी मैदान पर खेला जाएगा। अहमदाबाद के अपने दौरे के बाद टीम सोमवार (31 जुलाई) को हैदराबाद के उप्पल स्टेडियम के लिए रवाना होगी। इसके बाद टीम पुणे, दिल्ली, धर्मशाला, लखनऊ, कोलकाता और गुवाहाटी का दौरा करेगी। 10 शहरों में खेले जाएंगे वर्ल्ड कप के मुकाबले वर्ल्ड कप 2023 के मुकाबले 10 शहरों में खेले जाएंगे। जिसमें अहमदाबाद (नरेंद्र मोदी स्टेडियम), बेंगलुरु (एम चिन्नास्वामी स्टेडियम), चेन्नई (एमए चिदम्बरम स्टेडियम), दिल्ली (अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम), धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम), हैदराबाद (राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, उप्पल) हैं। इनके अलावा कोलकाता (ईडन गार्डन), लखनऊ (अटल बिहारी बाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम), मुंबई (वानखेड़े स्टेडियम), पुणे (महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम) शामिल हैं। हैदराबाद के अलावा गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम 29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक प्रैक्टिस मैचों की मेजबानी करेंगे।
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एक अगस्त को होगा लॉन्च, एक्सपेक्टेड प्राइस ₹10,999
स्मार्टफोन मेकर कंपनी मोटोरोला 1 अगस्त को भारत में 'मोटो जी-14' लॉन्च करेगी। कंपनी ने दावा किया है कि, स्मार्टफोन 5000 mAh के पावलफुल बैटरी के साथ आएगी जिसके एक बार फुल चार्ज होने पर यूजर 94 घंटे म्यूजिक या 16 घंटे विडियो या 34
मोटोरोला 1 अगस्त को भारत में बजट सेगमेंट में 4G स्मार्टफोन 'मोटो G-14' लॉन्च करने वाली है। स्मार्टफोन 5000mAh की बैटरी और 20W के टर्बो पावर चार्जिंग सपोर्ट के साथ आएगा। कंपनी का दावा है कि स्मार्टफोन को एक बार फुल चार्ज करने पर यूजर को 34 घंटे का टॉक टाइम पावर बैकअप मिलेगा। इसके अलावा 94 घंटे तक म्यूजिक सुन या 16 घंटे विडियो भी देख सकेंगे। राउंडेड कॉर्नर के साथ फ्लैट फ्रेम डिजाइन में आएगा स्मार्टफोन मोटरोला ने सोशल मीडिया पर स्मार्टफोन का टीजर जारी किया है। इसमें स्मार्टफोन के डिजाइन और स्पेसिफिकेशन के बारे में जानकारी दी गई है। कंपनी ने बताया कि स्मार्टफोन को हाई-क्वालिटी मटेरियल पॉलीकार्बोनेट से बनाया गया है। स्मार्टफोन में सुपर प्रीमियम डिजाइन के साथ दो कलर ऑप्शन मिलेंगे। मोटो G-14 राउंडेड कॉर्नर के साथ फ्लैट फ्रेम डिजाइन में आएगा, जिसके टॉप सेंटर में फ्रंट कैमरे के लिए होल-पंच कटआउट दिया गया है। ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट पर एक अगस्त को दोपहर 12 बजे से इसकी प्री-बुकिंग शुरू होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्मार्टफोन 4GB रैम और 128GB इंटरनल स्टोरेज के साथ आएगा। फोन की कीमत ₹10,999 के आसपास हो सकती है। मोटो G-14 स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: मोटो G-14 में 6.5 इंच का फुल HD+ इमर्सिव डिस्प्ले दिया गया है जो यूनिसोक T616 सॉक पर रन करता है। हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर : परफॉर्मेंस के लिए फोन में यूनिसोक-T616 ऑक्टाकोर प्रोसेसर दिया जाएगा। इसके साथ फोन में 4GB रैम और 128GB स्टोरेज मिलेगा। मोटोरोला G-14 में एंड्रॉयड 13 ऑपरेटिंग सिस्टम मिलेगा। इसके साथ 3 साल का सिक्योरिटी अपडेट भी मिलेगी। ​​​​​​ कैमरा : फोटोग्राफी के लिए फोन के रियर पैनल पर क्वाड पिक्सल का डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50MP का प्रायमरी कैमरा और 2MP का दिया गया है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए पंच होल डिजाइन के साथ 8MP का कैमरा दिया गया है। बैटरी और चार्जिंग : पावर बैकअप के लिए इसमें 20W की टर्बो पावर चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5000mAh की बैटरी मिलेगी। कनेक्टिविटी ऑप्शन : कनेक्टिविटी के लिए फोन में 14 5G बैंड, 4G, 3G, वाई-फाई 4, ब्लूटूथ, GPS के साथ चार्जिंग के लिए USB टाइप C मिलेगा।
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कृष्णागिरी जिले की घटना, आसपास के घर और दुकानों को भी नुकसान हुआ
Tamil Nadu Krishnagiri Firecracker Factory Fire Video Update. Follow Tamil Nadu Krishnagiri Latest News, Headlines On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर)
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में शनिवार को पटाखा बनाने की यूनिट में धमाका हो गया। इसमें तीन महिलाओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जिले के पझायापेट्टई में पटाखा बनाने की यूनिट में सुबह करीब 10 बजे यह हादसा हुआ। 2 महिला मजदूर पटाखा बनाने में इस्तेमाल होने वाले बारूद को उठाकर ले जा रही थीं। तभी उसमें धमाका हो गया। यूनिट में करीब 12-15 मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से कई घायल हो गए। कितने लोग घायल हुए यह सही संख्या अभी पता नहीं चल सकी है। धमाके से लगी आग ने आसपास के घर और दुकानों को भी चपेट में ले लिया। तीन घरों को नुकसान पहुंचा है। एक होटल भी थी इसकी दीवार भी ढह गई। पुलिस, फायर ब्रिगेड और बचाव सेवाकर्मियों ने रेस्क्यू शुरू किया और घायलों को कृष्णागिरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने मारे गए लोगों के परिजन के लिए 3-3 लाख रुपए, गंभीर घायलों के लिए 1-1 लाख रुपए और मामूली घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए मदद का ऐलान किया है। PM नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है। मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए मदद का ऐलान किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हादसे पर दुख जताया है। इससे पहले मंगलवार को विरुधुनगर जिले के शिवकाशी शहर में एक पटाखा बनाने की फैक्ट्री में विस्फोट होने से दो लोगों की मौत हो गई थी। पटाखा फैक्ट्री में धमाके से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... तमिलनाडु...पटाखा फैक्ट्री में आग, 8 की मौत, 17 घायल:धमाके से पूरी बिल्डिंग ढही; एक हफ्ते में ऐसी दूसरी घटना तमिलनाडु के कांचीपुरम में 22 मार्ट को पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 17 लोग घायल हुए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दमकल की कई गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश में लगी हैं। हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पढ़ें पूरी खबर... मेरठ पटाखा फैक्ट्री में आग के वक्त काम कर रही महिलाओं ने बयां किया खौफनाक मंजर मेरठ के रोहटा क्षेत्र में पिछले महीने शाम पटाखा फैक्ट्री में लगी आग में एक जिंदगी झुलसकर खाक हो गई। फैक्ट्री में काम करने वाला कर्मचारी संजय हादसे में जान गवा बैठा। महिलाओं ने 10 फुट ऊंची दीवार कूदकर खुद को बचाया। जिंदगी तो बच गई मगर मौत का वो मंजर इन महिलाओं की आंखों में अभी भी कायम है। पूरी खबर पढ़ें... झांसी में पटाखा फैक्टी में आग, पूरा गोदाम उड़ा:आधा घंटे हुए धमाकों से 3 गांव में दहशत एक महीने पहले झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के सैंयर गांव में एक पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी। फैक्ट्री में इतना बारुद भरा था, कि आग लगने के बाद तेज धमाके के साथ पूरा गोदाम उड़ गया। धमाकों के दौरान पत्थर करीब 100 फीट दूर तक उछल रहे थे। करीब आधा घंटे तक हुए धमाकों से 3 गांव में दहशत का माहौल हो गया। पूरी खबर पढ़ें...
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धोराजी शहर में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आया ताजिया, 2 की मौत; 26 घायल
गुजरात में राजकोट जिले के धोराजी शहर में शनिवार को जुलूस के दौरान ताजिया बिजली के तार को छू गया। इसकी चपेट में आने से 26 लोग झुलस गए, जिनमें से 2 की मौत हो गई। कुछ घायलों को धोराजी के सिविल अस्पताल और कुछ26 People Were Electrocuted 2 Died during tajiya julus in dhoraji
गुजरात में राजकोट जिले के धोराजी शहर में शनिवार को जुलूस के दौरान ताजिया बिजली के तार को छू गया। इसकी चपेट में आने से 26 लोग झुलस गए, जिनमें से 2 की मौत हो गई। कुछ घायलों को धोराजी के सिविल अस्पताल और कुछ को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। शनिवार को धोराजी के रसूलपुरा में ताजिया का जुलूस निकाला जा रहा था। इसी दौरान एक ताजिया हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। करंट ताजिया को पकड़े हुए लोगों में फैल गया, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। 108 एंबुलेंस के अलावा स्थानीय लोगों ने अपनी गाड़ियों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान दो लोगों ने दम तोड़ दिया। एसपी समेत पुलिस का काफिला पहुंचा अस्पताल हादसे की जानकारी मिलते ही धोराजी विधायक महेंद्र पडलिया, जिला पुलिस प्रमुख जयपालसिंह राठौड़ अस्पताल पहुंचे। जयपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सभी की हालत फिलहाल स्थिर है। विधायक पाडलिया ने कहा कि मृतक व घायलों के परिवार को राज्य सरकार से पूरा सहयोग मिलेगा। घायलों के इलाज में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। अस्पताल का सारा खर्च उठाएगा ताजिया एसोसिएशन ताजिया एसोसिएशन की ओर से भी घोषणा की गई है कि घायलों के इलाज का पूरा खर्च खुद एसोसिएशन उठाएगा। एसोसिएशन के अधिकारी व कार्यकर्ता निजी अस्पतालों में भर्ती घायलों का जानकारी ले रहे हैं। यदि किसी मरीज को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की आवश्यकता होगी तो उसका भी पूरा खर्च एसोसिएशन उठाएगा।
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किसी देश की सरहद जीतना मकसद नहीं, पड़ोसी देशों में अस्थिरता नशे का कारोबार बढ़ाएगी
आईआईसी (India International Centre) ने दिल्ली में 28 जुलाई को ‘नेशनल सिक्योरिटी पर्सपेक्टिव’ कार्यक्रम किया। इसमें भारत के पूर्व आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि मणिपुर हिंसा को भड़काने में विदेशी एजेंसियों का हाथ है।
आईआईसी (India International Centre) ने दिल्ली में 28 जुलाई को ‘नेशनल सिक्योरिटी पर्सपेक्टिव’ कार्यक्रम किया। इसमें भारत के पूर्व आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि मणिपुर हिंसा को भड़काने में विदेशी एजेंसियों का हाथ है। नरवणे बोले कि किसी देश की सरहद जीतना भारत का मकसद नहीं है। देश की उत्तरी सीमाओं और चीन से जुड़े विवाद को लेकर उनसे सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ बनी अस्थिरता से नशीले पदार्थों की तस्करी और क्राइम बढ़ सकता है। देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी हर नागरिक की है कार्यक्रम में पूर्व सेना प्रमुख बोले कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी देश के नागरिक की है। बाहरी सुरक्षा के साथ-साथ ऊर्जा और अच्छे स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर देश में रहने वाले लोग स्वस्थ नहीं हैं तो फोर्स में शामिल होने वाले लोग कहां से आएंगे? भारत के पास अभी भी इसको लेकर अच्छी रणनीति नहीं है। नरवणे ने बताया कि हमारी विदेश नीति दो मजबूत स्तंभों पर टिकी हुई है। पहला तो हम किसी देश पर कब्जा करना नहीं चाहते, दूसरा हम अपनी इच्छाओं को किसी पर थोपते नहीं है। इससे जुड़ी अन्य खबरें पढ़ें... I.N.D.I.A. के 21 सांसद मणिपुर में हिंसा पीड़ितों से मिले:वायरल वीडियो केस में CBI ने FIR दर्ज की विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवपलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार (29 जुलाई) को मणिपुर पहुंचा। इसके बाद सांसदों का दल चूराचांदपुर पहुंचा। यहां उन्होंने रिलीफ कैंप में हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की। पूरी खबर पढ़ें... मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की जांच CBI करेगी: असम में केस की सुनवाई की मांग मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले की जांच अब CBI करेगी। न्यूज एजेंसी PTI ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया कि गृह मंत्रालय मैतेई और कुकी दोनों समुदायों के संपर्क में है, मणिपुर में शांति बहाली के लिए बातचीत की जा रही है। पूरी खबर पढ़ें...
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मीडिया वालों से मिलाया हाथ, गुलदस्ता लेकर पहुंचे प्रशंसक
Sanjay Dutt Celebrates 64th Birthday: Fans and Media Gather Outside His Home संजय दत्त 29 जुलाई यानी आज अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर एक्टर अपने घर के बाहर आए
संजय दत्त 29 जुलाई यानी आज अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर एक्टर अपने घर के बाहर आए, जहां उन्होंने वह पर मौजूद फैंस और मीडिया वालो से मुलाकात की है। संजू बाबा के घर के बाहर का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में संजू बाबा ऑल व्हाइट लुक में नजर आए। उन्होंने व्हाइट कुर्ता पजामा पहना है, जिसमें वह काफी हैंडसम दिख रहे हैं। उनके घर के बाहर फैंस की भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी, बाबा ने किसी को निराश किए बिना सबसे हाथ मिलाया। इस दौरान वहां पर मौजूद लोग उन्हें देख कर बाबा लव यू, लव यू चिल्ला रहे थे। इसी बीच एक शख्स ने उन्हें कहा की आप बिल्कुल सुनील दत्त (संजय दत्त के पिता ) की तरह लग रहे हैं। पूरा वीडियो देखने के लिए ऊपर दी गई फोटो पर क्लिक करें....
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साथी को भी गोली लगी थी, एक संदिग्ध गिरफ्तार
TMC leader killed in West bengal after winning panchayat elections. पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले में TMC के एक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। TMC नेता ने हाल में हुए पंचायत चुनाव में जीत हासिल की थी।
पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले में TMC के एक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। TMC नेता ने हाल में हुए पंचायत चुनाव में जीत हासिल की थी। TMC नेता के साथ मौजूद एक व्यक्ति भी फायरिंग में घायल हो गया। डायमंड हार्बर पुलिस थाने के सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर मिथुन डे ने बताया कि घटना शुक्रवार (28 जुलाई) देर रात को मगराहाट के ब्लॉक 2 के अर्जुनपुर इलाके में हुई। मामले में एक संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इलाज के दौरान हुई TMC नेता की मौत पुलिस ने बताया कि हमले में मारे गए TMC नेता का नाम मैमूर घारामी और उसके साथी का नाम शजाहन मुल्ला है। हमले के बाद दोनों को तुरंत इलाज के लिए मगराहाट के एक हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां TMC नेता की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि उनके साथी की हालत खतरे से बाहर है। जमीन के विवाद में हत्या होने की आशंका पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर टीम भेज दी गई है और मामले की जांच की जा रही है। गिरफ्तार किए गए संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि हत्या की वजह जमीन का विवाद हो सकता है। पुलिस ने कहा- अभी तक हत्या में राजनीतिक साजिश होने का कोई सबूत नहीं मिला। हालांकि, हम इस दिशा में भी जांच कर रहे हैं। अनुराग ठाकुर ने बंगाल सरकार पर बोला हमला घटना के दिन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर बंगाल दौरे पर थे। यहां उन्होंने पंचायत चुनाव और उसके बाद हो रही हिंसा और खून-खराबे को लेकर TMC सरकार पर हमला बोला। बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा से जुड़ी यह खास खबर भी पढ़ें... घर से निकाला, गर्दन काटी, तालाब में फेंका: पश्चिम बंगाल में 30 दिन में 36 पॉलिटिकल मर्डर पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव के नतीजे 11 जुलाई को आए। चुनाव से पहले हिंसा में पूरे राज्य में 30 दिन में 36 पॉलिटिकल मर्डर हुए। इनमें से 18 लोग तो सिर्फ वोटिंग वाले दिन यानी 8 जुलाई को मारे गए। दूसरी पार्टियों के लोगों पर बम फेंके गए, फायरिंग की, घर से खींचकर मारा गया। ये सब सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स और दूसरे राज्यों से आई पुलिस के 59 हजार जवानों की तैनाती के बावजूद हुआ। पूरी खबर पढ़ें...
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रिया की जिंदगी में दक्ष तब आया जब उसके लिए फैसला लेना मुश्किल है, ये तूफान बहुत डरावना है
रिया सोचने लगी कि कहीं उसने यहां आकर कोई गलती तो नहीं की, कहीं दक्ष से मिलकर उसकी जिंदगी में कोई नया तूफान तो नहीं आ जाएगा।
संडे का दिन, देर रात तक सोई रिया की दोनों बेटियां अपना संडे मना रही थीं। लेकिन रोज की तरह रिया की नींद समय पर खुल गई। उसने सोचा अभी तो उनके उठने में देर है, नाश्ते के लिए छोले-भटूरे की तैयारी कर देती हूं। सोच कर उसने एक गैस पर अपने लिए चाय का पानी रख दिया और छोले भिगोकर, भटूरे का आटा तैयार करने में लग गई । उमस भरी दिल्ली की गर्मी में रसोई में पसीने से तरबतर रिया मन ही मन बड़बड़ाए जा रही थी, ‘अगर किसी को पनिशमेंट देनी हो तो रसोई में बिठा दो। पता नहीं कब बदलेगा यह मौसम।’ एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने वाली रिया 2 बीएचके के इस फ्लैट में अपनी दो बेटियों के साथ रहती है। उसकी बस एक ही खवाइश है कि अपने सामने दोनों बेटियों को अपने पैरों पर खड़ा कर दे ताकि उसकी बेटियां जिंदगी की हर लड़ाई लड़ने के लायक बन जाएं। क्योंकि जिंदगी का कोई भरोसा नहीं। पता नहीं, कब कौन सा रंग दिखा दे। उसे आज भी वह दिन नहीं भूलता जब आज से सात साल पहले ऑफिस से घर लौटते समय एक रोड एक्सीडेंट में गौरव अचानक दो बेटियों के साथ उसे इस दुनिया में अकेला छोड़ कर चला गया। एक ही दिन में उसकी दुनिया उलट पलट हो गई। अपने पापा को गले लगा कर रोती बिलखती अपनी दो बेटियों को सामने देख कर रिया अपना दुख तो जैसे भूल ही गई। उसने जैसे तैसे खुद को समेटा। अब उसके सामने अपनी दोनों बेटियों की जिम्मेदारी थी जिसे उसे ही निभाना था। गौरव की बहुत अच्छी सैलरी थी। वह दोनों चाहते थे कि उनकी दोनों बेटियां अपने बचपन को भरपूर जियें, क्योंकि यह वक्त दोबारा लौट कर नहीं आएगा। हाइली एजुकेटेड रिया ने बेटियों की अच्छी परवरिश के लिए अपनी कॉर्पोरेट की नौकरी छोड़ दी। वह अपनी छोटी सी दुनिया में बहुत प्यार करने वाले पति और दो बेटियों के साथ बहुत खुश थी। अब रिया के सामने दुखों का पहाड़ था जिसे उसे अकेले ही पार करना था। उसे अपनी बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना था इसलिए उसने एक गैप के बाद फिर से नौकरी ढूंढने की शुरुआत की। अपनी क्वालिफिकेशन और एक्सपीरियंस के चलते उसे एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी मिल गई। रिया धीरे धीरे अपनी जिंदगी पटरी पर लाने में लग गई। वेदिका और वैदेही, दोनों बेटियां रिया से दिलोजान से प्यार करती थीं। अतीत को याद करती रिया चाय का कप लेकर बालकनी में आ गई। तभी उसकी छोटी बेटी वेदिका आंखें मलती उसका फोन लेकर आई। बेटी उसके गले लगते हुए बोली, “अरे मॉम, आप संडे को भी इतनी जल्दी क्यों उठ जाती हैं। एक दिन तो आराम किया करो। पता नहीं मॉम, कौन है जिसे आज आपकी बहुत याद आ रही है, बार बार आपके वाट्सऐप पर मैसेज किए जा रहा है। ये लीजिए आपका फोन।” मां के हाथ में फोन थमाकर वह फिर से सोने चली गई। वेदिका के चले जाने के बाद रिया ने फोन की तरफ देखा। उसने सोचा, ऐसे ही कोई स्पैम मैसेज होगा, आजकल बहुत उल्टे-सीधे स्पैम मेसेज आते रहते हैं। उसने फोन उठाया तो देखा, एक अननोन नंबर से मैसेज था। “कैसी हो रिया? मैं दक्ष! कुछ जरूरी काम से कुछ दिनों के लिए इंडिया आया हुआ था। मैंने तुम्हारी फ्रेंड रागिनी से तुम्हारा नंबर लिया था, उसने तुम्हारे बारे में बताया, जानकर बहुत दुख हुआ। अगर तुम्हें सही लगे और तुम्हारा मन हो तो क्या हम शाम को मिल सकते हैं?” मैसेज पढ़ते ही रिया को कॉलेज के फाइनल ईयर के वे दिन याद आ गए जब अपने ही खयालों में रहने वाला छोटे से शहर का रहने वाला, सीधा सादा, स्टडीज में टापर, कॉलेज में लड़कियों को देखकर ही दूर भागने वाला दक्ष उसे पहली नजर में ही भा गया था। रिया ने भी क्लास में कई बार को दक्ष को अपनी ओर देखते हुए पाया। मन ही मन दक्ष भी रिया को पसंद करता था। रिया का कांफिडेंस, बिंदाससपन उसे आकर्षित करता, लेकिन वह कभी अपने दिल की बात रिया से कह नहीं पाया। उसे लगता, इतने बड़े घर की लड़की भला मुझ जैसे साधारण लड़के को क्यों पसंद करेगी। इसी बीच दक्ष को यूके एक बड़े कॉलेज में हायर स्टडीस के लिए स्कॉलरशिप मिल गई और अपने दिल की बात बताए बिना वह यूके चला गया और उनके अनकहे प्यार की कहानी बीच राह में खत्म हो गई। कुछ दिनों बाद रिया के लिए गौरव का रिश्ता आया और गौरव के सुलझे स्वभाव को देखते हुए रिया ने रिश्ते को ‘हां’ कर दी। दोनों जल्द ही वैवाहिक बंधन में बांध गए। गौरव कभी कभी रिया को छेड़ता भी था, “रिया, तुम्हारे तो कॉलेज में बहुत चाहने वाले होंगे, रिया उसकी बात सुनकर मुस्कुरा देती। वह अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में खुश थी, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। हंसती-खेलती ज़िंदगी की बीच राह में गौरव अचानक उसे यूं छोड़ कर चला गया। दक्ष का यूं अचानक एक बार फिर मेरे जीवन में लौट कर आना, आखिर जिंदगी कौन सा नया मोड़ लेना चाहती है। रिया समझ नहीं पा रही थी कि क्या करे। उसने बेमन से दक्ष के मैसेज का रिप्लाइ किया, “हेलो दक्ष, मैं ठीक हूं। तुम कैसे हो? शादी वादी की या नहीं?” तभी उधर से दक्ष का मैसेज आया जैसे वह रिया के रिप्लाइ के इंतजार में ही बैठा था। “तुम मिलो तो सही, मिलकर तुम्हें सब बताता हूं।” “ठीक है।” कहकर रिया ने उसे मिलने की जगह का एड्रेस सेंड कर दिया। इस बीच दोनों बेटियां भी उठ गई थीं। ब्रेकफास्ट में छोले भटूरे देखकर दोनों ने रिया को गले लगा लिया। “वाओ मम्मा आपके हाथ में तो सच में जादू है” कहकर दोनों उसके गले लग गईं! दोनों बच्चे जब तक ब्रेकफास्ट कर रहे थे रिया दक्ष से मिलने जाने के लिए तैयार होने लगी और वहीं से उसने आवाज लगा कर कहा, “वेदिका-वैदेही, मैं थोड़ी देर के लिए बाहर जा रही हूं, तुम दोनों ध्यान से रहना।” “ओके मम्मा।” दोनों ने एक साथ सुर में सुर मिलाया। तैयार होकर रिया दक्ष से मिलने के लिए निकल गई। कॉफी होम जहां का एड्रेस उसने दक्ष को दिया था वहां पहुंची तो उसने दूर से देखा कॉफी होम खाली सा ही था और दक्ष एक कोने की टेबल पर बैठा हुआ था। तभी रिया मन ही मन सोचने लगी कि कहीं उसने यहां आकर कोई गलती तो नहीं की, कहीं दक्ष से मिलने से उसकी जिंदगी में कोई नया तूफान तो नहीं आ जाएगा। रिया दक्ष से मिले बिना ही घर की ओर वापिस लौट गई। रास्ते से ही उसने दक्ष को मैसेज किया, “सॉरी दक्ष, कुछ जरूरी काम से अचानक शहर से बाहर जाना पड़ रहा है, मैं मिलने नहीं आ पाऊँगी”। और दक्ष के नंबर को उसने ब्लॉक कर दिया! कैब में एफएम पर किशोर कुमार का गीत बज रहा था… जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मकामवो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते… - ललिता गोयल E-इश्क के लिए अपनी कहानी इस आईडी पर भेजें: db।women@dbcorp।in सब्जेक्ट लाइन में E-इश्क लिखना न भूलें कृपया अप्रकाशित रचनाएं ही भेजें
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बोलीं- आप जो हैं वही रहने के लिए शुक्रिया, आज 64वां जन्मदिन मना रहे हैं एक्टर
 Bollywood Actor Sanjay Dutt Turns 64: Wife Maanayata Dutt Shares Heartwarming Video  मान्यता दत्त ने एक वीडियो शेयर कर उन्हें बधाई दी है। मान्यता ने संजू बाबा के साथ कई फोटोज का एक रील वीडियो बनाकर शेयर किया
बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त आज 64 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 29 जुलाई 1959 को हुआ था। इस खास मौके पर उनकी वाइफ मान्यता दत्त ने एक वीडियो शेयर कर उन्हें बधाई दी है। मान्यता ने संजू बाबा के साथ कई फोटोज का एक रील वीडियो बनाकर शेयर किया है। जिसमें दोनों रोमांटिक अंदर में नजर आ रहे हैं। मान्यता ने खास अंदाज में किया विश इस वीडियो में संजय और मान्यता की कई पुरानी और नई तस्वीरें हैं। फोटोज में दोनों की खूबसूरत बॉन्डिंग देखने को मिली। मान्यता ने वीडियो को शेयर करते हुए एक लम्बा चौड़ा कैप्शन भी लिखा है। उन्होंने लिखा, 'हैप्पी बर्थडे। आप मेरे लिए जो कुछ भी करते हैं उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। इतना अमेजिंग होने के लिए आपका शुक्रिया। आप जैसे है वैसे ही रहने के लिए भी शुक्रिया। उम्मीद करती हूं आपका आने वाला साल और अच्छा हो। आपकी जिंदगी में आकर काफी ब्लेस्ड फील करती हूं'। 2008 में की थी शादी संजय दत्त और मान्यता दत्त ने 2008 में शादी की थी। दोनों जुड़वां बच्चों शाहरान और इकरा के माता-पिता हैं। संजय ने मान्यता से तीसरी शादी की है। मान्यता संजय से लगभग 19 साल छोटी हैं। मान्यता से पहले संजय की पत्नी रिया पिल्लई थीं जिनसे उनका तलाक हो गया था। इससे पहले संजय की पहली पत्नी ऋचा शर्मा थीं जिनका ब्रेन ट्यूमर के चलते उनका निधन हो गया था। ऋचा ने 10 दिसंबर,1996 को दुनिया को अलविदा कह दिया। संजय दत्त के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स वर्कफ्रंट की बात करें तो संजय दत्त 90 के दशक से फिल्म में हीरो का किरदार निभाते आए हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों से एक्टर ज्यादातर विलेन का किरदार निभाते हैं। उन्होंने KGF चैप्टर 2 से कन्नड़ फिल्मों में डेब्यू किया। वहीं अब वो तमिल फिल्मों में डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। एक्टर संजय लोकेश कनगराज द्वारा निर्देशित थलापति विजय की फिल्म 'लियो' में विलेन का किरदार निभाएंगे। यह फिल्म 19 अक्टूबर को रिलीज होगी। इसके अलावा एक्टर जल्द ही अक्षय कुमार, परेश रावल और सुनील शेट्टी के साथ हेरा- फेरी 3 में दिखाई देंगे। शाहरुख खान की फिल्म जवान में भी संजय की स्पेशल अपीयरेंस है।
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कहा- फिल्म में सब कुछ नकली दिखाया, असलियत में ऐसे कपड़े कौन पहनता है?
Kangana Ranaut On Karna Johar Over Rocky Aur Rani Kii Prem Kahaani कंगना रनोट ने करण जौहर की फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी पर निशाना साधा है। कंगना ने कहा कि करण जौहर ऐसी फिल्म पर 250 करोड़ रुपए कैसे खर्च कर सकते हैं।
कंगना रनोट ने करण जौहर की फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी पर निशाना साधा है। कंगना ने कहा कि करण जौहर ऐसी फिल्म पर 250 करोड़ रुपए कैसे खर्च कर सकते हैं। ऐसी फिल्में बनाने के लिए उनके पास पैसे कहां से आ रहे हैं, दूसरी तरफ टैलेंटेड लोगों के पास फिल्म बनाने के लिए फंड्स ही नहीं हैं। कंगना के मुताबिक, ऑडियंस ने अब ऐसी फिल्में जिसमें नकली सेट और नकली घर दिखाया गया हो, रिजेक्ट कर दी है। रियल लाइफ में ऐसे कपड़े कौन पहनता है? कंगना ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर लिखा- दर्शकों को अब मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है। जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है, रियल लाइफ में ऐसे कपड़े कौन पहनता है? क्या दिल्ली में ऐसे घर हैं? क्या बकवास बना दिया है। करण जौहर अपनी ही 90 की विंटेज फिल्मों को कॉपी करके दोबारा बना रहे हैं। इतनी बकवास फिल्म पर उन्होंने 250 करोड़ रुपए कैसे खर्च कर दिए। बता दें कि करण जौहर की ज्यादातर फिल्मों की शूटिंग विदेश में होती है। फिल्म में दिखाया इंडिया जाता है लेकिन सेट विदेशों में बने होते हैं। उदाहरण के लिए कभी खुशी कभी गम को ले लीजिए। फिल्म में अमिताभ बच्चन का बंगला दिखाया गया था। फिल्म में उसका लोकेशन दिल्ली बताया गया लेकिन रियलिटी में वो बंगला UK में है। करण ने 250 करोड़ बर्बाद किए, उन्हें अब रिटायर हो जाना चाहिए कंगना ने रॉकी और रानी की तुलना हॉलीवुड फिल्म ओपेनहाइमर से की। उन्होंने लिखा- भारतीय दर्शक परमाणु बम और विज्ञान पर बनी 3 घंटे लंबी फिल्म देख रहे हैं, और यहां नेपोटिज्म गैंग का वही सास बहू का रोना शुरू है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि 250 करोड़ रुपए डेली सोप बनाने पर क्यों खर्च कर दिए गए। करण जौहर को एक ही चीज बार-बार बनाने पर शर्म आनी चाहिए। खुद को आप भारतीय सिनेमा का ध्वजवाहक मानते हैं और खुद ही इसे पीछे ले जा रहे हैं। पैसों को बर्बाद मत करिए। इंडस्ट्री इस वक्त आर्थिक रूप से हिली हुई है। अब समय आ गया है कि आप रिटायर हो जाएं और यंग फिल्म मेकर्स को मौका दें। कंगना की रणवीर को सलाह- कार्टून की तरह कपड़े मत पहने कंगना ने रणवीर सिंह के लिए भी कुछ बातें कही हैं। कंगना ने कहा- रणवीर सिंह को मेरी सलाह है कि उन्हें करण जौहर और उनके ड्रेसिंग सेंस से इन्फ्लूएंस नहीं होना चाहिए। उन्हें एक सामान्य इंसान की तरह कपड़े पहनने चाहिए, जैसा धरम जी और विनोद खन्ना जी अपने जमाने में पहना करते थे। अगर एक कार्टून की तरह दिखने वाला आदमी अपने आप को एक्टर कहता है तो भारतीय लोग उसे पहचान नहीं पाएंगे। साउथ एक्टर्स से सीखना चाहिए कि कपड़े कैसे पहनते हैं। वे हमेशा सज्जन आदमी की तरह दिखते हैं। वे अपने देश के कल्चर को खराब नहीं करते हैं। फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत इंडस्ट्री ट्रैकर sacnilk के मुताबिक, फिल्म ने 11.5 करोड़ रुपए की ओपनिंग ली है। फिल्म के लिए यह शानदार ओपनिंग कही जा सकती है। बिना किसी हॉलीडे के भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत की है। शनिवार और रविवार को फिल्म की कमाई में और उछाल देखने को मिल सकती है। ट्रेड एक्सपर्ट्स का अनुमान था कि अगर फिल्म पहले दिन 8 से 10 करोड़ रुपए कमा पाती है तो अगले दो दिनों में फिल्म आसानी से 12 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर सकती है। इस तरह फिल्म 35-40 करोड़ रुपए का फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन कर लेगी। अगर कलेक्शन इससे ज्यादा रहा तो और बेहतर है, लेकिन इससे थोड़ा भी कम रहा तो ये माना जाएगा कि फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।
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16 अगस्त तक करें अप्लाई, 44 पदों पर होगी भर्ती
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने बीपीएससी असिस्टेंट मेंस 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए हैं। जो उम्मीदवार सहायक (मुख्य) प्रतियोगी परीक्षा 2022 में भाग लेने जा रहे हैं, उन्हें बीपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट bpsc.bih.nic.in या onlinebpsc.bihar.gov.in के माध्यम से आवेदन करना होगा।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने बीपीएससी असिस्टेंट मेंस 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए हैं। जो उम्मीदवार सहायक (मुख्य) प्रतियोगी परीक्षा 2022 में भाग लेने जा रहे हैं, उन्हें बीपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट bpsc.bih.nic.in या onlinebpsc.bihar.gov.in के माध्यम से आवेदन करना होगा। इसके लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 16 अगस्त है। पदों की संख्या : 44 खास तारीखें आवेदन की शुरुआती तारीख : 27 जुलाई 2023 आवेदन की आखिरी तारीखः 16 अगस्त 2023 मुख्य परीक्षाः 31 अगस्त 2023 एग्जाम पैटर्न सहायक पदों की मेन परीक्षा में दो पेपर होंगे। पेपर-1 हिंदी और पेपर-2 जनरल नॉलेज के लिए होगा। हिंदी के मार्क्स क्वालिफाई नेचर के होंगे। वहीं जनरल नॉलेज के पेपर में 50 प्रश्न सामान्य अध्ययन से और 50 प्रश्न सामान्य विज्ञान, गणित और रीजनिंग से 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा दो घंटे 15 मिनट की होगी। एप्लीकेशन फीस सामान्य वर्ग : 750 रुपये एससी, एसटी, महिला और दिव्यांग : 200 रुपये उम्मीदवारों को एप्लीकेशन फीस ऑनलाइन मोड में जमा करना होगी। ऐसे करें आवेदन
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महिलाओं की देह पर ही क्यों लड़ी जाती है ‘जंग’, 4 थ्योरी से समझिए
Manipur Violence Theory Explained; मणिपुर में 19 साल की आदिवासी लड़की एक एटीएम से पैसे निकालने गई थी, जब उसे गाड़ी में आए चार लाेगों ने अगवा कर लिया।
मणिपुर में 19 साल की आदिवासी लड़की एक एटीएम से पैसे निकालने गई थी, जब उसे गाड़ी में आए चार लाेगों ने अगवा कर लिया। उन्हें एक पहाड़ी इलाके में ले जाया गया, जहां एक कमरे में उनसे बार-बार रेप किया गया। वह जब भी विरोध करतीं तो उनको बंदूक के बट से मारा जाता और बिना खाना और पानी के तड़पने के लिए छोड़ दिया जाता। रातभर उन्हें भूखा-प्यासा रखा गया। आखिरकार वॉशरूम जाने के बहाने वह वहां से भाग निकलीं और बीते 21 जुलाई को उन्होंने अपने साथ हुई इस वारदात की शिकायत पुलिस से की। ये सिर्फ एक लड़की की दास्तां नहीं है। मणिपुर में ऐसी कई लड़कियों-महिलाओं के साथ हुआ है। आज मणिपुर जातीय संघर्ष की आग में जल रहा है, जहां महिलाओं को कपड़े उतारकर घुमाया जा रहा है, गैंगरेप हो रहे हैं या उन्हें मार-काट कर फेंका जा रहा है। आखिर, जंग या जातीय संघर्षों के दौरान महिलाओं पर ऐसे जुल्म क्यों ढाए जाते हैं। रेप ही ज्यादा क्यों देखने को मिलते हैं या उन्हें सेक्स स्लेव क्यों बनाया जाता है। कहा जाता है कि दुनिया की सारी जंग पुरुष ही लड़ते हैं लेकिन इनमें सबसे ज्यादा शहीद महिलाएं होती हैं, उनकी आबरू लुटती है और वो परिवार और अपना अस्तित्व खोकर सड़क पर छोड़ दी जाती हैं। ऐसा क्यों होता है, इस बवाल के पीछे किस तरह की मानसिकता काम करती है जहां मुद्दा कुछ और होता है, लेकिन आक्रोश का सामना महिलाएं करती हैं। जिसमें भूखी, बेहूदा, बेशर्म भीड़ अपनी मांगों और जिद को पूरा करने के लिए औरतों को टार्गेट बनाती है। एक्सपर्ट इसके पीछे 4 अहम वजहें बताते हैं। प्रेशर कुकर, कल्चरल पैथोलॉजी, स्ट्रैटेजिक रेप और फेमिनिस्ट सिद्धांत साउथ एशियन यूनिवर्सिटी (सार्क यूनिवर्सिटी) में इंटरनेशनल रिलेशन में एसोसिएट प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी के अनुसार, जातीय संघर्षों, जंग या सांप्रदायिक दंगों में महिलाओं से रेप या उनके यौन शोषण के पीछे 4 सिद्धांत काम करते हैं, जिन्हें प्रेशर कुकर सिद्धांत, कल्चरल पैथोलॉजी सिद्धांत, सिस्टमेटिक या स्ट्रैटेजिक रेप सिद्धांत और फेमिनिस्ट सिद्धांत का नाम दिया जाता है। 1990 के दशक में बोस्नियाई युद्ध के दौरान सामूहिक रेप की घटनाओं ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने पहली बार 27 जून, 1996 को रेप और यौन हमले को युद्ध अपराध घोषित किया। जोनाथन गॉटशैल अपनी किताब ‘एक्सप्लेनिंग वॉरटाइम रेप: द जर्नल ऑफ सेक्स रिसर्च’ और सुजैन ब्राउनमिलर ने अपनी किताब ‘अगेंस्ट अवर विल’ में इन चारों थ्योरी का जिक्र किया है। जाे न्यूयॉर्क में यूनियन कॉलेज में प्राेफेसर सोनिया टाईमैन की स्टडी से ली गई हैं। फेमिनिस्ट थ्योरी: महिलाओं से नफरत के चलते रेप यह सिद्धांत ताकत की व्याख्या करता है। रेप चाहे युद्धों के दौरान हो या फिर शांतिकाल के दौरान, यह हमेशा से महिलाओं पर हावी होने की पुरुष की इच्छा से प्रेरित होता है। जो व्यक्ति रेप करता है, वह महिलाओं से नफरत करता है। वह महिला के जेंडर को नजरअंदाज करते हुए उस पर भरोसा नहीं करता और वह उस पर हावी होना चाहता है। प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी कहते हैं कि रेप से आदमी अपनी उस ताकत को दिखाना चाहता है, जिसके पीछे महिला को दबाने और उस पर हावी होने की बरसों से दबी कुंठा होती है। कल्चरल पैथोलॉजी थ्योरी: दूसरे जेंडर या पहचान को नीचा समझना यह थ्योरी बताती है कि सोसाइटी का डेवलेपमेंट किस आधार पर हुआ है। ऐसी सोसाइटी महिलाओं को किस नजरिए से देखती है। अगर सोसाइटी पितृसत्तात्मक स्वभाव की है तो जाहिर है, ऐसी भावनाएं पनपेंगी। वहां, महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना नहीं होगी और न ही दूसरी संस्कृतियों या समुदायों के प्रति उदार रवैया होगा। यहां जातीय श्रेष्ठता की भावना ज्यादा हावी होगी। यानी अपने कल्चर को अच्छा बताने, दूसरे के कल्चर को नीचा दिखाने की कोशिश करना। ऐसी सोसाइटी में रेप करने की मानसिकता ज्यादा होती है। क्रिस्टीना लैंब की एक किताब ‘अवर बॉडीज, देयर बैटलफील्ड्स: वॉर थ्रू द लाइव्स ऑफ वुमन’ में महिलाओं के रेप के पीछे सोसाइटी के ढांचे काे जिम्मेदार ठहराया गया है। प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी कहते हैं कि सोसाइटी की इस सोच और महिलाओं के इस शरीर को लड़ाई के मैदान में बदलने वाली मानसिकता सदियों पुरानी रही है, जाे पुरुष प्रधान सामाजिक ढांचे से जन्मी है। प्रेशर कुकर थ्योरी: दबी हुई निराशा और गुस्से का शिकार बनती महिलाएं युद्धों या संघर्षों के दौरान लोग हमेशा डर, तनाव और स्थिति के बदलने और सुधरने की बेबसी के इंतजार में डूबे रहते हैं। ये भावनाएं गुस्से को भड़काती हैं और सबसे कमजोर उन्हें अपने आसपास स्त्री नजर आती है। इसलिए युद्ध या संघर्ष के दौरान उनके रेप करने की आशंका बढ़ जाती है क्योंकि वे न जवाबदेही महसूस करते हैं और न ही जिम्मेदारी। प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी बताते हैं कि ऐसे समाज में लोगों का गुस्सा महिलाओं पर इसलिए निकलता है क्योंकि वो उसे सबसे आसान शिकार मानते हैं और कहीं न कहीं स्त्री विरोधी मानसिकता उनके दिमाग में बैठी रहती है। वो उस स्त्री को दबाकर, मारकर या रेप कर अपने पुरुष होने को जायज ठहराते हैं। स्ट्रैटिजिक रेप थ्योरी: विरोधी पुरुषों को नीचा दिखाने के लिए होते रेप यूगोस्लावियाई युद्ध हों, रवांडा में हुए सामूहिक रेप हों या मणिपुर की घटनाएं, सब जगह रेप को एक हथियार की तरह लिया गया। सैनिकों द्वारा या दूसरे समूह द्वारा रेप करना बाकायदा एक प्लान का हिस्सा होता है और ऐसी लड़ाइयों में एक हथियार। यह मान लिया जाता है कि जंग में सब जायज होता है। किताब ‘अगेंस्ट अवर विल’ में सुजैन ब्राउनमिलर कहती हैं कि जंग और जातीय संघर्ष के दौरान हावी होने और खुद को सही साबित करने की सोच से आम आदमी क्रूर और बेरहम हो जाता है। सुजैन कहती हैं कि दूसरे पर विजय हासिल करने की भावना आदमी को रेप करने के लिए उकसाती है। ऐसे दिनों में उसकी मानसिकता सबसे ज्यादा उभरकर सामने आती है। वहीं, मैनुवर्स की लेखिका सिंथिया एनलोए कहती हैं कि रेप लड़ाइयों के दौरान का सबसे जहरीला और खतरनाक हथियार है, जिसके पीछे ज्यादातर राजनीतिक दिमाग होता है। मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार के पीछे चारों सिद्धांत प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी कहते हैं कि मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई ज्यादती की वजहें हमें चारों सिद्धांतों में मिलती है। मणिपुर का समाज इस समस्या की वजह से लंबे समय से अशांत रहा है, जिसने प्रेशर कुकर जैसी स्थिति बनाई है। संघर्ष के चरम स्थिति में पहुंचने पर इसमें स्ट्रैटिजिक रेप जैसी घटनाएं देखी गईं। इस सिद्धांत के उदाहरण पूरी दुनिया में देखने को मिलते हैं। जापान और चीन के सैनिकों ने अपनाई स्ट्रैटेजिक रेप थ्योरी स्ट्रैटेजिक रेप थ्योरी को सबसे ज्यादा जापानियों ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अपनाया था। मास रेप जापान की इंपीरियल आर्मी का सबसे फेवरेट तरीका था। जिसे वो कंफर्ट वुमन सिस्टम भी कहते है। हालांकि, जापान सरकार इन आरोपों से हमेशा इनकार करती रही है, मगर, 1990 के दशक से इन कंफर्ट वुमन यानी सेक्स स्लेव की दर्दनाक कहानियां दुनिया के सामने आईं तो लोगों ने जापानियों के अत्याचारों के बारे में जाना। बाद में इसी को चीन ने भी अपनाया, जहां कंफर्ट स्टेशन होते। इन कंफर्ट स्टेशनों में चीन के सैनिक आराम फरमाते और पकड़ी गई महिलाओं से रेप करते। नानजिंग में तो बर्बरता के साथ महिलाओं को सेक्स गुलाम बनाया गया। जापान में खुद को पड़ोसियों से बेहतर समझने की ललक जापानी फेमिनिस्ट और कल्चरल पैथोलॉजी थ्योरी में भी फिट बैठते हैं। क्योंकि उनका पितृसत्तात्मक समाज ये मानता रहा है कि पुरुष औरतों से ज्यादा सुपीरियर होते हैं। यही नहीं, वो ये भी मानते रहे कि वो नस्लीय रूप से भी सभी नस्लों खासकर कोरियाई लोगों से बेहतर हैं। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ही रूसी और जर्मन सेनाओं ने सामूहिक रेप को अंजाम दिया था। रूस की सेना को रेड बीस्ट कहा जाता। इन दोनों देशों के कृत्य को कल्चरल पैथोलॉजी थ्योरी कहा जाता है। अमेरिका ने फेमिनिस्ट थ्योरी अपनाकर दुनिया के कई हिस्सों पर जमाया कब्जा वहीं, जब दुनिया पर अमेरिकी अपना कब्जा जमा रहे थे, तब उन्होंने भी रेप को ही अपना हथियार बनाया। अमेरिकी लोगों पर फेमिनिस्ट थ्योरी फिट बैठती है। अमेरिकी जब अपनी ताकत के दम पर फ्रांस के कुछ इलाकों पर कब्जा कर रहे थे, तो वो रेप करते जाते और वहां की महिलाओं को सेक्स स्लेव बना लेते। तीन वजहों से महिलाएं आती हैं भीड़ के निशाने पर प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी कहते हैं कि हमारे सामाजिक ढांचे में महिलाओं को समुदाय के सम्मान के तौर पर देखा जाता है। पहली वजह- महिलाओं का रेप करके उस समुदाय या जातीय समूह को अपमानित करना मकसद होता है। दूसरी वजह, यह कि महिलाएं और बच्चे हमलावरों के लिए आसान और सॉफ्ट टारगेट होते हैं। तीसरी वजह, यह कि महिलाओं पर यौन हमले करके दूसरा समुदाय सामने वाले की ‘मर्दानगी’ यानी उसके पुरुषत्व को चुनौती देता है। वहीं, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय और सीएसडीएस में फेलो प्रोफेसर धनंजय राय बताते हैं कि जब दुनिया से उपनिवेशवाद का अंत हो रहा था, उस समय महिलाओं के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं। कमला भसीन और रितु मेनन (बॉर्डर्स एंड बाउंड्रीज: वीमेन इन इंडियाज पार्टीशन) और उर्वशी बुटालिया (द अदर साइड ऑफ साइलेंस) की किताबों में ऐसे संघर्षों के दौरान अगवा की गई महिलाओं के हालात दिखाए गए हैं। भसीन और मेनन ने लिखा है, महिलाओं के खिलाफ ऐसी हिंसक कार्रवाई को सामाजिक सर्वसम्मति हासिल थी। जाति और सांप्रदायिक श्रेष्ठता का दावा करने के लिए पितृसत्ता द्वारा महिलाओं के शरीर को हिंसा करने की जगह बना दिया गया है। मणिपुर जैसी हिंसा में अफवाहें भी आग में घी डालने का करती हैं काम प्रोफेसर धनंजय त्रिपाठी बताते हैं कि मणिपुर में कुकी और मैतेयी के बीच हिंसा की एक बड़ी वजह अफवाहें भी हैं, जो आग में घी डालने का काम करती हैं। जैसे मई में सोशल मीडिया पर कई फेक रिपोर्ट और वीडियो दिखाए गए कि मैतेयी महिलाओं से कुकी के हथियारबंद लोग रेप कर रहे हैं। नतीजा यह हुआ कि ऐसे मामलों में लोग असंवेदनशील हो गए और सड़कों पर उतर आए। बदले की भावना में मैतेयी लोगों की भीड़ ने कुकी जनजाति की महिलाओं के साथ यौन शोषण और हिंसा की। 19 जुलाई को दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया। ये घटना 4 मई की थी। इसके बाद 20 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी को मणिपुर मामले पर कहना पड़ा कि-मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली है। देश की बेइज्जती हो रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। ‘मणिपुर में दिमाग सुन्न करने वालीं डरावनी कहानियां’, राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक भड़कीं महिलाएं दिल्‍ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल 24 जुलाई को सदस्य वंदना सिंह के साथ गोलीबारी के बीच चुराचांदपुर, मणिपुर पहुंचीं और उन दो पीड़ितों की मां और पति से मिलीं जिन्हें नेकेड कर घुमाया गया था। स्वाति ने कहा-मणिपुर में हिंसा बेहद परेशान करने वाली है और जहां भी मैं जा रही हूं, वहां डरावनी कहानियां हैं, जो दिमाग को सुन्न कर देती हैं। इससे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने मणिपुर हिंसा पर अपना गुस्सा जताते हुए लिखा, ‘शर्मनाक और भयानक। रेणुका शहाणे ने कहा, ‘मणिपुर में इस निर्ममता को रोकने वाला कोई नहीं है। अगर आप दो महिलाओं को परेशान करने वाले इस वीडियो को देखने के बाद भी अंदर तक नहीं हिले हैं, तो आपको खुद को इंसान कहने का कोई हक नहीं है। भारतीय या इंडियन की तो बात ही छोड़ दो।’ इस मामले पर कांग्रेस नेता रंजीता रंजन ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री विपक्ष शासित राज्यों में अपराध की घटनाओं की तुलना मणिपुर की घटना से कर रहे हैं, जबकि यह पूरी तरह अनुचित है, क्योंकि अन्य जगहों पर अपराध की घटनाओं को लेकर तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई हुई है। क्या किसी अन्य राज्य में मणिपुर की तरह महिलाओं के साथ अमर्यादित व्यवहार हुआ? केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है। वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या आपमें हिम्मत है कि आप राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ पर बोल सकें? उन्होंने कहा कि आखिर उनमें ऐसी हिम्मत कब होगी कि वो कांग्रेस के उस नेता पर सवाल खड़े कर सकें, जिसके मणिपुर जाने के बाद से मणिपुर जलने लगा। सपा सांसद जया बच्चन ने कहा, मणिपुर की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है, लेकिन हमारे देश में नहीं। यह शर्म की बात है। किसी ने भी सहानुभूति में एक शब्द भी नहीं कहा। देश में महिलाओं के साथ रोज कुछ न कुछ घटित हो रहा है, यह बहुत ही निराशाजनक है। महिलाओं को अपनी वस्तु या मिल्कियत समझा जाना भी बड़ी वजह झारखंड और असम में आदिवासी महिलाओं के लिए काम करने वाली एक्टिविस्ट नीतिशा खलखो कहती हैं कि मणिपुर जैसी जातीय हिंसा के दौरान महिलाओं पर यौन हिंसा इसलिए की जाती है, ताकि दूसरे समुदाय या समाज के मर्म पर चोट हो। उसकी इज्जत तार-तार हो जाए। महिलाओं का ऑब्जेक्टीफिकेशन या अपनी वस्तु या मिल्कियत समझा जाना इसकी प्रमुख वजह है। कई बार तो युद्ध ही महिलाओं के लिए हुए हैं। इसका एक और कारण समुदाय विशेष का गर्व है, जो महिलाओं से जुड़ा है, उसे चोट पहुंचाना। एकमात्र सुख के नाम पर मनुष्य को सेक्स ही समझ में आता है। नीजिशा खलखो कहती हैं कि किसी भी टकराव में महिलाओं से यौन शोषण का मकसद किसी समुदाय या समाज के पुरुषत्व को चोट पहुंचाना है। ऐसा नहीं है कि रेप या यौन शोषण का सिलसिला आधुनिक युग की ही देन है, इतिहास ऐसे काले अध्यायों से भरा पड़ा है, जब मानवता खुद पर ही शर्मिंदा हुई है। सबसे खतरनाक होती है कल्चरल पैथोलॉजी थ्योरी, अमेरिका में यही हुआ आज भले ही अमेरिका को खुद को मानवाधिकारों का रक्षक बताए, मगर एक समय वह भी था, जब वहां सिविल वॉर के दौरान 'अश्वेत' महिलाओं पर यौन हमले को अपराध तक नहीं माना जाता था। ऑथर पीटर वैलेंस्टीन की किताब ‘क्रैडल ऑफ अमेरिका: ए हिस्ट्री ऑफ वर्जीनिया’ में कहा गया है कि 1662 के शुरुआती दिनों की बात है, जब वर्जीनिया में एक नियम पारित हुआ कि गुलाम औरतों से जन्मे बच्चे, भले ही उनका पिता कोई गोरा ही क्यों न हो, गुलाम ही होगा। अमेरिका में सिविल वॉर से पहले तक ज्यादातर गोरे लोगों की मानसिकता के पीछे कल्चरल पैथोलॉजी थ्योरी ही थी। रेसी टेलर के उदाहरण से इसे समझ सकते हैं। अमेरिकी स्टेट को एक अश्वेत महिला से 67 साल बाद माफी मांगनी पड़ी रेसी टेलर 1944 में 24 साल की थीं, जब 6 लोगों ने उन्हें अलाबामा में उनके घर के पास से उठा लिया गया और एक ट्रक में उनका कई दिनों तक गैंगरेप हुआ। बाद में अपराधी पकड़े गए। एक ने तो अपना गुनाह भी कबूल कर लिया। मगर, अश्वेतों को लेकर तब इतनी नफरत थी कि ज्यूरी के दो गोरे सदस्यों ने आरोपी पर मुकदमा चलाने से इनकार कर दिया। इसके बाद तो सिविल राइट्स मूवमेंट और ज्यादा भड़क उठा। इस घटना के बरसों बाद 2011 में अलबामा की विधायिका ने सरकारी तौर पर टेलर से माफी मांगी। इस वक्त टेलर 90 साल की हो चुकी थीं, वह रोज अपने ऊपर ढाए गए जुल्म के विरोध में फ्लोरिडा में अपने घर के दरवाजे पर एक तख्ती लेकर खड़ी हो जाती थीं। 2000 साल पहले भी युद्ध में महिलाओं के साथ ऐसा ही सुलूक रोमन इतिहासकार लिवी बताते हैं कि पहली सदी के आसपास जब लगातार जंग से आबादी कम हो रही थी, तब रोमन साम्राज्य के नेता रोमुलस ने एक धार्मिक त्योहार का आयोजन किया और पड़ोसी सैबाइन कबीलाई लोगों को न्योता दिया। रात में उन्हें जमकर शानदार दावत दी गई, जैसे ही दावत खत्म हुई रोमुलस का इशारा पाकर रोमनों ने सैबाइन लोगों पर हमला बोल दिया। पुरुषों को मार डाला गया, जबकि महिलाओं को बंधक बना लिया गया। इन महिलाओं से रेप किया जाता, ताकि जंग के लिए ज्यादा से ज्यादा गुलाम मिल सकें। बाद में यही ट्रेंड अरब आक्रमणकारियों में भी देखने को मिला। भारत में भी ऐसे ही गुलामों से दिल्ली सल्तनत की नींव पड़ी थी। महिलाओं को हथियार की तरह इस्तेमाल करना संविधान का घृणित अपमान: सुप्रीम कोर्ट मणिपुर में महिलाओं पर हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से पूछा है कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जातीय संघर्ष के दौरान महिलाओं का हथियार की तरह इस्तेमाल को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। न्यूयॉर्क टाइम्स और ब्लैक गर्ल डैंजसर और ओपन डेमोक्रेसी के लिए लिखने वालीं कॉलमनिस्ट आयशा मिर्जा कहती हैं, ’रेप महज शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं जो दुख देते हैं। ये दिल पर लगे जख्म और दिमाग पर लगे निशान हैं, जो ताउम्र बने रहते हैं।’ ग्राफिक्स: सत्यम परिडा नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सिलेक्ट करें।
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5 किलोमीटर की अंतिम यात्रा में लगे 45 मिनट, गायक और नेता भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे
पंजाब के लुधियाना शहर में मॉडल टाउन एक्सटेंशन में आज दोपहर पंजाबी लोक गायक सुरिंदर छिंदा पंचतत्व में विलीन होंगे। आज उनका अंतिम संस्कार यहां किया जाएगा। छिंदा की अंतिम यात्रा के लिए उनके चाहने वालों द्वारा फूलों से ट्रक सजाया गया है।
पंजाबी लोक गायक सुरिंदर छिंदा शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। लुधियाना शहर के मॉडल टाउन एक्सटेंशन में उनका अंतिम संस्कार किया गा। इस दौरान फेमस एक्टर, सिंगर समेत नेता भी पहुंचे। इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा घर से दोपहर बाद 1:30 शुरू हुई थी। फूलों से सजे ट्रक में उनकी पार्थिव देह को ले जाया गया। ट्रक के आगे छिंदा की तस्वीर भी लगाई गई है। खुले ट्रक में छिंदा के समर्थक उनके अंतिम दर्शन किए। करीब 5 किलोमीटर का सफर तय करके अंतिम यात्रा 2:15 पर श्मशान घाट में पहुंची। गायक को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी हस्तियां पहुंचीं। इसमें पंजाबी लोक गायक मोहम्मद सदीक, गायक फिरोज खान, अदाकार हॉबी धालीवाल, सतविंदर बुग्गा, गुगु गिल और MLA गुरप्रीत गोगी आदि शामिल रहे। पंजाबी लोक गायक सुरिंदर छिंदा की अंतिम यात्रा... शोक जताने वालों का लगा तांता वहीं बड़ी संख्या में उनके चाहने वाले अंतिम यात्रा में शामिल हुए। छिंदा ने 26 जुलाई बुधवार को DMC अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। छिंदा का बेटा सिमरन और बेटी विदेश में रहते हैं। इसी कारण उनका अंतिम संस्कार निधन के 3 दिन बाद किया गया। छिंदा के निधन के बाद पंजाबी लोक गायकों में शोक की लहर है। पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के इस महान कलाकार के निधन के बाद बुधवार से ही उनके घर शोक जताने वालों का तांता लगा हुआ है। सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और फिल्मी सितारे लुधियाना पहुंच कर परिवार से दुख सांझा कर रहे हैं। कई दिन वेंटिलेंटर पर रहे गायक 26 जुलाई को सुरिंदर छिंदा की DMC अस्पताल लुधियाना में मौत हो गई थी। कुछ दिन पहले उन्होंने एक निजी अस्पताल में फूड पाइप का ऑपरेशन करवाया था, जिसके बाद शरीर में इन्फेक्शन बढ़ गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। छिंदा कई दिन लुधियाना के दीप अस्पताल में भी वेंटिलेटर पर रहे। इसके बाद उनकी बिगड़ती हालत के कारण उन्हें DMC शिफ्ट कर दिया गया। DMC में भी कई दिन तक इलाज चला। आखिरकार छिंदा जिंदगी की जंग हार गए। छिंदा अपने पीछे पत्नी जोगिंदर कौर और बेटे मनिंदर छिंदा, सिमरन छिंदा समेत 2 बेटियों को छोड़ गए हैं। 4 वर्ष की आयु में छिंदा संगीत सीखने लगे सुरिंदर छिंदा का जन्म लुधियाना के गांव छोटी अयाली में हुआ था। पिता बचन राम और माता विदेवती के घर संगीत उन्हें विरासत में मिला, जिस वजह से 4 साल की उम्र में ही वह संगीत सीखने लगे। उनका असली नाम सुरिंदर पाल धम्मी है। छिंदा को उस्ताद मिस्तारी बचन राम ने गायकी सिखाई। छिंदा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा प्राइमरी स्कूल, हाता शेर जंग सरकारी स्कूल से पूरी की थी। प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई। मल्टीपर्पस स्कूल और लुधियाना से प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सुरिंदर छिंदा ने SIS लुधियाना में दाखिला लिया और शॉर्ट इंजीनियरिंग में मैकेनिकल का कोर्स किया। गायक बनने से पहले उन्होंने सरूप मैकेनिकल वर्क्स लुधियाना में नौकरी की, लेकिन वह गायक बनना चाहते थे । इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी और प्रोफेशनल सिंगर बनने का फैसला किया। छिंदा ने उस्ताद जसवंत भामरा से संगीत सीखा है। भामरा उस समय नेशनल कॉलेज में संगीत के प्रोफेसर थे। छिंदा ने 165 से अधिक गानों की कैसेट रिलीज की है।
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​​​​​​​फुल चार्ज पर 115KM की रेंज का दावा, 3 अगस्त को होगी लॉन्चिंग
बेंगलुरु की EV स्टार्टअप कंपनी एथर एनर्जी ने अपने एंट्री लेवल इलेक्ट्रिक स्कूटर एथर 450S की प्री बुकिंग शुरू कर दी है। कस्टमर्स 2500 रुपए टोकन मनी देकर स्कूटर को बुक कर सकते हैं। प्री-बुकिंग अमाउंट रिफंडेबल है।
बेंगलुरु की EV स्टार्टअप कंपनी एथर एनर्जी ने अपने एंट्री लेवल इलेक्ट्रिक स्कूटर एथर 450S की प्री बुकिंग शुरू कर दी है। कस्टमर्स 2500 रुपए टोकन मनी देकर स्कूटर को बुक कर सकते हैं। प्री-बुकिंग अमाउंट रिफंडेबल है। कंपनी ने इस साल जून में 450S को पेश किया था। स्कूटर के इंट्रोडक्टरी प्राइस ₹1,29,999 (एक्स-शोरूम) रखे गए हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर का मुकाबला टीवीएस आईक्यूब, एम्पीयर प्राइमस और ओला इलेक्ट्रिक की अपकमिंग S1 एयर से है। एथर इलेक्ट्रिक स्कूटर को 3 अगस्त को लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने हाल ही में इलेक्ट्रिक स्कूटर का टीजर जारी किया था। इसमें स्कूटर की रेंज, टॉप स्पीड, और इंट्रोडक्टरी प्राइस का खुलासा किया था। टीजर में स्कूटर का डिजिटल LED इन्स्ट्रूमेंट क्लस्टर नजर आ रहा है।कंपनी ने दावा किया है कि 450S इलेक्ट्रिक स्कूटर सिंगल चार्ज में 115 किलोमीटर चलेगी। स्कूटर 0-40 किलोमीटर/घंटे की स्पीड मात्र 3.9 सेकंड में हासिल कर लेती है। इसकी टॉप स्पीड 90 किमी/घंटे की होगी। 450S में नहीं मिलेगी टचस्क्रीन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 450S इलेक्ट्रिक स्कूटर 450X मॉडल पर बेस्ड होगा, लेकिन इसमें 7.0-इंच की टचस्क्रीन के जगह पर कलर LCD डिस्प्ले मिलेगा। कंपनी का दावा है कि मार्केट में अवेलेबल ट्रेडिशनल 125CC की पेट्रोल स्कूटर की तुलना में एथर 450S बेहतर परफॉरमेंस और बेहतर राइडिंग एक्सपीरियंस प्रोवाइड करता है। डिजाइन की बात करें तो 450S इलेक्ट्रिक स्कूटर सिर्फ कुछ कॉस्मेटिक बदलावों के साथ कंपनी के ही 450X जैसा होगा। एथर 450S : रेंज, बैटरी और परफॉरमेंस कंपनी ने एथर 450S में परफॉर्मेंस के लिए इलेक्ट्रिक मोटर दी है, जो 8.58 bhp की पावर और 26 nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। स्कूटर की मैक्सिमम स्पीड 90 kmph की बताई गई है। इलेक्ट्रिक मोटर को पॉवर देने के लिए 3 kWh के बैटरी पैक के साथ कनेक्ट किया गया है, जो एक बार चार्ज करने पर 115 किमी की रेंज प्रदान करने का दावा करता है और तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।
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संगठन में पद लेकर बैठे नेताओं को नहीं मिलेगा टिकट! मुखिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सो गए एक मंत्री
Rajasthan Bureaucracy Politics Unheard Stories राजनीति में खूब धमाल मचा रही लाल डायरी पर जांच एजेंसियों के दिल्ली में बैठे बॉस एक्टिव हो चुके हैं
लाल डायरी ने राज्य की राजधानी से लेकर देश की राजधानी तक हलचल मचा दी है। राजनीति में खूब धमाल मचा रही लाल डायरी पर जांच एजेंसियों के दिल्ली में बैठे बॉस एक्टिव हो चुके हैं। एक केंद्रीय जांच एजेंसी के बड़े अफसर के पास दिल्ली से बॉस का फोन आने की चर्चा है। दिल्ली ने लाल डायरी पर पूरा ब्यौरा और आगे के एक्शन तक के आदेश दे दिए। जांच एजेंसी ने पड़ताल के बाद इसे पॉलिटिकल मुद्दा बताकर जवाब भेज दिया। अब केंद्र से कभी भी दोबारा फरमान आ सकता है। लाल डायरी की लीगल वैलिडिटी पर खूब माथा पच्ची की जा रही है। जरा सी गुंजाइश पर हलचल होना तय है। जिस नेता के घर से इनकम टैक्स ने दूसरी डायरियां जब्त की थीं, वे भी केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर बताए जा रहे हैं। मंत्री को रास नहीं आया चर्चित आईएएस का पॉलिटिकल आइडिया राजनेता कभी अफसर को हावी नहीं होना देता, लेकिन ये हर किसी नेता के बस की बात भी नहीं है। अरबी घोड़े और सवार का उदाहरण भी दिया जाता है, जिसमें सवार अनाड़ी होने पर घोड़ा नीचे गिरा देता है। सत्ता के गलियरों में एक चर्चित आईएएस ने पिछले दिनों विभाग से जुड़े कामों और योजनाओं पर मंत्री से चर्चा की। देसी तरीके से सेहत को ठीक करने वाले विभाग में बजट का टोटा ही रहता है। आदत के मुताबिक अफसर ने मंत्री को एक से बढ़कर एक आइडिया देने शुरू कर दिए। तर्क दिया कि इस प्लानिंग के हिसाब से काम करने पर पॉलिटिकल फायदा भी हो सकता है। मंत्री भी दुनिया देख चुके हैं, छूटते ही अफसर को सचेत कर दिया कि जैसे चलता आया है वैसे ही चलने दीजिए। आपके पुराने रिकॉर्ड के हिसाब से ऐसे आइडिया सियासी सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। मंत्री का जवाब सुनकर अफसर भी समझ गए कि दाल गलने वाली नहीं है। अफसर हाल ही पश्चिमी राजस्थान में लंबा अरसा बिताकर फिर सचिवालय लौटे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष की एक घोषणा ने बढ़ा दी बड़े नेताओं की टेंशन विपक्षी पार्टी में बड़े नेताओं के चुनावी दौरे शुरू हो चुके हैं। पिछले दिनों विपक्षी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे ने संगठन में पद लेकर बैठे चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संगठन में पद लेकर बैठे नेताओं को फील्ड और संगठन की मजबूती पर ध्यान देने के लिए काम करने की सलाह तो दी ही, साथ ही यह भी हिदायत दी कि चुनाव लड़ने की मत सोचना। संगठन में पद लेकर बैठे नेता चुनाव लड़वाएं, खुद लड़े नहीं। बस इस एक लाइन ने कई नेताओं के अरमानों पर पानी फेर दिया है। अब चुनाव से पहले कई फार्मूले बनेंगे और बिगड़ेंगे, लेकिन अध्यक्ष ने कहा है तो सोच समझकर ही कहा होगा। ऐसा होता है तो कई दिग्गज संकट में आएंगे। पूर्व मुखिया के लिए राजधानी में महिला सम्मेलन प्रदेश की पूर्व मुखिया की पिछले दिनों हाड़ौती में की गई सभा ने खूब सियासी चर्चाएं बटोरीं। अब उनके समर्थक राजधानी में महिला सम्मेलन करने की तैयारी कर रहे हैं। सम्मेलन के लिए कोर टीम के लोग फील्ड में जुट गए हैं। पूर्व मुखिया के विरोधी और समर्थक दोनों ही इस सम्मेलन को लेकर एक्टिव होने लगे हैं। विपक्षी पार्टी में चल रहे कंफ्यूजन के बीच पूर्व मुखिया के लिए करवाए जा रहे महिला सम्मेलन ने चेहरों की चर्चाएं जरूर छेड़ दी हैं। राजधानी में पूर्व मुखिया के बड़े सम्मेलन के पीछे छिपे सियासी मैसेज को उनके समर्थक और विरोधी भी बखूबी समझ रहे हैं। बिन दफ्तर के अफसर और वर्क फ्रोम होम प्रदेश के सबसे सुप्रीम ऑफिस में कई बार अफसरों के लिए हालत असहज हो जाते हैं। यहां अफसर ज्यादा और कमरे कम हैं। पिछले दिनों कुछ अफसर प्रमोट होकर आईएएस बन गए। पोस्टिंग सचिवालय में मिल गई। अब पद मिल गया लेकिन तीन अफसरों को कमरे नहीं मिले। दो अफसरों की हालत यह है कि वे अब भी वर्क फ्रोम होम हैं। घर पर फाइलें निपटा रहे हैं। एक अफसर अपने विभाग से जुड़ी बिल्डिंग में बाहर बैठ रहे हैंं। जब तक नई बिल्डिंग नहीं बनती तब तक अफसरों को कमरे मिलने में दिक्कत दूर नहीं होने वाली। नई बिल्डिंग तो बनती सी ही बनेगी। विपक्षी पार्टी के नेताओं से क्यों मिले एक बोर्ड अध्यक्ष? ब्यूरोक्रेसी से सियासत में जाने का पुराना ट्रेंड रहा है। प्रदेश के एक बोर्ड के मुखिया भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। विधानसभा क्षेत्र भी देख रखा है। इस बार टिकट के लिए पूरा जोर लगा रखा है। बोर्ड अध्यक्ष सत्ता वाली पार्टी के दिग्गज नेताओं के चहेते तो हैं ही विपक्ष में भी संपर्क कम नहीं हैं। पुलिस की नौकरी से राजनीतिक नियुक्ति और फिर राजनीति का रास्ता साफ करने की जुगत शुरू हो चुकी है। पिछले दिनों उनकी विपक्षी पार्टी के प्रदेश मुखिया, पूर्व प्रदेश मुखिया और एक राज्यसभा सांसद से मिलने की खूब चर्चाएं हो रही हैं। इस तरह की मुलाकातें कोई असाधारण बात नहीं है, बोर्ड से जुड़े मुद्दों पर भी बात हो सकती है लेकिन इसके सियासी मायनों की चर्चा शुरू हो गई है। सियासी पंडित इसे प्लान बी से जोड़कर देख रहे हैं। मुखिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच संकट मोचक मंत्री के खर्राटे प्रदेश के मुखिया के संकट मोचक माने जाने वाले मंत्रीजी के हर तरफ जलवे हैं। दिमाग कितना भी तेज हो लेकिन उम्र और स्वास्थ्य की सीमा होती है। पिछले दिनों प्रदेश के मुखिया अपनी उपलब्धियां बता रहे थे,उधर उनके पास ही बैठे संकट मोचक मंत्रीजी नींद निकाल रहे थे। इस जेस्चर पर लोगों की अलग अलग राय हो सकती है, लेकिन सरकार की उपलब्धियों के बखान के वक्त नंबर टू सो जाए तो इसे क्या कहा जाए? इलेस्ट्रेशन : संजय डिमरी एंकर: राहुल बंसल सुनी-सुनाई में पिछले सप्ताह भी थे कई किस्से, पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें मंत्री और महिला नेता में क्या समझौता हुआ?:रसूखदार नेता के आगे मंत्री नतमस्तक, जूनियर मंत्री की हाईकमान तक शिकायत
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पिता बोले- मेरी उससे बात हुई, उसने जाहिर कर दिया कि वह हमारे लिए मर गई
Anju-Pakistan Nasrullah Case Update - भारत से पाकिस्तान जाकर फातिमा बनी अंजू थॉमस को अपनी बेटी की याद सता रही है। दो दिन पहले उसने पिता गया प्रसाद थॉमस को वॉट्सएप पर मैसेज कर कहा-
भारत से पाकिस्तान जाकर फातिमा बनी अंजू थॉमस को अपनी बेटी की याद सता रही है। दो दिन पहले उसने पिता गया प्रसाद थॉमस को वॉट्सएप पर मैसेज कर कहा- 'और कुछ नहीं। मेरी बेटी से बात करा दो बस। उसको समझाओ कि मैं उसे बहुत प्यार करती हूं। मैं उसकी दुश्मन नहीं हूं। कॉल मी, आई एम वेटिंग पापा...।' अंजू ने माफी और रोने के इमोजी भी पिता को वॉट्सएप पर सेंड किए। अंजू के पिता गया प्रसाद ग्वालियर के टेकनपुर के बौना गांव में रहते हैं। दैनिक भास्कर ने अंजू से वॉट्सएप चैटिंग को लेकर उनसे बात की। गया प्रसाद बोले- मेरी बेटी से बात हुई है। उसने साफ जाहिर कर दिया कि वह हमारे लिए मर गई है। गया प्रसाद ने कहा, पाकिस्तानी मीडिया के जरिए अंजू की नसरुल्लाह से शादी और इस्लाम धर्म कबूलने की खबरें सामने आई हैं। दावा है कि उसने सोशल मीडिया फ्रेंड नसरुल्लाह से दीरबाला के डिस्ट्रिक कोर्ट में निकाह किया है। इस पर गया प्रसाद का कहना है कि उसने शादी की या नहीं, नाम बदला या नहीं, या इस तरह की अफवाह पाकिस्तान से उड़ाई जा रही है, मुझे नहीं पता। मीडिया से ही पता चला है कि उसने शादी की है। पिता बोले- मीडिया ने अंजू से बात करने का दबाव बनाया अंजू के पिता ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा, अंजू का फोन मेरे पास आया था। मैं उससे बात नहीं करना चाहता था। कुछ मीडियावालों ने मुझे जबरदस्ती अंजू से संपर्क करने के लिए कहा था। इस पर मैंने उसे वॉइस मैसेज छोड़ा था। उसने जवाब नहीं दिया। नेटवर्क प्रॉब्लम थी। दोबारा जब बात हुई तो जिस तरह एक पिता अपनी बच्ची को डांटता है, मैंने भी उसे डांटा। मैंने कहा- इस तरह से तू चली गई, मेरे लिए मर गई है। अंजू ने कहा- अगर मैं मर ही गई हूं तो मुझसे बात करने की जरूरत नहीं है। गया प्रसाद ने कहा, 'जो बच्चा हमारे परिवार और देश का नहीं हुआ, उससे हम बात भी नहीं करना चाहते। मेरी पांच बेटियों में से एक की मौत हो गई है। पिता के वॉट्सएप पर अंजू के मैसेज... (ये मैसेज गुरुवार सुबह 11.06 बजे से सुबह 11.47 तक किए गए) अंजू: हां, नेटवर्क प्रॉब्लम है (गया प्रसाद ने अंजू को 5 और 11 सेकंड के वॉइस मैसेज भेजे। आखिरी बार बात करने का कहते हैं। अंजू रोते हुए और माफी मांगते हुए इमोजी भेजती है।) अंजू: और कुछ नहीं। मुझे मेरी एंजिल (बेटी) से बात करा दो बस। उसको समझा दो कि मैं उसे बहुत प्यार करती हूं। (अंजू हाथ जोड़ते हुए और रोते हुए इमोजी भेजती है।) अंजू: मैं उसकी दुश्मन नहीं हूं। (शाम 5.09 पर वह फिर मैसेज करती है।) अंजू: कॉल मी, आई एम वेटिंग पापा...। (पिता के वॉट्सऐप पर उसके दो मिस्ड कॉल भी हैं।) 20 अगस्त को पाकिस्तान से भारत लौटेगी अंजू अंजू 30 दिन के वीजा पर पाकिस्तान गई है। वह 21 जुलाई को पाकिस्तान पहुंची थी। इस हिसाब से उसे 20 अगस्त तक भारत लौटना है। यहां आते ही उसे सुरक्षा एजेंसीज के सवालों का सामना करना पड़ेगा। पिता का कहना है कि वह भारत आ भी जाए तो मेरे पास या मेरे घर बिल्कुल न आए। वॉइस मैसेज करते हुए या बात करते हुए मैंने उसे बेटी तक नहीं कहा है। मेरे लिए वो मर गई है। गांव के रास्ते अंजू के लिए बंद बौना गांव के सतेंद्र गुर्जर का कहना है कि अंजू ने बहुत गलत किया है। इससे गांव के साथ पूरे देश की बदनामी हुई है। जब उनसे पूछा गया कि इसमें गलत क्या है? उनका कहना था कि दो बच्चे, पति को ऐसे छोड़कर पाकिस्तान चले जाना और वहां निकाह करना, यह गलत नहीं तो क्या है। सरपंच के भाई रवि गुर्जर का कहना है कि अंजू के लिए गांव के रास्ते हमेशा के लिए बंद हैं। जब उनसे पूछा गया कि अंजू के मां-पिता के लिए भी गांव के रास्ते बंद करेंगे? उन्होंने कहा कि इसमें उनकी क्या गलती है। गांववालों को शक- साजिश का शिकार हो सकती है गांव में ऐसी भी चर्चा है कि अंजू का फातिमा बनना सिर्फ इत्तेफाक नहीं, साजिश भी हो सकती है। अंजू का ताल्लुक ग्वालियर के टेकनपुर से है। उसके दादा BSF में थे। अभी चाचा भी हैं। ऐसे में हो सकता है कि उसे पाकिस्तान की एजेंसियों ने नसरुल्लाह के जरिए टारगेट किया हो। वह प्यार नहीं, साजिश की शिकार हुई है। UP में नाना-नानी के साथ रहती थी अंजू ग्वालियर के टेकनपुर में बौना गांव के रहने वाले गया प्रसाद पहले हिंदू थे। उन्होंने कई साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था। उनके पिता सीमा सुरक्षा बल में बतौर सूबेदार रिटायर्ड हुए थे। गया प्रसाद की पांच बेटियां और एक बेटा है। सबसे बड़ी बेटी अंजू का जन्म 25 दिसंबर 1988 को ग्वालियर में हुआ था। उसकी परवरिश उत्तरप्रदेश के जालौन स्थित माधौगढ़ में अपने नाना-नानी के यहां हुई। नाना-नानी सरकारी विद्यालय में शिक्षक थे। 2007 में अंजू की शादी भिवाड़ी, अलवर राजस्थान निवासी अरविंद कुमार से हुई थी। दोनों की 13 साल की बेटी और एक 5 साल का बेटा है। अंजू उर्फ फातिमा के निकाह का हलफनामा मैं शपथपूर्वक घोषणा करती हूं कि मेरा पूर्व नाम अंजू था और मैं ईसाई धर्म से हूं। मैंने स्वयं बिना किसी दबाव या जोर जबरदस्ती के सहर्ष इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है, जिसमें किसी की ओर से कोई जोर-जबरदस्ती नहीं होती। इसके लिए मैं अपने देश भारत से यहां पाकिस्तान आई हूं। मन मुखलाफा (प्राथी) ने गवाहों के सामने, मुहम्मदन शरिया के अनुसार 10 तोला सोने के सहित दहेज के बदले में स्वेच्छा से सामी नसरुल्लाह से शादी की है। नसरुल्लाह मिन विश्फिया के कानूनी शौहर हैं। मैंने अपनी इच्छा और मंशा के अनुसार नसरुल्लाह से शादी कर ली है। यह मेरा कथन सत्य एवं सही है तथा मैंने इस संबंध में कुछ भी छिपाकर नहीं रखा है। भारतीय कानून के मुताबिक उसका निकाह नाजायज अधिवक्ता नितिन कुमार शर्मा ने बताया कि यह शादी नाजायज है। जब तक आप एक शादी से तलाक नहीं लेते, आपको दूसरी शादी करने का अधिकार नहीं है। वो पाकिस्तान पहुंच गई है, नाम बदल लिया है, लेकिन अभी भी वह भारतीय नागरिक है और उस पर भारतीय कानून ही लागू होंगे। लड़की के परिवार वाले आईपीसी के सेक्शन 494 की धारा के तहत कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। पाकिस्तानी पुलिस बोली- अंजू के पास एक महीने का वीजा पाक मीडिया में पाकिस्तान जिला पुलिस अधिकारी (DPO) ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा के ऊपरी दीर जिले में भारत से महिला अपने प्रेमी से मिलने आई। उसके पास यहां एक महीने तक रहने के लिए पूरे दस्तावेज और वीजा है। अंजू (35) का कहना है कि कुलशोइन गांव के नसरुल्लाह (29) के साथ उसकी दोस्ती फेसबुक पर शुरू हुई, जो बाद में प्यार में बदल गई। ये खबरें भी पढ़िए... पिता बोले- अंजू को साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम दो बच्चों की मां अंजू (35) अपने प्रेमी नसरुल्लाह के पास पाकिस्तान पहुंच गई। उसकी इस हरकत से परिवार वाले भी नाराज हैं। अंजू के निकाह की बात सामने आने के बाद उसके पिता ने कहा कि मेरा उससे कोई संबंध नहीं है। उसे साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम है। स्कूल में बार-बार फेल हुई, टीचर अपने थे तो किसी तरह 10वीं की मार्कशीट बनवाई। पढ़िए पूरी खबर पति से कहा था- सहेली से मिलने जा रही हूं अंजू अपने पति अरविंद कुमार के साथ दो साल से टेरा एलिगेंसी सोसाइटी (भिवाड़ी, अलवर) में रह रही थी। यहीं से 2020 में पासपोर्ट बनवाया। अंजू यहां टू व्हीलर कंपनी में काम करती थी। पति से यह कहकर गई थी कि वह सहेली से मिलने जा रही है। पढ़िए पूरी खबर
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X के वैरिफाइड कॉन्टेन्ट क्रिएटर्स कमा सकेंगे पैसा, मस्क ने कहा- क्रिएट एनीथिंग
Elon Musk's platform X (formerly Twitter) Revenue Sharing Program - New Ads Revenue Sharing for Creators माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) के जरिए वेरिफाइड कॉन्टेन्ट क्रिएटर्स अब पैसा कमा सकेंगे। कंपनी ने पूरी दुनिया में एड रेवेन्यू शेयरिंग प्रोग्राम शुरू कर दिया है, जिसे 14 जुलाई को लॉन्च किया था।
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) ने भारत सहित दुनियाभर में एड रेवेन्यू शेयरिंग प्रोग्राम शुरू कर दिया है। इसके जरिए प्लेटफॉर्म के वेरिफाइड कॉन्टेन्ट क्रिएटर्स पैसा कमा सकेंगे। कंपनी ने 14 जुलाई को इस प्रोग्राम को लॉन्च किया था। X ने ऑफिशियल अकाउंट से पोस्ट कर लिखा, 'आज से Ads रेवेन्यू प्रोग्राम सभी यूजर्स के लिए लाइव हो गया है। आप मोनेटाइजेशन को ऑन कर अपनी पोस्टिंग के बदले पैसा कमा सकते हैं। एक क्रिएटर के तौर पर हम आपको आपकी मेहनत के पैसे देना चाहते हैं, ताकि आपकी आजीविका चलती रहे। आपको पुरस्कृत करने की दिशा में यह हमारा पहला कदम है।' इस पोस्ट में रिप्लाई करते हुए कंपनी के मालिक एलन मस्क ने लिखा, 'क्रिएट एनीथिंग!' 500 फॉलोअर्स होना जरूरी एक्स ने 29 अप्रैल को ऑफिशियल अकाउंट से पोस्ट करते हुए बताया था कि 'दुनियाभर के क्रिएटर्स अब साइन अप कर सकते हैं और ट्विटर पर कमाई कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए सेटिंग में मोनेटाइजेशन पर टैप करें।' हालांकि, इसके जरिए वही क्रिएटर्स पैसा कमा पाएंगे, जिनके अकाउंट में कम से कम 500 फॉलोअर्स हों। वहीं अकाउंट वैरिफाइड होने के साथ ही पिछले 30 दिन से एक्टिव हो। X से रेवेन्यू जनरेट करने के लिए कैसे एलिजेबल बनें कंटेंट क्रिएटर्स के लिए मोनेटाइजेशन प्रोग्राम कैसे काम करेगा? एलन मस्क ने 14 अप्रैल को पोस्ट करते हुए कहा था कि 'अपने फॉलोअर्स को लॉन्गफॉर्म टेक्स्ट से लेकर घंटों लंबे वीडियो तक किसी भी मटेरियल का सब्सक्रिप्शन ऑफर करने के लिए अप्लाय करें। सेटिंग्स में बस "मोनेटाइजेशन" पर टैप करें। मोनेटाइजेशन से की गई कमाई का कोई भी हिस्सा अगले 12 महीनों तक ट्विटर नहीं लेगा। हालांकि एंड्रॉएड और IOS 30% फीस वसूलता है। ये चार्ज क्रिएटर की इनकम से डिडक्ट हो जाएगा। वेब पर चार्ज 8% के करीब है। पहले साल के बाद, 'iOS और एंड्रॉएड फीस 15% तक कम हो जाएगी। इसके अलावा ट्विटर वॉल्यूम के आधार पर उसके ऊपर एक छोटी फीस जोड़ देगा। ट्विटर आपके काम को प्रमोट करने में भी मदद करेगा।' मस्क ने कहा- हमारा गोल क्रिएटर की समृद्धि को मैक्सिमाइज करना है। किसी भी समय, आप हमारे प्लेटफॉर्म को छोड़ सकते हैं और अपने वर्क को अपने साथ ले जा सकते हैं। ईजी इन, ईजी आउट।' 24 जुलाई को मस्क ने पहली बार लोगो बदला 24 जुलाई को लोगो बदलकर X करने के बाद 26 जुलाई को देर रात लोगो के डिजाइन में एलन मस्क ने छोटा सा बदलाव किया था। मस्क ने X लोगो को ज्यादा बोल्ड और शार्प कर दिया है। मस्क ने कहा था, लोगो समय के साथ डेवलप होगा। वहीं मस्क ने ट्विटर का नाम 'X' करने पर कहा था, आने वाले महीनों में ट्विटर सभी तरह की फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइड करेगी। ऐसे में ट्विटर नाम का कोई मतलब नहीं है। मस्क ने ये भी कहा था कि ट्विटर नाम तब तक ठीक था जब प्लेटफॉर्म पर 140 कैरेक्टर तक ही पोस्ट किए जा सकते थे। लेकिन अब आप लगभग कुछ भी पोस्ट कर सकते हैं। इसमें कई घंटों का वीडियो भी शामिल है।' मस्क ने हाल ही में पोस्ट की कैरेक्टर लिमिट बढ़ाकर 25,000 की थी। उधर, एलन मस्क ने ट्विटर के ऑफिशियल हैंडल @twitter को बदलकर @x कर दिया है।
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सेट से नंगे पांव भागने लगी थीं शबाना आजमी; फिल्में छोड़ने का बना लिया था मन
Shabana Azmi on her acting career वेटरन एक्ट्रेस शबाना आजमी एक वक्त पर इंडस्ट्री छोड़ने वाली थीं। फिल्म परवरिश की शूटिंग के दौरान उनके साथ कुछ ऐसा हुआ था, जिसकी वजह से वे काफी निराश हो गई थीं।
वेटरन एक्ट्रेस शबाना आजमी एक वक्त पर इंडस्ट्री छोड़ने वाली थीं। फिल्म 'परवरिश' की शूटिंग के दौरान उनके साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसकी वजह से वे काफी निराश हो गई थीं। दरअसल फिल्म में डांस रिहर्सल के दौरान कोरियोग्राफर कमल मास्टर ने उन्हें जूनियर्स के सामने जलील कर दिया था। शबाना को यह बात इतनी बुरी लगी कि वे जैसे-तैसे वहां से नंगे पांव भागने लगी थीं। उन्होंने ठान लिया था कि अब कभी फिल्मों में काम नहीं करेंगी। इसके बाद फिल्म के डायरेक्टर मनमोहन देसाई ने उन्हें बहुत समझाया। तब जाकर शबाना फिर से काम करने को तैयार हुईं। कोरियोग्राफर ने शबाना को पहले रिहर्सल नहीं कराया था शबाना आजमी ने रॉकी और रानी की प्रेम कहानी से बड़े पर्दे पर वापसी की है। जाहिर है कि वे फिल्म के प्रमोशन में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। इसी दौरान एक इंटरव्यू में उन्होंने एक अनकही बात से पर्दा उठाया। उन्होंने Adi Pocha के साथ इंटरव्यू में कहा- मैंने कोरियोग्राफर कमल मास्टर से कहा कि वे पहले मुझे रिहर्सल करा दें। उन्होंने कहा कि रिहर्सल की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ ताली बजानी है। हालांकि जब मैं सेट पर गई तो देखा कि वहां तो अच्छा-खासा डांस करना है। मैं काफी डर गई क्योंकि मैं नीतू सिंह के साथ खड़ी थीं। मैं अभी सोच रही थी कि दायां पैर और बायां पैर कहां रखूं उसके पहले नीतू सिंह दो रिहर्सल कर चुकी थीं। कोरियोग्राफर ने शबाना से कहा- अब आप मुझे डांस करना सिखाएंगी? शबाना ने आगे कहा- मैं काफी ज्यादा नर्वस हो गई थी। मैंने कमल जी से बोला कि थोड़ी दिक्कत आ रही है, क्या हम इसमें थोड़ा बदलाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा- चलो ठीक है, लाइट ऑफ कर दो। अब शबाना आजमी जी कमल मास्टर को सिखाएंगी कि डांस कैसे करना है। वहां पर काफी सारे जूनियर आर्टिस्ट मौजूद थे। मैं काफी ज्यादा अपमानित महसूस कर रही थी। इतना बुरा लगा कि सेट से भागने लगी। यह तक नहीं देखा कि कपड़े क्या पहने हैं। बाहर गई तो मेरी कार नहीं दिख रही थी। मैं नंगे पांव ही जुहू में अपने घर की तरफ जाने लगी। मैं रोते हुए अपने आप से कह रही थी कि अब मुझे किसी फिल्म में काम नहीं करना है। डायरेक्टर मनमोहन देसाई ने शबाना को सॉरी बोला था शबाना ने कहा कि बाद में फिल्म के डायरेक्टर मनमोहन देसाई आए और उन्हें गले लगाया। उन्होंने सॉरी भी कहा। प्रोड्यूसर ने भी उन्हें शांत कराया। अगले दिन नीतू सिंह ने भी शबाना से इस बारे में पूछा था। वो सुलक्षणा पंडित थीं जिन्होंने शबाना को काफी समझाया था। उन्होंने शबाना से कहा कि फिल्म में उनकी जरूरत किसी कोरियोग्राफर से कहीं ज्यादा है। सुलक्षणा के इन शब्दों से शबाना को काफी ऊर्जा मिली। शबाना ने कहा कि वे इसके लिए सुलक्षणा की हमेशा शुक्रगुजार रहेंगी।
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दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके तरुण चुघ महासचिव और नरेंद्र रैना राष्ट्रीय सचिव बने
BJP Padadhikari List; Punjab State Two Names Tarun Chugh Narender Singh Raina | BJP Punjab पांच राज्यों में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार अपनी नई टीम की घोषणा कर दी।
पांच राज्यों में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार अपनी नई टीम की घोषणा कर दी। केंद्रीय पदाधिकारियों की इस लिस्ट में कुल 38 नाम हैं, जिनमें दो नाम पंजाब से हैं। इन दोनों नामों में 2020 से ही बदलाव नहीं हुआ है। भाजपा अध्यक्ष द्वारा घोषित नई टीम में 13 राष्ट्रीय सचिव बनाए गए हैं। वहीं 13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और आठ राष्ट्रीय महामंत्री भी बनाए गए हैं। पंजाब से तरुण चुघ को एक बार फिर राष्ट्रीय महामंत्री व डॉ. नरेंद्र सिंह रैना को राष्ट्रीय सचिव चुना गया है। डॉ. नरेंद्र सिंह रैना का राजनीतिक सफर जम्मू-कश्मीर से शुरू हुआ था। जम्मू-कश्मीर के कठुआ से उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया और यही से भाजपा में सफर तय करते हुए 2020 में राष्ट्रीय सचिव बने थे। उन्हें पंजाब से प्रतिनिधित्व करवाने के पीछे का कारण, उनका सिख चेहरा होना है। उन्हें यह पद सौंप कर भाजपा ने पंजाब व जम्मू-कश्मीर दोनों राज्यों के सिखों पर प्रभाव डालने का प्रयास किया है। वार्ड अध्यक्ष से राष्ट्रीय महामंत्री का सफर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की सूची में दूसरा नाम तरुण चुघ का है। तरुण चुघ का राजनीतिक सफर पंजाब से अमृतसर से शुरू हुआ था। वार्ड अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय महासचिव तक की चुघ की यात्रा काफी चुनौतीपूर्ण रही है। 2020 से पहले सात साल पार्टी के राष्ट्रीय सचिव की भूमिका निभाने वाले चुघ को उत्तर-पूर्व के राज्यों और दिल्ली प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 1992 में विवादित ढांचा गिरने के बाद तरुण ने राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ाई। भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती के संपर्क में आने के बाद तरुण ने जिला भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई। पंजाब भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव बने। तरुण चुघ ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा के साथ साइकिल पर बैठकर पार्टी का प्रचार व प्रसार किया। 2000 से 2003 तक चुघ प्रदेश भाजपा सचिव रहे। 2005 में उन्हें प्रदेश प्रशिक्षण सेल का अध्यक्ष बनाया गया। दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा चुघ ने अमृतसर केंद्रीय विधानसभा हलके से दो बार 2012 व 2014 में चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। 2012 के चुनाव में वह अपने घर का बूथ तक हार गए थे।
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सुप्रीम कोर्ट की 5 शर्तें, कहा- मोबाइल स्विच ऑफ नहीं होगा, लोकेशन ऑन रहेगी
Maharashtra Bhima Koregaon Violence Case Latest Details Update सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी वर्नोन गोंसाल्वेस और अरुण फरेरा को जमानत दी
सुप्रीम कोर्ट ने भीमा कोरेगांव केस में 28 जुलाई को दो आरोपियों वेरनन गोंजाल्वेस और अरुण फरेरा को जमानत दे दी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- दोनों आरोपियों को कस्टडी में 5 साल हो चुके हैं। उन पर गंभीर आरोप हैं, लेकिन केवल इस आधार पर उन्हें जमानत देने से इनकार नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच ने मामले की सुनवाई की। बचाव पक्ष के वकील का कहना है कि गोंजाल्वेस और फरेरा अगले हफ्ते ही जेल से बाहर आ पाएंगे, क्योंकि औपचारिकताओं में थोड़ा वक्त लगेगा। सुप्रीम कोर्ट से अभी बेल ऑर्डर नहीं आया है। जैसे ही ये ऑर्डर मुंबई की NIA कोर्ट को मिलेगा, उनकी रिहाई की कंडीशंस तय की जाएंगी। 5 साल से जेल में थे गोंजाल्वेस और फरेरा गोंजाल्वेस और फरेरा को 2018 में गिरफ्तार किया गया था। तभी से वे मुंबई की तलोजा जेल में थे। बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत नामंजूर होने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। दोनों ने कहा था कि हाईकोर्ट ने उनकी बेल एप्लिकेशन को खारिज कर दिया, जबकि सह-आरोपी सुधा भारद्वाज को जमानत दे दी। सुप्रीम कोर्ट की 5 शर्तें मामले में कितने लोग अरेस्ट हुए थे और कितनों को जमानत? भीमा-कोरेगांव मामले में 16 लोगों (ज्यादातर एक्टिविस्ट और एकेडमीशियंस) को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से वर्तमान में 3 लोग जमानत पर बाहर हैं। विद्वान और एक्टिविस्ट आनंद तेल्तुंब्डे और वकील सुधा भारद्वाज को रेग्युलर बेल मिली हुई है, जबकि तेलुगु कवि वरवर राव (82) स्वास्थ्य कारणों के आधार पर जमानत मिली है। एक अन्य आरोपी और मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर घर में नजरबंद रखा गया है। क्या है भीमा कोरेगांव मामला? 1 जनवरी 2018 को महाराष्ट्र में पुणे के भीमा कोरेगांव में एल्गार परिषद के बैनर तले हुए कार्यक्रम के दौरान हिंसा हुई थी। इसमें एक युवक की मौत हुई थी। इस केस में वामपंथी वरवर राव, सुधा भारद्वाज, स्टेन स्वामी, वेरनन गोंजाल्वेज, गौतम नवलखा और अरुण फरेरा समेत 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इन सभी पर जातीय हिंसा भड़काने का आरोप था। NIA ने इन पर ISI और नक्सलियों से संबंध होने का आरोप भी लगाया था। यह कार्यक्रम 1818 में दलित बहुल सेना की पेशवा गुट पर हुई जीत की 200वीं वर्षगांठ के मौके पर रखा गया था। 1818 के युद्ध में मराठाओं की हार हुई थी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा के पेशवा गुट के बीच 1 जनवरी 1818 को युद्ध हुआ था। ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना को उस समय के अछूत माने जाने वाले महार समुदाय के सैनिकों का समर्थन मिला था। उन्होंने अंग्रेजों की तरफ से लड़ाई लड़ी। युद्ध में मराठाओं की हार हुई थी। आप ये खबरें भी पढ़ सकते हैं... 'सरकार हवा में नहीं कर सकती राष्ट्रीय सुरक्षा का दावा':क्या है पूरा केस, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की क्लास लगाई सुप्रीम कोर्ट ने मलयाली न्यूज चैनल मीडिया वन पर केंद्र सरकार की रोक हटा दी है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच ने केरल हाईकोर्ट के आदेश को भी रद्द कर दिया, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर चैनल के प्रसारण पर रोक जारी रखी थी। कोर्ट ने कहा कि सरकार प्रेस पर गैर-जरूरी रोक नहीं लगा सकती। पूरी खबर पढ़ें... सुप्रीम कोर्ट से गौतम नवलखा को राहत: जेल से निकालकर हाउस अरेस्ट रखने को कहा, भीमा-कोरेगांव हिंसा के आरोपी हैं पांच साल पुराने भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में आरोपी गौतम नवलखा को सुप्रीम कोर्ट से थोड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उन्हें एक महीने के लिए तलोजा जेल से निकालकर नवी मुंबई में कुछ शर्तों के साथ हाउस अरेस्ट रखने के आदेश दिए हैं। गौतम 70 साल के हैं। उन पर भीमा-कोरेगांव में एल्गार परिषद के सम्मेलन में भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। इसी भाषण के बाद हिंसा भड़की थी। पूरी खबर पढ़ें...
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3 खिलाड़ी जींद तो एक सोनीपत का रहने वाला; मलेशिया में दिखाएंगे दमखम
मलेशिया में 8 से 13 अगस्त तक होने वाले एशिया ओशियाना कोर्फबॉल विश्वकप के लिए हरियाणा के 4 खिलाड़ियों का चयन हुआ है, जिनमें से 3 खिलाड़ी अकेले जींद जिले के गांव नंदगढ़ से है। एक ही गांव से 3 खिलाड़ियों के विश्वकप टीम में
मलेशिया में 8 से 13 अगस्त तक होने वाले एशिया ओशियाना कोर्फबॉल विश्वकप के लिए हरियाणा के 4 खिलाड़ियों का चयन हुआ है, जिनमें से 3 खिलाड़ी अकेले जींद जिले के गांव नंदगढ़ से है। एक ही गांव से 3 खिलाड़ियों के विश्वकप टीम में चयनित होने से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। अब यह खिलाड़ी कोर्फबॉल विश्वकप में अपना दम दिखाएंगे। अंडर-21 टीम के लिए तुषार, अमन और तन्नू जींद के गांव नंदगढ़ से हैं, जबकि प्रिंस सोनीपत से है। हरियाणा कोर्फबॉल के सचिव डॉ. प्रदीप कुंडू ने बताया कि 8 से 13 अगस्त तक विश्व कप का आयोजन राष्ट्रीय स्पोर्ट्स कंप्लैक्स शाह आलम मलेशिया में होगा। इसमें एशिया महाद्वीप के 10 देशों के खिलाफ भाग लेंगे। इनके 2 पूल बनाए गए हैं। इनमें पूल-ए में भारत, आस्ट्रेलिया, हॉन्गकॉन्ग, जापान और चीन को शामिल किया गया है तो पूल-बी में मलेशिया, न्यूजीलैंड, चीनी ताइपे, थाईलैंड, श्रीलंका की टीमें रहेंगी।
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इसमें आपकी जाति और धर्म की भी भूमिका हो सकती है, CMIE के सर्वे में दावा
Center for Monitoring Indian Economy (CMIE) Economy Survey Report Update; इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए सेंटर फॉर मॉनेटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने इस साल जून में घर-घर जाकर सर्वे किया। इसमें निकलकर आया है कि न सिर्फ जाति या धर्म, बल्कि शहरी या ग्रामीण होना भी असर डालता है।
क्या आर्थिक तरक्की के पीछे जाति या धर्म जैसे कारक भी मायने रखते हैं...? इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए सेंटर फॉर मॉनेटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने इस साल जून में घर-घर जाकर सर्वे किया। इसमें निकलकर आया है कि न सिर्फ जाति या धर्म, बल्कि शहरी या ग्रामीण होना भी असर डालता है। सर्वे में 10.72% परिवारों ने पिछले एक साल में आर्थिक रूप मजबूत होने की बात कबूली है। लेकिन, जब आंकड़ों को जाति या धर्म के हिसाब से देखा गया तो यह बात गौर करने लायक रही कि जिन लोगों ने इंटरकास्ट मैरिज की है, उनमें से 20% परिवारों ने तरक्की की है। यह औसत सामान्य परिवारों के मुकाबले दोगुना है। जून 2023 में अनुसूचित जनजाति वर्ग ने सबसे तेज तरक्की की
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bsf.gov.in से करें डाउनलोड, 6 अगस्त को एग्जाम
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ग्रुप ‘बी’ और ‘सी’ (कॉम्बैटाइज्ड) (नॉन गजेटेड-नॉन मिनिस्ट्रियल)/वाटर विंग के पदों के लिए लिखित परीक्षा का एडमिट कार्ड (BSF Admit Card 2023) जारी कर दिया है। इन पदों के लिए 6 अगस्त को एग्जाम होगी। वे सभी उम्मीदवार जिन्होंने इन
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ग्रुप ‘बी’ और ‘सी’ (कॉम्बैटाइज्ड) (नॉन गजेटेड-नॉन मिनिस्ट्रियल)/वाटर विंग के पदों के लिए लिखित परीक्षा का एडमिट कार्ड (BSF Admit Card 2023) जारी कर दिया है। इन पदों के लिए 6 अगस्त को एग्जाम होगी। वे सभी उम्मीदवार जिन्होंने इन पदों के लिए आवेदन किए हैं, ऑफिशियल वेबसाइट bsf.gov.in पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। तीन शिफ्ट में होगी एग्जाम जारी शॉर्ट नोटिस के अनुसार, ग्रुप ‘बी’ और ‘सी’ (कॉम्बैटाइज्ड) (नॉन गजेटेड-नॉन मिनिस्ट्रियल)/वाटर विंग परीक्षा/(वर्कशॉप)-2023 के लिए फेज 1 की लिखित परीक्षा (कंप्यूटर आधारित टेस्ट) आयोजित की जाएगी। 6 अगस्त, 2023 को पहली शिफ्ट की एग्जाम सुबह 08:30 से 10:30 बजे तक, दूसरी शिफ्ट की एग्जाम 12:30 से 02:30 बजे तक होगी। वहीं तीसरी शिफ्ट की परीक्षा 04:30 से 06:00 बजे तक आयोजित की जाएगी। एडमिट कार्ड डाउनलोड करने की प्रोसेस
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1 साल में कच्चा तेल 35% तक सस्ता, इससे तेल कंपनियों का मुनाफा तीन गुना बढ़ा
एक साल में कच्चे तेल के दाम 15% से ज्यादा घटे हैं। हाल में ​इसके दाम थोड़ा बढ़ने से पहले 10 जुलाई तक 1 साल में हाल ही में दाम बढ़ने से पहले कच्चा तेल 35% सस्ता हो गया था। लेकिन इस बीच पेट्रोल-डीजल के
पेट्रोल-डीजल के दाम 10 रुपए लीटर तक घटाए जा सकते हैं। इसकी वजह एक साल में कच्चे तेल के दाम 15% की गिरावट है। 10 जुलाई को तो कच्चा तेल 35% तक सस्ता हो गया था, लेकिन इस बीच पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई कमी नहीं आई। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आखिरी बार अप्रैल 2022 में पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए थे। अभी देश के ज्यादातर हिस्से में पेट्रोल 100 रुपए और डीजल 90 रुपए प्रति लीटर से ऊपर है। इस बीच पेट्रोलियम की रिटेल बिजनेस करने वाली तीन सरकारी कंपनियां इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL)का मुनाफा करीब 3 गुना हो गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि ये कंपनियां अभी प्रति लीटर करीब 10 रुपए की कमाई कर रही हैं। खबर में आगे बढ़ने से पहले आप पोल में शामिल होकर अपनी राय दे सकते हैं... क्रिसिल ने कहा- इस साल 1 लाख करोड़ का मुनाफा कमाएंगी IOCL, HPCL, BPCL शुक्रवार को आए नतीजों के मुताबि​क, अप्रैल-जून तिमाही में इंडियन ऑयल ने 13,750 रुपए का मुनाफा कमाया। बीते साल इन्हीं 3 महीनों में 1,992 करोड़ का घाटा हुआ था। कंपनियों के पास पेट्रोलियम के दाम 10 रुपए घटाने की गुंजाइश कोटक महिंद्रा बैंक की सीनियर इकोनॉमिस्ट उपासना भारद्वाज कहती हैं कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल पर फिलहाल करीब 10 रुपए प्रति लीटर कमाई कर रही हैं। इस लिहाज से देखें तो उनके पास इनकी कीमतें कम करने की पर्याप्त गुंजाइश है। ऐसा करने पर अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। भारत में कैसे तय होती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें? जून 2010 तक सरकार पेट्रोल की कीमत निर्धारित करती थी और हर 15 दिन में इसे बदला जाता था। 26 जून 2010 के बाद सरकार ने पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण ऑयल कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया। इसी तरह अक्टूबर 2014 तक डीजल की कीमत भी सरकार निर्धारित करती थी। 19 अक्टूबर 2014 से सरकार ने ये काम भी ऑयल कंपनियों को सौंप दिया। अभी ऑयल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमत, एक्सचेंज रेट, टैक्स, पेट्रोल-डीजल के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च और बाकी कई चीजों को ध्यान में रखते हुए रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमत निर्धारित करती हैं।
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कंपनी ने कहा- हमारी उम्मीद से ज्यादा बुकिंग हुई, अक्टूबर से शुरू होगी डिलीवरी
Harley-Davidson X440 online booking हार्ले-डेविडसन की पहली मेड-इन-इंडिया बाइक 'हार्ले-डेविडसन X440' की ऑनलाइन बुकिंग 3 अगस्त से बंद हो जाएगी
हार्ले-डेविडसन की पहली मेड-इन-इंडिया बाइक 'हार्ले-डेविडसन X440' की ऑनलाइन बुकिंग 3 अगस्त को बंद हो जाएगी, जिसे हीरो मोटोकॉर्प ने पार्टनरशिप के साथ डेवलप किया है। कंपनी ने बुकिंग रोकने की वजह उम्मीद से ज्यादा बुकिंग को बताया है। ये बाइक 3 जुलाई को भारत में लॉन्च हुई थी और उसके अगले दिन 4 जुलाई से बुकिंग शुरू हुई थी। हीरो मोटोकॉर्प ने शुक्रवार को कहा कि बाइक की बुकिंग को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। इसकी ऑनलाइन बुकिंग विंडो 3 अगस्त को बंद हो जाएगी। वहीं, 1 सितंबर से पूरे देश में कस्टमर्स को बाइक की टेस्ट राइड दी जाएगी। हालांकि, यह टेस्ट राइड उन्हें ही मिलेगी, जिन्होंने बाइक की बुकिंग की है। उम्मीद से ज्यादा हार्ले-डेविडसन X440 की बुकिंग हुई हीरो मोटोकॉर्प के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर निरंजन गुप्ता ने कहा कि हार्ले-डेविडसन X440 की बढ़ती बुकिंग और उसको लेकर कस्टमर्स से मिल रही प्रतिक्रिया को देखकर खुशी हो रही है। हमारी उम्मीदों से ज्यादा अभी तक इसकी बुकिंग हो चुकी है। हम एक ऐसे प्वाइंट पर पहुंच गए हैं जहां हमने ऑनलाइन बुकिंग को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। हार्ले-डेविडसन X440: डिजाइन न्यू हार्ले-डेविडसन X440 में स्क्वॉयरिश फ्यूल टैंक, LED DRLs के साथ गोल हेडलाइट, हेडलाइट के ऊपर राउंड स्पीडो मीटर, चौड़े हैंडल बार के साथ इंडिकेटर्स और मिरर्स दिए गए हैं। हेडलाइट में रिंग जैसा LED प्रोजेक्टर दिया गया है, जिसके ऊपर हार्ले-डेविडसन लिखा हुआ है। इसके साथ ही सर्कुलर इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिलता है। हार्ले-डेविडसन X440: इंजन कंपनी ने हार्ले-डेविडसन X440 में 440CC का ऑयल-कूल्ड, सिंगल-सिलेंडर इंजन दिया है, जिसे 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। यह इंजन 27 bhp की पॉवर और 38 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन E20 पेट्रोल के अनुसार बनाया गया है। हार्ले-डेविडसन X440: ब्रेकिंग और फीचर्स हार्ले-डेविडसन X440 के फीचर्स की बात करें तो इसमें एंटी-लॉक ब्रैकिंग सिस्टम के साथ डुअल-चैनल ABS (फ्रंट और रियर में डिस्क ब्रेक) दिया गया है। यह प्रीलोड-एडजस्टेबल ट्विन शॉक एब्जॉर्बर के साथ आती है। इसके साथ फ्रंट व्हील 18 इंच का है और रियर व्हील 17 इंच का है। इसमें स्मार्टफोन कनेक्टिविटी के साथ नेविगेशन, कॉल और मैसेज को मैनेज करने वाली एक TFT यूनिट दी गई है। इसके अलावा एक USB चार्जिंग सॉकेट भी दिया गया है। हार्ले-डेविडसन X440 के वैरिएंट्स और कीमत हार्ले-डेविडसन X440 के राइवल्स हार्ले-डेविडसन X440 का मुकाबला रॉयल एनफील्ड 350 रेंज से है, जिसमें क्लासिक 350, हंटर और मीटियोर शामिल हैं। इसके अलावा होंडा CB 350 और CB 350 RS, बेनेली इम्पीरियल 400 और अपकमिंग ट्रायम्फ स्पीड 400 को भी ये बाइक टक्कर देगी।
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पहले दिन ₹11.5 करोड़ कमाए; रणवीर की पिछली फिल्मों से बेहतर रहा कलेक्शन
Rocky Aur Rani Ki Prem Kahani Box Office Collection Update रॉकी और रानी की प्रेम कहानी ने रिलीज के पहले दिन 11.5 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। फिल्म के लिए यह शानदार ओपनिंग कही जा सकती है। बिना किसी हॉलीडे के भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत की है
रॉकी और रानी की प्रेम कहानी ने रिलीज के पहले दिन 11.5 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। फिल्म के लिए यह शानदार ओपनिंग कही जा सकती है। बिना किसी हॉलीडे के भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत की है। रणवीर सिंह की पिछली दो फिल्मों का ओपनिंग डे रिकॉर्ड देखें तो रॉकी और रानी की प्रेम कहानी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। सर्कस ने पहले दिन 6.25 करोड़ का कलेक्शन किया था, वहीं जयेशभाई जोरदार 3.25 करोड़ रुपए ही कमा सकी थी। दूसरी तरफ आलिया भट्ट की पिछली फिल्म ब्रह्मास्त्र ने 36 करोड़ रुपए की ओपनिंग ली थी। शनिवार और रविवार को बढ़ सकती है कमाई इंडस्ट्री ट्रैकर sacnilk के मुताबिक, फिल्म ने 11.5 करोड़ रुपए की ओपनिंग ली है। शनिवार और रविवार को फिल्म की कमाई में और उछाल देखने को मिल सकती है। ट्रेड एक्सपर्ट्स का अनुमान था कि अगर फिल्म पहले दिन 8 से 10 करोड़ रुपए कमा पाती है तो अगले दो दिनों में फिल्म आसानी से 12 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर सकती है। इस तरह फिल्म 35-40 करोड़ रुपए का फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन कर लेगी। अगर कलेक्शन इससे ज्यादा रहा तो और बेहतर है, लेकिन इससे थोड़ा भी कम रहा तो ये माना जाएगा कि फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। ओपेनहाइमर और बार्बी से कोई खास नुकसान नहीं हुआ रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को ओपेनहाइमर और बार्बी से कोई खास नुकसान नहीं हुआ। ओपेनहाइमर ने शुक्रवार को 4.50 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया। ओपेनहाइमर और बार्बी अच्छी कमाई कर रही हैं, लेकिन ये मल्टीप्लेक्स और अर्बन ओरिएंटेड फिल्में हैं। फैमिली फिल्म होने की वजह से रॉकी और रानी की प्रेम की कहानी एक अलग ऑडियंस की तरफ अपना ध्यान आकर्षित कराएगी। रणवीर सिंह की पिछली फिल्मों से बेहतर रही रॉकी और रानी.. की कमाई रणवीर सिंह की पिछली दो फिल्में सुपर फ्लॉप रही हैं। रोहित शेट्टी के डायरेक्शन वाली फिल्म सर्कस पहले दिन सिर्फ 6.25 करोड़ ही कमा सकी थी। इसके अलावा जयेशभाई जोरदार सिर्फ 3.25 करोड़ तक सिमट के रह गई थी। फिल्म 83 ने जरूर बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत की थी। आलिया भट्ट की फिल्में बैक टु बैक ब्लॉकबस्टर आलिया भट्ट की फिल्में बैक टु बैक ब्लॉकबस्टर साबित हुई हैं। उनकी पिछली फिल्म ब्रह्मास्त्र ने 36 करोड़ रुपए की शानदार ओपनिंग ली थी। गंगूबाई काठियावाड़ी ने भी 10.50 करोड़ पहले दिन कमाए थे। कलंक भले ही आगे चलकर फ्लॉप हो गई थी, लेकिन इसने पहले दिन 21.60 करोड़ रुपए की ओपनिंग ली थी। 178 करोड़ में बनी है फिल्म, 160 करोड़ रिलीज के पहले कमाए फिल्म ने अपनी रिलीज से पहले ही 90% बजट की रिकवरी की है। फिल्म का टोटल बजट 178 करोड़ रुपए है। फिल्म ने अब तक डिजिटल राइट्स से 80 करोड़ और सेटेलाइट राइट्स से 50 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है। इसके अलावा मेकर्स ने इसके म्यूजिक राइट्स को 30 करोड़ रुपए में बेचा है। इन सबको मिलाकर अब तक 160 करोड़ की रिकवरी हो चुकी है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म टिकट खिड़की पर कितनी कमाई कर पाती है।
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10 शहरों में 55 मैच होंगे; क्रिकेट इतिहास में पहली बार अमेरिका को भी मेजबानी
2024 T20 World Cup: Everything You Need to Know 2024 का टी-20 वर्ल्ड कप 4 से 30 जून तक खेला जाएगा। अमेरिका और वेस्टइंडीज के 10 शहरों में 27 दिन तक 20 टीमों के बीच 55 मैच होंगे।
2024 का टी-20 वर्ल्ड कप 4 से 30 जून तक खेला जाएगा। अमेरिका और वेस्टइंडीज के 10 शहरों में 27 दिन तक 20 टीमों के बीच 55 मैच होंगे। 147 साल के क्रिकेट इतिहास में अमेरिका पहली बार ICC के किसी ग्लोबल इवेंट की मेजबानी करेगा। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अमेरिका के शॉर्टलिस्ट किए गए 4 शहरों को इंस्पेक्ट कर लिया है, इनमें से 3 को इंटरनेशनल स्टेटस नहीं मिला है। अगले कुछ महीनों में सभी वेन्यू फाइनल कर दिए जाएंगे। वर्ल्ड कप होस्टिंग के लिए इंटरनेशनल स्टेटस जरूरी अमेरिका के 4 शहरों फ्लोरिडा, मोरिसविले, डालास और न्यू यॉर्क को फिलहाल शॉर्टलिस्ट किया गया है। इनमें केवल फ्लोरिडा स्थित लॉडरहिल स्टेडियम को ही इंटरनेशनल स्टेटस मिला है। यहीं अगस्त में भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 टी-20 मैच भी खेले जाएंगे। बाकी 3 शहरों को इंटनरेशनल स्टेटस मिलना बाकी है। ICC गाइडलाइन के अनुसार, वर्ल्ड कप होस्टिंग के लिए इंटरनेशनल स्टेटस मिलना जरूरी है। मोरिसविले (चर्च स्ट्रीट पार्क) और डालास (ग्रैंड पीयर स्टेडियम) में फिलहाल मेजर लीग टी-20 टू्र्नामेंट के मैच खेले जा रहे हैं, जबकि न्यू यॉर्क (वैन कोर्टलैंट पार्क इन द ब्रॉन्क्स) में फ्रेंचाइजी या इंटरनेशनल किसी भी लेवल का कोई मैच आयोजित नहीं हुआ। अमेरिकी शहरों में टूर्नामेंट के कुछ मैचों के साथ ज्यादातर वॉर्म-अप मुकाबले होंगे। वहीं वेस्टइंडीज में वॉर्म-अप मैच कम और मुख्य मुकाबले ज्यादा होंगे। 20 टीमों का टूर्नामेंट होगा, 15 टीमें क्वालिफाई 2024 के टी-20 वर्ल्ड कप में 20 टीमें हिस्सा लेंगी। होम टीम अमेरिका और वेस्टइंडीज समेत पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में टॉप-8 पोजिशन पर रहीं टीमें पहले ही क्वालिफाई कर चुकी हैं। अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने टी-20 रैंकिंग के आधार पर क्वालिफाई किया। वहीं इसी सप्ताह आयरलैंड, स्कॉटलैंड और पापुआ न्यू गिनी (PNG) ने रीजनल क्वालिफायर्स के जरिए टूर्नामेंट में जगह बनाई। आयरलैंड और स्कॉटलैंड ने यूरोप रीजन क्वालिफायर्स में टॉप कर जगह बनाई, जबकि PNG ने एशिया-पेसिफिक क्वालिफायर्स में टॉप किया। टूर्नामेंट में 5 टीमें और क्वालिफाई करेंगी। इनमें अमेरिकन क्वालिफायर से एक, अफ्रीका से 2 और एशिया रीजन से 2 और टीमें आएंगी। 5-5 टीमों के 4 ग्रुप बांटे जाएंगे 20 टीमों को 5-5 टीमों के 4 ग्रुप में बांटा जाएगा। ग्रुप स्टेज में 40 मैच होंगे। सभी ग्रुप की 2-2 टॉप टीमें सुपर-8 स्टेज में पहुंचेंगी, इस स्टेज में 12 मैच होंगे। सुपर-8 की भी 2-2 टॉप टीमें सेमीफाइनल में क्वालिफाई करेंगी। सेमीफाइनल की विजेता टीमों के बीच 30 जून 2024 को टूर्नामेंट का फाइनल खेला जाएगा। 2 सेमीफाइनल, एक फाइनल और 52 ग्रुप स्टेज मैच मिलाकर टूर्नामेंट में 27 दिन के अंदर कुल 55 मैच खेले जाएंगे। पिछले 2 टूर्नामेंट 16-16 टीमों के हुए थे 2021 और 2022 में खेले गए पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में 16-16 टीमें थीं। 8 में से 4 टीमें क्वालिफायर खेलकर सुपर-12 स्टेज का हिस्सा बनती थीं। दोनों टूर्नामेंट में 45-45 मैच हुए थे। 2007 में शुरू हुए टूर्नामेंट में अब पहली बार 20 टीमें शामिल होंगी और टूर्नामेंट में पहली बार 50 से ज्यादा मैच होंगे। 2007 में भारत ने पहला खिताब जीता था, 2022 में इंग्लैंड टीम पिछली बार चैम्पियन बनी थी। अमेरिका में वर्ल्ड कप कराने के 2 अहम कारण अमेरिका में टी-20 वर्ल्ड कप कराने के पीछे ICC के 2 अहम कारण हैं। स्पोर्ट्स की ये खबरें भी पढ़ें... भारत-वेस्टइंडीज दूसरा वनडे आज भारत-वेस्टइंडीज वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल मैदान पर शाम 7:00 बजे से खेला जाएगा। कप्तान रोहित शर्मा पहले वनडे से ही प्रयोग के मूड में दिख रहे हैं। ऐसे में विकेटकीपर संजू सैमसन को मौका मिल सकता है। पढ़ें पूरी खबर... बेन स्टोक्स बोले- वनडे रिटारमेंट से वापसी का नहीं सोच रहा इंग्लैंड के ऑल राउंडर बेन स्टोक्स वनडे से अपने रिटायरमेंट को वापस नहीं लेंगे। इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान स्टोक्स ने खुद ही इस बात की पुष्टि एशेज सीरीज के पांचवें टेस्ट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में की है। इसके साथ ही उनके भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप खेलने पर विराम लग गया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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हमला न करे इसके लिए केले खिलाते थे; शूटिंग से चार महीने पहले लाई गई थी मादा हाथी
Hrithik Roshan Jodha Akbar Elephant Scene - फिल्म जोधा अकबर में हाथी से लड़ने वाला सीन ऋतिक रोशन ने बिना किसी बॉडी डबल के किया था। यह खुलासा फिल्म के स्टंट डायरेक्टर रवि देवान ने किया है
फिल्म जोधा अकबर में हाथी से लड़ने वाला सीन ऋतिक रोशन ने बिना किसी बॉडी डबल के किया था। यह खुलासा फिल्म के स्टंट डायरेक्टर रवि दीवान ने किया है। इस सीक्वेंस के लिए एक फीमेल (मादा) हाथी को शूट के चार-पांच महीने पहले लाया गया था। ऋतिक खाली वक्त में हाथी को केला खिलाते थे। इससे वो हाथी ऋतिक को पहचानने लगी थी। स्टंट डायरेक्टर रवि दीवान के मुताबिक, शूटिंग के वक्त वहां का तापमान काफी गर्म था। हर सीन के बाद हाथी के ऊपर पानी डालना पड़ रहा था। ऋतिक ने खुद से किया खतरनाक स्टंट फिल्म जोधा अकबर की भव्यता की आज भी चर्चा की जाती है। फिल्म के लिए करोड़ों के सेट लगाए गए थे। ऋतिक रोशन ने फिल्म में मुगलिया शासक अकबर का रोल निभाया था। फिल्म के एक सीन में वे हाथी से लड़ते दिखाई दिए थे। अक्सर ऐसे खतरनाक सीक्वेंस में एक्टर्स के बॉडी डबल स्टंट करते हैं। हालांकि, ऋतिक ने इस सीन को खुद से करने का फैसला किया। फिल्म के डायरेक्टर रवि दीवान ने बॉलीवुड ठिकाना से बात करते हुए कहा- ऋतिक ने बड़े प्रोफेशनली इस सीन को अंजाम दिया था। हाथी को सीक्वेंस के चार-पांच महीने पहले स्टूडियो लाया गया था। खाली टाइम में हाथी को केला खिलाते थे ऋतिक रवि दीवान कहते हैं- वो हाथी शूटिंग फ्रेंडली हो गई थी। ऋतिक जब भी शूट से फ्री होते थे, हाथी को केला खिलाते थे। ऋतिक चाहते थे कि वो जल्दी ही उस हाथी से परिचित हो जाएं। सीन के दौरान ऋतिक ने आसानी से हाथी को वश में कर लिया। ऋतिक से पहले शाहरुख को ऑफर हुई थी फिल्म कम ही लोगों को पता होगा कि अकबर के रोल के लिए ऋतिक फर्स्ट चॉइस नहीं थे। ऋतिक रोशन से पहले डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर ने शाहरुख खान को अप्रोच किया था। फिल्म की शूटिंग शेड्यूल काफी लंबी होने की वजह से शाहरुख ने यह फिल्म ठुकरा दी थी। बाद में यह फिल्म ऋतिक के पास गई थी। शाहरुख, इससे पहले आशुतोष के साथ फिल्म स्वदेश में काम कर चुके थे। जोधा-अकबर में शाही साम्राज्य दिखाने के लिए 80 हाथी, 100 घोड़े और 55 ऊंट इस्तेमाल किए गए थे। ऐश्वर्या ने फिल्म में असली सोने के गहने पहने थे, सेट पर रखवाली के लिए 50 लोग थे फिल्म में अकबर की पत्नी जोधा बाई के किरदार में नजर आईं ऐश्वर्या राय ने नकली नहीं, बल्कि असली सोने के गहने पहने थे। उनके ऊपर अलग-अलग सीन में 400 किलो से भी ज्यादा वजन के गहनों का इस्तेमाल किया गया था। ऐश्वर्या के सभी गहने तैयार करने के लिए असली सोने का इस्तेमाल किया गया था, जिसे बनाने के लिए 70 कारीगरों की कई महीनों की मेहनत थी। उसकी देख-रेख के लिए सेट पर 50 सुरक्षाकर्मियों तैनात किए गए थे।
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रॉकी के किरदार का मैनर पिक करने में युवराज दुआ ने की थी मदद
Yuvraj Dua helped Ranveer Singh in picking the manner and Accent of Rocky's character, फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह लीड रोल में हैं। फिल्म में वो दिल्ली के रहने वाले जिम लवर राॅकी रंधावा का रोल प्ले कर रहे हैं, जिसे बंगाली लड़की से प्यार हो जाता है। मुंबई में पैदा हुए
फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह लीड रोल में हैं। फिल्म में वो दिल्ली के रहने वाले जिम लवर रॉकी रंधावा का रोल प्ले कर रहे हैं, जिसे बंगाली लड़की से प्यार हो जाता है। मुंबई में पैदा हुए रणवीर को फिल्म में इस किरदार को निभाने के लिए कंटेंट क्रिएटर युवराज दुआ ने ट्रेनिंग दी। दिल्ली के रहने वाले युवराज ने रणवीर को दिल्ली के रहने वाले युवाओं का एक्सेंट और मैनर पिक करने में मदद की। युवराज, बीते काफी वक्त से सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएट कर रहे हैं। उनका कंटेंट भी दिल्ली से रिलेटेड सब्जेक्ट्स पर ही रहता है। हाल ही में उन्होंने रणवीर के साथ काम करने का एक्सपीरिएंस शेयर किया। फिल्म शुरू होने के 12 दिन पहले ही मुंबई पहुंचा इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में युवराज ने बताया, ‘मैं फिल्म शुरू होने के 12 दिन पहले ही मुंबई पहुंचा। वहां मैं रणवीर से मिला और मैंने उनके साथ खूब बातें कीं। मैंने उनसे इस तरह बात नहीं की जैसे मैं उनको प्रिपेयर करने गया हूं। मैंने उनसे कैजुअल ही बातचीत की।' मेरे ख्याल से यही सही तरीका था 'उस दौरान उन्होंने मुझसे मेरी कहानी पूछी और मैंने उनको अपनी कहानी सुनाई। इस कन्वर्सेशन के दौरान उन्होंने अपने आप ही मेरा लहजा पकड़ लिया। मेरे ख्याल से यही सही तरीका था क्योंकि ऐसी कोई डिक्शनरी नहीं जिसमें लिखा हो कि लड़ाई को कलेश या फिर भसड़ बोलना है।’ मेरा काम सिर्फ गलतियां ठीक करने का था युवराज ने आगे बताया, ‘रणवीर ने मुझे इस बात को लेकर बहुत ही कॉन्फिडेंट और कम्फर्टेबल फील करवाया कि वो वाकई दिल्ली से ही हैं। उन्होंने कम समय में इतनी अच्छी तरह से वो टोन पकड़ी की उन्हें खुद ही अपनी गलती पकड़ में आ जाती थी। फिर मेरा काम सिर्फ उस गलती को ठीक करना होता था।’ मेरे हाथ में थमा दिया कपिल देव का बैट युवराज ने इस इंटरव्यू में रणवीर से जुड़ा एक और किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि एक दिन बैठे-बैठे उन्होंने यूं ही रणवीर से कह दिया- ‘इतना टाइम हो गया दिल्ली से आए हुए.. क्रिकेट बैट नहीं छुआ..’ यह सुनते ही रणवीर ने एक लड़के को बुलाया, उसके कान में कुछ कहा और थोड़ी देर बाद वो लड़का एक बैट लेकर आया। वो बैट मुझे देते हुए रणवीर ने कहा- लो, इस बैट से कुछ शॉट मारकर देखो.. मेरे हाथ में वो बैट देकर उन्होंने बताया कि वो कपिल (देव) पाजी का बैट है। कपिल पाजी ने उन्हें यह पर्सनली गिफ्ट किया था।’ पहले ही दिन ऑनलाइन लीक हुई फिल्म रणवीर सिंह और आलिया भट्‌ट स्टारर ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ 28 जुलाई को थिएटर्स में रिलीज हुई है। एक तरफ जहां फिल्म को ऑडियंस और क्रिटिक्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है वहीं दूसरी तरफ यह रिलीज के ही दिन ऑनलाइन लीक हो गई है। 12 से 15 करोड़ की ओपनिंग का अनुमान करण जौहर के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म को पहले दिन अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्किंग डे में रिलीज हुई इस फिल्म को 12 से 15 करोड़ की ओपनिंग मिल सकती है। हालांकि, फिल्म के ऑनलाइन लीक होने के बाद आने वाले दिनों में इसके कलेक्शन पर फर्क पड़ेगा।
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फीस के 15 करोड़ रुपए जमा कर चुके, आरोप- कॉपी को जांचने वाले अंग्रेज थे
लंदन से भास्कर के लिए मोहम्मद अली एमटेक की फीस के तौर पर भारतीय छात्र मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी को अब तक 15 करोड़ जमा कर चुके हैं। लेस्टर से सांसद रहे भारतवंशी कीथ वाज ने भास्कर को बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी प्रशासनdiscrimination against indian students in britain
लंदन से भास्कर के लिए मोहम्मद अली M Tech की फीस के तौर पर भारतीय छात्र मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी को अब तक 15 करोड़ जमा कर चुके हैं। लेस्टर से सांसद रहे भारतवंशी कीथ वाज ने भास्कर को बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने उठाया है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक भारतीय छात्रा ने बताया कि स्टूडेंट्स ने सीएमए को शिकायत की थी। सीएमए ने यूनिवर्सिटी के कदम को गलत बताया। मॉन्टफोर्ट की यूनिवर्सिटी ने भारतीय छात्रों को सबक सिखाने के लिए फेल किया। आरोप है कि कॉपी जांचने वाले अंग्रेज थे, उन्होंने गुस्सा उतारने के लिए ऐसा किया। ब्रिटेन में नस्लीय भेदभाव का एक बड़ा मामला सामने आया है। ब्रिटेन के लेस्टर की ड मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी में M Tech कर रहे सभी 150 भारतीय छात्रों को एक पेपर में फेल कर दिया गया। कोर्स में शामिल 200 में से पास होने वाले सभी 50 श्वेत हैं। मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी ने इस पेपर को ही खत्म कर दूसरे पेपर के साथ मिला दिया है। फेल होने वाले छात्र पेपर दोबारा नहीं दे पाएंगे। भारतीय छात्रों को वापस लौटने का डर परीक्षा में फेल होने के कारण इन छात्रों पर भारत लौटने का खतरा पैदा हो गया है। ये सभी छात्र भारत से B Tech पास करने के बाद ब्रिटेन पहुंचे थे। M Tech के छात्र सुरेश कार्तिक ने दैनिक भास्कर को बताया कि एडमिशन के समय अपने विज्ञापन में यूनिवर्सिटी ने इस पेपर को वैकल्पिक बताया था। छात्र जब यहां पढ़ने लगे तो इसे अनिवार्य पेपर बताया गया। कुछ छात्रों ने इसकी शिकायत ब्रिटेन के CMA (कॉम्पिटीशन एंड मार्केट अथॉरिटी) से की। CMA ने भी मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी के कदम को गलत माना, लेकिन, यूनिवर्सिटी ने पेपर को ड्रॉप नहीं किया। पूरे सत्र के दौरान इस पेपर को पढ़ाने के लिए प्रोफेसर भी नियुक्त नहीं किए। भारतीय स्टूडेंट्स की ओर से शिकायत करने पर इस मामले की जांच के लिए मॉन्टफोर्ट ने एक स्वतंत्र नियामक का गठन किया है, लेकिन छात्रों का कहना है कि इसकी जांच रिपोर्ट तीन-चार महीने में आएगी।
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उधर राज्य में जिंदगी रुकी पड़ी है और इधर दिल्ली में संसद
Parliament Monsoon Session 2023 Update. Follow Lok Sabha Rajya Sabha Session Live News, Debates Reports And Latest Updates On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) . उधर सरकार शायद विधेयक पारित करवाकर यह जताना चाहती है कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव फ़ुस्सी बम है। इससे कुछ नहीं होने वाला।
मणिपुर की हिंसा ने वहाँ राज्य में ज़िंदगी को रोक रखा है और इधर दिल्ली में संसद को। विपक्ष कुछ ज़्यादा ही आक्रामक दिखाई दे रहा है। वह लोकसभा अध्यक्ष की बात नहीं मान रहा है। वह राज्यसभा के सभापति से बहस कर रहा है। यही वजह है कि संसद चल नहीं पा रही है। वजह यह है कि लोकसभा अध्यक्ष विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को तो स्वीकार कर लिया है, लेकिन उस पर बहस कराने में कुछ देरी की जा रही है। विपक्ष का कहना है कि जब प्रस्ताव मंज़ूर हो गया है तो उस पर बहस क्यों नहीं कराई जा रही है? तुरंत बहस करवाइए। सत्ता पक्ष का कहना है कि नियमानुसार प्रस्ताव स्वीकार करने के दस दिन में बहस कराई जा सकती है तो फिर इतना अधीर होने की क्या ज़रूरत है? करवा लेंगे बहस भी! लेकिन विपक्ष को यह बात गले नहीं उतर रही है। उसे इस देरी में भी सत्ता पक्ष की कोई चाल नज़र आ रही है। इस बीच आप पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव मंज़ूर होने के बाद लोकसभा में कोई विधेयक पास नहीं कराया जा सकता, जबकि सरकार धड़ल्ले से विधेयक पारित करवाए जा रही है। यह नियम के विरुद्ध है। लोकसभा अध्यक्ष को यह सब तुरंत रोकना चाहिए। उधर सरकार शायद विधेयक पारित करवाकर यह जताना चाहती है कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव फ़ुस्सी बम है। इससे कुछ नहीं होने वाला। हालाँकि यह बात विपक्ष भी अच्छी तरह जानता है लेकिन उसका उद्देश्य भी सरकार गिराना नहीं, बल्कि मणिपुर पर लम्बी बहस कराना और प्रधानमंत्री से उस पर जवाब माँगना है। विधेयकों पर आपत्ति उठाने वाले राघव चड्ढा वहीं सांसद हैं जिनके सिर पर दो दिन पहले कौआ बैठ गया था। संसद से लौटते वक्त उनके साथ यह घटना हुई थी। भाजपा ने इस पर तंज कसा था- झूठ बोले कौआ काटे…! जवाब में राघव चड्ढा ने खुद भाजपा को ही कौआ बता दिया था। ख़ैर संसद में लगातार चले आ रहे गतिरोध के बीच विपक्षी गठबंधन INDIA के बीस सांसद आज मणिपुर जा रहे हैं। इनकी यह राह आसान नहीं होगी, लेकिन वहाँ पीड़ितों से मिलने जा रहे हैं, यह सकारात्मक राजनीति ही कही जाएगी। इस बीच भाजपा ने विपक्षी गठबंधन को लेकर अपनी असहजता से पार पा लिया है। भाजपा विपक्षी गठबंधन के नाम INDIA को लेकर बड़ी असहज थी। INDIA बनाम NDA में एनडीए थोड़ा हल्का पड़ रहा था। इसीलिए भाजपा ने तय किया है कि वह विपक्षी गठबंधन को विपक्ष कहकर ही संबोधित करेगी। इस बारे में उसने पार्टी के प्रवक्ताओं और बाक़ी नेताओं को संदेश दे दिया है।
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28 जिलों में सेंटर, दो पारी में 8 लाख से ज्यादा केंडिडेट्स फिर से होंगे शामिल
Rajasthan Public Service Commission Senior Teacher (Secondary Education Department) Competitive Examination-2022 Group-A and Group-B राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 के ग्रुप-ए एवं ग्रुप-बी
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 के ग्रुप-ए एवं ग्रुप-बी की सामान्य ज्ञान की फिर से परीक्षा कल यानी 30 जुलाई 2023 को प्रदेश के 28 जिलों में होगी। इस परीक्षा के प्रवेश-पत्र आयोग की वेबसाइट पर पहले ही अपलोड कर दिए गए हैं। परीक्षा में आठ लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल होंगे। गौरतलब है कि यह एग्जाम 21-22 दिसम्बर को हुआ था लेकिन पेपर लीक की एसओजी की रिपोर्ट पर फिर से हो रहा है। सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि ग्रुप-ए की परीक्षा प्रातः 10 से 12 बजे तक और ग्रुप-बी की परीक्षा दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा का आयोजन अजमेर, अलवर बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चुरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, जैसलमेर, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही, श्रीगंगानगर, टोंक एवं उदयपुर जिलों में किया जाएगा। अभ्यर्थियों की सुविधा प्रत्येक जिला मुख्यालय व आयोग कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। 28 जुलाई से 29 जुलाई 2023 तक प्रातः 10 से 5 बजे तक एवं 30 जुलाई 2023 को प्रातः 8 बजे से परीक्षा समाप्ति तक इन पर संपर्क किया जा सकता है। कंट्रोल रूम दूरभाष संख्या की जिलेवार सूचना आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। आयोग द्वारा जारी निर्देशानुसार परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के नियत समय से 60 मिनट पूर्व तक ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके पश्चात किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। अभ्यर्थियों को सुरक्षा जांच एवं पहचान के बाद ही परीक्षा केंद्रों में प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय पहले ही परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित होना होगा। देरी से आने पर तलाशी में समय लगने के कारण परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो सकते हैं। मेहता ने कहा कि आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थी किसी दलाल, मीडिएटर, समाजकंटक या अपराधी के बहकावे में न आएं। यदि कोई परीक्षा में पास कराने के नाम पर रिश्वत की मांग या अन्य कोई प्रलोभन व झांसा देता है तो प्रमाण सहित इस संबंध में जांच एजेंसी एवं आयोग के कंट्रोल रूम दूरभाष संख्या 0145-2635200, 2635212 एवं 2635255 पर सूचित करें। मूल आधार कार्ड (रंगीन प्रिंट) जरूरी अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्राथमिकता से मूल आधार कार्ड (रंगीन प्रिंट) लेकर उपस्थित होना होगा। मूल आधार कार्ड नहीं होने की स्थिति में अन्य मूल फोटो युक्त पहचान-पत्र या मतदाता पहचान-पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि के आधार पर प्रवेश दिया जा सकता है। मूल फोटो युक्त पहचान-पत्र के अभाव में किसी भी परिस्थिति में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा में शामिल होने वाले सभी अभ्यर्थियों को राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन की पूर्णतः पालना करनी होगी। कोरोना संक्रमित अभ्यर्थियों की अलग से व्यवस्था की जाएगी। संक्रमित अभ्यर्थी को परीक्षा दिनांक से एक दिन पूर्व शाम 04ः00 बजे तक कोरोना संक्रमण संबंधी रिपोर्ट मय अन्य दस्तावेज [email protected] पर ईमेल एवं दूरभाष नंबर 0145-2635255 पर सूचित करना आवश्यक होगा। निर्धारित अवधि में सूचना प्राप्त होने पर आयोग द्वारा कोरोना संक्रमण से ग्रसित अभ्यर्थियों के लिए समुचित व्यवस्था की जा सकेगी। SOG की रिपोर्ट पर RPSC ने किया फैसला गौरतलब है कि आयोग द्वारा आयोजित सीनियर टीचर भर्ती 2022 में 22 दिसंबर को ग्रुप-बी के अभ्यर्थियों की सामान्य ज्ञान की परीक्षा के लिए 3 लाख 93 हजार 526 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 2 लाख 86 हजार 627 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। वहीं, 21 दिसंबर को 4 लाख 31 हजार 460 अभ्यर्थियों को पंजीकृत किया गया था। इसमें 3 लाख 3 हजार 75 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। उदयपुर पुलिस ने 24 दिसंबर को बेकरिया (उदयपुर) थाने के बाहर 49 अभ्यर्थियों से भरी बस को पकड़ा था। ये सभी चलती बस में आरपीएससी के सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती के जीके का लीक पेपर सॉल्व कर रहे थे। पुलिस की सूचना पर आरपीएससी ने सामान्य ज्ञान ग्रुप सी के पेपर को स्थगित कर दिया था। करीब दो महीने पहले स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ( SOG) ने ग्रेड सेकेंड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में कार्रवाई की थी। एसओजी ने आरपीएससी मेंबर बाबू लाल कटारा को उसके अजमेर स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही उसके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। कटारा से पूछताछ के दौरान एसओजी को इनपुट मिला कि कटारा ने ग्रुप ए और बी के जीके के पेपर भी लीक किए हैं। इस संबंध में एसओजी की ओर से रिपोर्ट आरपीएससी को भेजी गई और आरपीएससी ने परीक्षा रदृ करने का निर्णय लिया। इन विषयों के लिए इतने पदों पर हो रही थी भर्ती पढें ये खबर भी... नाबालिग की हाथ बांधकर पिटाई:मोबाइल चोरी के शक में जायरीनों ने पकड़ा, शांतिभग में चार गिरफ्तार दरगाह बाजार में भीड़-भाड़ के दौरान मोबाइल चोरी की आशंका को लेकर जायरीनों ने एक नाबालिग की हाथ बांधकर पिटाई कर दी। इसका वीडियो सामने आने के बाद दरगाह थाना पुलिस ने 4 लोगों को शांति भंग में गिरफ्तार किया। पूरी खबर पढ़ने के लिए करें क्लिक
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जातीय समीकरणों में फिट नहीं, बनिया समाज से पहले कमल गुप्ता मिनिस्टर, भव्य की दावेदारी मजबूत
हरियाणा के सिरसा जिले से विधायक गोपाल कांडा गीतिका सुसाइड केस से बरी होने के बाद CM मनोहर लाल से मुलाकात कर चुके हैं। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं छिड़ गई हैं कि कांडा की मनोहर मंत्रिमंडल में शामिल होने की इच्छा है।
हरियाणा के सिरसा जिले से विधायक गोपाल कांडा एयरहोस्टेस गीतिका सुसाइड केस से बरी होने के बाद CM मनोहर लाल से मुलाकात कर चुके हैं। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं छिड़ गई हैं कि कांडा की मनोहर मंत्रिमंडल में शामिल होने की इच्छा है। हालांकि कांडा की यह इच्छा पूरी होती नहीं दिख रही, क्योंकि मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण में वह फिट नहीं बैठते। दूसरा भव्य बिश्नोई उनसे मजबूत दावेदार हैं, तीसरा सरकार को दूसरे निर्दलीय विधायक समर्थन दे रहे हैं। हां, यदि वे देर सवेर अपनी पार्टी हलोपा का भाजपा में विलय करते हैं तो शायद मंत्री पद मिल सकता है। मंत्रिमंडल में एक वैश्य मंत्री, दूसरा विधानसभा अध्यक्ष CM मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में वैश्य समाज से इस समय हिसार के निकाय मंत्री कमल गुप्ता हैं। साथ ही पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद गुप्ता भी हरियाणा सरकार में स्पीकर हैं। स्पीकर का रैंक कैबिनेट मंत्री के बराबर होता है। इसलिए हलोपा विधायक गोपाल कांडा के पक्ष में जातीय समीकरण नहीं हैं। भाजपा सरकार में इस समय एक ब्राहमण, एक वैश्य, एक सिख, एक दलित, एक गुर्जर, एक पंजाबी, एक यादव सहित 3 जाट मंत्री हैं, जबकि CM पंजाबी, विधानसभा अध्यक्ष वैश्य समाज और डिप्टी स्पीकर प्रजापति समाज से हैं। इसी प्रकार से जजपा से डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला और पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाट समाज से और अनूप धानक दलित समाज से हैं। भव्य बिश्नोई की दावेदारी मजबूत कांडा से पहले आदमपुर विधायक भव्य बिश्नोई की दावेदारी मजबूत है। भव्य अगस्त 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शमिल हुए। पिता कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देने के बाद भव्य मैदान में उतरे थे। भव्य ने यह सीट जीतकर भाजपा को दी। सरकार में बिश्नोई समाज से 2 विधायक हैं। ऐसे में यदि कभी मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो भव्य बिश्नोई की दावेदारी मजबूत है। खुद कुलदीप बिश्नोई भी अपने बेटे को मंत्री बनते देखने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। हालांकि भाजपा ने उन्हें राजस्थान चुनाव का सह प्रभारी नियुक्त करके उन्हें संतुष्ट करने का प्रयास किया है। सिरसा विधायक गोपाल कांडा बिजनैसमैन हरियाणा के सिरसा से विधायक गोपाल कांडा एक बिजनैसमैन हैं। उनका मुख्य लक्ष्य व्यापार करना है। इस समय गोवा में भाजपा की सरकार है। कांडा का व्यापार भी गोवा में है। उनका बिग डैडी के नाम से कसीनों चल रहा है। ऐसे में गीतिका सुसाइड केस से बरी होने के बाद वे अपना पूरा ध्यान फिलहाल अपने व्यापार को बढ़ाने में देंगे। निर्दलीय विधायक दे रहे सरकार को समर्थन भाजपा के पास अपने खुद के 41 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 30 और जजपा के पास 10 विधायक हैं। एक इनेलो, एक हलोपा, 7 निर्दलियों में से 6 निर्दलीय विधायक पहले ही भाजपा को अपना समर्थन दे रहे हैं। निर्दलीय में से रणजीत सिंह बिजली मंत्री हैं। ऐसे में कांडा की दावेदारी कमजोर है। गोपाल कांडा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... हरियाणा की राजनीति में एक्टिव हुए गोपाल कांडा कांडा की CM से मुलाकात के बाद उनके राजनीति में खुलकर मैदान में आने के संकेत मिल गए हैं। सुसाइड केस की वजह से वह बाढ़ के दौरान भी सिरसा में नजर नहीं आए थे। कांडा इस वक्त BJP सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। उनके भाई गोविंद कांडा BJP में शामिल हैं ​​​​​​(पूरी खबर पढ़ें) गोवा के कैसीनो किंग हैं गोपाल कांडा: 70 करोड़ की चल-अचल संपत्ति; कैसीनो का नाम बिग डैडी, सिरसा में कई एकड़ का महल गीतिका सुसाइड केस में बरी होने वाले हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा करोड़पति हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में दाखिल एफिडेविट के मुताबिक कांडा के पास करीब 70 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। सिरसा में करीब ढाई एकड़ में उन्होंने अपना महल बनवा रखा है जिसके अंदर हेलीकॉप्टर उतरने तक की सुविधा उपलब्ध है (पढ़ें पूरी खबर)
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गदर 2 के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में बोलीं अमीषा, पहले लगाए थे मिसमैनेजमेंट के आरोप
Amisha Patel On Relationship With Anil Sharma At 'gadar 2' Trailer Launch  डायरेक्टर अनिल शर्मा से अपने रिश्ते पर बात की। बीते दिनों अमीषा ने अनिल शर्मा और उनके प्रोडक्शन हाउस पर मिसमैनजमेंट के आरोप लगाए थे
अमीषा पटेल ने हाल ही में अपनी अपकमिंग फिल्म गदर 2 के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा से अपने रिश्ते पर बात की। बीते दिनों अमीषा ने अनिल शर्मा और उनके प्रोडक्शन हाउस पर मिसमैनेजमेंट के आरोप लगाए थे। अब अमीषा ने कहा है कि उनके और अनिल शर्मा के बीच वैसा ही रिश्ता है जैसा पिता और बेटी के बीच होता है। अमीषा ने ये भी कहा कि उन दोनों के बीच अब भी काफी लड़ाईयां होती हैं। इटाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक गदर 2 के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में अमीषा पटेल ने अनिल शर्मा के साथ उनके रिश्ते पर बात करते हुए कहा- हम लड़ते हैं, वॉट्सऐप सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को ब्लॉक भी कर देते हैं लेकिन हमारे बीच जल्दी सब कुछ ठीक भी हो जाता है। हमारा रिलेशनशिप ऐसा ही है। अमीषा पटेल ने कहा था प्रोडक्शन हाउस ने नहीं दी आर्टिस्ट्स को सैलरी दरअसल, अनिल शर्मा के प्रोडक्शन हाउस पर आरोप लगाते हुए अमीषा पटेल ने कहा था कि चंडीगढ़ में फिल्म की शूटिंग के दौरान प्रोडक्शन हाउस ने कई आर्टिस्ट्स को पूरे पैसे तक नहीं दिए। फिल्म को ZEE स्टूडियोज और अनिल शर्मा प्रोडक्शंस ने मिलकर प्रोड्यूस किया है। अनिल शर्मा ने इन आरोपों पर जवाब भी दिए थे। उन्होंने कहा था कि ये बिल्कुल झूठ है, पता नहीं अमीषा ने ऐसा क्यों कहा पर हां उनके इस झूठ से अनिल शर्मा प्रोडक्शन हाउस और भी फेमस हो गया है। कारगिल विजय दिवस के मौके पर रिलीज हुआ गदर 2 का ट्रेलर हाल ही में कारगिल विजय दिवस के मौके पर फिल्म गदर 2 का ट्रेलर लॉन्च हुआ। फिल्म में 22 साल बाद एक बार फिर सनी देओल तारा सिंह के रोल में दिखेंगे। वहीं, अमीषा पटेल सकीना के रोल में नजर आएंगी। ट्रेलर में दिखाया जाता है कि तारा सिंह और सकीना के बेटे जीते को पाकिस्तानी आर्मी टार्चर कर रही है। तारा सकीना से वादा करते हैं कि वो जीते को सही सलामत वापस ले आएंगे। इसके बात तारा लाहौर जाते हैं। अनिल शर्मा के बेटे उत्कर्ष शर्मा फिल्म में जीते का रोल कर रहे हैं। 2001 में आई फिल्म गदर में भी उन्होंने तारा और सकीना के बेटे का रोल किया था। गदर 2 11 अगस्त को थिएटर में रिलीज होगी।
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सोनीपत में 4 घंटे की तलाशी के बाद रवाना की गई ट्रेन, दिल्ली से जम्मू के लिए चली थी
Delhi Jammu Tawi Rajdhani Express Bomb Information दिल्ली से जम्मू जा रही राजधानी एक्सप्रेस में बम की अफवाह के बाद हड़कंप मच गया। ट्रेन को दिल्ली से निकलते ही हरियाणा के सोनीपत के रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। ट्रेन को पूरी तरह से खाली करा कर जीआरपी व आरपीएफ पुलिस के
दिल्ली से जम्मू जा रही राजधानी एक्सप्रेस में बम की सूचना के बाद हड़कंप मच गया। ट्रेन को दिल्ली से निकलते ही हरियाणा के सोनीपत के रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। ट्रेन को पूरी तरह से खाली करा कर जीआरपी व आरपीएफ पुलिस के जवानों ने अपने घेरे में ले लिया। रात एक बजे तक गाड़ी यहीं खड़ी रही। डॉक स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाया गया। इसके बाद ट्रेन की हर बोगी को खाली कर अच्छी से तलाशी ली गई। ट्रेन में बम की सूचना अफवाह निकली और इसके बाद रात डेढ़ बजे ट्रेन को जम्मू के लिए रवाना कर दिया गया। जानकारी के अनुसार दिल्ली से रात 9:02 बजे राजधानी एक्सप्रेस (12425) जम्मू तवी के लिए रवाना होती है। शुक्रवार रात को भी यह अपने तय समय पर रवाना हुई। अभी यह ट्रेन सोनीपत भी नहीं पहुंची थी कंट्रोल रूम में सूचना पहुंच गई कि ट्रेन में बम रखा है। रेलवे अधिकारियों और पुलिस में इस सूचना के बाद हड़कंप मच गया। आनन फानन में ट्रेन को रात को 9:35 बजे सोनीपत रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। हालांकि सोनीपत में राजधानी एक्सप्रेस का स्टौपेज नहीं है। राजधानी एक्सप्रेस के आने से पहले ही सोनीपत रेलवे स्टेशन को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था। जीआरपी और आरपीएफ के जवान यहां रेलवे पटरी के दोनों तरफ मौजूद रहे। पुलिस की बढ़ी हलचल देख कर स्टेशन पर मौजूद लोगों में भी हड़कंप मच गया। आरंभ में तो यही समझा गया कि रेलवे मजिस्ट्रेट की चेकिंग है। ट्रेन रुकने के बाद पता चला कि ट्रेन में बम की सूचना मिली है। इस बीच सोनीपत पुलिस के अधिकारी व जवान भी स्टेशन पर पहुंचे। हालांकि ट्रेन में सवार यात्रियों को काफी देर बाद ट्रेन से उतारा गया। सोनीपत में बम रोधक दस्ता नहीं होने के कारण रात को साढ़े 11 बजे तक ट्रेन की तलाशी शुरू नहीं हो पाई। रोहतक से बम निरोधक दस्ते के पहुंचने के बाद रात को 12 बजे ट्रेन में जांच शुरू की गई। इस दौरान एक एक डिब्बे को खाली करा कर अच्छे से जांचा गया। यात्रियों को इससे परेशानी भी झेलनी पड़ी। आरपीएफ के सोनीपत प्रभारी युद्धवीर सिंह ने बताया कि बम स्क्वायड दस्ते को बुलाया गया था। उसके आने के बाद ट्रेन को अच्छे से चेक किया गया। ट्रेन में जांच के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया। बम की अफवाह फैलाने वाले का पता लगाया जा रहा है।
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बर्ना बॉय ने अपने नए गाने 'बिग-7' में कहा RIP सिद्धू; वीडियो में भी लिखा- लेजेंड नेवर डाई
Burna Boy Pays Tribute to Sidhu Moosewala in New Song पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को जहां उनके फॉलोअर्स भूल नहीं पाए हैं, वहीं इंटरनेशनल सिंगर्स भी उनका साथ छूटने के एक साल बीत जाने के बाद भी उन्हें दिल से नहीं निकाल पा रहे।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को जहां उनके फॉलोअर्स भूल नहीं पाए हैं, वहीं इंटरनेशनल सिंगर्स भी उनका साथ छूटने के एक साल बीत जाने के बाद भी उन्हें दिल से नहीं निकाल पा रहे। नाइजीरियन रैपर बर्ना बॉय ने एक बार फिर मूसेवाला को श्रद्धांजलि दी है। इस बार बर्ना बॉय ने यह श्रद्धांजलि किसी स्टेज पर नहीं दी, उन्होंने अपने नए गीत में सिद्धू को रेस्ट इन पीस (RIP) कहा है। दरअसल, बर्ना बॉय का नया गीत (बिग-7) रिलीज हो गया है। इस गीत में बर्ना बॉय गाते हुए दूसरे पैरा में बोलते हैं- ऑल राइट, RIP टू सिद्धू। इसके साथ ही गीत में सिद्धू का वॉल पर बना चित्र भी सामने आता है, जिस पर द लेजेंड नेवर डाई भी लिखा हुआ है। स्टेज पर भावुक हुए थे बर्ना बॉय यह पहली बार नहीं है, जब बर्ना बॉय ने मूसेवाला को श्रद्धांजलि दी है। सिद्धू की हत्या के बाद स्टेज शो के दौरान बर्ना बॉय भावुक हो गए थे। RIP सिद्धू बोलते-बोलते वह रो पड़े थे और उन्होंने मूसेवाला स्टाइल में ही अपनी जांघ पर थाप लगा हाथ हवा में खड़ा किया था। पिता से इंग्लैंड में मिले थे बर्ना बॉय बलकौर सिंह का अपने बेटे मूसेवाला की हत्या के बाद पहला टूर इंगलैंड का लगा था, जहां वह बर्ना बॉय से मिले थे। बर्ना बॉय बलकौर सिंह से मिलने के बाद इतने भावुक हो गए थे कि पूरे ट्रिप में उन्हीं के साथ समय बिताया था। इसके बाद सिद्धू मसेवाला गीत 'मेरा ना' रिलीज हुआ था, जिसमें सिद्धू मूसेवाला के साथ बर्ना बॉय की कॉलैबोरेशन थी। रैपर डॉन और रैपर वेन पहुंचे थे पंजाब सिद्धू मूसेवाला को याद करने वाले इंटरनेशनल रैपर्स में बर्ना बॉय ही अकेले नहीं हैं। इंटरनेशनल रैपर स्टेफलॉन डॉन और टियोन वेन तो सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके गांव पहुंचे थे। पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर के साथ गांव मूसा में मूसेवाला की हवेली में रहे थे। वहीं, इस लिस्ट में पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान का भी नाम आता है। उन्होंने अपने US टूर के दौरान सिद्धू मूसेवाला की पहली बरसी पर उनकाे एक गीत डेडिकेट किया था। उन्होंने कव्वाली पेश करने से पहले मूसेवाला को याद किया और कहा कि वह यह कव्वाली उनकी डेथ एनिवर्सरी को समर्पित कर रहे हैं। इसके बाद उन्होंने अपनी कव्वाली मूसेवालेया तैनू अखियां उड़ीक दियां.... को मंच पर सुनाया था।
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रविवार को द्वादशी के साथ प्रदोष तिथि भी, इस योग में विष्णु और शिव पूजन होगा महापुण्य देने वाला
Pradosh Tithi along with Dwadashi on Sunday, worship of Vishnu and Shiva in this yoga will give great merit, रविवार, 29 जुलाई को अधिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी, दोनों तिथियां रहेंगी। जिससे हरि-हर पूजा यानी एक ही दिन में भगवान विष्णु और शिवजी की विशेष पूजा करने का शुभ संयोग बन रहा है।
रविवार, 29 जुलाई को अधिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी, दोनों तिथियां रहेंगी। जिससे हरि-हर पूजा यानी एक ही दिन में भगवान विष्णु और शिवजी की विशेष पूजा करने का शुभ संयोग बन रहा है। पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र का कहना है कि अभी चातुर्मास के दरमियान सावन के महीने में अधिक मास चल रहा है। इस शुभ संयोग में भगवान विष्णु और शिवजी की विशेष पूजा और व्रत करने का विधान ग्रंथों में बताया गया है। पद्म, शिव और स्कंद पुराण का कहना है कि चातुर्मास में आने वाले अधिक मास की द्वादशी तिथि पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा और व्रत करना चाहिए। जिससे सौभाग्य और समृद्धि बढ़ती है। वहीं, सावन महीने की त्रयोदशी तिथि यानी प्रदोष का व्रत करने से हर तरह के दोष और महापाप भी खत्म हो जाते हैं। इन दो तिथियों के संयोग के चलते तांबे के लोट में पानी भरकर उसमें कच्चा दूध मिलाएं। गंगाजल की कुछ बूंदे और काले तिल डालकर पीपल के पेड़ में चढ़ाएं। ऐसा करने से भगवान विष्णु और शिवजी को जल चढ़ाने जितना पुण्य मिलता है और पितरों को भी तृप्ति मिलती है। सुबह 11 बजे के पहले पीपल में जल चढ़ाना चाहिए। पूजन और व्रत विधि इस दिन सुबह जल्दी नहाकर दिनभर व्रत रखने का संकल्प लें। दिनभर बिना कुछ खाए मन में भगवान के नाम का जप करें। रात में कमल के फूलों से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद भगवान शंकर की भी पूजा करें। पूजा के मंत्र ऊँ शिवकेशवाय नम: ऊँ हरिहर नमाम्यहं सावन महीने के अधिक मास में जरुरतमंद लोगों को खाना, कपड़, छाता, जूते-चप्पल और जरुरत की चीजें दान करने का विधान है। तिथियों के इस शुभ संयोग में किए दान का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। रात भर पूजा करने के बाद दूसरे दिन फिर शिवजी का पूजन कर ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए। इसके बाद खुद भोजन करना चाहिए। अधिक मास की द्वादशी और प्रदोष तिथि का ये व्रत शैवों और वैष्णवों की पारस्परिक एकता एकता का प्रतीक है।
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आलोचनाओं के बावजूद अभी बने रहेंगे बीरेन सिंह
शीला भट्‌ट वरिष्ठ पत्रकार twitter: @sheela2010 मणिपुर की जमीनी स्थिति समझने के लिए कुछ तथ्यों और संगीन सच्चाइयों पर नजर डालना जरूरी है। पहली बात यह है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के द्वारा अभी तक दिए गए बयानों से स्पष्ट संकेत मिलता हैSheela Bhatt's column - Biren Singh will continue despite criticisms
मणिपुर की जमीनी स्थिति समझने के लिए कुछ तथ्यों और संगीन सच्चाइयों पर नजर डालना जरूरी है। पहली बात यह है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के द्वारा अभी तक दिए गए बयानों से स्पष्ट संकेत मिलता है कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को बर्खास्त नहीं किया जाएगा। जब 60 विधायकों की विधानसभा में 54 विधायक एनडीए के हों तो बीरेन को बर्खास्त करने की कोई राजनीतिक बाध्यता नहीं है। दूसरे, पूर्वोत्तर के छोटे राज्यों में राजनीतिक वर्ग की चाहे जो विचारधारा हो, अमूमन वह केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी से बिगाड़ नहीं करना चाहता है। जब केंद्र में कांग्रेस का राज हुआ करता था तो पूर्वोत्तर की अनेक छोटी पार्टियां कांग्रेस की ही लाइन पर चलती थीं। मणिपुर के राजनीतिक-वर्ग के हित 2024 के लोकसभा चुनाव-परिणामों से जुड़े हैं। जितना छोटा राज्य होता है, उसमें अच्छे नेताओं की उतनी ही कमी होती है। मणिपुर में भाजपा के पास बीरेन से बेहतर कोई अन्य नेता नहीं है। हालांकि सीआरपीएफ के पूर्व प्रमुख कुलदीप सिंह को मणिपुर भेजकर अमित शाह ने बीरेन सिंह के पर जरूर कतर दिए हैं। दु:खद सच्चाई यह है कि मणिपुर की त्रासद घटनाओं के बाद बीरेन सिंह मैतेइयों के और ताकतवर नेता बनकर उभरे हैं। शुरू में जब मणिपुर कोर्ट का विवादित ऑर्डर आया और कुकी समूह अधिकाधिक संगठित होने लगे तो मैतेई असुरक्षित महसूस करने लगे थे और बीरेन सिंह ने इसी का दोहन किया। वास्तव में पिछले कुछ महीनों से पूर्वोत्तर के उभरते हुए राजनीतिक-सितारे हेमंता बिस्वा सरमा से उनके सम्बंध अच्छे नहीं थे और असम राइफल्स की भूमिका को भी मणिपुर पुलिस द्वारा पसंद नहीं किया जा रहा था। बीरेन को पार्टी की प्रादेशिक इकाई की ओर से भी असहमतियों का सामना करना पड़ रहा था और कुकी विधायकों के वे निशाने पर थे। आज यह स्थिति है कि अगर मणिपुर में हिंसा की और घटनाएं होती हैं तो जरूर बीरेन सिंह मोदी-शाह के लिए असुविधाजनक बन जाएंगे, लेकिन अगर मणिपुर राष्ट्रीय खबरों से दूर हो जाता है तो बीरेन सिंह राजनीतिक रूप से पहले से और मजबूत होंगे। भाजपा को मणिपुर में अपना एक योगी आदित्यनाथ मिल जाएगा। वे स्थानीय हिंदुओं के सबसे ताकतवर नेता के रूप उभरेंगे। मणिपुर में भाजपा इसलिए भी नाजुक स्थिति में हैं, क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने कुकी जनजातियों से कई वादे किए थे। आज अगर वहां भाजपा सत्ता में है तो इसीलिए क्योंकि उसे जनजाति-समूहों के खासे वोट मिले हैं और वे ही आज वहां जारी हिंसा के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में मोदी कोई स्पष्ट रुख नहीं अख्तियार कर सकते हैं, क्योंकि कुकी जनजातियां और मैतेई- दोनों ही पड़ोसी राज्यों में भी फैले हैं। उनके किसी भी बयान का असर मणिपुर के साथ ही मिजोरम, नगालैंड और मेघालय में भी भाजपा के राजनीतिक भविष्य पर पड़ सकता है। वहीं अगर बीरेन सिंह को हटाया जाता है तो भाजपा को हिंदुओं के प्रतिकार का सामना करना पड़ सकता है। असम को छोड़ दें तो पूर्वोत्तर के राज्यों में वोटरों की किसी एक पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता नहीं होती। यह भी याद रखें कि मणिपुर की महाभारत केवल जमीन के लिए है। इम्फाल घाटी राज्य के बीचोबीच है और वह मात्र 1864 वर्ग किमी का है। यहां मैतेई रहते हैं, जो कि राज्य की आबादी का 52% हैं। जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में 34 जनजाति-समुदाय रहते हैं, जिनमें कुकी और नगा भी हैं। वहां मणिपुर की 90% भूमि है। जमीन और लोगों का यह ऐतिहासिक रूप से असंतुलित-विभाजन है। मैतेई लोग अपने ही राज्य के 90% एरिया में जमीनें तक नहीं खरीद सकते हैं। दूसरी तरफ, आदिवासियों को भी अपनी भूमि और आजीविका का बचाव करना है। प्रधानमंत्री तो क्या, कोई भी स्थानीय नेता इस समस्या का तुरत-फुरत में समाधान नहीं खोज सकता। मणिपुर का समाज आपस में बहुत बुरी तरह से विभाजित है और मौजूदा हिंसा से हालात और बदतर ही हुए हैं। संघ ने भी अभी तक वहां धर्मांतरण और भाषा से सम्बंधित मसलों पर ही काम किया है। कुकी लोग अफीम की खेती में भी बड़े पैमाने पर संलिप्त हैं, जिससे ड्रग-ट्रैफिकिंग में भी मणिपुर महत्वपूर्ण हो जाता है। अंतरराष्ट्रीय ड्रग-रूट चीन-म्यांमार-मणिपुर-बांग्लादेश-खाड़ी देशों का है। भाजपा के हिंदुत्ववादी कैडर के पास अभी मणिपुर संघर्ष का कोई तात्कालिक समाधान नहीं है, लेकिन उसे लगता है कि अगर बीरेन सिंह वहां बने रहे तो पार्टी भी अपना अस्तित्व कायम रख पाएगी। इन मायनों में मणिपुर में भले ही भाजपा की नैतिक हार हुई हो, लेकिन अगर वह इस संकट का सामना कर पाई तो वहां अपना एक नया राजनीतिक अध्याय भी खोल सकेगी! हिंदू मैतेई और ईसाई कुकी जनजातियां समझौते करके जीने को राजी नहीं हैं। मणिपुर की 34 जनजातियों की रुचि अपने आरक्षण-कोटा को बचाने में है। म्यांमार से कुकियों की घुसपैठ भी मैतेई और नगाओं को चिंतित कर रही है। (ये लेखिका के अपने विचार हैं)
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अहंकार शरीर और आत्मा की समझ खत्म करता है
माथे में अहंकार उतर जाए और पेट पर चर्बी चढ़ जाए तो किसी को गले लगाना कठिन हो जाता है। हरेक के भीतर थोड़ा-बहुत अहंकार होता ही है। बड़े का अहंकार बड़ा, छोटे का छोटा। कुछ लोगों को गुस्सा करने का नशा चढ़ जाता है।Pt. Vijayshankar Mehta's column - Ego destroys understanding of body and soul
माथे में अहंकार उतर जाए और पेट पर चर्बी चढ़ जाए तो किसी को गले लगाना कठिन हो जाता है। हरेक के भीतर थोड़ा-बहुत अहंकार होता ही है। बड़े का अहंकार बड़ा, छोटे का छोटा। कुछ लोगों को गुस्सा करने का नशा चढ़ जाता है। वैसे भी आजकल मल्टीटास्किंग पर जोर दिया जाता है। ज्यादातर लोग आजकल चतुर्भुज बनकर एक समय में चार काम करने की कोशिश में लगे रहते हैं। जबकि मस्तिष्क कई काम एकसाथ करने के लिए बना ही नहीं है। यह आदत अहंकारियों में जल्दी उतरती है। जब वे दूसरों से अधिक काम अलग ढंग से करते हैं तो अहं को तृप्ति मिलती है। आपका विशिष्ट होना अहंकार का कारण नहीं होना चाहिए। अहंकार योग्यता का दुरुपयोग है। अहंकार शरीर और आत्मा की समझ को खत्म करता है। और शांति प्राप्त करने के लिए यह समझ जरूरी है कि हम ये जान लें, ‘हम’ केवल शरीर नहीं, आत्मा हैं। इस समय शरीर में हैं। चाहे आप कितने ही व्यस्त हों, एक यात्रा जरूर करें, शरीर से आत्मा तक की।
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वे लोग बहुत भाग्यशाली हैं, जिनका परिवार है, परिवार यानी हमारी परवाह करने वाले लोग
भगवान का एक उपहार है परिवार। वे लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं, जिनका परिवार है। परिवार यानी हमारी परवाह करने वाले लोग। इसलिए धन कमाने के चक्कर में कभी भी परिवार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। quotes on success, happiness and family, motivational thoughts, prerak vichar, inspirational thoughts about family
भगवान का एक उपहार है परिवार। वे लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं, जिनका परिवार है। परिवार यानी हमारी परवाह करने वाले लोग। इसलिए धन कमाने के चक्कर में कभी भी परिवार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये लोग ही बुरे समय में हमारे खड़े रहते हैं और हमें परेशानियों से बाहर निकालने की नि:स्वार्थ कोशिश करते हैं। यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स...
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कराची से इस्लामाबाद के लिए निकला था; भारतीय एयर स्पेस में उड़ता रहा
Pakistani Plane Enters Indian Airspace सोमवार को कराची से पाकिस्तानी विमान ने इस्लामाबाद के लिए उड़ान भरी थी। लेकिन खराब मौसम की वजह से विमान अपने निर्धारित वक्त पर इस्लामाबाद नहीं पहुंच सका था।
पाकिस्तान का एक विमान अचानक भारत में एंट्री कर गया। लगभग 1 घंटे से ज्यादा वक्त तक पाक विमान राजस्थान समेत तीन राज्यों के भारतीय एयर स्पेस में उड़ता रहा। इसके बाद भारतीय एविएशन मिनिस्ट्री अलर्ट मोड पर आ गई। हालांकि एक घंटे और 12 मिनट बाद विमान फिर पाकिस्तानी एयर स्पेस में प्रवेश कर गया। इसके बाद इंडियन एविएशन मिनिस्ट्री ने राहत की सांस ली। दरअसल, भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों में पिछले कुछ वक्त से मौसम परिवर्तन का सिलसिला जारी है। इसका सबसे ज्यादा असर फ्लाइट्स के संचालन पर नजर आ रहा है। इसी के कारण सोमवार को पाकिस्तानी फ्लाइट भारतीय सीमा में प्रवेश कर गई थी। तीन राज्यों से गुजरा विमान फ्लाइट लगभग 1 घंटे से ज्यादा वक्त तक देश के तीन राज्यों में होकर गुजरी। हालांकि इस दौरान इंडियन एविएशन मिनिस्ट्री ने मौसम खराब होने की वजह से पाकिस्तानी विमान को इंडियन एयर स्पेस का इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी। बता दें कि सोमवार को शाम 4.31 बजे पाक विमान PIA - 308 ने कराची से इस्लामाबाद की उड़ान भरी थी। जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, अगले कुछ ही मिनटों में मौसम खराब हो गया। इसकी वजह से विमान अपने ट्रैक से भटककर शाम 5 बजकर 2 मिनट पर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया। इस दौरान विमान ने पाक के हैदराबाद से राजस्थान सीमा में प्रवेश किया। यहां से हरियाणा और पंजाब के ऊपर से गुजरता हुआ लगभग 1 घंटे और 12 मिनट तक भारतीय एयर स्पेस में रहा। इसके बाद पंजाब से शाम 6 बजकर 14 मिनट पर पाकिस्तानी एयर स्पेस में एंट्री ली थी। जून में भारतीय विमान गया था पाकिस्तान जून महीने में भी खराब मौसम की वजह से भारतीय विमान पाकिस्तान हवाई सीमा में प्रवेश कर गया था। उस वक्त भारतीय विमान लगभग 31 मिनट तक पाकिस्तानी क्षेत्र में रहा था। दरअसल, जून में इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E - 645 ने 186 यात्रियों के साथ पंजाब के अमृतसर से गुजरात के अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी थी। खराब मौसम की वजह से फ्लाइट को कुछ वक्त के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में डायवर्ट करना पड़ा था। हालांकि मौसम साफ होने के बाद फ्लाइट की अहमदाबाद में लैंडिंग हो गई थी। भारत 4 साल से पाक स्पेस नहीं ले रहा काम चार साल पहले पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया था। तब से भारत पाकिस्तान एयर स्पेस का प्रयोग नहीं करता है। हालांकि मौसम खराब होने के साथ ही आपात स्थिति में पाकिस्तान को अपना एयर स्पेस देना पड़ा। यह स्थिति सामान्य नहीं थी। खराब मौसम की स्थिति में अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार कोई भी देश अपना एयर स्पेस देने से मना नहीं कर सकता।
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रजनीश का परिवार 143 साल से रख रहा ताजिया, कभी कर्बला नहीं गए लेकिन आस्था बरकरार
रजनीश का परिवार 143 साल से रख रहा ताजिया, कभी कर्बला नहीं गए लेकिन आस्था बरकरार
हुसैनियत के मरकज पर मिलते हैं, हर धर्म और मिल्लत के लोग। ये एकता का केंद्र है सभी के वास्ते।। ये पंक्ति लखनऊ के रजनीश धानुक के परिवार पर एकदम सटीक बैठती है। धानुक परिवार में पहली बार 1880 में ताजिया रखी गई थी। आज 5वीं पीढ़ी भी इस परंपरा को जारी रखे है। रजनीश बताते हैं, “घर में मोहर्रम के मौके पर अजादार और मातमदार दोनों आते हैं। हमारे दादा के दादा गयादीन धानुक ने 143 साल पहले बेटे की चाहत में पहली बार ताजिया रखी थी। वह पूरे लखनऊ में हिंदू बिरादरी के पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने ताजिया उठाई थी।” वह बताते हैं, “1880 में गयादीन धानुक ने पहली बार घर पर ताजिया रखी। मन्नत पूरी हुई। बेटे किशनू खलीफा का जन्म हुआ। तब से लेकर आज तक हमारे यहां किशनू खलीफा नाम से ताजिया रखी जा रही है। किशनू खलीफा के पोते स्वर्गीय हरीशचंद्र धानुक के नेतृत्व में इसे आगे बढ़ाया गया।” कैसे किसी हिंदू परिवार ने ताजिया रखने की शुरुआत की? हिंदू होते हुए भी आखिर क्यों वह मुहर्रम पर मातम मनाते हैं? इस रोचक कहानी को जानने के लिए हम पहुंचे धानुक परिवार के घर। लखनऊ के बशीरतगंज में रजनीश धानुक कपड़े का कारोबार करते हैं। रजनीश कहते हैं, “मेरे तीन भाई पंकज, मनीष, आशीष और बहन नंदनी हैं। बहन भी मोहर्रम के मौके पर घर आ जाती है। पिता हरीशचंद्र धानुक का 5 मई, 2021 को निधन हुआ। वैसे तो लंबे समय से ताजिया रखी जा रही है ,लेकिन पिता ने इसकी बढ़ोतरी करके सभी हिंदू ताजियादार को अपने साथ जोड़ा। हिंदू ताजियादार सेवक संघ बनाया। सभी किशनू खलीफा इमामबाड़े में शामिल होते हैं।” हिंदू होते हुए भी ताजिया रखने की परंपरा रजनीश कहते हैं, “सबकी अपनी मान्यता है। लोग अपनी मन्नत मांगते जो पूरी होती तो फिर आते हैं। जब से ताजिया रख रहे हैं। तब से आज तक कोई दिक्कत नहीं हुई। हिंदू-मुस्लिम दोनों अजादार शामिल होते हैं। हमारी जो गंगा-जमुनी तहजीब है, इसकी वजह से कभी लखनऊ में दंगे नहीं हुए। जो अच्छी शक्तियां होती हैं, वहां कभी गलत नहीं होता है।” “हमारा शहर पढ़े-लिखों का शहर है। हम पूरे देश को बस यही संदेश देते हैं कि हमारी सभ्यता को देखकर दिल में गलतफहमी न पालें। दोनों समुदाय एक दूसरे के धर्म का सम्मान करेंगे, तो आपको भी अपने धर्म का सम्मान मिलेगा।” उपमुख्यमंत्री और लखनऊ के नवाब भी हुए शामिल रजनीश के परिवार के मुताबिक, हमारे होश में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मंत्री मोहसिन रजा, लखनऊ के नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला सहित कई सम्मानित लोग आ चुके हैं। इस परम्परा को हमने इसलिए आगे बढ़ाया कि सभी धर्मों के लोग एकत्रित हों। लखनऊ से देश में एकता का पैगाम जाए। जिसमें हमारे पिता स्वर्गीय हरीशचंद्र धानुक का बहुत योगदान है। ''टीवी डिबेट्स देश का महौल खराब कर रही हैं'' भाई पंकज धानुक बताते हैं, ''टीवी पर हिंदू मुस्लिम डिबेट्स का हम पर कभी प्रभाव नहीं पड़ा। इन सब चीजों से सिर्फ माहौल को खराब किया जा रहा है। ऐसा होना नहीं चाहिए। जबकि मैं जिस घर से हूं, ये इंसानियत पैगाम देता है। इमामबाड़ा किशनू खलीफा से बहुत सी चीजें निकलकर जा रही है। यहां से सही संदेश जाए जो रंजिशें हैं, इन्हें खत्म किया जाए। इस ताजिए से ये पैगाम देना है कि सभी लोग भाईचारे से रहें। इमाम हुसैन ने जो शहादत दी, उसे लोग समझें। हमारे इलाके में सभी भाईचारे से रहते हैं। कभी किसी ने कोई विरोध नहीं किया, बल्कि हमेशा साथ दिया है।'' देश की आजादी वाले साल में भी रखी ताजिया पंकज धानुक ने बताया, दादा जी बताते थे कि 1947 में देश जब आजाद हुआ था, तब भी ताजिया रखी गई थी। इलाके के लोगों ने तब भी विरोध नहीं किया था। 1980 के आसपास शिया-सुन्नी के दंगे हुए, तब भी ताजिया रखी गई थी। यहां पर कभी कोई फर्क नहीं पड़ा। इसके बाद हाल कोरोना महामारी आई, तब भी नियम का पालन करते हुए ताजिया रखी गई थी। ऊपर वाले की मर्जी से कोरोना काल खत्म हो गया। कई बार बाधा आई, लेकिन इनका नाम लेते हुए काम को आगे बढ़ाया। कर्बला जाने से रह गए चेहल्लुम के मौके पर कर्बला में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब मिलेंगे। करीब 5 करोड़ लोग एकत्रित होते हैं। उसमें अन्य धर्म के लोग भी होते हैं। हरीशचंद्र धानुक ने भी पासपोर्ट बनवाया और वीजा के लिए अप्लाई किया, लेकिन युद्ध के चलते नहीं जा पाए। मौलवी बोले-धानुक परिवार ने पेश की गंगा-जमुनी तहजीब मौलवी मोहम्मद अबुल हुसैन (हिंदू-मुस्लिम एकता संघ प्रदेश अध्यक्ष) कहते है, 1997 से धानुक परिवार की ताजिया में आ रहे हैं। शियाओं के घर बड़ी अजादारी होती है। यहां मुसलमान कम मिलेंगे। इनकी धानुक बिरादरी के ज्यादा लोग मिलेंगे। सब बहुत दूर से आते हैं। शिया-सुन्नी की दूरी होने के बावजूद ये लोग अपने उसूलों पर कायम हैं। अब कुछ पुरानी तस्वीरों से समझते हैं इनकी परंपरा को...
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घर के साथ सामान भी होगा कवर
Bharat Griha Raksha Policy Coverage; Does it provide insurance for incidents such as Earthquake, Lightning, Storm, Cyclone, Flood? अगर आप इस पॉलिसी में 1 करोड़ का बीमा खरीदते हैं, तो आपको 2500 से 4200 सालाना प्रीमियम भरना होगा
सपनों के घर को बनाने में लोग अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी लगा देते हैं. पर भूकंप, बाढ़, घर में आग लगने जैसे घटनाओं में सबसे ज्यादा नुकसान घर को ही पहुंचाता है. जिसे ठीक करवाने में हमारा बहुत सारा पैसा खर्च हो जाता है. इसके अलावा घर में रखा सामान भी खराब हो जाता है. लेकिन आप इस घर और उसमें रखें, सामान को डैमेज से बचा सकते हैं. इसके लिए आपको लेना होगा भारत गृह रक्षा पॉलिसी. जो घर के साथ-साथ सामान को भी कवर करती है. इंश्योरेंस से जुड़ी सारी जानकारी के लिए देखिए सिर्फ वन मिनट वीडियो.
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इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने निकाली भर्ती, साइंटिस्ट-एयरोनॉटिकल ऑफिसर के पदों पर भी वैकेंसी
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (28 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने साइंटिस्ट के पदों पर वैकेंसी निकाली है।
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने साइंटिस्ट के पदों पर वैकेंसी निकाली है। इसमें कंप्यूटर साइंटिस्ट एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग सहित विभिन्न डिसिप्लिन में 55 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। सिलेक्शन होने पर 2.20 लाख रुपए तक सैलरी मिलेगी। UPSC ने एरोनॉटिकल ऑफिसर सहित 56 पदों पर वैकेंसी निकाली है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 10 अगस्त 2023 है। सिलेक्शन होने पर 56,100 रुपए से 1,77,500 रुपए महीना मिलेगा। दिल्ली हाईकोर्ट में 16 पदों पर भर्ती निकली है। सिलेक्शन होने 1,31,100 रुपए से लेकर 2,16,600 रुपए महीना मिलेगा। फॉर्म अप्लाई करने की आज यानी 29 जुलाई 2023 को लास्ट डेट है। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) भोपाल ने कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर सहायक प्रोफेसर ग्रेड I और II, एसोशिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। उम्मीदवार 03 अगस्त 2023 तक आवेदन कर सकते है। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर एग्जीक्यूटिव के 132 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 16 अगस्त, 2023 है। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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स्त्री-उत्पीड़न एक ऐसा हादसा है जिसमें जघन्यता दिखती है लेकिन उसकी पीड़ा समझ में नहीं आती, पीड़ित स्त्री-मन के घाव जीवनभर रिसते रहते हैं
स्त्री की अस्मिता पर हुआ हमला, बचने के लाख जतन करने के बाद हुआ वार होता है, जिसके बाद स्त्री के मन में सबसे पहले ‘सेल्फ़ रिजेक्शन’ का भाव उपजता है। ‘मैं हार गई’, यह भावना बलवती होती है और वह शारीरिक पीड़ा से कहीं
स्त्री की अस्मिता पर हुआ हमला, बचने के लाख जतन करने के बाद हुआ वार होता है, जिसके बाद स्त्री के मन में सबसे पहले ‘सेल्फ़ रिजेक्शन’ का भाव उपजता है। ‘मैं हार गई’, यह भावना बलवती होती है और वह शारीरिक पीड़ा से कहीं ज़्यादा मन की पीड़ा में डूब जाती है। यह तन पर हुआ हमला दिखता है, लेकिन स्त्री की मान-मर्यादा, मन, सपने, जीने की प्रेरणा सब चूर-चूर हो जाते हैं। हम एक बुरे सपने के तनाव से कई घंटे तो कभी दिनों तक जूझते रहते हैं, ऐसे में बुरे सपने की तरह गुज़री हक़ीक़त की टूटन का अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल है। उन लम्हों की कल्पना कंपा देती है... जब कोई भी स्त्री, बच्ची अपने आप को ख़तरे में पाती है, तो सबसे पहले उस पर भय हावी होता है, फिर भी किसी की मदद मिल जाने की उम्मीद बाक़ी रहती है। लेकिन वह इंतज़ार भी बेमानी साबित होता है। फिर विरोध हो या फिर छोड़े जाने की गुहार, सब विफल रह जाते हैं। अब तक उसका आत्मसम्मान तार-तार हो चुका होता है और विश्वास बुरी तरह ज़ख़्मी। असहायता की वह घड़ी अकल्पनीय है। इसके बाद उसकी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ उसके शरीर पर हुए अनाचार के लम्हे, कभी-कभी तो घंटे या दिन भी उसे किस नारकीय पीड़ा से गुज़रने को विवश करते होंगे, इसकी कल्पना भी असंभव है। असंख्य घावों और लगभग नेस्तनाबूत मन से वो जब अपनों के पास आती है तो इस स्थिति से निकलने के लिए ज़रूरी सहानुभूति और परवाह कम ही मिलती है। अफ़सोस! कोई सुनना नहीं चाहता... राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक़ हमारे देश में स्त्री की अस्मिता पर हमला हर 16वें मिनट होता है। ये दर्ज मामले हैं। इनमें से भी आधे से अधिक परिचितों द्वारा किए गए हमले होते हैं। ‘परिवार की इज़्ज़त’ के नाम पर कितने सामने नहीं आते होंगे, यह इस बात से समझा जा सकता है कि मैंने अपने लगभग चार दशक के काउंसलिंग करियर में किसी रेप सरवाइवर को सीधे मदद के लिए लाया जाता नहीं देखा। पीड़िता के अवसाद या आत्महत्या के प्रयास करने के बाद लाया जाता है और काउंसलिंग के सेशंस के बाद असल कारण सामने आता है। पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर हर तरह के हादसों के बाद पीड़ितों में देखने को मिलता है। उनको इससे उबरने में मदद भी मिलती है। लेकिन स्त्री-उत्पीड़न, ख़ासकर बलात्कार के मामलों में यह मदद लगभग नगण्य है। क्यों? क्योंकि लोग-समाज इसे किसी तरह के ट्रॉमा के तौर पर स्वीकार नहीं करते। दोष पीड़िता का माना जाता है। ... ताकि परवरिश की हार न हो... जहां कोई लड़की या बच्ची अपने ऊपर हुए अत्याचार को माता-पिता से बता भी न पाए, उसे छिपाना पड़े, तो यह परवरिश की हार है। अक्सर अभिभावक लड़की को ही दोष देते हैं कि ‘तुम्हारी ही कोई ग़लती रही होगी’ या ‘ऐसा क्यों है कि तुम्हारे साथ ही ये हुआ।’ इन आरोपों के भय से लड़की अपने टूटे मन और घायल शरीर को छिपा लेती है। शॉक यानी सदमा ऐसी स्थितियों का पहला चरण है। बेटी के हाव-भाव में आए बदलावों को अभिभावकों को समझना चाहिए। गुमसुम बेटी पर ध्यान दें... दूसरा चरण कॉइलिंग है, जहां लड़की अपने आपको समाज और लोगों से दूर कर लेती है। अपने आप में घुटती रहती है। उसकी चुप्पी या अचानक लोगों की, दोस्तों आदि की अवहेलना पर ग़ौर करके अभिभावक उसे संबल दे सकते हैं। अच्छे का नकार और ग़ुस्सा... तीसरे और चौथे चरण में लड़कियां ख़ुद के लिए कोई सुख नहीं चाहतीं। उन्हें लगता है कि वे किसी भी तरह की ख़ुशी के लायक़ नहीं हैं। अपने आप पर, दुनिया और हालात पर वे क्रोधित होती हैं। यह स्थिति ख़तरनाक होती है। हार जाने का डर... पांचवें चरण में स्थितियों के आगे समर्पण करना, आत्मघात के रूप में सामने आता है। इस समय तक स्त्री अपनों पर से विश्वास ख़त्म कर चुकी होती है। उसे दुनिया भरोसा करने या जीने के लायक़ नहीं लगती। जो अपने साथ दें... पीड़ा का सदमा तो होता ही है। मन और शरीर पर हुए हमले को तुरंत नहीं मिटाया जा सकता, लेकिन जो घर-परिवार, समाज के लोग साथ दें, तो पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर के सारे चरण हटाए जा सकते हैं। सरवाइवर अपने जीवन को स्वीकार कर सकती है, जो कि सबसे अहम और ज़रूरी है। दरअसल वह पीड़िता नहीं, विजेता है... किसी भी तरह के अत्याचार से लड़कर जो बचकर निकल आए, उसे हम विजेता के तौर पर देखते हैं, लेकिन स्त्री जब मानमर्दन की पीड़ा, उसकी जघन्यता से गुज़रकर खड़ी होने की कोशिश करती है, तो उसे लोगों की नज़रें, उसके अपनों के ताने और समाज की कानाफूसी बार-बार गिरा देती है। अपराधी से क़ानून निपट लेता है। उसकी यात्रा कारावास तक पहुंचकर अंजाम पाती है, लेकिन स्त्री के दर्द का सफ़र ख़त्म करने में कोई मदद करना नहीं चाहता। सच तो यह है कि हज़ारों वार सहकर भी जो जी गई, वो जीत गई। जिस दुराचारी ने हर तरह से हमला करके उसे मिटाना चाहा, जिसे लगा कि वो विजेता है, लेकिन वो पराजित है, अपराधी है।
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एआई चैटबोट्स के साथ कभी शेयर न करें ये 5 बातें, नहीं तो मुश्किल में पड़ सकते हैं
दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का तेज़ी से विस्तार हो रहा है। एआई चैटबोट के आने के बाद लोग न सिर्फ़ कई तरह की भाषाओं को समझकर बातचीत को आसान बना रहे हैं, बल्कि आधिकारिक कामों को भी कम समय में पूरा कर पा
दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का तेज़ी से विस्तार हो रहा है। एआई चैटबोट के आने के बाद लोग न सिर्फ़ कई तरह की भाषाओं को समझकर बातचीत को आसान बना रहे हैं, बल्कि आधिकारिक कामों को भी कम समय में पूरा कर पा रहे हैं। आसान शब्दों में कहें तो एआई तकनीक लोगों की ज़िंदगी को पहले से आसान बनाने का काम कर रही है। लेकिन, कुछ लोग इसका इस्तेमाल निजी कामों या सवालों का जवाब ढूंढने के लिए भी कर रहे हैं। इसलिए यहां साइबर अटैक के शिकार होने का जोखिम भी है। कैनेडियन सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी के अनुसार, ‘एआई का इस्तेमाल फिशिंग ईमेल और ग़लत जानकारी को फैलाने में किया जा रहा है।’ ऐसे में एआई से कोई भी सवाल पूछने के साथ सुरक्षा का ध्यान रखना भी ज़रूरी है। एआई से इन्हें साझा न करें... काम को सरल बनाने के लिए कुछ लोग चैटबोट का इस्तेमाल मीटिंग का सारांश बनाने या प्रेज़ेंटेशन बनाने और दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करने के लिए कर रहे हैं। इससे दफ़्तर से जुड़ी कई गोपनीय जानकारी अनजाने में ऑनलाइन साझा कर देते हैं। यही वजह है कि कई बड़ी कंपनियों ने चैटबोट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। अगर आप एआई का इस्तेमाल करते हैं तो दफ़्तर के काम या पेशे से संबंधित काम को आसान बनाने के लिए इसका इस्तेमाल न करें। पासवर्ड और पिन शेयर करना किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बचने के लिए अपने मेल, सोशल मीडिया हैंडल्स, इंटरनेट बैंकिंग पिन कोड, मोबाइल पिन जैसी संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखना बहुत ज़रूरी है। विशेषकर चैटबोट जैसे प्लेटफॉर्म पर इस तरह की जानकारी साझा करने से बचें। इसका ग़लत इस्तेमाल हो सकता है। तस्वीरों और वीडियो में प्रयोग एआई से हम जैसी चाहे वैसी तस्वीर बना सकते हैं और तस्वीर को वीडियो में बदल सकते हैं। इसके लिए कई वेबसाइट्स मौजूद हैं जिनमें अपनी तस्वीर अपलोड करके इसमें बदलाव कर सकते हैं या वीडियो में इफैक्ट्स जोड़ सकते हैं। लेकिन इस तरह से निजी तस्वीरें, वीडियो साझा करना सुरक्षित नहीं है। इनकी मदद से आपका चेहरा, तस्वीर या वीडियो ग़ैरक़ानूनी रूप से इस्तेमाल किए जा सकते हैं। निजी और संवेदनशील जानकारी कुछ लोग एआई से अपनी मनोवैज्ञानिक स्थितियां और वो क्या सोच रहे हैं, ये सब साझा करते हैं। आपके मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित वो जो भी सलाह देगा, ज़रूरी नहीं है कि वह सही हो। दूसरी ज़रूरी बात, आप अपनी निजी सोच और मानसिक स्थिति की जानकारी ऑनलाइन लीक कर रहे हैं। हैकर इसका इस्तेमाल आपकी जासूसी करने और डाटा बेचने में कर सकता है। इसलिए अपनी सेहत के संबंध में सवाल या सलाह लेने से बचें। वित्त से जुड़ी जानकारियां उपभोक्ता वित्तीय संरक्षण ब्यूरो द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई चैटबोट पर वित्त से जुड़ी जानकारी को साझा करना जोखिम भरा हो सकता है। एआई चैटबोट की मदद से कंपनियां यूज़र्स का डाटा सुरक्षित होने की बात तो कहती हैं, लेकिन साइबर अपराधियों की नज़र से इसे बचा पाना मुश्किल काम है। चैटबोट पर होने वाली बातचीत और अन्य जानकारियों तक कोई भी तीसरा शख़्स आसानी से पहुंच सकता है और इसे पढ़ सकता है। इसलिए एआई से वित्त से जुड़ी सलाह लेने के बजाय अनुभवी से वित्तीय सलाह लें।
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इन्हें कौन-सी खाद चाहिए और उसे डालने का तरीका क्या है, यह जरूर जान लें
बरसात का मौसम ऐसा होता है जिसमें पौधों की अगर ठीक से देखभाल की जाए तो वे बहुत अच्छे से फल और फूल देते हैं। बारिश के समय पौधों को भरपूर पानी और उपयुक्त वातावरण मिलता है। लेकिन इसके साथ पौधों को सही मात्रा में
बरसात का मौसम ऐसा होता है जिसमें पौधों की अगर ठीक से देखभाल की जाए तो वे बहुत अच्छे से फल और फूल देते हैं। बारिश के समय पौधों को भरपूर पानी और उपयुक्त वातावरण मिलता है। लेकिन इसके साथ पौधों को सही मात्रा में खाद मिलना भी ज़रूरी है। यदि घर में फल, फूल और सब्जि़यों के पौधे लगे हैं और उनकी अच्छी बढ़वार चाहते हैं, तो पौधों को जैविक खाद देना चाहिए। बारिश का मौसम ऐसा होता है जिसमें तेज़ बारिश गमले की मिट्टी के साथ-साथ पोषक तत्वों को भी बहा ले जाती है। यही कारण है कि इस मौसम में पौधों को बहुत ज़्यादा पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इस समय गमलों की मिट्टी तैयार करते समय उसमें मिलाएं ये खाद... गोबर की खाद इसमें नाइट्रोज़न, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक होते हैं। गमलों और बाग़ीचे की मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में पुरानी गोबर खाद मिलाएं और महीने में एक बार दो-तीन मुट्ठी यही खाद दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पौधे की मिट्टी में ताजे़ गोबर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इसमें अमोनिया की मात्रा अधिक होती है जो पत्तियों को नुक़सान पहुंचा सकता है। वर्मीकम्पोस्ट बरसात के दौरान केंचुओं से बनी वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग पौधों के लिए फ़ायदेमंद होता है। इस खाद में नाइट्रोज़न, फॉस्फोरस और पोटैशियम भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो पौधों की बढ़वार के लिए ज़रूरी हैं। इसके अलावा, वर्मीकम्पोस्ट मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने में भी सहायक होती है। दो मुट्ठी वर्मीकम्पोस्ट को मिट्टी की सतह पर समान रूप से डालने के बाद पौधों को अच्छी तरह से पानी दें। अस्थि चूर्ण जीव-जंतुओं की हड्डियों से चूर्ण के रूप बनाई गई खाद को अस्थि चूर्ण कहते हैं। इसके प्रयोग से पौधों की जड़ों का तीव्र गति से विकास होता है। बीज का अंकुरण तेज़ी से होता है और फूल-फल अधिक लगते हैं। गमले की दो इंच मिट्टी को हटाकर उसमें आधा मुट्ठी अस्थि चूर्ण (बोनमील) पाउडर अच्छी तरह से मिलाएं। जिप्सम इसका इस्तेमाल बरसात में सभी प्रकार के पौधों पर किया जा सकता है। दो चम्मच जिप्सम पाउडर को पौधों की मिट्टी में समान रूप से मिलाएं और फिर तुरंत पानी का छिड़काव कर दें। नीम की खली इसमें मौजूद पोषक तत्व कीट नियंत्रण करने, मिट्टी की संरचना सुधारने और पौधों को पोषक तत्व उपलब्ध कराने में मदद करता है। एक मुट्ठी नीम की खली पौधों के चारों ओर समान मात्रा में डालें। खाद देते समय ध्यान रखें... खाद देने का सही समय
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सरकार ने सदन में जानकारी दी, नीतीश कुमार ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया
Delhi Ordinance: Narendar Modi Government to Table Bill in Parliament Next Week संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 28 जुलाई को लोकसभा को अगले सप्ताह के सरकार के कामकाज की जानकारी दी।
दिल्ली में अफसरों की पोस्टिंग-ट्रांसफर पर नियंत्रण से जुड़ा अध्यादेश अगले हफ्ते संसद में पेश किया जाएगा। संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 28 जुलाई को लोकसभा को अगले सप्ताह के सरकार के कामकाज की जानकारी दी। जिसमें दिल्ली अध्यादेश भी शामिल है। वहीं राज्यसभा में संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने आगामी सप्ताह के सरकारी कामकाज की जानकारी दी। उधर कैबिनेट से दिल्ली अध्यादेश को मंजूरी मिल चुकी है। दरअसल, केंद्र ने 19 मई को अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग पर अध्यादेश जारी किया था। अध्यादेश में उसने सुप्रीम कोर्ट के 11 मई के उस फैसले को पलट दिया, जिसमें ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार दिल्ली सरकार को मिला था। आप सहित सभी विपक्षी करेंगे विरोध, जदयू ने व्हिप जारी किया दिल्ली अध्यादेश का आप सहित सभी विपक्षी दल विरोध करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल I.N.D.I.A गठबंधन में इसी शर्त में शामिल हुए कि कांग्रेस समेत सभी दल संसद में इस विधेयक का विरोध करें। उधर नीतीश कुमार ने अपनी जदयू पार्टी के सभी सांसदों को लेकर व्हिप जारी कर दिया है। इस व्हिप में सभी सदस्यों को 27 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक सदन में मौजूद रहने को कहा गया। साथ ही दिल्ली अध्यादेश के खिलाफ वोट करने के लिए कहा गया है। अध्यादेश से जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट में है केंद्र सरकार ने अध्यादेश के जरिए दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार उपराज्यपाल को दे दिए थे। दिल्ली सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। इस पर CJI चंद्रचूड़ ने 17 जुलाई को कहा कि हम यह मामला पांच जजों की संविधान पीठ को भेजना चाहते हैं। फिर संविधान पीठ तय करेगा कि क्या केंद्र इस तरह संशोधन कर सकता है या नहीं? केंद्र ने हलफनामे में क्या कहा... केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करते हुए कहा था कि संविधान का आर्टिकल 246(4) संसद को भारत के किसी भी हिस्से के लिए और किसी भी मामले के संबंध में कानून बनाने का अधिकार देता है जो किसी राज्य में शामिल नहीं है। केंद्र के अध्यादेश के मुताबिक, दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का आखिरी फैसला उपराज्यपाल यानी LG का होगा। इसमें मुख्यमंत्री का कोई अधिकार नहीं होगा। केजरीवाल सरकार ने 30 जून को कोर्ट में याचिका दाखिल कर केंद्र के अध्यादेश को चुनौती दी थी। मामले में पहली सुनवाई 4 जुलाई को हुई थी, तब कोर्ट ने केंद्र सरकार और उपराज्यपाल को नोटिस जारी किया था। यह पूरा विवाद क्या था... अध्यादेश क्या होता है? जब संसद या विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा हो तो केंद्र और राज्य सरकार तात्कालिक जरूरतों के आधार पर राष्ट्रपति या राज्यपाल की अनुमति से अध्यादेश जारी करती हैं। इसमें संसद/विधानसभा द्वारा पारित कानून जैसी शक्तियां होती हैं। अध्यादेश को छह महीने के अंदर संसद या राज्य विधानसभा के अगले सत्र में पेश करना अनिवार्य होता है। अगर सदन उस विधेयक को पारित कर दे तो यह कानून बन जाता है। जबकि तय समय में सदन से पारित नहीं होने पर यह समाप्त हो जाता है। हालांकि सरकार एक ही अध्यादेश को बार-बार भी जारी कर सकती है। केंद्र के अध्यादेश से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें... दिल्ली सरकार की सलाह पर काम करेंगे LG, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- अफसरों पर सरकार का कंट्रोल ना हो तो वो जिम्मेदार नहीं रहेंगे सुप्रीम कोर्ट ने 11 मई को दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग के मामले में केजरीवाल सरकार के पक्ष में फैसला दिया था। कोर्ट ने कहा- दिल्ली में सरकारी अफसरों पर चुनी हुई सरकार का ही कंट्रोल रहेगा। 5 जजों की संविधान पीठ ने एक राय से कहा- पब्लिक ऑर्डर, पुलिस और जमीन को छोड़कर उप-राज्यपाल बाकी सभी मामलों में दिल्ली सरकार की सलाह और सहयोग से ही काम करेंगे। पढ़ें पूरी खबर... दिल्ली सरकार के अधिकारों पर केंद्र का अध्यादेश जारी, ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार उपराज्यपाल के पास ही रहेंगे केंद्र सरकार ने 19 जून को दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर, पोस्टिंग और विजिलेंस से जुड़े अधिकारों को लेकर एक अध्यादेश जारी किया। इसके जरिए केंद्र सरकार नेशनल कैपिटल सिविल सर्विसेज अथॉरिटी का गठन करेगी। इस अथॉरिटी में दिल्ली CM, मुख्य सचिव और प्रधान गृह सचिव होंगे। ये अथॉरिटी ट्रांसफर, पोस्टिंग और विजिलेंस जैसे मैटर्स में फैसले लेगी और LG को सिफारिशें भेजेंगी। पढ़ें पूरी खबर... CM केजरीवाल को एमके स्टालिन का भी समर्थन मिला, तमिलनाडु CM बोले- हम अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की थी। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे। मुलाकात के बाद स्टालिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- हमने आज दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र के अध्यादेश पर चर्चा की। यह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। पढ़ें पूरी खबर...
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उडुपी मामले में सीएम के खिलाफ टिप्पणी करने वाली बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार, मुख्य आरोपियों को कोर्ट ने सशर्त जमानत दी
Breaking News Headlines Today, Pictures, Videos and More From Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) नोएडा पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला की शिकायत पर आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ के खिलाफ FIR दर्ज की है।
कर्नाटक के उडुपी मामले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले बीजेपी कार्यकर्ता को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। दरअसल, उडुपी के एक प्रोफेशनल ट्रेनिंग कॉलेज के तीन छात्रों पर महिला टॉयलेट में चोरी-छिपे वीडियो रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया गया था। कांग्रेस के एक नेता ने इस मामले पर कहा था- बीजेपी उडुपी मामले का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। जवाब में बीजेपी कार्यकर्ता शंकुतला ने कहा- अगर अगर सिद्धारमैया की बहू या उनकी पत्नी के साथ हुआ होता तो क्या आप तब भी ऐसा कहते। उधर, मामले में आरोपी तीनों छात्रों को 28 जुलाई को कोर्ट ने 20 हजार रुपए के मुचलके पर सशर्त जमानत दे दी। आज की अन्य बड़ी खबरें... दिल्ली में टेंट गोदाम में आग लगी दिल्ली के जौनापुर में एक टेंट गोदाम में शुक्रवार को आग लग गई। जानकारी मिलते ही दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। दमकल के अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया, किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। तमिलनाडु में अमित शाह ने भाजपा की पदयात्रा को हरी झंडी दिखाई केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में भाजपा की पदयात्रा 'मेरा देश, मेरे लोग' की शुरुआत की। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि ये यात्रा केवल राजनीतिक यात्रा नहीं है, ये यात्रा तमिल भाषा को पूरी दुनिया में पहुंचाने की यात्रा है। ये यात्रा तमिलनाडु को परिवारवाद, भ्रष्टाचार से मुक्त करने की यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी यूनाइटेड नेशन में तमिल में बोलने वाले सबसे पहले नेता हैं। महाकाल मंदिर में महिला कावड़ियों का हंगामा, गर्भगृह में जल चढ़ाने की जिद; बैरिकेड्स फेंके उज्जैन में महाकाल मंदिर में शुक्रवार को महिला कावड़ियों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने नंदी हॉल में सुरक्षा के लिए लगे बैरिकेड्स फेंक दिए। वे गर्भगृह में जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने की जिद कर रहीं थी। सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो वहीं धरना शुरू कर दिया। मंदिर समिति ने नियमों का हवाला देकर उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। हंगामे को लेकर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने कहा कि फुटेज देखकर केस दर्ज कराया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...​​​​​​​ CBI की स्पेशल कोर्ट ने अंडर वर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सामंत मर्डर केस से किया बरी CBI की स्पेशल कोर्ट ने शुक्रवार को अंडर वर्ल्ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निकालजे उर्फ छोटा राजन को दत्ता सामंत की हत्या के केस से बरी कर दिया है। दत्ता सामंत मुंबई के ट्रेड यूनियन नेता थे। जस्टिस एएम पाटिल ने सबूतों की कमी के कारण यह फैसला सुनाया है। डॉ. सामंत की 16 जनवरी 1997 को पद्मावती रोड पर चार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वो अपनी जीप से पवई से घाटकोपर जा रहे थे। छोटा राजन पर इस हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। दिल्ली से पेरिस जा रहा प्लेन आधे घंटे में वापस लौटा, पायलट ने टायर फटने की आशंका से कराई इमरजेंसी लैंडिंग दिल्ली से पेरिस जा रहा एयर इंडिया का प्लेन आधे घंटे में वापस एयरपोर्ट लौट आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पायलट को फ्लाइट का टायर फटने की आशंका थी, जिसके बाद उन्होंने फ्लाइट को वापस ले लिया और प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि फ्लाइट AI143 उड़ान भरने के तुरंत बाद वापस लौट आई है, दिल्ली ATC ने फ्लाइट क्रू को उड़ान भरने के बाद रनवे पर टायर का मलबा देखे जाने की सूचना दी थी। फ्लाइट सुरक्षित रूप से वापस आ गई है। यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। रतन टाटा को उद्योग रत्न अवार्ड मिलेगा, महाराष्ट्र सरकार ने ऐलान किया महाराष्ट्र सरकार ने उद्योगपति रतन टाटा को पहला 'उद्योग रत्न' पुरस्कार देने का फैसला किया है। इसकी जानकारी महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दी। राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बताया कि युवा उद्यमी, महिला उद्यमी और मराठी उद्यमी को भी ये पुरस्कार दिए जाएंगे। SC ने भीमा कोरेगांव केस के दो आरोपियों को जमानत दी, करीब 5 साल से जेल में थे सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भीमा कोरेगांव केस के आरोपियों एक्टिविस्ट वेरनन गोंजाल्वेज और अरुण फरेरा को जमानत दे दी। जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच ने कहा- आरोपी 5 साल की जेल काट चुके हैं। भले ही उनके खिलाफ लगे आरोप गंभीर हैं, लेकिन जेल में काटी गई इस अवधि के चलते वो जमानत के हकदार हैं। गोंजाल्वेस और फरेरा को 2018 में जेल भेजा गया था। बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत नामंजूर होने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। दोनों ने कहा था कि हाईकोर्ट ने उनकी बेल एप्लीकेशन को खारिज कर दिया, जबकि सह-आरोपी सुधा भारद्वाज को जमानत दे दी। दिल्ली में अरबिंदो कॉलेज के बाहर लड़की पर रॉड से हमला, मौके पर ही मौत हुई दिल्ली में शुक्रवार को कॉलेज के बाहर एक लड़की पर रॉड से हमला किया गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह हमला मालवीय नगर स्थित अरबिंदो कॉलेज के बाहर हुआ। लड़की की बॉडी और लोहे की रॉड मौके से बरामद हुई है। पुलिस आगे की जांच में जुट गई है। डीसीपी साउथ चंदन चौधरी का कहना है, "लड़की की उम्र करीब 25 साल की है। वह कमला नेहरू कॉलेज की स्टूडेंट है। वह अपने दोस्तों के साथ अरबिंदो कॉलेज के पास गई थी। बाइक पर आए एक लड़के से उसकी कहा-सुनी हुई, जिसके बाद उसने लड़की के सिर पर रॉड से हमला कर दिया था।" AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ के खिलाफ नोएडा में केस दर्ज, टीवी डिबेट में की थी सांप्रदायिक टिप्पणी नोएडा पुलिस ने भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला की शिकायत पर आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ के खिलाफ FIR दर्ज की है। प्रियंका पर आरोप है कि एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान सांप्रदायिक टिप्पणी की थी। पूनावाला ने कहा कि कक्कड़ ने 25 जुलाई को एक निजी चैनल पर एक टीवी बहस के दौरान सांप्रदायिक टिप्पणी करते हुए उन्हें मुजाहिदीन कहा। NIA ने ISIS संदिग्ध को गिरफ्तार किया, कई डॉक्यूमेंट्स और गैजेट भी जब्त किए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादी संगठन ISIS के कथित सदस्य डॉ. अदनान अली सरकार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी गुरुवार को पुणे में हुई, जहां कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए। इससे पहले, 3 जुलाई को जांच एजेंसी ने चार अन्य संदिग्धों को मुंबई, ठाणे और पुणे से गिरफ्तार किया था। NIA के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी लोग ISIS की आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश में शामिल थे। वे स्लीपर सेल चलाकर उसमें युवाओं को भर्ती कर रहे थे। अरुणाचल प्रदेश के सियांग में 4.0 तीव्रता का भूकंप नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, शुक्रवार सुबह अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के पांगिन शहर में रिक्टर पैमाने पर 4.0 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप सुबह 8.50 बजे आया। NCS के मुताबिक भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था। इससे पहले 22 जुलाई को भी सुबह 6.56 पर अरुणाचल प्रदेश के तवांग में रिक्टर पैमाने पर 3.3 तीव्रता का भूकंप आया था। कर्नाटक में नंदिनी ब्रांड का दूध 3 रु/ली. महंगा हुआ, डीके बोले- किसानों की मदद करना चाहते हैं कर्नाटक में सरकारी मिल्क ब्रांड नंदिनी का दूध 3 रुपए प्रति लीटर महंगा कर दिया गया है। बदली हुई कीमतें 1 अगस्त से लागू होंगी। राज्य के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने कहा कि पूरे देश में दूध 50-56 रुपए/लीटर बेचा जा रहा है, वहीं कर्नाटक में इसकी कीमत काफी कम थी। हमने किसानों तक ज्यादा पैसा पहुंचाने के लिए दूध की कीमत बढ़ाई है। दिल्ली में महिला की गोली मारकर हत्या, बाद में हत्यारे ने किया सुसाइड दिल्ली के डाबरी इलाके में 42 साल की एक महिला की घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाद में हत्यारे ने खुद को भी गोली मार ली। फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस मौजूद है।
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आरोपी शादी का प्रपोजल ठुकराने से नाराज था; पार्क में बात करने को बुलाया था
दिल्ली के एक पार्क में शुक्रवार को कॉलेज स्टूडेंट (लड़की) का शव पड़ा मिला। पुलिस ने बताया कि स्टूडेंट पर लोहे की रॉड से हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि लड़की कमला नेहरू कॉलेजDelhi Kamala Nehru Co
दिल्ली के एक पार्क में एक युवक ने लोहे की रॉड से हमला कर अपनी मौसेरी बहन की हत्या कर दी। आरोपी का कहना है कि मौसेरी बहन से उसकी शादी पक्की हो गई थी। वह डिलीवरी बॉय है। यह जॉब लड़की के परिवारवालों को पसंद नहीं आया और उन्होंने शादी से इनकार कर दिया था। इसी से नाराज होकर उसने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी इरफान को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि शादी टूटने पर नरगिस ने उससे बातचीत बंद कर दी थी। वह लड़की के इस रवैये से ज्यादा नाराज था। वह कई दिनों से नरगिस से मिलने की कोशिश कर रहा था। नरगिस रोज मालवीय नगर में स्टेनो की कोचिंग के लिए आती थी। शुक्रवार को इरफान कोचिंग सेंटर से पार्क में ले गया। वहां शादी के लिए मनाया, लेकिन उसने मना कर दिया। इस बात पर इरफान ने गुस्से में नरगिस की हत्या कर दी। नरगिस के पिता ने आरोपी इरफान को मौत की सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा- मेरी एक ही लड़की थी, मैं उसे छोडूंगा नहीं। पार्क में बेंच के नीचे पड़ा था नरगिस का शव दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया- शुक्रवार दोपहर 12.08 बजे घटना की जानकारी मिली थी। बताया गया कि मालवीय नगर के शिवालिक ए ब्लॉक के विजय मंडल पार्क में एक शख्स ने लड़की के सिर पर लोहे की रॉड से हमला किया। वारदात के बाद वह मौके से फरार हो गया है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो नरगिस का शव पार्क में एक बेंच के नीचे पड़ा था। उसके सिर से खून बह रहा था, शव के पास ही लोहे की रॉड पड़ी थी। नरगिस कमला नेहरू कॉलेज की स्टूडेंट थी। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपी इरफान (28 साल) दिल्ली के संगम विहार का रहना वाला है। घटना के कुछ ही देर बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 24 घंटे में दिल्ली में दूसरा मर्डर गुरुवार को दिल्ली में रेनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आरोपी आशीष ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी और महिला एक-दूसरे को पहले से ही जानते थे। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- दिल्ली में जहां एक महिला को उसके घर के बाहर गोली मारके उसकी हत्या की गई वहीं दूसरी तरह मालवीय नगर जैसे पॉश इलाके में लड़की को रॉड से मारा गया। दिल्ली बेहद असुरक्षित है। किसी को फर्क नहीं पड़ता। अखबार की खबरों में लड़कियों के नाम बदलते हैं, अपराध नहीं रुकते। इससे जुड़ी अन्य खबर पढ़ें... दिल्ली की गीता कॉलोनी में महिला के टुकड़े मिले, फ्लाईओवर के पास दो बैग बरामद दिल्ली की गीता कॉलोनी में फ्लाईओवर के पास एक महिला के शव के टुकड़े मिले हैं। ये दो काले बैग में थे। एक में सिर और दूसरे बैग में बाकी अंग थे। पुलिस का कहना है कि कुछ अंग मिसिंग हैं जिनकी तलाश की जा रही है। अभी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पढ़ें पूरी खबर...
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5 साल में 3 लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट की बात कही, मेट्रो में भी बैठे
Japanese Foreign Minister Yoshimasa Hayashi India Visit Update जयशंकर ने जापान की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि जापान और भारत के बीच नेचुरल पार्टनरशिप है।
जापान के विदेश मंत्री योशिमाशा हयासी दो दिन के भारत दौरे पर है। उन्होंने शुक्रवार (28 जुलाई) को दिल्ली मेट्रो में सवारी की। इसकी तस्वीरें जापान के विदेश मंत्रालय ने शेयर की है। इस दौरान उनके साथ स्टाफ और सिक्योरिटी मौजूद रहे। जापान के विदेश मंत्री योशिमाशा हयासी 27 जुलाई को ही दिल्ली पहुंचे। वह भारत के दो दिन के दौरे पर है। इस साल उनकी यह दूसरी भारत यात्रा है। इससे पहले वे क्वाड देशों की बैठक में मार्च 23 में भारत आए थे। भारत- जापान में यह 15वीं रणनीतिक वार्ता है, जिसमें दोनों देशों की वैश्वेविक भागीदारी की बात की जा रही है। दरअसल, जापान के विदेश मंत्री हयासी साउथ एशियाई देशों के समूह का दौरा कर रहे है। इंडिया- जापान फोरम में हिस्सा लिया भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और जापान के विदेश मंत्री योशिमाशा हयासी इंडिया-जापान फोरम अटेंड किया। कार्यक्रम के दौरान एस जयशंकर ने कहा कि जापान भारत के लिए काफी मायने रखता है। जापान ने पिछले कुछ सालों में टेक्नोलॉजी में गजब की ग्रोथ की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत काफी तरक्की कर रहा है। जयशंकर ने जापान की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि जापान और भारत के बीच नेचुरल पार्टनरशिप है। सही मायनों में जापान ने भारत में रेवोल्यूशन लाने का काम किया है। इसमें सुजुकी का अहम योगदान है। हम इसमें मेट्रो, हाईस्पीड ट्रेन, उभरती हुई टेक्नोलॉजीज और सेमी कंडक्टर्स का जिक्र कर सकते हैं। जापान का भारत में 2022 से 27 तक 5 ट्रिलियन येन का इन्वेस्टमेंट जापान 2022 से लेकर 2027 तक 5 ट्रिलियन येन यानी 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए तक का इन्वेस्टमेंट करेगा। इसमें टेक्नोलॉजी, सेमी कंडक्टर्स और डिजिटल पर इंफ्रास्ट्रचर (DPI) निवेश के क्षेत्र होंगे। दोनों नेताओं ने G-20 और G-7 की अध्यक्षता पर बातचीत हुई। हिमालय और माउंट फूजी को जोड़ने की थीम को लेकर भारत- जापान - भारत 2023 में टूरिज्म एक्सचेंज पर बातचीत हुई। दोनों देशों की तीनों सैन्य अभ्यास को नियमित तौर पर करेगी। साथ ही हथियारों की भी टेस्टिंग की जाएगी। दैनिक भास्कर की ये खबरें पढ़ें... विदेश मंत्री जयशंकर ने कनाडा से कहा- यह हमारे रिश्तों के लिए ठीक नहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा में इंदिरा गांधी के हत्याकांड पर निकाली गई खालिस्तानियों की झांकी पर भी एतराज जताया। जयशंकर ने कहा- ये दोनों देशों के रिश्तों के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा- हमें समझ नहीं आ रहा है वहां ऐसा क्यों होने दिया जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें... विदेशी मंत्री एस जयशंकर संगोष्ठी में हुए शामिल, प्रबुद्ध जनों को किए संबोधित वाराणसी में G-20 सम्मेलन को लेकर 4 दिवसीय दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर पहुंचे। वहीं दौरे के दूसरे दिन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में "भारतीय विदेश नीति उद्देश्य एवं विशेषताएं" विषय पर आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए। पूरी खबर पढ़ें...
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केरल नगरपालिका में काम करती हैं सभी 11 महिलाएं; टिकट खरीदने 25-25 रुपए जोड़े थे
Kerala Lottery Today Result; Haritha Karma Sena (HKS)  मलप्पुरम के परप्पानंगडी नगर पालिका में हरिथा कर्म सेना (HKS) की 11 महिला सदस्यों ने मानसून बम्पर लॉटरी का पहला इनाम जीता है।
केरल के मल्लापुरम में शुक्रवार को कचरा बीनने वाली महिलाओं ने 10 करोड़ रुपए की लॉटरी जीती है। मलप्पुरम के परप्पानंगडी नगर पालिका में हरिथा कर्म सेना (HKS) की 11 महिला सदस्यों ने मानसून बम्पर लॉटरी का पहला इनाम जीता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सभी महिलाओं की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। इन्होंने कुछ हफ्ते पहले 25-25 रुपए मिलाकर 250 रुपए का टिकट खरीदा था। कुछ महिलाओं के पास 25 रुपए भी नहीं थे, तो उन्होंने उधार लेकर टिकट खरीदने के लिए 12-12 रुपए दिए थे। महिलाओं ने चौथी बार टिकट खरीदा था रिपोर्ट्स के मुताबिक, पी पार्वती, के लीला, एमपी राधा, एम शीजा, के चंद्रिका, ई बिंदू, कार्तियायिनी, के शोभा, सी बेबी, सी कुट्टीमालु और पी लक्ष्मी ने पैसे इक्टठा करके टिकट खरीदा था। यह पहली बार नहीं था जब महिलाओं ने पैसे जुटाकर टिकट खरीदा हो, इससे पहले भी वो तीन बार टिकट खरीद चुकी हैं। परप्पानंगडी की रहने वाली पार्वती ने बताया कि उन्हें कोई उम्मीद नहीं थी, क्योंकि यह चौथा टिकट था जिसे उन्होंने पैसे जोड़कर खरीदा था। जब उन्होंने सुना कि जीतने वाला टिकट बुधवार को पलक्कड़ में एक एजेंसी ने बेचा था, तो उन्हें लगा कि एक बार फिर से हमारा नुकसान हो गया। उन्होंने बताया कि जब मैं आज दोपहर काम के बाद घर लौटी तो मेरे बेटे ने मुझसे पूछा कि क्या हमने टिकट लिया है? क्योंकि एक व्यक्ति ने फोन करके कहा था कि हमारे टिकट पर इनाम निकला है। लॉटरी जीतने के बाद भी अपना काम चालू रखेंगी महिलाएं लॉटरी जीतने वाली महिलाएं पिछले 2.5 साल से घरों से नान-बायोडिग्रेडेबल कचरा इकट्ठा करने का काम करती हैं। ये महिलाएं नगर पालिका में 57 सदस्यीय HKS ग्रुप का हिस्सा हैं। इनाम जीतने के बाद भी महिलाओं का कहना है कि वे अपना काम नहीं छोड़ेंगी। साथ मिलकर काम करेंगी। महिलाओं ने बताया कि वे लॉटरी के पैसे का इस्तेमाल घर बनाने, बच्चों की पढ़ाई और कर्ज चुकाने में करेंगी। लोगों के लॉटरी जीतने से संबंधित ये खबरें भी पढ़ें... दुबई में भारतीय ड्राइवर ने जीते 33 करोड़ रुपए, कहा- पहली बार खरीदी थी लॉटरी की टिकट दुबई में एक भारतीय ड्राइवर ने 33 करोड़ रुपए (1.5 करोड़ दिरहम) की लॉटरी जीती है। लॉटरी जीतने के बाद तेलंगाना के अजय ओगुला ने कहा- मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा कि मैंने जैकपॉट जीत लिया है। पहले मुझे लगा कि मैंने 15 हजार दिरहम जीते हैं लेकिन फिर मैं इनाम के जीरो ही नहीं गिन पाया। पूरी खबर पढ़ें... पंजाब में रिक्शे वाले की बदली किस्मत, बैसाखी बंपर में जीते 2.50 करोड़ पंजाब के मोगा में रिक्शा चलाने वाले की किस्मत बदल गई है। जिस रिक्शा ड्राइवर का बैंक में खाता तक नहीं है, वो करोड़पति बन चुका है। मोगा के लोहगढ़ निवासी देव सिंह की 2.50 करोड़ रुपए की लॉटरी निकली है, लेकिन देव सिंह इस इनाम को कुदरत को दिए प्रेम का फल बता रहा है। पूरी खबर पढ़ें...
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धनु और मीन राशि वालों का रुका हुआ इनकम सोर्स शुरू हो सकता है, कुंभ राशि वालों की आर्थिक स्थिति में सुधार के योग हैं
Aaj Ka Rashifal (Horoscope Today) | Daily Rashifal (29th July 2023), Daily Zodiac Forecast: Singh Rashi, Kanya, Aries, Taurus, Gemini Cancer Libra, And Other Signs, 29 जुलाई, शनिवार के सितारे ब्रह्म योग बना रहे हैं। जिससे आज तुला राशि के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वालों के लिए दिन अच्छा है। धनु और मीन राशि वालों का रुका हुआ इनकम सोर्स शुरू हो सकता है।
29 जुलाई, शनिवार के सितारे ब्रह्म योग बना रहे हैं। जिससे आज तुला राशि के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वालों के लिए दिन अच्छा है। धनु और मीन राशि वालों का रुका हुआ इनकम सोर्स शुरू हो सकता है। मकर राशि वालों के बिजनेस में नई योजनाएं बनेंगी और उधार दिया पैसा मिलने के भी योग हैं। कुंभ राशि वालों की आर्थिक स्थिति में सुधार के योग हैं। इनके अलावा सिंह राशि वालों को लापरवाही या गलती से नुकसान हो सकता है। नया काम शुरू करने से बचें। वृश्चिक राशि वालों को धोखा हो सकता है। वहीं, बाकी राशियों के लिए दिन ठीकठाक रहेगा। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के मुताबिक 12 राशियों का फल मेष - पॉजिटिव- दिन की शुरुआत सकारात्मक रहेगी। रुके कामों में तेजी आएगी इसलिए कोशिश करते रहें। जरूरत पड़ने पर किसी अनुभवी इंसान की मदद मिलेगी। शोध कार्य से जुड़े विद्यार्थियों को मनोनुकूल सफलता मिलने की संभावना है। नेगेटिव- किसी के प्रति भी मन में कटुता ना रखें तथा विवादों को आपसी सामंजस्य से ही सुलझाने की कोशिश करें। इनकम टैक्स, लोन आदि से संबंधित कोई झंझट खड़ा हो सकता है। संतान की गतिविधियों और संगति पर भी नजर रखना जरूरी है। व्यवसाय- कारोबार में नया प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहे हैं, तो सावधानी और समर्पण रखना जरूरी है। पार्टनरशिप संबंधी कामों में सुधार होगा। ध्यान रखें कि नौकरी में सहकर्मी ईर्ष्या व जलन की भावना से आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। लव- घर में उचित व्यवस्था बनाए रखने के लिए अनुशासन रखना बहुत जरूरी है। प्रेम संबंधो में भी पारिवारिक स्वीकृति मिल सकती हैं। स्वास्थ्य- छोटी-मोटी मौसमी परेशानियां बनी रहेगी लेकिन डॉक्टर की सलाह दिए बिना कोई भी दवाई ना ले। भाग्यशाली रंग- नीला, भाग्यशाली अंक- 1 वृष - पॉजिटिव- किसी विशेष योजना पर काम करने के लिए सक्रियता और सतर्कता रखने से सफलता मिलेगी। किसी दोस्त या संबंधी से चल रहे मनमुटाव दूर होंगे और संबंधों में मधुरता आएगी। मानसिक शांति कि चाह में किसी एकांत अथवा आध्यात्मिक स्थल पर कुछ समय जरूर व्यतीत करें। नेगेटिव- लोन अथवा ऋण लेने की प्लानिंग बन रही है, तो अपने सामर्थ्य का भी ध्यान जरूर रखें। कानूनी मामलों को आज स्थगित ही रखें तो बेहतर रहेगा। पड़ोसी मामलों में विवाद की स्थिति बनने पर समझदारी दिखाएं। व्यवसाय- आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। कोई भी व्यापारिक लोन अपने सामर्थ्य से ज्यादा लेने की कोशिश न करें। व्यवसायिक उत्पादन के प्रचार-प्रसार को और अधिक बढ़ाना फायदेमंद रहेगा। ऑफिशल मामलों में सावधानी बरतें। युवाओं को नौकरी के लिए प्लेसमेंट मिलने की उम्मीद है। लव- दोस्तों के साथ पारिवारिक गेट-टुगेदर सबको खुशी और मनोरंजन देगा। प्रेम संबंधों के मामले में आपसी सामंजस्य रखना जरूरी है। स्वास्थ्य- व्यस्तता के चक्कर में लंबे समय तक भूखा नहीं रहना है। स्वास्थ्य संबंधित कोई पुरानी समस्या दोबारा उठ सकती है। किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरतें और तुरंत इलाज ले। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 4 मिथुन - पॉजिटिव- किसी भी परिस्थिति में शांत और संयमित रहना आपके मनोबल को बढ़ाएगा और आप अपने कार्यों के प्रति फोकस भी हो पाएंगे। आपके स्वयं द्वारा लिए गए निर्णय उचित साबित होंगे। सोसाइटी अथवा सामाजिक संबंध किसी विवादित मामले में आपका प्रस्ताव निर्णायक होगा। नेगेटिव- प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त संबंधी कोई डील करने जा रहे हैं, तो उससे संबंधित पेपर बगैरा की जांच पड़ताल कर ले। कभी-कभी आपका अधिकार और क्रोध पूर्ण लहजा आपके ही कार्यों में रुकावट डाल देता है। इसलिए सहज और शांतचित्त बने रहे। व्यवसाय- साझेदारी संबंधी बिजनेस में पारदर्शिता रखनी होगी। मार्केटिंग संबंधित जानकारियों को हासिल करते रहें। युवा लोग अपने करियर को लेकर गंभीर रहें। नौकरीपेशा व्यक्तियों को अपने काम के प्रति फोकस बढ़ाना होगा। किसी ऑफिशियल टूर पर जाना पड़ सकता है। लव- विवाहित जीवन सुखद रहेगा तथा घर में सुख शांति पूर्ण माहौल रहेगा। प्रेम संबंधों में किसी नकारात्मक बात की वजह से अलगाव उत्पन्न हो सकता है। स्वास्थ्य- माइग्रेन और सर्वाइकल की समस्या उठने से दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो जाएगी। नियमित व्यायाम करें और उचित आराम भी ले। भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 3 कर्क - पॉजिटिव- अपने काम के प्रति तन्मयता बनाए रखें। देर से ही सही, पर काम पूरे हो जाएंगे। विद्यार्थियों को कैरियर संबंधी किसी समस्या का समाधान मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी। कुछ कठिन मुद्दों पर फैसला लेने में आपके निर्णय उत्तम रहेंगे। नेगेटिव- कोई मनोवांछित काम मन मुताबिक तरीके से सफल ना होने की वजह से मन कुछ व्यथित रहेगा। परंतु हिम्मत ना हारे और प्रयासरत रहें। विरोधी पक्ष आपके लिए कोई परेशानी खड़ी कर सकते हैं, लेकिन आपका कुछ भी अहित नहीं हो पाएगा। व्यवसाय- व्यवसाय में स्टॉक मेंटेनेंस संबंधी मामलों में लापरवाही ना करें तथा कोई भी काम अधूरा ना छोड़े। मशीनरी, स्टाफ आदि से भी जुड़ी छोटी-मोटी समस्याएं उठ सकती हैं। अपने व्यवसाय के फैसलों में दूसरों का हस्तक्षेप ना होने दें। लव- पारिवारिक तथा व्यवसायिक जीवन में तालमेल बनाकर रखने के लिए प्रयास की जरूरत है। प्रेम प्रसंगों में प्रगाढ़ता आएगी। स्वास्थ्य- नकारात्मक प्रवृत्ति के लोगों के सानिध्य में ना रहे। इसका दुष्प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 6 सिंह - पॉजिटिव- आप अपनी सभी कार्यों को व्यवस्थित रूप से करने तथा समन्वय बनाकर रखने में कामयाब रहेंगे। निवेश संबंधी मामलों पर भी ध्यान केंद्रित रखें। इस समय आपका कोई व्यक्तिगत मामला किसी के सहयोग से हल हो सकता है। नेगेटिव- कुछ कठिन मुद्दों पर फैसले बहुत समझदारी से लेने होंगे। अत्यधिक भावुकता भी नुकसानदायक रह सकती है। पारिवारिक सदस्यों को उनके अपने तरीके से कार्य करने दे तथा उनका सहयोग करें। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा। युवा वर्ग अपने भविष्य को लेकर सजग रहेंगे। व्यवसाय- बिजनेस की गतिविधियों में बहुत सावधानी रखें। लापरवाही या किसी गलती से नुकसान हो सकता है। बेहतर होगा नया काम शुरू करने से बचें। स्टाफ की सलाह पर भी गौर करें। लव- परिवार के साथ भी कुछ समय जरूर व्यतीत करें। किसी अविवाहित सदस्य का रिश्ता तय होने की भी संभावना है। स्वास्थ्य- गैस और अपच की समस्या बढ़ने से परेशान रहेंगे। मेडिटेशन करें तथा तनाव वाली परिस्थितियों से खुद को दूर रखें। भाग्यशाली रंग- गुलाबी, भाग्यशाली अंक- 7 कन्या - पॉजिटिव- जो लोग विदेश जाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें जल्दी ही खुशखबरी मिल सकती है। कोई भी समस्या आने पर आप घबराने की बजाय परिस्थितियों का समाधान ढूंढने का प्रयास करेंगे। सफल भी रहेंगे। परिवार में संबंधियों के आगमन से घर में उल्लास पूर्ण माहौल रहेगा। नेगेटिव- निवेश संबंधी मामलों में आज कोई भी फैसला ना ले। ध्यान रखें कि अगर प्रयासरत कार्यों में कोई व्यवधान आता है तो इसकी वजह आपकी एकाग्रता में कमी ही होगी। दूसरों के मामले में बिन मांगी सलाह देना आपकी मानहानि का कारण बनेगा। सुकून बनाए रखने के लिए मेडिटेशन करें। व्यवसाय- नौकरी और बिजनेस में साथ काम करने वालों के साथ समस्या हो सकती है, इसलिए हर गतिविधि पर नजर रखें। प्रतिस्पर्धा संबंधी परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ेगा। सरकारी सेवारत लोगों को आज अपनी मर्जी के विपरीत कोई ड्यूटी करनी पड़ सकती हैं। लव- घर परिवार में बिगड़े संबंधों को सुधारने की कोशिश करें। विवाहेत्तर प्रेम संबंध उपज सकते हैं। जिसके दुष्परिणाम भी सामने आएंगे। स्वास्थ्य- वर्तमान मौसम की वजह से त्वचा संबंधी दिक्कतें आएंगी। घरेलू इलाज की बजाय डॉक्टर से संपर्क करें। व्यवस्थित दिनचर्या रखें। भाग्यशाली रंग- ऑरेंज, भाग्यशाली अंक- 8 तुला - पॉजिटिव- व्यवस्थित दिनचर्या रखने के लिए मानसिक स्थिरता रखनी होगी। इससे आप कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भी समर्थ रहेंगे। युवा वर्ग अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी मेहनत द्वारा प्रयासरत रहेंगे, परंतु अपने व्यक्तिगत मामलों का खुलासा बाहरी लोगों के समक्ष ना करें। नेगेटिव- कहीं भी अपनी बात को सही साबित करने के लिए उचित शब्दों का प्रयोग करें। पड़ोसियों के साथ किसी प्रकार का झगड़ा या कहासुनी होने की स्थिति बन रही है। किसी भी समस्या को गुस्से तथा आवेश की बजाय शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना बेहतर रहेगा। व्यवसाय- व्यवसायिक स्थल पर मेहनत और सहयोग से रुकी हुई गतिविधियां दोबारा शुरू होंगी और सफलता भी मिलेगी। परंतु प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। कानूनी गतिविधियों से बचकर रहें। नौकरी में शांतिपूर्ण वातावरण रहेगा। लव- परिजनों के बीच कुछ मनमुटाव की स्थिति बन सकते हैं। आपसी सामंजस्य द्वारा परिस्थितियों को सुलझाने का प्रयास करें। व्यर्थ के प्रेम संबंधों में अपना समय खराब ना करें। स्वास्थ्य- तनाव की वजह से ब्लड प्रेशर डायबिटीज जैसी समस्या के बढ़ने की आशंका है। अपनी नियमित जांच अवश्य करवाएं। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 1 वृश्चिक - पॉजिटिव- आज आप आराम के मूड में रहेंगे। अपनी जीवनशैली को और अधिक उन्नत करने का भी प्रयास करेंगे। कोई उधार दिया हुआ पैसा वापिस मिलने की संभावना है। महिलाएं घर तथा प्रोफेशन में उचित सामंजस्य बनाकर रखने में कामयाब रहेंगी। नेगेटिव- युवाओं को अपने करियर को लेकर अभी और अधिक मेहनत करने की जरूरत है। घर के वरिष्ठ सदस्यों की सलाह और मार्गदर्शन पर जरूर ध्यान दें। इस समय ससुराल पक्ष के साथ कोई परेशानी हो सकती है। तनाव, चिंता, काम का दबाव आदि जैसी स्थिति रहेगी। व्यवसाय- व्यवसाय में कुछ चुनौतियां रहेगी लेकिन आप अपनी कार्यकुशलता द्वारा कार्यों को पूरा करने में सक्षम रहेंगे। परंतु रूपए-पैसे संबंधी लेनदेन करते समय सावधान रहें। किसी प्रकार का धोखा हो सकता है। ऑफिशियल कामकाज के दौरान अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें। लव- पति-पत्नी के बीच बेहतरीन सामंजस्य रहेगा। परिवार के साथ पार्टी अथवा समारोह में जाने का अवसर मिलेगा। लव पार्टनर से मुलाकात होगी। स्वास्थ्य- स्वास्थ्य ठीक रहेगा। तथा आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य और ऊर्जावान महसूस करेंगे। भाग्यशाली रंग- लाल, भाग्यशाली अंक- 9 धनु - पॉजिटिव- कोई रुका हुआ आय का स्त्रोत पुनः शुरू होने से राहत मिलेगी। घर के रखरखाव संबंधी कार्यों के लिए भी आप समय निकाल लेंगे। जरूरतमंदों तथा बुजुर्गों की सेवा व देखभाल करना आपको आत्मिक खुशी देगा। किसी विवाह योग्य सदस्य के लिए अच्छा रिश्ता आने से घर में खुशी का माहौल रहेगा। नेगेटिव- पुराने अटके हुए काम आज निपटाने की कोशिश करें। घर में आए किसी निकट संबंधी के साथ वाद-विवाद में उलझना ठीक नहीं है, इससे माहौल नकारात्मक हो जाएगा। साथ ही अपने व्यवहार में भी परिवर्तन लाना होगा। बच्चों के साथ भी कुछ समय जरूर व्यतीत करें। व्यवसाय- कारोबारी गतिविधियां व्यवस्थित रहेंगी। कोई रुकी हुई पेमेंट और उचित ऑर्डर मिलने जैसी संभावना भी बनी हुई हैं। परंतु अपनी योजनाओं को किसी के समक्ष उजागर ना करें। ऑफिशियल फाइलें व्यवस्थित रखें। सरकारी नौकरी में लापरवाही से कोई गलती ना करें। लव- घर का माहौल व्यवस्थित और अनुशासित रहेगा। परंतु किसी विपरीत लिंगी मित्र की वजह से संकट में पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य- गैस और बदहजमी की वजह से दिनचर्या अस्त-व्यस्त रहेगी। हल्का और सुपाच्य भोजन ग्रहण करें। भाग्यशाली रंग- क्रीम, भाग्यशाली अंक- 5 मकर - पॉजिटिव- दिन कुछ मिले-जुले प्रभाव वाला रहेगा। ससुराल पक्ष के साथ संबंधों में चल रही अनबन दूर होगी और संबंधों में मधुरता आएगी। फोन कॉल के माध्यम से कोई महत्वपूर्ण सूचना मिलने की भी संभावना है। जिस पर तुरंत अमल करना उचित रहेगा। नेगेटिव- कोई भी प्लानिंग करते समय अपने निर्णय को ही प्राथमिकता पर रखें, क्योंकि दूसरों पर विश्वास करना नुकसानदायक हो सकता है। दूसरों के विवादित मामलों में हस्तक्षेप ना करें, वरना आपके मान-सम्मान पर भी बात आ सकती हैं। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पर फोकस होने की जरूरत है। व्यवसाय- कारोबार को लेकर कुछ नई योजनाएं बनेंगी जो कि बेहतर भी रहेंगी। पेमेंट या उधार दिया हुआ पैसा आज वापस मिल सकता है। आपको अपनी काबिलियत प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। ऑफिस में किसी सहयोगी के वजह से समस्या आ सकती हैं। लव- जीवन-साथी तथा परिवार वालों की मदद से घर में सुखद माहौल रहेगा। प्रेम संबंधों में किसी नकारात्मक बात की वजह से दूरियां आ सकती हैं। स्वास्थ्य- माइग्रेन सिर दर्द की वजह से दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो सकती हैं। गरिष्ठ तथा तला-भुना खानपान लेने से परहेज करें। भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 1 कुंभ - पॉजिटिव- इस समय कुछ लेनदेन संबंधी योजना बना रहे हैं, निश्चित ही आपको फायदा होगा। इस समय की गई मेहनत के निकट भविष्य में बेहतर परिणाम हासिल होने वाले है। युवा अपने कार्यों के प्रति फोकस रहे। अपनी क्षमता और योग्यता को पहचाने और तरक्की करें। नेगेटिव- दूसरों की बातों का अनुसरण ना करें तथा अपनी योग्यता पर ही विश्वास रखें। कभी-कभी आपके वहम और जिद्दी पन की वजह से कुछ संबंध भी खराब हो सकते हैं। अपनी इन कमियों पर सुधार लाएं। इस समय बढ़ते खर्चे आपकी चिंता को बढ़ा सकते हैं। व्यवसाय- कारोबारी गतिविधियां व्यवस्थित रहेंगी। आज का दिन पेमेंट कलेक्ट करने तथा मार्केटिंग संबंधी कार्यों के लिए अनुकूल है। आर्थिक स्थिति में भी सुधार के योग हैं। इंपोर्ट-एक्सपोर्ट से जुड़े बिजनेस कुछ नुकसान की स्थिति में रह सकते हैं। लव- विवाहित संबंधों में मधुरता रहेगी और घर में भी सुख-शांति बनी रहेगी। प्रेम संबंधों में नज़दीकियां और मधुरता बढ़ेगी। स्वास्थ्य- नसों में खिंचाव और दर्द की समस्या बढ़ सकती है। योगा और व्यायाम पर अधिक ध्यान दें। भाग्यशाली रंग- केसरिया, भाग्यशाली अंक- 9 मीन - पॉजिटिव- उत्तम समय है। पिछले कुछ समय से चल रही समस्या का समाधान मिलेगा। कोई रुका हुआ आय का स्त्रोत भी पुनः शुरू हो सकता है। रिश्तेदारों के किसी विवाद पूर्व मामले में आपका सहयोग निर्णायक रहेगा। आपकी बुद्धिमानी व सूझबूझ की चर्चा भी होगी। नेगेटिव- आपको अपने भविष्य के बचत की योजनाओं पर ध्यान देना होगा। इसके लिए व्यर्थ की खर्चों पर भी कटौती करें। कोई भी हस्ताक्षर करने से पहले दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ ले। आप से कोई भूल हो सकती है या कोई चीटिंग भी कर सकता है। बड़े बुजुर्गों के मार्गदर्शन पर अमल करें। व्यवसाय- व्यवसाय में आपकी कोई लंबे समय से अटकी हुई डील आज फाइनल हो सकती हैं। कार्यस्थल पर किसी कर्मचारी का नकारात्मक रवैया आपकी परेशानी का कारण बन सकता है। बेहतर होगा कि सभी कार्य अपनी उपस्थिति तथा निगरानी में ही करवाएं। ऑफिशियल गतिविधियां व्यवस्थित रहेंगी। लव- पारिवारिक वातावरण मंगलमय रहेगा। रिश्तेदारों की भी आवाजाही रहेगी। प्रेमी-प्रेमिका को डेटिंग का अवसर मिलेगा। स्वास्थ्य- गलत खानपान की वजह से पेट खराब हो सकता है। अपने वजन को भी कंट्रोल करना आवश्यक है। संतुलित आहार ले। भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 4
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परिवर्तन यात्रा का रूट व चेहरे हो सकते है फाइनल, दिनभर चलेगा बैठकों का दौरा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को जयपुर आ रहे है। वे दिनभर बीजेपी कार्यालय में बैठक लेंगे। इसके बाद शाम को दिल्ली लौट जाएंगे। नड्डा अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पूरे समय बीजेपी कार्यालय में ही रहेंगे।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को जयपुर आ रहे है। नड्डा सुबह 10 बजे जयपुर पहुंचेंगे। एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी कार्यालय आएंगे। वे दिनभर बीजेपी कार्यालय में बैठकें लेंगे। इसके बाद शाम को दिल्ली लौट जाएंगे। नड्डा अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पूरे समय बीजेपी कार्यालय में ही रहेंगे। इस दौरान वे कोर कमेटी, प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं से अकेले में भी चर्चा कर सकते हैं। विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र नड्डा की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में विधानसभा चुनावों को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा होगी। इसके साथ ही बीजेपी के द्वारा निकाली जाने वाली परिवर्तन यात्रा का रूट व चेहरे भी नड्डा फाइनल कर सकते हैं। गौरतलब है कि इसी माह 9 व 10 जुलाई को बीजेपी की सवाई माधोपुर में विजय संकल्प बैठक में प्रदेश में परिवर्तन यात्राएं निकालने का कार्यक्रम तय हुआ था। यह दो दिवसीय बैठक भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने ली थी। तीन परिवर्तन यात्रा निकालेगी भाजपा अभी तक के कार्यक्रम के अनुसार बीजेपी प्रदेश में तीन परिवर्तन यात्राएं निकालेगी। इसमें एक यात्रा डूंगरपुर के बेणेश्वरधाम से, दूसरी हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी और तीसरी सवाईमाधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से निकालना तय हुआ हैं। लेकिन इन यात्राओं का रूट क्या रहेगा। प्रदेश के कौन-कौन से नेता इन यात्राओं का नेतृत्व करेंगे। इसे संभवत कल फाइनल किया जा सकता हैं। 13 दिन में दूसरी बार जयपुर आ रहे नड्डा जेपी नड्डा इससे पहले 16 जुलाई को जयपुर आए थे। यहां उन्होंने प्रदेश भाजपा के नहीं सहेगा राजस्थान अभियान की शुरुआत की थी। जयपुर के बीलवा में जेपी नड्डा की सभा आयोजित हुई थी। वहीं कल फिर से जेपी नड्डा जयपुर आ रहे हैं। नहीं सहेगा राजस्थान अभियान पूरे राजस्थान में चल रहा है। 1 अगस्त को जयपुर में बड़े प्रदर्शन के साथ यह अभियान समाप्त होगा। ऐसे में कल की बैठक में आगे के अभियान व आंदोलन की रुपरेखा भी तय हो सकती हैं।
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वीडियो जारी किया; इसमें एक युवक भीड़ में जाते दिख रहा
कटिहार के बारसोई में हुई गोलीकांड में अब नया मोड़ आ गया है। कटिहार के डीएम रवि प्रकाश और एसपी जितेंद्र कुमार ने दावा किया है कि पूरे वारदात को प्लांड तरीके से अंजाम दिया गया है। दो लोगों की मौत पुलिस की गोली से
कटिहार के बारसोई में हुए गोलीकांड में अफसरों ने दावा किया है कि दो लोगों की मौत एक क्रिमिनल की गोली से हुई थी, न कि पुलिस की गोली से। डीएम रवि प्रकाश और एसपी जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को इसका एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया। इसमें एक शख्स उस जगह पर जाता हुआ दिखाई दे रहा है, जहां सोनू और नियाज को गोली लगी थी। दैनिक भास्कर की टीम घटनास्थल पर पहुंची, जहां गोली चली थी। यहां भास्कर से बातचीत करते हुए डीएम और एसपी ने कहा कि एक क्रिमिनल ने भीड़ में घुसकर सोनू और नियाज को गोली मारी है। इस वारदात को प्लांड तरीके से अंजाम दिया गया। पुलिस का दावा है कि उस लड़के के वहां पहुंचते ही भगदड़ मच जाती है, जबकि पुलिस वहां से लगभग 200-300 मीटर दूर है। हालांकि अभी तक आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। सरकार ने भी उपद्रव का वीडियो जारी किया है... अब जानिए पुलिस के फुटेज में क्या दिख रहा है पुलिस की ओर से जारी सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स बिजली कार्यालय से अनुमंडल कार्यालय की तरफ आता हुआ दिखाई देता है। वो उस भीड़ में घुसता है, जहां सोनू और नियाज खड़े थे। शख्स वहां पहुंचता है, इसके बाद वहां भगदड़ मच जाती है। इस भगदड़ के साथ वो लड़का भी बाहर की तरफ भागता हुआ दिखाई दे रहा है। खुर्शीद की मौत कैसे हुई अभी तक स्पष्ट नहीं सबसे पहले खुर्शीद की मौत हुई। उसका शव बिजली ऑफिस के गेट के ठीक बाहर मिला था। एसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि खुर्शीद की मौत किस गोली से हुई। पुलिस ने 26 जुलाई को गोली चलाने की बात स्वीकार की थी... आंदोलन की अगुआई कर रहे मुखिया का दावा- असामाजिक तत्व भीड़ में आए थे आंदोलन की अगुआई कर रहे, द बारसोई एसोसिएशन के नेता मो. मुज्जाम हुसैन ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। बताया कि वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के लिए वे बुला रहे थे, लेकिन एसडीएम वहां आने से बच रहे थे। इसके बाद कुछ असामाजिक तत्व अचानक कार्यालय की तरफ चले गए। गोली की आवाज आने लगी। इसके बाद खबर मिली कि तीन लोगों को गोली लग गई है। हमने आंदोलन समाप्त कर दिया। आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। इसे असामाजिक तत्वों ने बिगाड़ने की कोशिश की है। पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दीजिए... 41 लोगों पर नामजद और करीब 1200 अज्ञात पर FIR कटिहार में बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन में हुई तोड़फोड़ का सरकार ने वीडियो जारी किया है। वीडियो में भीड़ बिजली ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ करती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि इस उपद्रव को लेकर 41 लोगों पर नामजद और करीब 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गोलियां चलाई थीं। इस टकराव में 2 लोगों की मौत हो गई थी। एक का इलाज चल रहा है। इसे लेकर बिहार में सियासत भी तेज हो गई है। जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा है कि कटिहार हिंसा में BJP और LJP का हाथ है। बीजेपी के बड़े नेता के इशारे पर सब कुछ हुआ है। इधर, विजय सिन्हा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि ऐसा है तो जांच क्यों नहीं करवा लेते। बिहार में हिंदू खतरे में है। घटना से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए... बिहार में प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग, 2 की मौत, एक गंभीर: कटिहार में बिजली कटौती के विरोध में लोगों ने किया पथराव बिहार के कटिहार जिले में बिजली विभाग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने फायरिंग की। दो ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। प्रदर्शनकारियों के पथराव में 12 से अधिक पुलिसकर्मी और बिजली कर्मचारी भी घायल हुए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
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डेढ़ घंटे बाद रवाना हुए थावरचंद, प्रोटोकॉल अफसर ने थाने में की शिकायत
एयर एशिया की फ्लाइट नं. 15972 ने कर्नाटक के राज्यपाल AirAsia Flight Leaves Behind Karnataka Governor, Airlines Launches Probe
कर्नाटक में राज्यपाल थावरचंद गहलोत को देरी से पहुंचने की वजह से फ्लाइट में नहीं बैठाया गया। हालांकि मामले ने तूल पकड़ा तो अब एयरलाइंस ने जांच का आदेश दे दिया है। साथ ही कहा कि उचित कार्रवाई की जाएगी। मामला क्या था? कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत बेंगलुरु के कैम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 27 जुलाई (गुरुवार) को एयर एशिया की फ्लाइट (I15972) से हैदराबाद जाने वाले थे। लेकिन ये राज्यपाल की ये फ्लाइट मिस हो गई। एयर एशिया की फ्लाइट छूटने के बाद थावरचंद गहलोत डेढ़ घंटे बाद दूसरी फ्लाइट से हैदराबाद रवाना हो पाए। एयर एशिया ने क्या कहा? एयर एशिया के प्रवक्ता ने कहा, 'हमें घटना का खेद है। इसकी जांच कराई जाएगी। एयरलाइंस के सीनियर अफसरों की टीम गवर्नर ऑफिस से बात करेगी। हम पेशेवर उच्च मानकों के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रोटोकॉल का पालन हर सूरत में होता है। हम गवर्नर ऑफिस से हमारे रिश्तों की कीमत समझते हैं।' गहलोत लाउंज में थे और फ्लाइट रवाना हो गई रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्यपाल थावरचंद गहलोत एयरपोर्ट लाउंज में इंतजार कर रहे थे और फ्लाइट उन्हें छोड़कर रवाना हो गई। घटना के बाद प्रोटोकॉल अफसर ने एयरपोर्ट थाने में शिकायत दर्ज कराई और इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया। राज्यपाल के लिए प्रोटोकॉल अलग इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक VVIP जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री, और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के लिए सेरेमोनियल लाउंज में स्पेशल एक्सेस होता है। राज्यपाल के मामले में किसी भी तरह की तलाशी का प्रोटोकॉल जरूरी नहीं है। राज्यपाल को एक गाड़ी में सेरेमोनियल लाउंज से सीधे एयरक्राफ्ट तक ले जाया जा सकता था। फ्लाइट के उड़ने के बाद आधे घंटे पहले बोर्डिंग बंद कर दी जाती है। अन्य यात्रियों के बोर्डिंग हो जाने के बाद गवर्नर की प्रोटोकॉल टीम अलर्ट हो जाती है। गवर्नर फ्लाइट में चढ़ने वाले आखिरी पैसेंजर होते है। देरी होने पर भी गवर्नर से कोई सवाल नहीं किया जाता। एयरएशिया मामले की जांच कर रही एयरएशिया ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी करते हुए कहा कि हमें इस घटना का खेद है, मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। एयर एशिया की सीनियर लीडरशिप राज्यपाल के दफ्तर में संपर्क कर उन्हें मामले की जानकारी दी जाएगी। आप ये खबरें भी पढ़ सकते है... प्रोफेसर पर महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ करने का आरोप, दिल्ली-मुंबई फ्लाइट में हुई घटना दिल्ली से मुंबई जा रहे एक प्रोफेसर पर फ्लाइट में महिला यात्री से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। 26 जुलाई को हुई इस घटना में पीड़ित महिला 24 साल की डॉक्टर है। उसने शिकायत में आरोप लगाया, 'प्रोफेसर उसके बगल वाली सीट पर बैठा हुआ था। पूरी खबर पढ़े... एअर इंडिया फ्लाइट में पैसेंजर ने ऑफिसर को थप्पड़ मारा,गर्दन मरोड़ी सिडनी से दिल्ली जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट में मारपीट की घटना सामने आई है। एक पैसेंजर ने एअर इंडिया के सीनियर ऑफिसर को थप्पड़ मारा।इतना ही नहीं, पैसेंजर ने अधिकारी की गर्दन भी मरोड़ी और उनके साथ गाली-गलौज की। पूरी खबर पढ़े...
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तेजस्वी यादव ने वीडियो शेयर कर लिखा- डरना नहीं सीखा, झुकना नहीं सीखा..लड़ा है..लड़ेंगे
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पहले आपने बैडमिंटन खेलते जरूर देखा होगा। तेजस्वी यादव हमेशा खेलकूद और कसरत से संबंधित वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते है। वही आज उन्होंने अपने ऑफिशल इंस्टाग्राम आईडी पर अपने पिता लालू यादव का वीडियो
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को आपने बैडमिंटन खेलते जरूर देखा होगा। तेजस्वी यादव हमेशा क्रिकेट, बैडमिंटन और कसरत से संबंधित वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अपने ऑफिशल इंस्टाग्राम पेज पर राजद सुप्रीमो और अपने पिता लालू यादव का वीडियो शेयर किया है। वीडियो में लालू प्रसाद यादव बैडमिंटन खेलते दिख रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा-डरना नहीं सीखा..झुकना नहीं है..लड़ा है..लड़ेंगे। जेल से नहीं डरेंगे और आखिर में जीतेंगे। इससे पहले कई बार तेजस्वी यादव ने अपने खेलकूद का वीडियो सोशल अकाउंट पर शेयर किया है। जिसमें वह कभी क्रिकेट खेलते तो कभी बैडमिंटन खेलते दिखे। अब बढ़िया से फिट कर देना है भाजपा को बता दें कि लालू प्रसाद यादव काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। हालांकि, पिछले कुछ महीनों से वह बिल्कुल फिट नजर आ रहे हैं। चाहे वह विपक्षी एकता की बैठक हो या फिर महागठबंधन की बैठक। इस बैठकों में वह अपने पुराने अंदाज में दिखे। लालू यादव ने विपक्षी एकता की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अब हम पूरी तरह से फिट हो गए हैं और बढ़िया से फिट कर देना है। नरेंद्र मोदी और भाजपा को। ये खबर भी पढ़िए... मैं फिट हूं..अब मोदी-भाजपा को फिट कर दूंगा:पुराने अंदाज में दिखे लालू, भिंडी की कीमत से लेकर राहुल की शादी तक जानिए क्या कहा पटना में विपक्षी दलों की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी नेता ने अपनी-अपनी बात रखी, लेकिन हमेशा की तरह महफिल लूट ले गए लालू प्रसाद यादव। कभी देसी और ठेठ अंदाज में अपनी बात रखने वाले 75 साल के लालू शुक्रवार को अपने पुराने अंदाज में नजर आए। उन्होंने काफी लंबे अरसे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भिंडी के दाम से लेकर राहुल गांधी की दाढ़ी और शादी तक बात कह डाली। उन्होंने खुद कहा कि बहुत दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं। इलाज के बाद मीडिया से डायरेक्ट बात कर रहा हूं। इस दौरान उन्होंने मोदी और भाजपा को बढ़िया से फिट कर देने की बात कही। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
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सरकार ने GIFT इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज में सीधे लिस्ट होने की अनुमति दी
घरेलू कंपनियां अब फॉरेन एक्सचेंज और GIFT इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (IFSC) में खुद को डायरेक्ट लिस्ट कर सकती हैं। सरकार ने यह फैसला GIFT IFSC की बढ़ती लोकप्रियता को बढ़ावा देने के लिए लिया है। मुंबई में कॉरपोरेट डेट मार्केट डेवलपमेंट फंड (CDMDF) के
अब भारतीय कंपनियां फॉरेन करंसी एक्सचेंज और गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT) इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (IFSC) में खुद को सीधे लिस्ट करवा सकेंगी। इससे घरेलू कंपनियां 8 देशों में 21 घंटे ट्रेड कर सकेंगी। शुक्रवार को फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने मुंबई में कॉरपोरेट डेट मार्केट डेवलपमेंट फंड (CDMDF) की लॉन्चिंग के मौके पर कहा, 'सरकार ने भारतीय कंपनियों को GIFT IFSC में सीधे एक्सचेंजों पर लिस्टिंग करने के लिए अंतिम मंजूरी दे दी है। ग्लोबल कैपिटल तक सीधे पहुंच बनेगी वित्त मंत्री ने कहा है कि इस फैसले से भारतीय कंपनियों का वैल्यूएशन और बेहतर होगा और ग्लोबल कैपिटल तक सीधे पहुंच भी बनेगी। उन्होंने कहा है कि GIFT IFSC के लिए सरकार का नजरिया पारंपरिक फाइनेंस और वेंचर से काफी आगे है। फॉरेन जूरिस्डिक्शन (अधिकार क्षेत्र) को भी जोड़ा जाएगा वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस अप्रूवल लिस्ट में करीब 8 फॉरेन जूरिस्डिक्शन (अधिकार क्षेत्र) को भी जोड़ा जाएगा। इससे पहले, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि सरकार शुरुआत में ब्रिटेन, कनाडा, स्विट्जरलैंड और अमेरिका सहित सात देशों में विदेशी लिस्टिंग की अनुमति देने पर विचार कर रही है। मई 2020 में कोविड रिलीफ के दौरान कंपनियों को डायरेक्ट लिस्टिंग के लिए अप्रूवल मिल गई थी, लेकिन इसके रूल्स (कानूनी प्रावधान) अभी आने बाकी हैं। इसके पहले सेबी ने डायरेक्ट लिस्टिंग को लागु करने को लेकर एक फ्रेमवर्क का सुझाव दे चुका है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सेबी के सुझाए फ्रेमवर्क को स्वीकार किया जा सकता है। बड़ी कंपनियां GIFT IFSC में लिस्टेड हैं भारत की स्टॉक एक्सचेंजों- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों ही GIFT IFSC से जुड़ीं है। साथ ही बड़ी भारतीय और विदेशी कंपनियां भी इसमें लिस्टेड हैं। लिस्टिंग की अनुमति मिलने के बाद और भी भारतीय कंपनियां यहां लिस्ट होंगी। बीते कुछ समय से इनमें खासा उछाल देखने को मिला है। GIFT निफ्टी में लिस्ट होने होने के क्या फायदे GIFT निफ्टी में लिस्ट होने पर GIFT निफ्टी 50, GIFT निफ्टी बैंक, GIFT निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेस और GIFT निफ्टी IT डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स में 21 घंटों की एक्सेस मिलती है, जो एशिया, यूरोप, और यूएस के ट्रेडिंग के समय को कवर करता है। सरकार के इस कदम से म्यूचुअल फंड और कॉर्पोरेट मार्केट में इन्वेस्ट करने वालों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
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रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस ने ड्राफ्ट्समैन के 100 पदों पर निकाली भर्ती, 7 अगस्त तक करें आवेदन
रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (RITES) ने भारत के रेल मंत्रालय के तहत ड्राफ्ट्समैन और विभिन्न अन्य रिक्तियों के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार इन पदों के लिए 07 अगस्त शाम 5.00
रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (RITES) ने भारत के रेल मंत्रालय के तहत ड्राफ्ट्समैन और अन्य पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिया है। उम्मीदवार इन पदों के लिए 07 अगस्त शाम 5.00 बजे तक ऑफिशियल वेबसाइट rites.com पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑफिशियल नोटिफिकेशन में कहा गया है, “नियुक्ति शुरू में एक वर्ष के लिए पूरी तरह से अनुबंध के आधार पर होगी, जिसे कार्य पूरा होने तक बढ़ाया जा सकता है।” वैकेंसी डिटेल्स रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (RITES) की इस भर्ती के तहत सिविल इंजीनियर, पर्यावरण सामाजिक निगरानी विशेषज्ञ, जूनियर डिजाइन इंजीनियर, ड्राफ्ट्समैन और अन्य जैसे विभिन्न पदों पर 111 वैकेंसी हैं। एज लिमिट उम्मीदवारों की उम्र 01 जुलाई, 2023 को 40 वर्ष से कम होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा में छूट लागू है। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों के पास संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही 2-5 वर्ष का वर्क एक्सपीरियंस भी होना चाहिए। ऐसे करें आवेदन
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मिथुन राशि के लोग अपनी तुलना किसी और के साथ न करें, मीन राशि के लोग गलत संगत से बचें, वर्ना नुकसान हो सकता है
शनिवार, 29 जुलाई को मेष राशि के लोग अपनी जानकारी का सही इस्तेमाल करते हुए काम शुरू करेंगे तो लाभ मिलेगा। मिथुन राशि के लोग अपनी तुलना किसी और के साथ न करें। मीन राशि के लोग गलत संगत से बचेंगे तो नुकसान से बचें। People of Gemini, people of Pisces, Saturday, 29th July tarot rashifal, shaniwar ka ashifal, daily horoscope
शनिवार, 29 जुलाई को मेष राशि के लोग अपनी जानकारी का सही इस्तेमाल करते हुए काम शुरू करेंगे तो लाभ मिलेगा। मिथुन राशि के लोग अपनी तुलना किसी और के साथ न करें। मीन राशि के लोग गलत संगत से बचेंगे तो नुकसान से बच सकते हैं। टैरो कार्ड रीडर प्रणिता देशमुख से जानिए सभी 12 राशियों के लिए कैसा रह सकता है... मेष - THE MAGICIAN अपनी जानकारी का सही इस्तेमाल करते हुए योजनाओं पर काम शुरू करेंगे। सोच को सकारात्मक बनाए रखने की आवश्यकता है। हर एक छोटी बात पर बारीकी से ध्यान दें। वर्तमान में बन रही परिस्थिति की वजह से लक्ष्य से ध्यान भटक सकता है। सतर्क रहें। करियर : काम संबंधी गलतियों का एहसास होगा, इस कारण काम को गंभीरता से किया जाएगा। लव : रिलेशनशिप को बेहतर बनाने के लिए खुद में क्या बदलाव करने की आवश्यकता है, ये समझना जरूरी है। हेल्थ : बदलते वातावरण की वजह से सेहत बिगड़ सकती है। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 4 वृषभ - KNIGHT OF SWORDS आपकी बातों की वजह से कई लोग आपके विरुद्ध हो सकते हैं। सभ्य शब्दों का इस्तेमाल करें। बेचैनी और चंचलता के कारण गलत निर्णय लिए जा सकते हैं। इस वजह से आपका और अन्य लोगों का नुकसान होने की संभावना है। हर एक बात के परिणामों को ध्यान में रखते हुए अपना व्यवहार रखें। करियर : संवाद कौशल को बेहतर बनाएं। लव : रिलेशनशिप से जुड़ा कोई निर्णय लेने से पहले पार्टनर की भावनाओं का ध्यान रखें। हेल्थ : एसिडिटी की तकलीफ के कारण सेहत बिगड़ सकती है। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 7 मिथुन - ACE OF SWORDS अपने काम में जागरूकता और उत्साह महसूस होने लगेगा, लेकिन किस दिशा में प्रयत्न करना है, यह अभी स्पष्ट न होने से थोड़ी निराशा हो सकती है। अपनी तुलना अन्य लोगों के साथ करने से खुद की जो गलतियां हुई हैं, उनके बारे में स्पष्टता आएगी। व्यक्तिगत जीवन में सुधार करते समय करीबी रिश्तों पर गलत असर न हो, इस बात का ध्यान रखें। करियर : करियर संबंधी जो योजना आपने बनाई है, उसे वास्तविकता का रूप देने के लिए और वक्त लगेगा। लव : पार्टनर के विचारों को जाने बिना किसी भी बात का अनुमान न लगाएं। हेल्थ : पेट दर्द की समस्या एसिडिटी के कारण हो सकती है। लकी कलर : पीला लकी नंबर : 1 कर्क - ACE OF CUPS मन शांत होने से बड़े निर्णय को अमल में लाया जा सकता है, जो जीवन को एक नई शुरुआत देगा। जिन भावनाओं की वजह से आपको तकलीफ हो रही है, उनसे छुटकारा मिल सकता है। आध्यात्मिक बातों पर ध्यान देते रहें, किसी बड़ी समस्या का हल प्राप्त होगा। करियर : अपने काम को बेहतर तरीके से करने की कोशिश करते रहें। प्रतिस्पर्धी के काम पर भी नजर रखें। लव : नए रिलेशनशिप के कारण आनंद महसूस होगा। हेल्थ : सेहत में नकारात्मक बदलाव हो सकते हैं। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 2 सिंह - KING OF CUPS भावनाओं पर नियंत्रण बनाए रखें। निर्णय की वजह से कठिन बातें अंजाम तक पहुंच सकती हैं। परिवार के किसी व्यक्ति से खुश खबर मिल सकती है। कठिन निर्णय अपनाते समय भावनात्मक तकलीफ हो सकती है, लेकिन समझदारी की वजह अपने निश्चय पर टिके रहेंगे। करियर : विदेश से जुड़े काम के जरिए आर्थिक प्रगति मिलेगी, लेकिन ये काम अनेक रुकावटों के साथ पूरा होगा। लव : पार्टनर के विचार और उनकी जरूरतों को समझना होगा। हेल्थ : सेहत में आ रहे नकारात्मक बदलाव का कारण जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लें। लकी कलर : पर्पल लकी नंबर : 3 कन्या - THREE OF PENTACLES परिवार के लोगों के साथ वक्त बिताने से आनंद मिलेगा। व्यक्तिगत जीवन में सुधार होगा। सेहत संबंधी गंभीरता रखें। जिस प्रकार से आपकी सेहत और सोच में बदलाव आएगा, उसी प्रकार से जीवन के अन्य पहलू भी बदल सकते हैं। फिलहाल एकांत में रहकर तय अपने लक्ष्य के लिए योजना बनाएं। करियर : काम से जुड़े हुए लोगों के साथ चर्चा करके ही बड़े निर्णय को आगे बढ़ाएं। लव : लव रिलेशनशिप से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए पार्टनर्स को मिलकर प्रयत्न करने होंगे। हेल्थ : बदन दर्द की तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : गुलाबी लकी नंबर : 3 तुला - KNIGHT OF WANDS कठिन समय में खुद को प्रेरित रखें। यदि थकान हो रही है तो आज काम संबंधी बातों का विचार न करें। खुद को आराम देकर काम में बदलाव करने की कोशिश करें। फिलहाल बड़े निर्णय लेना आपके लिए संभव नहीं होगा। छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देते रहें। करियर : युवा वर्ग को परिचित लोगों से अवसर मिल सकते हैं। लव : गलत व्यक्ति के साथ बने रिलेशनशिप की वजह से आपका नुकसान होने की संभावना है। हेल्थ : यूरिन संबंधी तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 5 वृश्चिक - ACE OF WANDS अभी तक जिन कामों में आपको असफलता मिली है, उन्हीं बातों की फिर से शुरुआत करें। इस बार आपके पास जो अनुभव है उसे देखकर बदलाव करने। जिस व्यक्ति से मदद लेना चाहते हैं, उनके साथ बातचीत बंद हो सकती है, लेकिन आगे चलकर सब ठीक हो जाएगा। भविष्य से जुड़े कामों की योजना बनाएं। करियर : कड़ी मेहनत के बाद अपेक्षा के अनुसार सफलता मिलेगी। लव : पार्टनर की गलतियों को माफ करके रिलेशनशिप में नयापन लाने की कोशिश करें। हेल्थ : गलत खानपान की वजह से अपच की तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 8 धनु - THREE OF WANDS सही समय पर सही निर्णय लें। वर्तमान से जुड़े रहें। किसी से मदद प्राप्त होने की राह न देखें, अपनी क्षमता के अनुसार प्रयत्न जारी रखें। नियम-कायदों से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना आपके लिए आवश्यक होगा। विदेश में स्थित रिश्तेदार से खुश खबर मिल सकती है। करियर : अपना टारगेट पूरा करने के लिए प्रयत्नों में बदलाव करना जरूरी होगा। लव : पार्टनर के व्यवहार की वजह से उनके लिए चिंता हो सकती है। हेल्थ : सिर दर्द की तकलीफ तनाव के कारण हो सकती है। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 9 मकर - EIGHT OF SWORDS अवसर मिलने के बाद भी उनका फायदा उठाना संभव नहीं होगा। लोगों की आलोचनाओं से डरकर आपने अनेक अवसर खोए हैं और इस बात का पछतावा हो सकता है। अकेलापन तकलीफदायक होगा। खुद में बदलाव करने की कोशिश करते रहें। करियर : रियल ईस्टेट से जुड़े लोगों को नुकसान होने की संभावना है। क्लाइंट के साथ पूरी चर्चा किए बगैर कोई काम आगे न बढ़ाएं। लव : पार्टनर के द्वारा बोली गई बातों पर तुरंत विश्वास न करें। हेल्थ : आंखों से संबंधित तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 6 कुंभ - SIX OF CUPS किसी फल की उम्मीद किए बिना की गई मदद का फायदा मिलेगा। सामाजिक कार्य का हिस्सा बने रहें। पैसों से संबंधित किसी की मदद करने से पहले खुद की क्षमता और जिम्मेदारियों को ध्यान में रखना होगा। मित्रों के साथ अचानक कोई योजना बन सकती है। यदि यात्रा या पिकनिक का मौका मिल रहा है तो इसका फायदा जरूर उठाएं। करियर : मित्रों के साथ मिलकर नए व्यापार की शुरुआत हो सकती है। लव : पार्टनर की भावनात्मक जरूरतों को समझने की आवश्यकता है। हेल्थ : खानपान में बने असंतुलन के कारण सेहत बिगड़ सकती है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 9 मीन - THE TOWER गलत लोगों की संगत की वजह से आपका नुकसान होने की संभावना है। अपने आर्थिक पक्ष को मजबूत बनाए रखें। गलत निर्णय न लें, इस बात की सतर्कता रखें। अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ करें। मूल्यवान वस्तु की चोरी होने की संभावना है। करियर : वैद्यकीय क्षेत्र से जुड़े हुए विद्यार्थियों को अपेक्षा से अधिक मेहनत करनी होगी। लव : पार्टनर और आप जिन बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं, उसकी वजह से बड़ा विवाद हो सकता है। हेल्थ : सेहत में सुधार लाने के लिए ज्यादा पैसे खर्च होंगे। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 5
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लोकसभा में 'मणिपुर पर जवाब दो' के नारे लगे; राज्यसभा में सभापति-TMC सांसद के बीच बहस
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लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे को लेकर गतिरोध जारी है। मानसून सत्र के सातवें दिन शुक्रवार को भी दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही नारेबाजी शुरू हो गई। विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर तुरंत चर्चा की मांग की। राज्यसभा में कार्यवाही 45 मिनट तक चली, लेकिन सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसई सांसद डेरेक ओब्रायन के बीच बहस के बाद इसे 31 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया। उधर, राज्यसभा से निलंबित सांसद संजय सिंह ने आज भी संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। लोकसभा: मणिपुर हिंसा और प्रधानमंत्री मोदी के सदन में न होने पर नारेबाजी की स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष से कार्यवाही में हिस्सा लेने को कहा। उन्होंने कहा, 'आप सदन को चलने नहीं देना चाहते, प्रश्नकाल, जहां सरकार सवालों का जवाब देती है, बहुत जरूरी है।' इस पर विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 10 मई 1978 को अविश्वास प्रस्ताव पेश होते ही उस पर बहस शुरू कर दी गई थी। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चौधरी से कहा कि सब कुछ नियमानुसार हो रहा है। बहस 10 दिन के अंदर हो सकती है। हमारे पास नंबर हैं, अगर आपके पास हैं तो हमारे बिल को हराएं। हंगामा देख स्पीकर ने सदन को 12 बजे तक स्थगित कर दिया। इसके बाद 12 बजे फिर सदन शुरू हुआ। करीब आधा घंटे कामकाज होने के बाद कार्यवाही को सोमवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ने सरकार हाय-हाय के नारे लगाए। इस दौरान सरकार ने माइंस एंड मिनरल्स (डेवलपमेंट एंड रेगुलेशन) अमेंडमेंट बिल सदन से पास करा लिया। राज्यसभा: सभापति ने डेरेक का चेताया, फिर कार्यवाही स्थगित कर दी सभापति जगदीप धनखड़ और TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन के बीच विवाद की स्थिति बनी। डेरेक ओ'ब्रायन विपक्ष के 267 के तहत दिए गए प्रस्ताव पर दबाव डालने लगे। डेरेक ने अपनी बात रखने के लिए मेज थपथपाई, जिसे धनखड़ ने नाटकीयता बताया, लेकिन उन्होंने अपनी बात जारी रखी। इसके बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित हो गई। सदन की बैठक अब सोमवार, 31 जुलाई को सुबह 11 बजे से होगी। संसद के मानसून सत्र के अपडेट्स... अब देखिए मानसून सत्र के सातवें दिन के फोटोज... राघव चड्‌ढा बोले- लोकसभा में विधायी काम न हों आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, 'लोकसभा अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद संसद में कोई विधेयक पेश नहीं किया जाता है, लेकिन हम देख रहे हैं कि कई विधेयक संसद में पेश और पारित किए जाते हैं। मैं स्पीकर से अपील करता हूं कि अब लोकसभा में कोई विधायी कामकाज नहीं होना चाहिए।' अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का समर्थन करेगी YSR कांग्रेस YSR कांग्रेस पार्टी ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने का फैसला किया है। पार्टी के लोकसभा में 22 और राज्यसभा में 9 सदस्य हैं। YSR ने दिल्ली अध्यादेश पर भी सरकार का समर्थन करने को कहा है। पार्टी नेता विजयसाई रेड्डी का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव लाने से देश को कैसे मदद मिलेगी? मणिपुर और दो पड़ोसियों से बिगड़े रिश्तों के बीच सरकार को कमजोर करने की कोशिश करना देशहित में नहीं है।
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45 पैसेंजर्स को लिए बिना की रवाना हुई, रेलवे ने कहा- यह कर्मचारियों की गलती
Maharashtra Nashik Manmad Junction Railway Station Goa Express Train Controversy. Follow  Goa Express ( Vasco Da Gama to H Nizamuddin ) Latest News and Updates On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर)
महाराष्ट्र के नासिक में मनमाड जंक्शन पर गुरुवार को गोवा एक्सप्रेस 90 मिनट पहले ही स्टेशन पर आ गई। ट्रेन यहां 5 मिनट रुकी और यहां से गाड़ी में चढ़ने वाले 45 पैसेंजर्स को लिए बिना ही रवाना हो गई। ट्रेन गोवा के वास्को डी गामा से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन जा रही थी। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने बताया- यह रेलवे कर्मचारियों से गलती की वजह से हुआ है। मामले की जांच चल रही है। रूट में बदलाव के कारण जल्दी पहुंची ट्रेन न्यूज एजेंसी PTI ने रेलवे अधिकारी के हवाले से बताया कि गोवा एक्सप्रेस बदले हुए रूट से होते हुए सुबह 9.35 मिनट पर मनमाड स्टेशन पर पहुंची थी। जबकि ट्रेन का वहां पहुंचने का समय 10:35 मिनट है। उधर, जब पैसेंजर ट्रेन पकड़ने के लिए करीब 9:45 मिनट पर स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि ट्रेन समय से डेढ़ घंटे पहले ही वहां से निकल गई है। परेशान पैसेंजर्स ने स्टेशन पर हंगामा किया और स्टेशन मास्टर के ऑफिस में जाकर उन्हें डेस्टिनेशन तक पहुंचाने का इंतजाम करने की मांग की। रेलवे के अधिकारी ने बताया कि जिन 45 पैसेंजर्स की ट्रेन छूट गई थी, उन्हें गीतांजलि एक्सप्रेस में बिठाया गया। मनमाड स्टेशन पर ट्रेन का स्टॉप नहीं था फिर भी उसे यहां रोका गया। गीतांजलि एक्सप्रेस से पैसेंजर्स को जलगांव तक भेजा गया, जहां गोवा एक्सप्रेस को पैसेंजर्स के लिए रोका गया था। ये खबर भी पढ़े... अमरकंटक/अमरसंकट एक्सप्रेस रोजाना 7-15 घंटे हो रही लेट, रेलवे के पास नहीं है कोई उपाय अमरकंटक एक्सप्रेस भोपाल के यात्रियों के लिए अब अमरसंकट साबित हो रही है, यह ट्रेन पिछले करीब तीन सप्ताह से लेट चल रही है। इसके चलते यात्रियों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह ट्रेन भोपाल स्टेशन पर रोजाना करीब 4-7 घंटे की देरी से पहुंच रही है। पूरी खबर पढ़ें...
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पुलिस को बताया- पत्नी बाहर से लोगों को बुलाकर पिटवाती थी, गिरफ्तार हुई
केरल में डेढ़ साल से लापता व्यक्ति मिला,केरल के  पथानामथिट्टा जिले में नौसाद नाम का शख्स नवंबर 2021 में किराए के घर से लापता हुआ था।Kerala Man, Missing For Over A Year, Found, Says Was "Scared Of Wife"
केरल के पथनमथिट्टा जिले में एक व्यक्ति नौशाद नवंबर 2021 में किराए के घर से लापता हुआ था। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने डेढ़ साल बाद नौशाद को ढूंढ निकाला। पुलिस ने शख्स की पत्नी अफसाना को गिरफ्तार कर लिया है। घर से लापता होने के बाद नौशाद खेतों में मजदूरी कर रहा था। नौशाद ने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी अफसाना से डरता है, इसलिए घर से चला गया था। मेरी पत्नी बाहर से लोगों को बुलाती थी और पिटवाती थी। नौशाद के पिता ने पुलिस से शिकायत की थी नौशाद के पिता ने पुलिस से गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसी आधार पर पुलिस ने नौशाद की तलाश शुरू की। गुमशुदा की पत्नी अफसाना ने कहा कि उसने नौशाद को स्टेशन पर देखा है। फिर अफसाना को पुलिस थाने बुलाया गया। मामले में पत्नी गिरफ्तार दरअसल, अफसाना पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रही थी। अफसाना ने बताया था कि उसने नौशाद को मारकर कहीं दफना दिया। इसके बाद पुलिस उसको उस जगह पर ले गई, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। ऐसे में उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया। आप इन खबरों को भी पढ़ सकते हैं... पति को बोला- तेरी पत्नी से प्यार करता हूं, दिल्ली की महिला से जयपुर में हुआ रेप दिल्ली की एक महिला से जयपुर में रेप का मामला सामने आया है। कॉल कर आरोपी ने पति-पत्नी के बीच झगड़ा करवा दिया। पति के छोड़कर जाने पर शादी का वादा कर विश्वास दिलाया। शादी का झांसा देकर आरोपी उसके साथ देहशोषण करता रहा। पूरी खबर पढ़े... इटावा में दंपति ने खाया जहर, पति की मौत, झगड़े में पहले पत्नी ने खाया जहर इटावा में पति-पत्नी के आपसी विवाद में दोनों ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। मामले में पति की मौके पर मौत हो गई। पत्नी को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। पहले पत्नी ने विषाक्त पदार्थ खाया। पत्नी को अस्पताल में भर्ती करवाकर घर जाकर पति ने विषाक्त पदार्थ खाकर जान दे दी। पूरी खबर पढ़े...
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कहा- सुकेश के लेटर से एक्ट्रेस की इज्जत दांव पर; कोर्ट ने बताया चीप पब्लिसिटी
Money Laundering Case - Sukesh Chandrashekhar. 200 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ याचिका लगाई गई थी। एक शख्स ने दिल्ली हाईकोर्ट से अपील की है कि सुकेश को जेल से एक्ट्रेसेस के लिए लेटर न लिखने दिया जाए
200 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ याचिका लगाई गई। एक शख्स ने दिल्ली हाईकोर्ट में अपील की है कि सुकेश को जेल से एक्ट्रेसेस के लिए लेटर लिखने पर पाबंदी लगाई जाए। याचिकाकर्ता के मुताबिक, सुकेश की इस हरकत से जैकलीन फर्नांडीज सहित कई एक्ट्रेसेस की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। इसकी वजह से उनकी जिंदगी में चैन नहीं है। हालांकि कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने इसके साथ ही याचिकाकर्ता पर भारी जुर्माना लगाने की बात कही है। कोर्ट का कहना है कि याचिकाकर्ता ने सस्ती शोहरत पाने के लिए ये सब किया है। याचिकाकर्ता ने कहा- सुकेश की इस हरकत से फीमेल आर्टिस्ट की इमेज खराब हुई निशांत कुमार नाम के शख्स ने यह याचिका लगाई थी। उसने अपने आप को सोशल वर्कर और जैकलीन फर्नांडीज, नोरा फतेही और चाहत खन्ना का फैन बताया है। उसकी याचिका में कहा गया- सुकेश जेल से तीनों एक्ट्रेसेस के नाम मीडिया को लेटर जारी करता है। इसकी वजह से उनका नाम खराब होता है। सुकेश की इस हरकत से पूरी फीमेल आर्टिस्ट की इमेज खराब होती है। यह सब वह अपने होशोहवास में जानबूझ कर करता है। कोर्ट ने कहा- पब्लिसिटी पाने के लिए लगाई है याचिका याचिकाकर्ता निशांत कुमार ने दिल्ली सरकार और सूचना प्रसारण मंत्रालय पर भी कार्रवाई की मांग की है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि दोनों तंत्र मिलकर अभिनेत्रियों की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। चीफ जस्टिस सतीश चंद्रा और जस्टिस संजीव नरूला ने तल्ख टिप्पणी करते हुए याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा- ऐसा कुछ भी संज्ञान में नहीं है कि जिसे देखकर कहा जा सके कि दिल्ली सरकार और सूचना प्रसारण मंत्रालय ने अभिनेत्रियों की छवि खराब करने के लिए कुछ भी गलत कदम उठाया हो। ऐसे बेबुनियाद आरोप सिर्फ पब्लिसिटी पाने के लिए लगाए गए हैं। 'सुकेश की वजह से जैकलीन का जीना मुश्किल' याचिकाकर्ता ने कहा- सुकेश चंद्रशेखर अपने लेटर्स में इन एक्ट्रेसेस के साथ कथित संबंधों की बात करते हैं। ऐसा करके वो फीमेल एक्टर्स खासकर जैकलीन फर्नांडीज की गरिमा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसकी वजह से जैकलीन चैन से अपनी लाइफ नहीं जी पा रही हैं। सुकेश की खुद की वाइफ कस्टडी में थीं और वो उस वक्त जैकलीन के साथ प्यार का नाटक कर रहे थे। उनकी इस हरकत की दाद देनी पड़ेगी। याचिकाकर्ता निशांत कुमार ने सबूत के तौर पर कोर्ट के सामने सुकेश के लिखे कुछ लेटर्स भी सबमिट किए हैं। जैकलीन को कई लेटर लिख चुका सुकेश, पब्लिकली प्यार का इजहार भी किया सुकेश ने जैकलीन को जेल से कई बार लेटर लिखा है। होली और ईस्टर पर उसने लेटर के जरिए जैकलीन को बधाई दी थी। उसने जैकलीन के लिए लिखा था- बेबी गर्ल तुम जानती हो कि मैं तुम्हारे लिए किसी भी हद तक जाउंगा। मैं तुम्हें प्यार करता हूं बेबी, मुस्कुराती रहो। तुम अच्छी तरह जानती हो कि तुम मेरे लिए क्या और कितना मायने रखती हो। लव यू माई प्रिंसेज। मेरी बी, मेरी बोम्मा, मेरी प्यार, मेरी जैकी- मैं तुम्हें बहुत मिस करता हूं। उसने ईस्टर पर भी एक लेटर लिखते हुए कहा- जब भी मैं TV का एड देखता हूं, मुझे तुम्हारी याद आने लगती है। मैं उसके बाद सिर्फ तुम्हारे बारे में ही सोचता हूं। तुम्हें पता भी नहीं है कि तुम कितनी खूबसूरत हो। इस पूरे प्लेनेट पर तुमसे सुंदर कोई नहीं है। माई रैबिट..मेरा बच्चा, मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं।